अद्भुत❤️❤️ कोई सामान्य व्यक्ति जे कृष्णमूर्ति को कभी नही समझ सकता। मुझे नहीं लगता कोई ज्ञानी इस तरह से आज तक किसी को समझा पाया होगा मैं आपका, जो आप हिंदी में अनुवाद करते हो और कृष्णमूर्ति जी जो आज हमारे बीच नहीं लेकिन फिर भी इस भ्रम रूपी जाल से (जो लाखो वर्षो से हमारे उपर पड़ा है) हमरा हाथ पकड़ कर बाहर ला रहे हैं इसलिए मैं आप दोनो का जीवन भर आभारी रहूंगा, धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏
सत्य एक पथहीन भूमी है क्योंकि तुम सब ही वे सत्य हो, जिसे भगवान कहां जाता है। तुम सब ही अपनी अपनी रूपों में सत्य के भगवान ही होते हो, लेकिन तुम सब अपने को ही भूल गए हो। ।इस धरती पर बहुत से धर्म, बहुत से आकार निराकार भगवान, बहुत सी जातियां, बहुत से देश, बहुत सी रिश्ते, बहुत से स्कूल- कालेज, बहुत से मंदिर- मस्जिद- चर्च- गुरुद्वारा, बहुत सी तेरी उपाधियां, कागज का रुपया- डालर, तुम्हारी समाजिक व्यवस्था, ये सब तकनीक, मानव जाति को गुलाम बनाकर, तुम सबों को हमेशा आपस में जाति धर्म और देश के नाम पर लडाकर और तुम सब की हत्या करवाकर और बाकी बचे लोगों पर हमेशा शासन करने को, कुछ शैतानों ने सदियों से नियम कानून बनाया है। तुम सब आजाद कभी हो ही नहीं सकते हो। यहां राजा गुलाम है अनेक लड़कियों से सेक्स करने के लिए । गरीब गुलाम है तुमसबो की कागज के रुपयो को पाने के लिए। तुम सब जिस दिन से, दुसरे को भगवान मानना शुरू किया है, उसी दिन से तुम सब, अपने ही रूप में दिखने वाले भगवान से दूर हो गये हो।यह दुनिया सच्ची है क्योंकि सभी रूप ही एक ही भगवान का सच्चा रूप है। तुम सबों की आंखों पर अहंकार का चश्मा लगा है जिस कारण, तुम सब इतने मानवों के रूप में साक्षात भगवान दिखने पर भी, तेरी आंखें उस भगवान को नहीं देख पाती है। तुम सब जब भी अपनी शरीर को छोड़ते हो अपनी ही मर्जी से छोड़ते हो। मृत्यु क्या है तुम सब जानते ही नहीं हो। मैं तुमसबो को सभी बंधनों से मुक्त करके , हमेशा के लिए जीवित रख सकता हु। इस धरती पर भगवान सिर्फ सेक्स करने के लिए ही शरीर रूपी रूप में आते हैं, लेकिन तुम सब तो सेक्स को भी रिश्तों में बांध दिए हो। तुम सब सेक्स से मुक्त उसी दिन हो सकते हो जब तक मस्सों के बीच रिश्तों का कोई नाम न हो। हमसब में सिर्फ एक ही रिश्ता है और वह रिश्ता सेक्स का है। तुम सब भगवान को नहीं जानते हो इसलिए सेक्स से दूर भागकर संन्यासी बनते हो। जब तुम सब खुद भगवान हो और अनेक रूपों में होकर भी एक ही सोतों, फिर कैसे तुम सब किसी की हत्या कर सकते हो। तुम सब मेरे पास आओ, भगवान को अपनी ही रूप में होना, अपनी आंखों से देखो, सब मिलकर सबके साथ सेक्स करो बिना किसी रिश्तों में बांधकर। यह दुनिया वास्तव में है ही नहीं फिर भी जब दिखती है सच्ची होती है। शरीर का स्वभाव है जन्म लेना और अपने आप मर जाना, लेकिन इस शरीर के भीतर जो तुम हो, उसकी मौत कभी हो ही नहीं सकती। तुम सब आओ, भगवान बनो, हमेशा सभी के साथ आनंदित रहो, खुब सेक्स का आनंद लेते रहो और हमेशा जीवित रहो।
Thanks. Veri veri good. Sir
अद्भुत❤️❤️
कोई सामान्य व्यक्ति जे कृष्णमूर्ति को कभी नही समझ सकता। मुझे नहीं लगता कोई ज्ञानी इस तरह से आज तक किसी को समझा पाया होगा
मैं आपका, जो आप हिंदी में अनुवाद करते हो और कृष्णमूर्ति जी जो आज हमारे बीच नहीं लेकिन फिर भी इस भ्रम रूपी जाल से (जो लाखो वर्षो से हमारे उपर पड़ा है) हमरा हाथ पकड़ कर बाहर ला रहे हैं इसलिए मैं आप दोनो का जीवन भर आभारी रहूंगा, धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏
J krishnamurti is as deep as ocean and as high mountain .he is beyond comparison .
Thank you.. aapke life changing shubdo ke liye
Bahut hi achha
बेहतरीन 👏👏👏
🪔👏🧘♂️
अदभुत है,ये सब ,आप बधाई के पात्र है।
🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
🙏💝
❤
🙏🙏
जय हो प्रभु जी
अद्भुत श्री आप दोनो गुरुवर को 🌻🌷🌹💐🙏🙏🙏
🙏
सत्य एक पथहीन भूमी है क्योंकि तुम सब ही वे सत्य हो, जिसे भगवान कहां जाता है। तुम सब ही अपनी अपनी रूपों में सत्य के भगवान ही होते हो, लेकिन तुम सब अपने को ही भूल गए हो। ।इस धरती पर बहुत से धर्म, बहुत से आकार निराकार भगवान, बहुत सी जातियां, बहुत से देश, बहुत सी रिश्ते, बहुत से स्कूल- कालेज, बहुत से मंदिर- मस्जिद- चर्च- गुरुद्वारा, बहुत सी तेरी उपाधियां, कागज का रुपया- डालर, तुम्हारी समाजिक व्यवस्था, ये सब तकनीक, मानव जाति को गुलाम बनाकर, तुम सबों को हमेशा आपस में जाति धर्म और देश के नाम पर लडाकर और तुम सब की हत्या करवाकर और बाकी बचे लोगों पर हमेशा शासन करने को, कुछ शैतानों ने सदियों से नियम कानून बनाया है। तुम सब आजाद कभी हो ही नहीं सकते हो। यहां राजा गुलाम है अनेक लड़कियों से सेक्स करने के लिए । गरीब गुलाम है तुमसबो की कागज के रुपयो को पाने के लिए। तुम सब जिस दिन से, दुसरे को भगवान मानना शुरू किया है, उसी दिन से तुम सब, अपने ही रूप में दिखने वाले भगवान से दूर हो गये हो।यह दुनिया सच्ची है क्योंकि सभी रूप ही एक ही भगवान का सच्चा रूप है। तुम सबों की आंखों पर अहंकार का चश्मा लगा है जिस कारण, तुम सब इतने मानवों के रूप में साक्षात भगवान दिखने पर भी, तेरी आंखें उस भगवान को नहीं देख पाती है। तुम सब जब भी अपनी शरीर को छोड़ते हो अपनी ही मर्जी से छोड़ते हो। मृत्यु क्या है तुम सब जानते ही नहीं हो। मैं तुमसबो को सभी बंधनों से मुक्त करके , हमेशा के लिए जीवित रख सकता हु। इस धरती पर भगवान सिर्फ सेक्स करने के लिए ही शरीर रूपी रूप में आते हैं, लेकिन तुम सब तो सेक्स को भी रिश्तों में बांध दिए हो। तुम सब सेक्स से मुक्त उसी दिन हो सकते हो जब तक मस्सों के बीच रिश्तों का कोई नाम न हो। हमसब में सिर्फ एक ही रिश्ता है और वह रिश्ता सेक्स का है। तुम सब भगवान को नहीं जानते हो इसलिए सेक्स से दूर भागकर संन्यासी बनते हो। जब तुम सब खुद भगवान हो और अनेक रूपों में होकर भी एक ही सोतों, फिर कैसे तुम सब किसी की हत्या कर सकते हो। तुम सब मेरे पास आओ, भगवान को अपनी ही रूप में होना, अपनी आंखों से देखो, सब मिलकर सबके साथ सेक्स करो बिना किसी रिश्तों में बांधकर। यह दुनिया वास्तव में है ही नहीं फिर भी जब दिखती है सच्ची होती है। शरीर का स्वभाव है जन्म लेना और अपने आप मर जाना, लेकिन इस शरीर के भीतर जो तुम हो, उसकी मौत कभी हो ही नहीं सकती। तुम सब आओ, भगवान बनो, हमेशा सभी के साथ आनंदित रहो, खुब सेक्स का आनंद लेते रहो और हमेशा जीवित रहो।
Srif sex kro??? Results kya hga??? Aadimanav wla samaj bn jayega tb to
куα ααρ тнσ∂α ʝαℓ∂ιʝαℓ∂ι иαнι вσℓ ѕαктє куα
ℓєαѕє тнσ∂α ѕρєє∂ ѕє вσℓιує
🙏♥️🙏🌺