ये महाकोथिग तब हो सकता है जब यहां पहाड़ी लोक गायकों/लोक कलाकारों/मांगल गायकों/मांगल कलाकारों के कार्यक्रम करवायें जाये। पहाड़ की आत्मा के बिना कोई भी कोथिग वास्तविक कोथिग नहीं हो सकता है। इनके अभाव में पहाड़ी संस्कृति एवं पहचान को सही ढंग से नहीं दिखाया जा सकता है। कोथिग के आयोजक अपने आयोजन में सुधार करेंगे तथा कोथिग समापन से पहले भी इस कमी को पूरा कर सकते है।
Jai ho
Very nice videos fair ke
Jai ho
Nice vlog
Superb.. video ❤❤❤❤
👌👌👌👌👌👌
Ek singer ka kitni der ka program hota hain?
ये महाकोथिग तब हो सकता है जब यहां पहाड़ी लोक गायकों/लोक कलाकारों/मांगल गायकों/मांगल कलाकारों के कार्यक्रम करवायें जाये। पहाड़ की आत्मा के बिना कोई भी कोथिग वास्तविक कोथिग नहीं हो सकता है। इनके अभाव में पहाड़ी संस्कृति एवं पहचान को सही ढंग से नहीं दिखाया जा सकता है। कोथिग के आयोजक अपने आयोजन में सुधार करेंगे तथा कोथिग समापन से पहले भी इस कमी को पूरा कर सकते है।