🚩हिंगलाज माता मंदिर भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। 🚩 ❤️
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- Опубликовано: 9 фев 2025
- हिंगलाज माता मंदिर :
हिंगलाज माता मंदिर भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। भारत में केवल दो हिंगलाज मंदिर हैं, एक पाकिस्तान की सीमा के पास है और अगला बर्कुही छिंदवाड़ा जिले के पास अंबारा में है। यह दक्षिण में स्थित है (परसिया रोड द्वारा), टाउन से लगभग 40 किमी दूर है। यह लगभग हर दिन पर्यटकों को आकर्षित करता है, लेकिन मंगलवार और शनिवार को पूजा के लिए सबसे अच्छे दिन माना जाता है।
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हिंगलाज# माता की उत्पत्ति कैसे हुई?
हिंगलाज माता की पौराणिक कथा
पौराणिक कथा के अनुसार माता सती के दाह के बाद जब भगवान शिव उनके शरीर को लेकर ताण्डव कर रहे थे। तब उनके क्रोध को शांत करने के लिए भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र चला कर मां सती के शरीर के टुकड़े कर दिए थे। मान्यता है कि उस काल में हिंगलाज में माता सती का ब्रह्मरंध्र अर्थात सिर गिरा था।
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भारत में कितने हिंगलाज माता के मंदिर हैं?
हिंगलाज माता मंदिर भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। भारत में केवल दो हिंगलाज मंदिर हैं, एक पाकिस्तान की सीमा के पास है और दूसरा छिंदवाड़ा जिले के पास अंबेरा में बेरकुही है। यह शहर से लगभग 40 किमी दूर दक्षिण में (परसिया रोड द्वारा) स्थित है।
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