आसाढ़ मॉस का महत्व।

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  • Опубликовано: 5 окт 2024
  • राधे राधे दोस्तों। आसाढ़ मॉस का पावन महीना चल रहा है , और इस पावन महीने में गौ माता की सेवा और पूजा की जाती है , क्यूंकि आसाढ़ मॉस का महीना , पूजा पाठ से सम्भादित माना जाता है। आसाढ़ मॉस में गौ माता की सेवा से पुनिये की प्राप्ति होती है , और घर में सुख, शांति और प्रसन्ता का वास होता है। आषाढ़ के महीने को भगवान विष्णु का महीना कहा जाता है. माना जाता है कि इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. पुराणों के अनुसार आषाढ़ माह से ही भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं. इस कारण से अगले 4 महीनों तक मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है।
    आषाढ़ माह की देवशयनी एकादसी ‌विष्णु जी योग निद्रा में चले जाते हैं श्रीहरि की उपासना से विचारों में शुद्धता आती है, जीवन सुखमय बनता है. वहीं आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि में देवी की पूजा से संकटों से मुक्ति मिलती है.1. किसानों का माह : आषाढ़ माह से ही वर्षा ऋतु की विधिवत शुरुआत मानी जाती है। कृषि के लिए ये मास बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।ासाद मॉस में दान पुनिया का भी विशेष महत्व है , और गौ माता की सेवा से बढ़कर दूसरा कोई महान पुनिये नहीं है , इसलिए ासाद मॉस के इस पवन महीने में गौ माता की सेवा ज़रूर करनी चाइये। आप सभी पर गौ माता की कृपा बानी रहे, इसी मनोकामना के साथ , जय गौ माता की।

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