NAVRATRI JAWANRA PUJA || नवरात्री जवांरा पूजा ||
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- Опубликовано: 3 ноя 2024
- नवरात्रि, भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख त्योहार है जिसे माँ दुर्गा के आगमन के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर, लोग देवी की पूजा-अर्चना करते हैं और उनकी शक्ति और कृपा का आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। नवरात्रि के इन नौ दिनों में, ज्वांरा भी माँ दुर्गा के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। #india #celebration #navratri #jharkhand
नवरात्रि के आरंभ से ही अंतिम दिन तक, ज्वांरा का विशेष महत्व होता है। मंदिरों के अलावा, देवी पंडालों में भी ज्वांरा की पूजा की जाती है। पहले दिन, ज्वांरा को बोने की परंपरा होती है, जिसमें माँ दुर्गा के प्रतीक के रूप में उसे स्थापित किया जाता है।
ज्वांरा को मंदिरों और पंडालों में मूर्ति स्थापना स्थल पर मनोकामना महाज्योति कलश के साथ बोया जाता है। इसके साथ ही, पंडितजी या पुजारी द्वारा पूजन का आयोजन किया जाता है और ज्वांरा की आराधना की जाती है।
नवरात्रि के इस अवसर पर, लोग ज्वांरा की पूजा करके माँ दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। इस पवित्र अवसर पर, लोग ध्यान और भक्ति से ज्वांरा की पूजा करते हैं और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए माँ दुर्गा से प्रार्थना करते हैं।