इतना सीधा भी क्यों होना चशिये? मुझे तो पेंशन भी नहीं है. बेटी बेटा दोनों हिमेरा ध्यान रखते है. बहू भी ध्यान ऱखती है. ऐसा नहीं कि सब कुछ सही है. या मैं बहुत तेज हूँ. ष्टि भी हूँ कहती भी हूँ. पर बच्चे भी सब समझते है. उलटे बहू ही मुझे कहती है मस्त रहो. और बेटा भी मुझे खर्च करने को देता है. माभी भी सारे कामकरती हुँ 75 की उम्रमें . प्रतिलिप्पर लिखती हुँ. गुस्सा मुझे भी आता है पर प्यार भी. आज की पीढ़ी ही ऎसी है..
मुझे अच्छा नहीं लगा. इतनी पेंशनमे वो कहीं भी कमरालेकर रह सकती थीं. सम्मान के साथ. बच्चोंकीअक्ल ठीक होती. बचाखुचासदा खाना खाकरबीमार क्यों पड़ती? वो किसीपर निर्भर नहीं. ये क़्या बात? 🙏🏾
Very nice 👍 story 👌👌👌
Very tearsable story beta beti ko sabak sikhana hi chahiye
Beautiful Vedio
Thank you 🙏🙏
मां क्यों ओछी औलाद को पैनशन देती है जो उस पर इतना अत्याचारकरती है ?
Bilkul sahi kaha aapne 🙏🙏❤️❤️
इतना सीधा भी क्यों होना चशिये? मुझे तो पेंशन भी नहीं है. बेटी बेटा दोनों हिमेरा ध्यान रखते है. बहू भी ध्यान ऱखती है. ऐसा नहीं कि सब कुछ सही है. या मैं बहुत तेज हूँ. ष्टि भी हूँ कहती भी हूँ. पर बच्चे भी सब समझते है. उलटे बहू ही मुझे कहती है मस्त रहो. और बेटा भी मुझे
खर्च करने को देता है. माभी भी सारे कामकरती हुँ 75 की उम्रमें . प्रतिलिप्पर लिखती हुँ.
गुस्सा मुझे भी आता है पर प्यार भी. आज की पीढ़ी ही ऎसी है..
मुझे अच्छा नहीं लगा. इतनी पेंशनमे वो कहीं भी कमरालेकर रह सकती थीं. सम्मान के साथ.
बच्चोंकीअक्ल ठीक होती. बचाखुचासदा खाना खाकरबीमार क्यों पड़ती? वो किसीपर निर्भर नहीं. ये क़्या बात? 🙏🏾
Very late action taken by MAA