नई 'Acharya Prashant' App डाउनलोड करें: acharyaprashant.org/app उपनिषद, गीता व सभी प्रमुख ग्रंथों पर ऑनलाइन कोर्स: solutions.acharyaprashant.org संस्था से संपर्क हेतु इस फॉर्म को भरें: acharyaprashant.org/enquiry?formid=209
अब धर्म की सुधार के लिए आप है और हम सबके आप शिष्य । मैं भी पूरे फेसबुक आपका ही प्रचार कर रहा हूं,आपके बातों का और उसका पुरी तरह पालन कर रहा हूं। क्योंकि मैं तो श्री कृष्ण का और आपका हूं
परसों मैंने पहली बार कावड़ यात्रा देखी। और सच बताऊं तो मेरे मन में भी यही सवाल था कि ये डीजे पर नाचते गाते लोग भक्ति में ऐसा कर रहें हैं या नहीं। क्योंकि देख कर तो ऐसा नहीं लगता कि उनमें से कोई भी शिव को समझता भी है। क्योंकि अगर समझते तो ये शिव के नाम पर बने गाने जिनका शिव से कोई संबंध नहीं ही नही है इनपर नाचते गाते ना जाते। लेकिन अगर ऐसा किसी से बोल दो तो आप नास्तिक और धर्म विरोधी कहलाते हो। क्योंकि सबके लिए धर्म जैसे मात्र कुछ परंपराओं को बिना जाने बस उन्हें आगे बढ़ाते रहना है।
Acharya ji, Salam ,I am muslim from Pakistan .I read books of osho ,sadghuru ,j krishnamurti and ug krishnamurti .But you teach me actuall way of living how to do goods and avoid bads.I m continuously getting wit from your videos and disciplining my life .I love hindu and buddhist philosophy very much especially vedanta philosophy ,I often get very deeper lessons from teachings of Krishna ,shiva as well from kabir dass .I wish that I may become somewhere part of your this program of awakening people ,I'm recommending your videos to my friends also so that they can develop discipline in their lives .Most fantastic thing about u is that you do not belong to blind faith people ,u love truth and are trying to find it .I have also learned this from u as well as from saint kabir dass and guru nanak .this is ultimate" Seva" ( help ) about which guru Nanak talk about ,sir continue it .I hope that all developing countries may succeed in their struggle and India as well as pakistani people live charming lives .May God bless u 🙏💕❣️
Wah guru ji you are seeker of joy and absolute bliss like me i loved your cmt that you listen to jk sir, osho, sadguru, read bhagwat gita yes brother acharya ji every words make sense and he always warns us don't be bodily identified we are more than that what make sense for me. Love you brother from nepal
साधारण टी शर्ट और शॉट्स में भी गहरा ज्ञान है , प्रमाण आचार्य जी स्वयं,कहते है अध्यात्म कपड़ो का मोहताज नही है।। आपने जो दिया है हम सबको शब्दो में क्या कहें।
मेरे जिले में 10-12 दिनों के लिए कावड़ यात्रा चलती है लेकिन इसमें धर्म के नाम पर मनोरंजन उस स्तर का होता है जिससे धर्म का तो क्या सामान्य रूप से भी कोई मतलब नहीं । जैसे तेज आवाज में डीजे के कारण मेरे कान में दर्द की शिकायत हो गयी थी (बच्चे,बुज़र्ग) के लिए समस्या , 8-10 दिन तक कुछ विद्यालय बंद किया जाना ,नाच-गाना करना शिव पार्वती का नाम लेकर उन गानो पर जिसमें बस 2 शब्द भजन वाले बाकि सब शोर शराबा रहता है या बालीवुड् संगीत धुन और रातभर लोगों को बाहर घूमने का जरिया मिल जाना।। ये कावड़ यात्रा का दृश्य मैंने देखा है।। बाकि आचार्य जी ने बहुत स्पष्ट समझाया, प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🙏
यही कारण है कि हर जगह उन पंडितों को सम्मानित किया जाता है जो शादी और श्राद्ध कराते हैं। उनकी बातें ऐसे मानी जाती हैं जैसे वह बातें कोई ब्रह्म वचन हैं। जिसके कारण असली धर्म की लोगों को पहचान ही नहीं है। वे केवल बाहरी दिखावे में ही रहते हैं। धर्म से दूर, ज्ञान से दूर, खुद से दूर, ऐसे लोग क्या ही कर पाएंगे।
मूल बात को हमेशा याद रखिए विशुद्ध धर्म या अध्यात्म होता किसलिए है? मन की सफाई के लिए। मन को दुःख से मुक्त करने के लिए। इसके अतिरिक्त धर्म का कोई प्रयोजन नहीं है। धर्म एक माध्यम है मन को उसकी सही मंज़िल तक लाने के लिए। ये बात हमलोगों में से बहुत लोग समझते नहीं। हम धार्मिक बन जाते हैं और हम जानते नही कि धर्म है ही क्यों? हमे लगता है कोई चीज़ है जिसका सब पालन करते हैं, इसलिए हमें भी करना चाहिए। धर्म न तो परम्परा का नाम है न पहचान का नाम है। धर्म मन को दुःख से, भ्रम से, बन्धन से मुक्त करने का नाम है। यदि धर्म का ही मूल और कुल उद्देश्य है- मन को भ्रम से, दुःख से मुक्ति देना और भ्रम ही मन का दुःख है। भ्रम ही मन का बंधन है। अगर धर्म का कुल उद्देश्य ही यही है- मुक्ति तो जितने भी उसके साथ क्रियाकलाप और आचरण की बातें जोड़ी गयी हैं उसका भी फिर कुल उद्देश्य यही होगा कि आपको आंतरिक स्पष्टता मिले, मन की शुद्धता मिले,मन में जो कोहरा छाया रहता है वो छटे। तो आप जब भी कोई धार्मिक कर्म करें या होता देखें तो प्रश्न यही होना चाहिए- इससे मन साफ़ हो रहा है क्या? -आचार्य प्रशांत
गीता कई बार पढ़ी थी पर आप के मुख से सुन कर एक अलग ही शांति मिली धन्य है वे माता पिता जिनके सानिध्य में आप एक विलक्षण प्रतिभा के धनी बने और हमारा सौभाग्य की इतने अच्छे विचार सुनने को मिलते है
24:57 पहले मैंने भी ऐसा ही सूचना था , बाबा सब सुनकर आसाराम , नित्यानंद , राम रहीम जैसे लोग आते थे दिमाग मे। आपको सुना , समझने की कोशिश की तो भरम दूर हुए। 🙏🏻✨
धन्य है हमारा जीवन जो आप जैसे हैं गुरु जीवन में मिले और आप भी अपने ग्रुप में आप विश्व गुरु हैं आपने हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने में बहुत ही सहयोग की l
मेरे गुरु परम सत्य हैं वह मेरे लिए परमात्मा है वही कृष्ण है और वही शिव है क्योंकि जो हमें सत्य का बोध कर आए वह गुरु बन जाता है और वह मेरे गुरु हैं किसी को हमसे क्या आपत्ति है कि वह अचार्य😊 वह अचार्य हैं आचार्य थी और आचार्य ही रहेंगे मुझे तो उनका नाम लेना कभी भी अच्छा नहीं लगता मैं तो ने आचार्य प्रशांत जी ही कहती हूं
विशुद्ध धर्म मन की सफाई के लिए होता है ,मन ही जब मंदिर समान हो जाए तब हम तीर्थ के लिए उपयुक्त होते हैं, कर्मों की स्रोत ही शिवत्व और कृष्णत्व से उत्पन्न हो🙏
तीर्थ यात्रा लोगों के लिए सांसारिक आकांक्षाओं का केन्द्र बना हुआ है, आत्मा के लिए कोई भाग्यशाली ही जाता होगा। मन का आत्मा की ओर जाना है, तीर्थ यात्रा। इंसान का शान्ति की ओर जाना है तीर्थ यात्रा।
ऊपर-ऊपर से तो आपको तन दिखाई देता है, जो इस तन के पीछे मन है, वो सूक्ष्म होता है इसलिए वो हमें दिखाई नहीं देता। उस मन की सफाई करना ही धर्म का कुल प्रयोजन है। -आचार्य प्रशांत
क्या हैं शिव? ये जानना है तो शिवसूत्र पढ़ें, ऋभु गीता पढ़ें। वो जो आपकी अंतिम सच्चाई है उसका नाम है शिव। वो सच्चाई जहाँ मन का कोई कलुष नहीं है, वो सच्चाई जहाँ कोई छवि नहीं है, वो सच्चाई जो सभी सांसारिक क्रियाओं और प्रतिक्रियाओं से अछूती है। एकदम अस्पर्शित, इसीलिए एकदम पवित्र है। उसको कहते हैं शिव। -आचार्य प्रशांत
आचार्य जी ने को अंत में कहा की जो एकदम नालायक युवा होता है ,हा मैं भी बहुत देखता हूं वो इज्जत पाने के लिए विकृत धर्म अपना लेता है और सम्मान भी पाता है । 🥲
धर्म एक माध्यम है मन को उसकी सही मंजिल ले आने तक। धर्म का मूल उद्देश्य भ्रम एवं भ्रांति को दूर करना है। आंतरिक शुद्धि या मुक्ति का नाम धर्म है। बहुत-बहुत धन्यवाद आचार्य जी। 🙏🕉🚩
कर्म के पीछे कर्ता कैसा है, सबकुछ इसपर निर्भर करता है। आप कितने बोध, कितनी स्पष्टता के साथ कोई धार्मिक कर्म कर रहे हैं; उस कर्म की गुणवत्ता उस बोध, उस स्पष्टता पर निर्भर करती है। -आचार्य प्रशांत
आचार्य जी नमस्कार आपने सही कहा धर्म मन को उच्च कोटि का आचरण सिखाने का माध्यम मात्र है लेकिन मनुष्य तो पैदा ही गटर से हुआ है ऐसा कुछ लोग कहते हैं इसलिए धर्म होने के बाद भी अधिकतर लोग ऊपर उठना ही नहीं चहाते बहुत कम लोग हैं जो समझ सके कि उठकर टिके रहना भी जरूरी है जब कोई गिर जाता है तो न उठने वाला हंसता है कि क्या फायदा हुआ आया हमारे पास ही कहने का मतलब ये है कि मन को इस समाज से अलग करना संतो पर भी निर्भर करता है क्योंकि कि जब ज्ञानी ही सत्य से हट जाए तो मन पर जो चोट पड़ती है सहन नहीं होता आप जैसे विषलेशण कर्ता शायद ही कोई हो आपकी महनत बेकार नहीं जाएगी ऐसा मेरा अंतर्मन कहता है आपको बहुत बहुत धन्यवाद 🌹🇮🇳🕉️🌹❤️🙏
Acharya ji at 23:20 I'm relate totally Mujhe dharm se gheen se ane lag gyi thi Dhanyavaad us param space and time ka jo ap mile jiske karan me shudh adhyatam ki or chal pada #advaitvedanat om❤
Hmne dharm ka aashay tan se lga liya hai aur man ko bhul gye hain, isliye aaj samaj ki ye haalat hai. Aapka bahot bahot shukriya jo aap is samaj ko man ki aehmiyat sikhane me lge hue hain. Shat Shat Naman Acharya Ji !
धर्म हमारी मात्र एक आशा है धर्म वो शक्ति है जो पशु को मनुष्य बनाती है अपनी एक मात्र आशा को विकृत कर देना समझदारी तो नहीं फिर बचाएगा कौन ? विशुद्ध धर्म ही हमारी रक्षा कर सकता है और कोई नहीं 🙏🙏
प्रशान्त जी बातें तो आप की बिल्कुल सही है एक बात जो आप ने की लोगों के लिए चिन्तन का विषय है न की चिन्ता का, कुछ मूल्यहीन लोग धार्मिक बन कर लोगो को अधर्म का पाठ पढ़ा रहे हैं और अपना विनाश कर के सांसारिक लाभ उठा रहे हैं और लोगों का धार्मिक और सांसारिक पतन करते हैं।सच है यह शिव भक्ति नहीं ।
मेरा घर अयोध्या में कांवर यात्रा मार्ग पर पड़ता है, मैं आप लोगों से बताना चाहता हूँ, कांवर यात्रा में इतने ज्यादा लोग सिर्फ मस्ती करने जाते हैं, कहना नहीं चाहता कुछ लोग इतनी पवित्र यात्रा को बदनाम कर दे रहे हैं, बहुत ज्यादा तेज आवाज मे DJ पर फिल्मी, भोजपुरी गाने बजाते हैं, सड़क पर ही दो DJ लगा कर competition करेंगे, मतलब शिव भक्ति से कोई मतलब ही नहीं रखते है, हमलोग रात भर DJ की भयंकर आवाज की वजह से सो नहीं पाते हैं, कुछ लोग इतनी पवित्र कांवर यात्रा को बहुत बदनाम कर दे रहे हैं हमलोग भी जाते हैं, परंतु कुछ लोग इस महान पवित्र कांवर को उसी में शामिल होकर बदनाम कर दे रहे हैं
At first I also ignored these videos because of the name Acharya.. Because I have not seen someone like you who explains so logically 🙏now my days are incomplete without your videos 🙏Thank you very much Archarya Prasant ji for making me more peaceful .
"Medicine should not intoxicating/addiction"...Sanatan dharm is THE medicine (for thr world) when the life on earth is at the brink of extinction...🙏🙏🙏Pranam Acharyaji...Sarve bhabantu sukhina, sarve santu niramay, sarve vadrani pasyantu, ma kaschit dukha vaga bhabet...🙏.
जैसे कावड़ यात्रा १पीढ़ी पाखंड भांग गाजा, शराब, पीकर कावड़ ले जाते है,२ पीढ़ी परंपरा मेरे पिताजी ले गए हम भी ले जाएंगे परंपरा मान कर और ३पीढ़ी मेरे दादा ले गए थे हम ले जायेगे, और ४ पीढ़ी में धर्म मान कर ये कार्य किए जाते है। धार्मिक पुसतकों का स्वाध्याय करना और अपने जीवन में उसका अनुसरण करना ही अज्ञानता से परे ले जा सकता है। आचार्य जी प्रणाम (हमें लगता अज्ञानता और पाखण्ड का केन्द्र की हिन्दू धर्म है।)
👃👃👃👃sassriakal ,,dusre ko wohi insan pahechan sakta hai jo insan khud ko pahechan ta ho , ek bat to pakki hai ki ,hum ap se prem karte hai yahan prem ke matlab IZZAT mardon ka saan hota hai ,apka har baat me dum hai ,wah kya khub just awossome 👌👌🌷🌷
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आचार्य जी आप को सादर प्रणाम
आचार्य जी आप को सादर प्रणाम🙏🏻🙏🏻
🙏🙏🙏
Totally agree with you Acharya Ji 🙏🏻 Jay Shree Mahakal 🔱🕉️👏🏻🙏🏻❤️ Har Har Mahadev 👏🏻 Shiv Shambhu 👏🏻🙏🏻❤️
सर एक प्रश्न था कि देवी देवता आत्मा या सत्य तक पहुचने के लिए किस तरह मदद रूप हो सकते हैं? हमे किस प्रकार श्रद्धा या आस्था रखनी चाहिए 🙏🙏🙏🙏🙏
अब धर्म की सुधार के लिए आप है और हम सबके आप शिष्य । मैं भी पूरे फेसबुक आपका ही प्रचार कर रहा हूं,आपके बातों का और उसका पुरी तरह पालन कर रहा हूं। क्योंकि मैं तो श्री कृष्ण का और आपका हूं
Thanks
परसों मैंने पहली बार कावड़ यात्रा देखी। और सच बताऊं तो मेरे मन में भी यही सवाल था कि ये डीजे पर नाचते गाते लोग भक्ति में ऐसा कर रहें हैं या नहीं। क्योंकि देख कर तो ऐसा नहीं लगता कि उनमें से कोई भी शिव को समझता भी है। क्योंकि अगर समझते तो ये शिव के नाम पर बने गाने जिनका शिव से कोई संबंध नहीं ही नही है इनपर नाचते गाते ना जाते।
लेकिन अगर ऐसा किसी से बोल दो तो आप नास्तिक और धर्म विरोधी कहलाते हो।
क्योंकि सबके लिए धर्म जैसे मात्र कुछ परंपराओं को बिना जाने बस उन्हें आगे बढ़ाते रहना है।
पहले कुछ ही लोग कांवड़ यात्रा पर जाते थे पूर्ण श्रद्धा के साथ । अब यह पिकनिक जैसा हो गया है 🙏
Acharya ji, Salam ,I am muslim from Pakistan .I read books of osho ,sadghuru ,j krishnamurti and ug krishnamurti .But you teach me actuall way of living how to do goods and avoid bads.I m continuously getting wit from your videos and disciplining my life .I love hindu and buddhist philosophy very much especially vedanta philosophy ,I often get very deeper lessons from teachings of Krishna ,shiva as well from kabir dass .I wish that I may become somewhere part of your this program of awakening people ,I'm recommending your videos to my friends also so that they can develop discipline in their lives .Most fantastic thing about u is that you do not belong to blind faith people ,u love truth and are trying to find it .I have also learned this from u as well as from saint kabir dass and guru nanak .this is ultimate" Seva" ( help ) about which guru Nanak talk about ,sir continue it .I hope that all developing countries may succeed in their struggle and India as well as pakistani people live charming lives .May God bless u 🙏💕❣️
Same here
Wah guru ji you are seeker of joy and absolute bliss like me i loved your cmt that you listen to jk sir, osho, sadguru, read bhagwat gita yes brother acharya ji every words make sense and he always warns us don't be bodily identified we are more than that what make sense for me. Love you brother from nepal
Bhai salam apke bodh ko .
@@ayeshakawakil845 kuch to insan bn ja...yha aakar bhi whi pasu hai tu...
@@ayeshakawakil845 Kuch sharam kar bhai....tum jaise log hi dharm ko badnam karte hain
धर्म न तो परंपरा का नाम है न ही पहचान का नाम है धर्म मन को दुःख से ,भ्रम से,बंधन से मुक्ति दिलाने का नाम है
साधारण टी शर्ट और शॉट्स में भी गहरा ज्ञान है , प्रमाण आचार्य जी स्वयं,कहते है अध्यात्म कपड़ो का मोहताज नही है।।
आपने जो दिया है हम सबको शब्दो में क्या कहें।
महोदय मैं खुद को बहूत भाग्यशाली समझता हूं कि मुझे आपके जैसे ज्ञानी को सुनने का मौका मिलता है ।
very good sir maine bhi kafi late suna aachary likha hone ke karn
yes I m agree 👍 last m bataye gye answer m
🙏
मेरे जिले में 10-12 दिनों के लिए कावड़ यात्रा चलती है लेकिन इसमें धर्म के नाम पर मनोरंजन उस स्तर का होता है जिससे धर्म का तो क्या सामान्य रूप से भी कोई मतलब नहीं । जैसे तेज आवाज में डीजे के कारण मेरे कान में दर्द की शिकायत हो गयी थी (बच्चे,बुज़र्ग) के लिए समस्या , 8-10 दिन तक कुछ विद्यालय बंद किया जाना ,नाच-गाना करना शिव पार्वती का नाम लेकर उन गानो पर जिसमें बस 2 शब्द भजन वाले बाकि सब शोर शराबा रहता है या बालीवुड् संगीत धुन और रातभर लोगों को बाहर घूमने का जरिया मिल जाना।।
ये कावड़ यात्रा का दृश्य मैंने देखा है।।
बाकि आचार्य जी ने बहुत स्पष्ट समझाया,
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🙏
यही तो बात है sister आजकल धर्म के नाम पर drama बहुत हो रहा है...... हिन्दू धर्म मे कुछ ज्यादा ही.........
Isiliye kaawad yatra me jaate hai maine bhi dekha hai fir bhi unke upar fuloo ki varsha krte hai
यही कारण है कि हर जगह उन पंडितों को सम्मानित किया जाता है जो शादी और श्राद्ध कराते हैं। उनकी बातें ऐसे मानी जाती हैं जैसे वह बातें कोई ब्रह्म वचन हैं। जिसके कारण असली धर्म की लोगों को पहचान ही नहीं है। वे केवल बाहरी दिखावे में ही रहते हैं। धर्म से दूर, ज्ञान से दूर, खुद से दूर, ऐसे लोग क्या ही कर पाएंगे।
इनको पंडितों से समस्या है
पूरा जन्म देना पड़ता है शिवत्व के लिए तब हम शिव भक्त हो सकते है पूरी सच्चाई का नाम है शिव . नमन आचार्य जी 🙏
मूल बात को हमेशा याद रखिए
विशुद्ध धर्म या अध्यात्म होता किसलिए है?
मन की सफाई के लिए।
मन को दुःख से मुक्त करने के लिए।
इसके अतिरिक्त धर्म का कोई प्रयोजन नहीं है।
धर्म एक माध्यम है मन को उसकी सही मंज़िल तक लाने के लिए।
ये बात हमलोगों में से बहुत लोग समझते नहीं।
हम धार्मिक बन जाते हैं और हम जानते नही कि धर्म है ही क्यों?
हमे लगता है कोई चीज़ है जिसका सब पालन करते हैं, इसलिए हमें भी करना चाहिए।
धर्म न तो परम्परा का नाम है न पहचान का नाम है।
धर्म मन को दुःख से, भ्रम से, बन्धन से मुक्त करने का नाम है।
यदि धर्म का ही मूल और कुल उद्देश्य है- मन को भ्रम से, दुःख से मुक्ति देना
और भ्रम ही मन का दुःख है।
भ्रम ही मन का बंधन है।
अगर धर्म का कुल उद्देश्य ही यही है- मुक्ति
तो जितने भी उसके साथ क्रियाकलाप और आचरण की बातें जोड़ी गयी हैं उसका भी फिर कुल उद्देश्य यही होगा कि आपको आंतरिक स्पष्टता मिले, मन की शुद्धता मिले,मन में जो कोहरा छाया रहता है वो छटे।
तो आप जब भी कोई धार्मिक कर्म करें
या होता देखें तो प्रश्न यही होना चाहिए-
इससे मन साफ़ हो रहा है क्या?
-आचार्य प्रशांत
कितनी भी ऊंची और पवित्र बात हमें दे दी जाए,हमारे अंदर की पशुता उसे गंदा कर ही देती है।
सही में आपकी बाते मन को छकछोर देती ह सही में आज धर्म के नाम पर भी दिखावा और मनोरंजन होने लगा ह
गीता कई बार पढ़ी थी पर आप के मुख से सुन कर एक अलग ही शांति मिली धन्य है वे माता पिता जिनके सानिध्य में आप एक विलक्षण प्रतिभा के धनी बने और हमारा सौभाग्य की इतने अच्छे विचार सुनने को मिलते है
शिव परमसत्य का दूसरा नाम है।
पूरा जीवन ही शिवत्व में जीना होता है, तब आप अधिकारी होते हैं, शिवभक्त कहलाने के।
-आचार्य प्रशांत
24:57 पहले मैंने भी ऐसा ही सूचना था , बाबा सब सुनकर आसाराम , नित्यानंद , राम रहीम जैसे लोग आते थे दिमाग मे।
आपको सुना , समझने की कोशिश की तो भरम दूर हुए। 🙏🏻✨
सर आपकी निर्मल वाणी से मन को शांति मिलती है
धन्य है हमारा जीवन जो आप जैसे हैं गुरु जीवन में मिले और आप भी अपने ग्रुप में आप विश्व गुरु हैं आपने हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने में बहुत ही सहयोग की l
मेरे गुरु परम सत्य हैं वह मेरे लिए परमात्मा है वही कृष्ण है और वही शिव है क्योंकि जो हमें सत्य का बोध कर आए वह गुरु बन जाता है और वह मेरे गुरु हैं किसी को हमसे क्या आपत्ति है कि वह अचार्य😊 वह अचार्य हैं आचार्य थी और आचार्य ही रहेंगे मुझे तो उनका नाम लेना कभी भी अच्छा नहीं लगता मैं तो ने आचार्य प्रशांत जी ही कहती हूं
हर हर महादेव❤️
ॐ नमः शिवाय 🙏
शिव हम सबमें है बस हम बाहरी शिव को पूजते है अंदर बैठे शिव को पूजने की आवश्यकता है तब सभी को शिवत्व प्राप्त हो जाएगा।
विशुद्ध धर्म मन की सफाई के लिए होता है ,मन ही जब मंदिर समान हो जाए तब हम तीर्थ के लिए उपयुक्त होते हैं, कर्मों की स्रोत ही शिवत्व और कृष्णत्व से उत्पन्न हो🙏
Right,👍
घूम लेना मंदिर मंदिर, पूजा लेना हर माटी की मूरत को, मगर बिना प्रेम की पूजा किये बिना, तेरे सारे तीर्थ व्यर्थ होंगे |
वाह 👏👌🙏🏼
आपको नमन आचार्य जी मैं भाग्यशाली हूं जो आपको सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ आप ही हैं जो सभी का वास्तविक हित चाहते है हे महापुरुष आपको बहुत बहुत प्रणाम
तीर्थ यात्रा लोगों के लिए सांसारिक आकांक्षाओं का केन्द्र बना हुआ है, आत्मा के लिए कोई भाग्यशाली ही जाता होगा। मन का आत्मा की ओर जाना है, तीर्थ यात्रा। इंसान का शान्ति की ओर जाना है तीर्थ यात्रा।
Dharm ka Definition change kar diya hai aajkal ke log.....
Photo or reals video ke liye log ja rhe hai mostly
Agree 100%
आचार्य जी आप में शिव है। आप सत्य है। 🙏🙏
ऊपर-ऊपर से तो आपको तन दिखाई देता है, जो इस तन के पीछे मन है, वो सूक्ष्म होता है इसलिए वो हमें दिखाई नहीं देता। उस मन की सफाई करना ही धर्म का कुल प्रयोजन है।
-आचार्य प्रशांत
आज मैं इसी विषय पे आपका क्मेंट्री चाह रहा था,,,,,,और लीजिए वो भी आ गया।
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏
कर्म के पीछे कर्ता कैसा है सब कुछ इस पर निर्भर करता है। 🍁
शत शत नमन गुरुजी ❤
क्या हैं शिव? ये जानना है तो शिवसूत्र पढ़ें, ऋभु गीता पढ़ें।
वो जो आपकी अंतिम सच्चाई है उसका नाम है शिव।
वो सच्चाई जहाँ मन का कोई कलुष नहीं है,
वो सच्चाई जहाँ कोई छवि नहीं है,
वो सच्चाई जो सभी सांसारिक क्रियाओं और प्रतिक्रियाओं से अछूती है।
एकदम अस्पर्शित, इसीलिए एकदम पवित्र है।
उसको कहते हैं शिव।
-आचार्य प्रशांत
धर्म न तो परंपरा का नाम है न पहचान का। धर्म मन को दुख से, बंधन से, भ्रम से मुक्त करने का नाम है।
अत्यंत ही बोधपूर्ण एवं तार्किक विश्लेषण,,,, कोटि कोटि नमन गुरुदेव🙏🙏🙏🙏🙏
शत् शत् नमन आचार्य जी 🙏🙏❤️
Gajab guruji....Ese kehte h sachcha gyan dena .....👌👌
आचार्य जी ने को अंत में कहा की जो एकदम नालायक युवा होता है ,हा मैं भी बहुत देखता हूं वो इज्जत पाने के लिए विकृत धर्म अपना लेता है और सम्मान भी पाता है । 🥲
विशुद्ध धर्मिकता ही है जो हमें बचा सकती है, वैसी नहीं जैसी सड़कों पर चलती है.... आचार्य जी🙏🙏
चरण स्पर्श
असीम ज्ञान देने के लिए
ज्ञान की यूनिवर्सिटी
आपकी जय हो
आपका प्रचार करना हि धर्म है
आपकी आवाज़ जन जन तक पहुंचना अति आवश्यक है
,,👏👏👏💥💥💥💥💥
शत् शत् नमन आचार्य जी
धर्म एक माध्यम है मन को उसकी सही मंजिल ले आने तक। धर्म का मूल उद्देश्य भ्रम एवं भ्रांति को दूर करना है। आंतरिक शुद्धि या मुक्ति का नाम धर्म है। बहुत-बहुत धन्यवाद आचार्य जी। 🙏🕉🚩
Right
Nice
सत्य वचन गुरु जी असली शिव भक्त दंगा नहीं करते और लाउड स्पीकर नहीं बजाते।
कई महत्वपूर्ण किताबों का सार है आचार्य जी का कथन I
8:25 आपको पूरा जीवन शिवत्व में जीना होता है, तब आप अधिकारी है स्वयं को शिव भक्त कहने के। ✨✨🙏🏻
कामी क्रोधी लालची इनसे भक्ति न होय
भक्ति करे कोई सूरमा जाति बरन कुल खोए
कबीर दास जी 🙏🙏
आचार्य बहुत ठीक बोल रहे हैं मैं इन्हें नही जानती हूँ आज पहली बार यूट्यूब पर सुना।
धर्म हमारी एकमात्र आशा है।धर्म पशु को मनुष्य बनाती है।
कर्म के पीछे कर्ता कैसा है, सबकुछ इसपर निर्भर करता है।
आप कितने बोध, कितनी स्पष्टता के साथ कोई धार्मिक कर्म कर रहे हैं; उस कर्म की गुणवत्ता उस बोध, उस स्पष्टता पर निर्भर करती है।
-आचार्य प्रशांत
सादर प्रणाम आचार्य जी बहुत सुन्दर प्रस्तुति मेरे मन के शब्दो से 100% मिलते हैं आज के बिचार धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏🙏
माफी माँगता हूँ आचार्य जी आज विलम्ब हो गया😢😢
चरण स्पर्श आचार्य जी❤️❤️🙏🙏🙏
आचार्य जी नमस्कार आपने सही कहा धर्म मन को उच्च कोटि का आचरण सिखाने का माध्यम मात्र है लेकिन मनुष्य तो पैदा ही गटर से हुआ है ऐसा कुछ लोग कहते हैं इसलिए धर्म होने के बाद भी अधिकतर लोग ऊपर उठना ही नहीं चहाते बहुत कम लोग हैं जो समझ सके कि उठकर टिके रहना भी जरूरी है जब कोई गिर जाता है तो न उठने वाला हंसता है कि क्या फायदा हुआ आया हमारे पास ही कहने का मतलब ये है कि मन को इस समाज से अलग करना संतो पर भी निर्भर करता है क्योंकि कि जब ज्ञानी ही सत्य से हट जाए तो मन पर जो चोट पड़ती है सहन नहीं होता आप जैसे विषलेशण कर्ता शायद ही कोई हो आपकी महनत बेकार नहीं जाएगी ऐसा मेरा अंतर्मन कहता है आपको बहुत बहुत धन्यवाद 🌹🇮🇳🕉️🌹❤️🙏
गुरु जी इन बातो स्मजले तीर्थ जाने की कोई जरूरत नहीं नहीं 😪🙏
I love being Sanatani
Thanku Acharya
Zabardast speech,har hindu muslim ko ye vedio sunna chahiye,mein fane ho gaya.
स्थाणु /शिव/शम्भू/महाकाल/चेतना/कल्याणकारी का सारभूत विश्लेषण.💥✔🔥💡💦
आचार्य जी आप के विचार अप्रतिम अप्रतिम अप्रतिम शब्द अपूरे पड़ रहे है आप के सम्मान मे
🙏
नमः
🙏
Truth, beauty and goodness.... Pranam Acharya g...
कोटि-कोटि नमन गुरुजी आप जैसे महापुरुषों की इस देश को जरूरत है
काफी देर से वीडियो का इंतजार कर रहीं थीं, लगा आज वीडियो आएगा ही नहीं 😑।।।।।।
I have been too waiting ....
Mai bhi intzar kr rhi thi subah se 🙏
❤
कोटि कोटि नमन🙇 गुरुदेव
कितनी काल से हम आपकी प्रतीक्षा किया थी, अब हमारे पास भी शक्ती आयी🙏
Acharya ji at 23:20 I'm relate totally
Mujhe dharm se gheen se ane lag gyi thi
Dhanyavaad us param space and time ka jo ap mile jiske karan me shudh adhyatam ki or chal pada #advaitvedanat om❤
V nice guru ji boht shanti mili .bdia Gaya dia 🙏🙏
Hmne dharm ka aashay tan se lga liya hai aur man ko bhul gye hain, isliye aaj samaj ki ye haalat hai.
Aapka bahot bahot shukriya jo aap is samaj ko man ki aehmiyat sikhane me lge hue hain.
Shat Shat Naman Acharya Ji !
Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay har har mahadev ki jai mata parwati ki jai 🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹
आचार्य जी को कोटि कोटि नमन ।❤️🙏💐
Guru Ji jai Shree Raam 😍😍
कोटि कोटि प्रणाम आचार्यजी
🙏💐👌👌👍👍
सुप्रभातम् गुरु देव
Acharaya ji geeta continue kariye na pls 🙏🏻🙏🏻
विशुद्ध धार्मिकता ही हमें बचा सकती है। सत्य कथन आचार्य जी। 🍁🪔💯
Bilkul sahi kaha apne , bahut sare log apko sirf is nh sunte kyn k apke naam m acharya h
Pahli bar koi meri soch ka mila h
25:50 सही कहा आप ने आचार्य शब्द से लोग दूर भागते हैं।
Sahi baat.❤
धर्म हमारी मात्र एक आशा है धर्म वो शक्ति है जो पशु को मनुष्य बनाती है अपनी एक मात्र आशा को विकृत कर देना समझदारी तो नहीं फिर बचाएगा कौन ? विशुद्ध धर्म ही हमारी रक्षा कर सकता है और कोई नहीं 🙏🙏
प्रशान्त जी बातें तो आप की बिल्कुल सही है एक बात जो आप ने की लोगों के लिए चिन्तन का विषय है न की चिन्ता का, कुछ मूल्यहीन लोग धार्मिक बन कर लोगो को अधर्म का पाठ पढ़ा रहे हैं और अपना विनाश कर के सांसारिक लाभ उठा रहे हैं और लोगों का धार्मिक और सांसारिक पतन करते हैं।सच है यह शिव भक्ति नहीं ।
True Aacharya ji
Superb! Nishbad hu "Aacharya Ji"
मेरा घर अयोध्या में कांवर यात्रा मार्ग पर पड़ता है, मैं आप लोगों से बताना चाहता हूँ, कांवर यात्रा में इतने ज्यादा लोग सिर्फ मस्ती करने जाते हैं, कहना नहीं चाहता कुछ लोग इतनी पवित्र यात्रा को बदनाम कर दे रहे हैं, बहुत ज्यादा तेज आवाज मे DJ पर फिल्मी, भोजपुरी गाने बजाते हैं, सड़क पर ही दो DJ लगा कर competition करेंगे,
मतलब शिव भक्ति से कोई मतलब ही नहीं रखते है, हमलोग रात भर DJ की भयंकर आवाज की वजह से सो नहीं पाते हैं, कुछ लोग इतनी पवित्र कांवर यात्रा को बहुत बदनाम कर दे रहे हैं हमलोग भी जाते हैं, परंतु कुछ लोग इस महान पवित्र कांवर को उसी में शामिल होकर बदनाम कर दे रहे हैं
Bhai so to ham bhi nahi paate Ajaan ke loudspeakers ki aawaz se 🤔, to batao kya kare 🤨🤨❓
@@h.s.sunity7389 ham itna hare sirf ye bahari dikhave se han hame bhi acha lagta hai sab log milakar mandir jate par vaastavik arth bhul gye
At first I also ignored these videos because of the name Acharya.. Because I have not seen someone like you who explains so logically 🙏now my days are incomplete without your videos 🙏Thank you very much Archarya Prasant ji for making me more peaceful .
बहुत सुंदर व्याख्यान 🙏🙏
चरण स्पर्श आचार्य जी 🙏🙏
"Medicine should not intoxicating/addiction"...Sanatan dharm is THE medicine (for thr world) when the life on earth is at the brink of extinction...🙏🙏🙏Pranam Acharyaji...Sarve bhabantu sukhina, sarve santu niramay, sarve vadrani pasyantu, ma kaschit dukha vaga bhabet...🙏.
Pranaam accharya ji. Aap mil gye toh ab lagta hai ki jeewan safal ho jayega .
🙏🙏कोटि कोटि नमन आचार्य जी
जैसे कावड़ यात्रा
१पीढ़ी पाखंड भांग गाजा, शराब, पीकर कावड़ ले जाते है,२ पीढ़ी परंपरा मेरे पिताजी ले गए हम भी ले जाएंगे परंपरा मान कर और ३पीढ़ी मेरे दादा ले गए थे हम ले जायेगे, और ४ पीढ़ी में धर्म मान कर ये कार्य किए जाते है।
धार्मिक पुसतकों का स्वाध्याय करना और अपने जीवन में उसका अनुसरण करना ही अज्ञानता से परे ले जा सकता है।
आचार्य जी प्रणाम (हमें लगता अज्ञानता और पाखण्ड का केन्द्र की हिन्दू धर्म है।)
सत सत नमन
Jai bholenaath, har har mahadev apko hamara charanvandan hai guru maharaj,mai apke vani se kaphi prabhabit hoon.
Pranaam Achraya Ji
👃👃👃👃sassriakal ,,dusre ko wohi insan pahechan sakta hai jo insan khud ko pahechan ta ho , ek bat to pakki hai ki ,hum ap se prem karte hai yahan prem ke matlab IZZAT mardon ka saan hota hai ,apka har baat me dum hai ,wah kya khub just awossome
👌👌🌷🌷
Good👍
आपके चरणों में नमन आचार्य जी 🙏🙏✨✨
Acharya ji ko koti koti pranam 🙏🙏🙏🙏🙏
Humko ye dekh kar bhut aacha lag raha ki Sir ke shivir me jadatar log young generation se hai. 🙏🏻
प्रणाम आचार्य जी 🙏
ਸਤਿ ਸ੍ਰੀ ਆਕਾਲ ਗੁਰੂ ਜੀ
Jay sri Krishna
शत् शत् नमन आचार्य श्री🙏🙏
आचार्य आचार्य जी आपको प्रणाम
Har Har Mahadev 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹💕🌺🌺🌺🌺🌺🌺💕🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏