ध्यान कि नींव (भाग 1)
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- Опубликовано: 7 сен 2024
- भाग 2 👉 • ध्यान कि नींव (भाग 2) ...
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brockwood park 1976 • J. Krishnamurti - Broc...
Orsam presentation sir apko pranam ❤❤❤
🌷सत्य की खोज में सत्य की प्यास ही पहला कदम है🌷
Shayad duniya se vairagya pehla kadam h
Jaget .jaget ab Maan jagga .
Jutha lagega jahan.
Ab yeha ana kisko ko.hai.
सर जी जिद्दू कृष्णमूर्ति जी की टीचिंग पर हिंदी में वीडियो बनाने के लिए मैं एक बार फिर से आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं नमो बुद्धाय जी🙏🙏🌹🌹
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*परम आदरणीय आत्मन प्रणाम*🙏🙏🙏
हे परमात्मा स्वरुप आप सही मार्ग दिखा रहे हैं मन ही माया है यही भेद उत्पन करता है अन्यथा सब एक ही है. एक अस्तित्व एक आकाश एक प्राण वायु संपूर्ण ब्रह्मांड एक है
संसार क्या है यह सिर्फ मनुष्य के मस्तिष्क का एक विचार है और उपद्रव इन् विचारो का ही है जैसे कोई अपने आप को हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई कहता है फिर भिन्न जातियां. जबकि कोई नहीं जानता कि *वो कोन है*. एक भौतिक शरीर जो नष्ट हो जाएगा. प्राण क्या है सांसे कैसे चल रही हैं कोई नहीं जानता. हम सभी दूसरों की दी हुई पहचान से स्वयं को जानते है. कोई नहीं जानता कि वो कोन है. सिर्फ कुछ शब्द और विचार इसके अलावा क्या कुछ भी नहीं. संसार का यही सार है कि एक दिन सब छोड़ के जाना पड़ेगा इसके पहले एक बार जानने के मार्ग पर चलने का प्रयास करें तब यह संसा तो नहीं रहेगी कि बिना जाने ही चले गये.
एक परम अज्ञानी
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धन्यवाद ❤️❤️
आपकी वजह से आज मैं कृष्णमूर्ति जी को सुन पा रहा हु, ये मेरा सौभाग्य है कि इतनी महान चेतना वाले व्यक्ति को मुझे सुनने मिल रहा है
आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
कृपया अगला भाग जल्दी लाएं👍
Main dhany hun jo j k krishanamurti osho v ek manan brahmgyani mahapurush ke smy jnma hu,
👏👏👏
J. Krishnamurti my inspiration
🙏🙏👌👌👌
🙏🙏🙏🙏🙏
So beautifully explained... Thank you so much. I feel that me Nd my happiness, me and jealousy, me and my greed are same but we only accept good, positive and joyful things are Us but not mean, sad, jealous version of us. But I feel that both are one. Thankyou again
🙏🌹🌱
Thanku so much 🙏
Waah dhanyawad sir
आमतौर पर ज्यादातर सच सच ही होता है पर सच जब खुद पर भारी पड़ने लगे तो हम सच को नकार देते हैं क्या मेरे नकारने से सच की सत्यता बदल जाएगी
🙏🙏🙏
🪔👏🧘♂️
ओ
Thanks.
Osho lovers
Thanks
♾️♾️♾️♾️....0000🤍
मैं भगवान, मेक गौड बाई ओन ओपीनियन नाम से, फेसबुक पर एक पेज, लगभग दो साल पहले बनाया था। जब मैं जाना कि हम-सब मानव और इस धरती के सभी जीव जंतु, साक्षात भगवान ही है और इन सब की मौत, कभी नहीं होती है तो मैंने सोचा कि , तुम सब भी अपनी ही रूप में, अपने भगवान को देखकर, मृत्यु नामक महामारी से, हमेशा के लिए मुक्त हो जाओ। तुम सब जब मरते हो तो मुझे, तुम सब की बुद्धि पर ीथ आती है। तुम सब की मौत होने का एक ही कारण है कि, तुम सब अपने को बिल्कुल नहीं जानते हो। कितनी विचित्र तुम सब की बुद्धि है कि तुम सब, अपने को नहीं जानते हो और, भगवान को जान लेते हो। इस धरती पर जितनी हत्याएं, तुम सब झूठी धर्म और झूठे भगवान को बनाकर, सदियों से करते आए हों और आज भी कर रहे हो। यह दुनिया वास्तव में है ही नहीं, फिर भी जब दिखती है तब सच्ची होती है। क्या तुम सब , आज और अभी सच्चे नहीं हो। तुम्हारा शरीर में दिखना, तुम्हारा बोलना, तुम्हारा चलना, तुम्हारा भोजन करना, तुम्हारा सेक्स करना, क्या यह सब झूठ है। जब सब सच है तो फिर तुम सब मर कैसे जाते हो। तुम सब अपनी सभी विचारों को देखो। तुम सब भगवान होकर भी, दूसरों के विचार की गठरी बन गये हो। तुम सब अपनी विचार को देखो । तुम सब किसी धर्म के न होते हो क्योंकि, तुम सब का कोई आकार ही नहीं है। यह शरीर एक झूठ है जिसके भीतर सत्य, निराकार रूप में मौजूद है। मैं इस दुनिया के सभी मानवों को, हमेशा के लिए जीवित रख सकता हुं जबकि, तुम सब अपनी सभी झूठी धर्म से मुक्त हो जाओ। तुम सब जिताने भी लोगों को भगवान, पैगम्बर, आल्हा, इश्वर इत्यादि मानते हो, वे सब भी इस धरती पर, तुम सब जैसे ही शरीर को लेकर पैदा हुए थे। जब वे लोग भगवान बन सकते हैं तो, तुम सब भी तो भगवान बन सकते हो। तुम सब को अगर हमेशा जीवित रहने का मन करे तो, हमारे पास आकर, हमेशा जीवित रह सकते हो। फेसबुक पर कल मेरे , "मेक गौड बाई ओन ओपीनियन" नाम के पेज को, और मेरे रबिंद्र सिंह नामक एकाउंट को, फेंक आइडी बताकर, बंद कर दिया है। हम-सब फेसबुक को उपयोग करने के लिए, अपनी इंटरनेट के रिचार्ज से पैसा देते हैं, जिससे उसके परिवार का भोजन चलता है और वह, हमारी ही एकाउंट को बंद करता है।तुम सब मेरे पास आकर अमर बन जाओ।