जाॅन ड्राइडन स्पेशल | पाश्चात्य काव्यशास्त्र | सम्पूर्ण सार | Pradyot Gurukul

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  • Опубликовано: 15 дек 2024

Комментарии • 11

  • @manishatiwari4343
    @manishatiwari4343 14 дней назад +1

    धन्यवाद सर😊🤗🤗🙏🙏🌹🌹👌👌

  • @amarpanday1672
    @amarpanday1672 15 дней назад

    Jai jai shri sitaram 🙏 good content

  • @upendrayadav9167
    @upendrayadav9167 15 дней назад

    Radhe Radhe sirji 🌹 🙏 🙏🙏🌹

  • @diwakarchaudhry217
    @diwakarchaudhry217 16 дней назад

    Radhe radhe guru ji

  • @shiv.shivi2019
    @shiv.shivi2019 16 дней назад

    🎉🎉🎉❤❤❤❤

  • @ranipatel8934
    @ranipatel8934 16 дней назад

    Thanks you sir 🙏🙏

  • @ChitraYadav-bj7bb
    @ChitraYadav-bj7bb 16 дней назад

    धन्यवाद सर 🙏🏽🙏🏽

    • @sarojdevi7362
      @sarojdevi7362 16 дней назад

      बहुत अच्छी क्लास सर जी

  • @manishatiwari4343
    @manishatiwari4343 14 дней назад +1

    सर प्लीज जिस तरह से आप आदिकाल के प्रमुख कवियों का समय के हिसाब से क्रम पूर्वक पढ़ाई है ,,ठीक उसी प्रकार से भक्तिकाल के चारों धाराओं के सभी कवियों के क्रम पूर्वक समय ,, रीति काल के तीनों भागों के कवियों को क्रम और आधुनिक काल में जितने भी युग या धाराएं आते हैं जैसे भारतेंदु युग ,, द्विवेदी युग ,, स्वछंद बाद आदि का क्रमपूर्वक समय भी बताए प्लीज 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @poojarani4628
    @poojarani4628 15 дней назад +1

    धन्यवाद सर जी😊🙏

  • @menkammishra8144
    @menkammishra8144 15 дней назад

    धन्यवाद सर 🙏🙏