किस राम को मानें हम? || आचार्य प्रशांत (2024)
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- Опубликовано: 18 июн 2024
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वीडियो जानकारी: 16.06.24, संत सरिता, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
~ रामायण, महाभारत को कैसे पढ़ें?
~ राम कौन थे? कृष्ण कौन थे?
~ सत्य के प्रति निष्ठा प्रबल कैसे होती है?
~ वेदांत को जानने की ज़रूरत क्यों है?
~ श्रीराम के चरित्र को कैसे समझें?
~ श्री =राम से हम क्या सीख लें?
~ श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम क्यों कहा जाता है?
संगीत: मिलिंद दाते
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Krishn ko hmm geeta se Jane tik hai par ram ko kaise unka to jeewan hi sikh hai na unhone to koi geeta nahi likhi or jeewan to unka har Ramayan me alag hai or uska itna mahtav bhi nahi hai acharya ji ke anusar kya kare फिर 😮
Pranam Acharya ji 🙏🙏🙏
Acharya ji mai abhi 20 year ka hu aur mujhe nahi samjh me aa rha hai mere jeevan ka uddeshya kya hai … mujhe kya karna chahie aur mai kis tarh se climate change me yogdan kar sakta hu …… aur sbse badi dikkat ye hai ki shadi krne ko lekar … ghar wale force krte hai ki padh lo shadi ho jayegi … fir vo sab bate sochta hu ki kyu karni hai kya hoga karne ke app samjh skte hai ki mai kis situation me hu mujhe kuch smjh nahi aa rha hai kripaya mera margadarshan kre
राम नाम कड़वा लगे, मीठा लागे दाम।
दुविधा में दोनों गए, माया मिली न राम।।
- संत कबीर
आचार्य जी एशिया में छा चुके है , अब विश्व में डंका बाकी है जो आप सभी के सहयोग से संभव है ❤
जग में चार राम हैं,
तीन सकल व्यवहार ।
चौथा राम निज सार है,
ताका करो विचार ।।
~संत कबीर
सुखिया सब संसार है, खाए और सौबे ।
दुखिया दास कबीर है, जागे और रोवे।।
- संत कबीर
राम ब्रह्म परमारथ रूपा।
अबिगत अलख अनादि अनूपा॥
सकल बिकार रहित गतभेदा।
कहि नित नेति निरूपहिं बेदा॥ 🙏
जो मैं बौरा तो राम तोरा लोग मरम का जाने मोरा।
मैं बौरी मेरे राम भरतार ता कारण रचि करो स्यंगार।
माला तिलक पहरि मन माना लोगनि राम खिलौना जाना।
थोड़ी भगति बहुत अहंकारा ऐसे भगता मिलै अपारा।
लोग कहें कबीर बौराना कबीर का मरम राम जाना।
~ कबीर साहब
हम अपनी सहूलियत, अपनी मान्यता, अपने काल, स्वार्थ के अनुसार जो कालातीत हैं उसको भी बदल डालते हैं।
ज्यों तिल माही तेल है, ज्यों चकमक में आग। तेरा साई तुझ में है, जाग सके तो जाग ॥
☝🏻- संत कबीर
❤
❤
Truth is colourless, odourless,shapeless,sizeless,timeless ,imageless etc but exist. 🙏🙏🙏
इतने सुन्दर ढंग से श्री कृष्ण और श्री राम के चरित्र और व्यक्तित्व को सरलता से ही कोई समझ सकता है....❤❤😊
आचार्य जी को नमन ❤🙏🙏
ब्रहम मात्र है राम और लोगों ने राम और राम की कथाओं को मनोरंजन बना दिया,
राम निरंजन न्यारा रे,अंजन सकल पसारा रे 🙏🙏
❤🙏
झूठा सब संसार हैं, कोऊ ना अपना मित
राम नाम को जानिले, चले सौ भोजल जीत, राम निरंजन न्यारा रे, अंजन सकल पसारा रे, अंजन उत्पत्ती ओम् कार, अंजन मांगे सब विस्तार, अंजन ब्रम्हा, शंकर इंद्र, अंजन गोपी संग गोविन्द रे, राम निरंजन न्यारा रे , अंजन सकल पसारा रे,🙏🙏🌷✨🌿🌹🌹🍃🌋🌋
हम अपने आराध्य को भी अपने हिसाब से तैयार कर देते है मिलावट है ये सब
दशरथ के राम और निर्गुण राम
हम ऐसे हैं कि साधारण सी बात पर भी कुछ लिखवाने को कहा जाए तो आप सब अलग अलग लिखोगे। इसमें आपके व्यक्तित्व की मिलावट हो जायेगी। अब राम खुद तो अपनी जीवनी लिख कर नहीं गए हैं। इसलिए स्थान ,क्षेत्र के अनुसार कथा मोड़ ले लेती है। वाल्मीकि की बहुत सारी बातों को मानस में हटा दिया है तुलसीदास ने। मनुष्य अपनी वृत्ति का गुलाम होता है, इसलिए वो अपने महापुरुषों को भी अपनी छवि में ढालने का प्रयास करता है।अपनी वृति और पसंद नापसंद की मिलावट हो जाती है। आप तथ्य को नहीं अपने आग्रह को सहेज लोगे। हम जैसे होते हैं, वैसे ही मान्यताओं और मूल्यों के हिसाब से हजारों साल पहले के महापुरुषों को भी ढाल लेते हैं।
हमारी उग्रता के कारण हम कल्पना भी शरीर की मजबूती को आधार बनाकर कर रहे हैं। हमें सच से कम मतलब होता है, अपने आग्रह से ज्यादा तादात्म्य होता है। जैसे लोग होंगे ,वैसे ही चित्र और मूर्तियां बना देंगे।जो निर्गुण और निराकार है,उसको हम खराब नहीं कर सकते हैं। सिर्फ ये कालातीत है। बाकी छवियां बदलती रहती हैं। हर क्षेत्र की अपनी धारणा है,अपनी रामायण है। इसलिए हम कहते हैं कि राम के मर्म को ले लो, वो काल से अनछुआ रहता है। मूर्ति ,कथा हमारी ही उपज है। 20 साल पहले की महाभारत और अब की देखो उनमें ही बहुत फर्क है।सब कथाएं अपने हाथ की हैं। हम अपने स्वार्थ के अनुसार बदल डालते हैं। राम में कोई गड़बड़ नहीं है, तुममें ही गड़बड़ है। वो अनुपम हैं। कई जगह ऐसा है कि राम निकले थे, यहां रुके थे। ये हिमालय की तरफ कैसे संभव है। ये सब अपने अनुसार रचा गया है। हम लोग गड़बड़ है, जिसको पूज्य मानते हैं उसे घर के पास रखने के लिए कथा रच लेते हैं और हमारी कथा है,राम की कथा नहीं। उसमें हमारा अंश ज्यादा है, हम खुद को राम के सम तुल्य खड़ा कर देते हैं ये गड़बड़ है। जो हम करना चाहते हैं, वो उनसे भी करवा लेते हैं, फिर कहते हो चूंकि उन्होंने किया है तो हम भी करेंगे।कृष्ण की गीता समझा रही है, तुम देह नहीं हो । और हम कृष्ण को भी देह बना देते हैं। ये अपमान है कृष्ण का।
राम ऐतिहासिक पात्र हैं,उनके मर्म को जानो। किस्सों के कारण लोग राम और कृष्ण के पास नहीं आ रहे हैं।गीता में आइए , फिर जानोगे कि कृष्ण कौन है।लोग आपत्ति वाले हिस्से सामने लाते ही नहीं है, वरना और मुश्किल हो जाएगा राम और कृष्ण को जानने में। किस्से कहानियों के कृष्ण और गीता के कृष्ण में कोई मेल नहीं है।ये बिल्कुल अलग अलग ही है। कथाओं को ऊंचा अर्थ देना पड़ता है। इससे लोगों को भ्रम हो जाता है कि वो कृष्ण भक्त हो गए क्योंकि उनको कृष्ण की 2 -4 रसीली कहानियां पता है सिर्फ। हम गड़बड़ लोग हैं, इसलिए महापुरुषों को भी अश्लील बना देते हैं।
सत्य बड़ा है,या मान्यता बड़ी है। श्रीराम अगर उच्चतम है तो तुम्हारी मान्यता के मोहताज थोड़े ही हो गए।निश्चित रूप से अयोध्या के राम और श्रीकृष्ण भी पार्थिव शरीर के साथ हुए थे। लेकिन हमारे लिए सबसे जरूरी है गीता के श्रीकृष्ण और इसका प्रमाण है गीता । श्लोक अपना स्वतंत्र अर्थ रखता है। जहां से भी भगवद्गीता आई है,उसे श्रीकृष्ण बोलते हैं। अपनी आंखों के सामने हम देख रहे हैं कि कथाओं के पात्र किस तरह बदल गए हैं।मनुष्य काल, स्वार्थ और पसंद के अनुसार अपने महानायकों की शक्लें भी बदलता रहता है। श्वेत लोगों का ईश्वर भी श्वेत होता है।बिल्ली का ईश्वर बिल्ली ही होता है।बुद्ध की मूर्तियां अलग अलग जगह अलग अलग है,हम अपने हिसाब से बना देते हैं ये मिलावट है।
Jaisi drashti, vaisi srashti
Jaise hum, vaise humare bhagwaan 🙏
जिसकी कोई कल्पना नहीं,जिसको लक्ष्य नहीं बनाया जा सकता, जिसका कभी जन्म नहीं हुआ, जिसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता जिसकी कोई उपमा नहीं ...वो हैं असली राम ।🍁🍃
इस सत्र को देखकर मुझे रोना आ गया कि हमने श्री राम के चरित्र को कैसे अपने स्वार्थ में ढाल लिया और अपमान करवा रहे है... जो टैटू वाले राम कि बात हुई उससे तो मन काँप सा गया कि अगर हम आज स्वयं को और अपने बच्चों को सही राम से ना मिला सके तो कितना अपमान और उपहास होगा?😢😢😢
Krishn ko hmm geeta se Jane tik hai par ram ko kaise unka to jeewan hi sikh hai na unhone to koi geeta nahi likhi or jeewan to unka har Ramayan me alag hai or uska itna mahtav bhi nahi hai acharya ji ke anusar kya kare fir
रोना इसलिए आ रहा है भाई क्योंकि आज तक किसी ने भी हमारे सामने भगवान राम का असली चरित्र रखा ही नहींहै.... उनका त्याग और संघर्ष अगर हमें शुरू से ही दिखाया गया होता तो आज बहुत सी चीज बदल गई होती हमारी जिंदगी में 🙏🙏
राम ब्रहृम परमारथ रुपा अविगत अचल अनादि अनुपा 🙏🙏🙏
राम निरंजन न्यारा रे,अंजन सकल पसारा रे ❤❤
श्वेत लोगों का ईश्वर भी श्वेत होता है।बिल्ली का ईश्वर बिल्ली ही होता है।बुद्ध की मूर्तियां अलग अलग जगह अलग अलग है,हम अपने हिसाब से बना देते हैं ये मिलावट है।
जो ऊंचे से ऊंचे हैं वो कहीं हमारे हाथ के खिलौने ना बन जाए इसलिए राम के मर्म को जानना जरूरी है।
“निर्गुण सगुण दोऊ से न्यारा, कहें कबीर सो राम हमारा”
निर्गुण हैं, न सगुण हैं, निर्गुण भी हम कहेंगे तो उन्हें अपने मन की कोई बात बना लेंगे अपनी छवियों में कैद कर लेंगे और सगुण कहेंगे तब तो हमने उनकी छवि खड़ी कर ही दी। न निर्गुण, न सगुण निर्गुण सगुण दोऊ से न्यारा, दोनों से अलग है।
सुप्रभातम शत् शत् नमन आचार्य श्री🙏🙏🙏 एव समस्त श्रोतागण
राम में कोई गड़बड़ नही है हम में गड़बड़ है। हम ही अपने अवतारों के साथ अपने अनुसार छेड़छाड़ करते रहते है
अपने इतने किस्से कर दिए कि उन किस्सों के कारण लोग राम और कृष्ण के पास आ नहीं रहे हैं।
हम ये नहीं मानते कथा में हम ज्यादा हैं, हम कह देते हैं ये राम कथा है। जिस कथा में हमारा ही अंश ज्यादा है, हमारे कल्पना, भावनाएं ज्यादा है उसको हम कह देते हैं राम की कहानी, हम लोग स्वयं को श्री राम के समतुल्य खड़ा कर दिया।
गीता के कृष्ण और किस्से कहानी के कृष्ण एकदम अलग है।
Please sbhi log mil ke achrya ji k channel ko 100 million aur uske baad me 500 million Tak ki subscribers hone chahiye 🎉
My life has completely changed after listening Acharya prashant.thank you so much sir for guide us.
जिसने भी गीता लिखी वो है श्री कृष्ण।
आत्म ज्ञान के प्रकाश में अंधे कर्म सब त्याग दो
निराश हो निर्मम बनो ताप रहित बस युद्ध हो
Pranam Gurudev
राम में कोई गडबड नहीं है हम में गडबड है, क्यों कि हम बहुत गडबड लोग होते हैं। हम जैसे होते हैं अपनी महापुरुषों को भी वैसे ही बना देते हैं।
प्रणाम आचार्य जी 🙏🏾❤️
निर्गुण सगुण दोऊ से न्यारा,
कहें कबीर सो राम हमारा।।
- संत कबीर
गीता सत्र से जुड़े 🙏🙏🙏🙏🥰🥰🥰🥰❤❤❤❤
राम निरंजन न्यारा रे, अंजन सकल पसारा रे।
हम जैसे होते है, अपनी मान्यता और मूल्यों के अनुसार अपने महापुरुषों को ढाल लेते हैं।
राम कृष्ण की कथाएं बताई जाती हैं और करोड़ो की कमाई करते हैं कथावाचक
राम की कथा नहीं राम का सत्य ज्ञान जिंदगी में उतार पाने का साहस और जीव मात्र के कल्याण हेतु कार्य कर जाना ही राम की सही व्याख्या है
गीता से प्यार वही कर पाएँगे
जिन्हें ऊँचाइयों से प्यार है।
~आचार्य प्रशांत ❤❤❤❤
राम ब्रह्म परमारथ रूपा।
अबिगत अलख अनादि अनूपा॥
❤🙏
श्री कृष्ण गीताकर हैं।🙏🙏🙏
राम ब्रह्म परमारथ रूपा, अविगत अलख अनादि अनूपा।।
सकल विकार रहित गतभेदा,कहि नित नेति निरूपहिं भेदा।।
-रामचरितमानस ।।
🙏प्रणाम आचार्य जी🙏आपने बिल्कुल सही कहा लोग राम और कृष्ण को अपने अनुरूप ढ़ाल लेते हैं.... बहुत अज्ञान में हैं लोग 👈🙏
बात को गहराई से समझने के लिए गीता सत्रों से जुड़े
*देहभाव सबसे बड़ा पाप है।*
संत कबीर ने बताए हैं चार राम
एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट घट में बैठा।
एक राम को सकल परासा, एक राम त्रिभुवन से न्यारा।।
तीन राम को सब कोई धयावे, चतुर्थ राम को मर्म न पाने।
चौथा छाड़ि जो पंचम धयावे, कहे कबीर सो हम को पावे।।
धर्म सिर्फ एक है वो है सनातन........
सही दिशा निर्देश देने वाले आचार्य जी❤
जय श्री राम 🙏 🙏 🙏 🙏
आचार्य जी आपने हमें जीवन का सही मार्ग बताया और अध्यात्म को वास्तविकता के साथ परिचय कराया
बहुत बहुत धन्यवाद गुरुदेव 🙏🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏
Koti koti pranam guruji ke charno me 🙏🙏🙏🙏
You are right sir ❤❤
Aapko Sadar Pranam Aacharya Shri Ji💐🙏
Acharya ji ki reasoning awesome hai 👍👍👍just like great OSHO 🙏🙏🙏 tark ki kaat nahi milti 🔥🔥🔥
Ram and Krishna ki katha ke naam par koi kuchh bhi chep de rha hai manch banakar 😢😢😢... isliye Longon ki inme ashtha khatm si hoti ja rahi hai😂😂😂 life se relevant kuchh nhi hota ....aor na hi koi life improvement hoti hai...🙏🙏🙏
तोही मोही लगन लगावे रे फकिरवा..❤
सहकामी सुमिरन करै पाबै उत्तम धाम
निहकामी सुमिरन करै पाबै अबिचल राम।
-> सकामी मनुष्य राम को स्वर्ग/बैकुंठ पाने के लिए सुमिरन करते हैं जबकि निष्कामी साधक निर्गुण, निराकार राम की प्राप्ति करते हैं और यही श्रेष्ट है l
सिर्फ सुने ही नही, जीवन मे भी उतारे तभी फायदा होगा, आचार्य जी को सुनने वालों की संख्या 49 करोड़ से भी ज्यादा हो गयी है, आचार्य जी की अमृत वाणी और लोगो तक पहुंचे इसके लिए यथासम्भव सहयोग करे, धन्यवाद।।
4.9 crores
49 crore nahi 4.9 crore
4 crore 90 lakh hai
4.92 cror
4.9 cr
JAI SHREE RAM 🚩🚩🚩🚩
श्री राम का मर्म समझाने के लिए आपका बहुत आभार आचार्य जी ❤
Pranam achrya ji Charan sparsh achrya ji 🎉pranam achrya ji Charan sparsh achrya ji 🎉❤❤❤❤🕉️🕉️🕉️🙏🙏🙏🙏🌹🪵🔱🔱🎉🎉🔱🌹❤️❤️🥰🥰🕉️🙏🙏🎉
Sadar pradam guruji
सत्य बड़ा होता है मान्यता नही।
कोन कोन मानता है, *आचार्य जी राम जी का ही रूप* बनकर आए हैं कलयुग में ❤
Aap sahi kah rahe hai aacharya ji
जो गीता को नहीं समझा वह कृष्ण भक्त कैसे हो सकता है?
प्रणाम अचार्य जी 🙏🙏🙏🙏
चरण स्पर्श आचार्य जी🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️
Good morning achrya ji pranam achrya ji Charan sparsh achrya ji 🎉🎉🔱🎉🥳🥳🥳🥰❤️❤️🕉️🙏🙏🙏🙏🌹🌹🙂🙂🙂🪵🙏😜😜🍰🍰😘😘🥰🥳🥳🎉🎉🔱🥰❤️❤️🕉️🙏🙏🌹🌹🌹🕉️🕉️❤️❤️🥰🥳🎉🎉🔱🔱🔱🔱🥰❤️❤️🕉️🕉️🙏🙏🙏🪵🌹🌹🙏🕉️🕉️❤️❤️🥰🥰🕉️🕉️🙏🙏🙏🙏
बहुत बहुत सही कहा सर आप ने
हम बहुत गंदे लोग है। हम अपने ग्रंथों और महापुरुषो को अपने अनुसार लिख, ढाल लेते है।
गीता के कृष्ण और किस्से कहानियों के कृष्ण में जमीन आसमान का फर्क है।
Good morning sir
बहुत सुंदर बहुत बहुत धन्यवाद
व्याख्यान राम पर परम निर्विवाद ।
सुंदर स्पष्ट पारदर्शी बोधगम्य वचन
सत्य जो सत्य है आप अर्थ देते जतन।
बिना दृष्टि के राम को नहीं समझ सकते
न रुप है न रंग है राम के समयातित रहते।
सत्य अर्क है समझ के दम से निचोड़ना
न इधर न उधर कि बातें बोध मध्य रखना ।
❤❤❤
Good morning Acharya ji🙏👍👌I Like it👍
निर्गुण, सगुण दोऊ से न्यारा
कहें कबीर सों राम हमारा 🙏
आप आचार्य जी सही कह रहे हैं जैसा बोया है बैसा ही फसल होगा जी नमस्कार जी
राम निरंजन न्यारा र , अंजन सकल पसारा र ❤
जिसका गीता से कोई संबंध नहीं उसका कृष्ण से कैसा संबंध ?
Pranam Acharya Ji ❤
Pradam acharya ji 🙏🙏🙏🙏
राम सिया राम.. सिया राम जय जय राम 🙏🙏
......एक राम का सकल पसारा एक राम है जग से न्यारा❤❤❤
Ram vo jo prem ka sagar hai
राम ब्रह्म परमारथ रूपा अविगत अलख अनादि अनूपा ।
सकल विकार रहित गतभेदा कहिं निति नेति निरूपहिं वेदा।।
~ संत तुलसीदास
Om ji❤❤
लोगन राम खिलौना जाना❤
Hindus apna ❤❤❤ ram ji ko
लोगन राम खिलौना जाना 😢
Pranam acharya ji.......🎉🎉🎉
जो मैं बौरा तो राम तोरा लोग मरम का जाने मोरा
Justice for UGC-NET
सही राम ,आदमी का अहंकार पर चोट करता है 🙏🙏🙏🙏🙏
Sat sat naman acharya ji 🙏😔💐😔🙏🙏🙏😔💐🕊️
सत्य मेव जयते
उत्तम से भी ज्यादा।
Pranam achrya ji charan sparsh achrya ji 🎉❤️❤️❤️❤️❤️❤️🌹🌹🔱🎉❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🎉❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🎉🔱🌹🥰🥰🕉️🕉️🙏🙏😍😍😍😍😍🙏🙏🕉️🕉️🥰🌹🌹🌹🔱❤️❤️🎉❤️❤️🎉
मनुष्य को सही चीजों में गलत चीजें जोड़ने की आदत है
Namaste aacharya ji 🙏🙏
1. Ram satya hai unme milawat ni karna hota hai
2. 4 raam hai .....
3.hhm apne hisab se bgwn ko bhi chun lete hai
4. Kahani Wale ram aaalg hai aur bhramh Wale raam alag
5.jo main bora to ram Tora
Log maram na jane mera
Main bori mere Ram bhartar
Ta Karan Ruchi karyo shringaar
Maala tilak pahri Maan Maana
Logan ram khilona Jana
Thori bhakti bahut ahenkara
Aise bhakta mile apara ♥️♥️♥️♥️♥️
Pranam Acharya ji 🙏🙏