शहीद नगाहीया सिंह पुत्र भाई लक्खी राय वणजारा

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  • Опубликовано: 2 фев 2022
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    भाई नगाहीया सिंह एक परोपकारी, शांत, सहिष्णुता और एक आदर्श गुरसिक्ख था जिसका जन्म सन् 1611 में हुआ। उन्होंने अप्रैल, 1709 में मुग़लों के खिलाफ लड़ते हुए ‘अमृतसर की जंग' में शहादत प्राप्त की थी, उस समय वह 98 वर्ष के थे। भट्टबही सूत्रों के अनुसार वे भाई लक्खी राय वणजारा के आठ पुत्रों में से सबसे बड़े और जदो (यादव) कबीले के गोधा बड़तिया वरहटिया कानावत के पोते थे। भारतीय पमहाद्वीप में एक व्यापारी के रूप में • वणजारों को मुग़ल काल में महत्वपूर्ण दर्जा प्राप्त था और वणजारों को लगातार टांडों के लिए पर्याप्त सुरक्षा रखने की अनुमति दी जाती थी।

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