आचार्य प्रशांत से समझें गीता, लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022 ✨ प्रतिमाह 20+ लाइव सत्र और नियमित परीक्षाएँ ✨ 40,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी ✨ पिछले 1,000+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क ✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल
बिल्कुल सत्य! भारत के पिछड़ेपन का सही कारण सिर्फ धर्म है। उंच नीच, भेदभाव से प्रेरित, मानवता के विरुद्ध मनुस्मृति ही मुख्यत धर्म का आधार बनाया गया। गीता में सबकुछ कर्म पर निर्भर है। लेकिन हमारे देश में कर्म से नहीं बल्कि जन्म के आधार पर लोग अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करते हैं।
हे भक्तजी। ऐसा कुछ नहीं है। मनुस्मृति को न तो कोई मानता था न मानता है। दूसरी तीसरी शताब्दी में मनुसंहिता संकलित की गई। सनातन तो और अधिक पुराना है।मनुसंहिता जैसी अनेकों संहिताएं हैं। आजकल गैरसवर्ण होना श्रेष्ठकर है जिससे राजनैतिक और सामाजिक सुविधाएं उपलब्ध होती हैं।
*जो अपने आप को धार्मिक कहता है वह यह वीडियो जरूर जरूर देखें और अपना खुद का इंट्रोस्पेक्शन करें। आचार्य जी कहते हैं कि सरल बानो,झूठ मत बोलो और सत्य बोलो।*
जाति प्रथा को जिन्होंने अपने ग्रंथों में मजबूती देने का काम किया है ,वही (सवर्ण और ब्राम्हण) ही इसे खत्म करने का आंदोलन चलाए तो यह भारत माता के सभी संतानों के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगे और बेहद सुखद होगा ,मानवता ऐसे ब्राम्हणों को युग युग तक नमन करेगी .....ऐसा करने से सच्चा ब्राम्हणत्व को प्राप्त होंगे ❤❤❤क्या ऐसा करेंगे। 0:13
ब्राह्मणी व्यवस्था ने भारत का पतन किया जब बाकी देशों के लोग नए नए भू प्रदेशों की खोज कर रहे थे तब हम लोग समुद्र पर्यटन को निषिद्ध मान रहे थे। इस लिए दुनिया में क्या चल रहा है इसका हमें ज्ञान नहीं हो रहा था।
तुम चूहेदानी के अंदर कैद चूहे नहीं हो, तुम गुड़ के ऊपर बैठी मक्खी हो। तुम किसी कैद में नहीं हो, तुम उड़ सकते हो, तुम उड़ नहीं रहे क्योंकि तुम्हें लालच है। 🍯🐝🤩🤦🏻♂️
सबसे बड़ी और बुरी बात है प्रशांत जी भगवा नहीं पहनते इसलिए इनको कोई ज्ञानी धर्मी नही मानता होगा लोग सुनना नही चाहते ऐसे जेंटलमेन सन्त को वस्त्रों को ही सन्त मान के बैठ गए भारतीय यही बुरी बात है भारत कभी तररकी नही कर सकता जब तक ढोंगी लोगों को सही सन्त मानना बन्द नही करेंगे भारतीय
जो व्यक्ति कर्म से डरते हैं वो धर्म के सादर पहनते हैं... भगवान कहीं नहीं कहते हैं तुम मेरे नाम को जनता के बीच ले जाओ.. हमारा देश पीछे चलने का असली कारण धर्म ही हैं
After independence misuse of religions by the political entity have become a stumbling block for development of India. Modern political system should be separated from religions. But in India, religions have become an instrument for politicking.
ये जो कुंभ महाकुंभ के नाम पे बड़े ही गर्व से पहले से ही सूखती हुई नदियों को बर्बाद किया जा रहा है उस पर भी कुछ शब्द कहिए सर। जिस पर शर्म आनी चाहिए उस पर गर्व करते हैं ये लोग। बाथरूम में नहा कर इतनी मदहोश हो गई है जनता की नदी में नहा कर भी होश नही आ रहा है।
ईद में जीव हत्या ना हो, महिलाओं को तंबू ओढ़कर बाजार ना जाना पड़े इसपर भी दो सब्द बोल दे द्विवेदी वक़्फ़ बोर्ड के नाम पर जमीन कब्ज़ाऊ गैंग सक्रिय ना होने पाए क्या विचार है, शर्म आई या नहीं
आचार्य प्रशांत से समझें गीता,
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022
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बिल्कुल सत्य! भारत के पिछड़ेपन का सही कारण सिर्फ धर्म है। उंच नीच, भेदभाव से प्रेरित, मानवता के विरुद्ध मनुस्मृति ही मुख्यत धर्म का आधार बनाया गया। गीता में सबकुछ कर्म पर निर्भर है। लेकिन हमारे देश में कर्म से नहीं बल्कि जन्म के आधार पर लोग अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करते हैं।
हे भक्तजी। ऐसा कुछ नहीं है। मनुस्मृति को न तो कोई मानता था न मानता है। दूसरी तीसरी शताब्दी में मनुसंहिता संकलित की गई। सनातन तो और अधिक पुराना है।मनुसंहिता जैसी अनेकों संहिताएं हैं। आजकल गैरसवर्ण होना श्रेष्ठकर है जिससे राजनैतिक और सामाजिक सुविधाएं उपलब्ध होती हैं।
Dharam ne nhi logo ne banaya h caste system, aur aaj ke jamane m bhut log is pr vishwas ni krte
आचार्य प्रशांत जी को भारत सरकार पद्मश्री पुरस्कार देना चाहिए
पाखंड और कर्मकांड करते रहे,, इस लिए भारत के राजा खुद भी हारे, और प्रजा को भी गुलाम बनना पडा
आचार्यजी हमतो बिल्कुल ढोगी जीवन जी रहे हैं
भारत में किसी को प्रेम होता ही नहीं क्योंकि हम धार्मिक प्राणी हैं न।
आपके जैसे ज्ञानी लोग बहूत कम है. यही भारत कि समस्या है.
आचार्य जी की एक एक बात सत्य है पाखंड के साथ जीना मृत्यु समान है
बिल्कुल सही
Right
जिसके पास बचाने को कुछ नहीं रहा वो तो बिना कवच का सच्चा निष्काम योद्धा है उसका कर्म और भी घनघोर हो जाता है
बड़े अभियान से निकलो न कमसे कम क्षुद्रता से मुक्त हो जाते हो, जो दो कौड़ी के लंपटगिरी होती है उससे आजाद हो जाते हो।
कटु सत्य.
काफ़ी उलझनभरी वास्तविकता
सहज सरल सुगम- सबकुछ- एकदम जटिल सा हो जाता है
चुनौती पूर्ण
Sachai bol diya acharya ji ne hamesha ki tarah ...
Sabse achhe guruji...
करता को अहम शून्य होना चाहिए
प्रणाम आचार्य जी 🙏
Only he has the courage to speak the truth ❤❤❤
पूजनीय आचार्य श्री आप हमारे आदर्श हैं आप को चरण स्पर्श कर प्रणाम करते हैं
ज्यादातर आधुनिक आविष्कार विदेशी लोगों के द्वारा और विदेशी धरती पर हुए हैं। ऐसा क्यों है?😢😮
आपके हर प्रवचन मे ऊँचे उठने को बोला जा रहा हैं, ऊंचे उठो, ऊँचे उठो.... ... चाहे जहाँ भी हो
आग अगर हो तो फिर धुंआ नही लपट दिखनी चाहिए. हम भारतीय गीली लकड़ी की तरह हो गए जो पूरी तरह प्रज्वलित नही होती.
Ramagurung 2:33 2:36
आचार्य जी शत शत प्रणाम
मेरा सौभाग्य आप जैसे निर्भीक योगी के दर्शन, शब्द श्रवण से हृदय स्पंदन और मस्तिष्क में भूचाल कि अनुभूति होने लग जा रही है।
काश ,भारतीय लोग आचार्य जी के तार्किक विचारों को अपनायें!
आशा कम ही है!
Acharya Prashant Sir Forever Respect ❤️🙏
पूजनीय आचार्य श्री ने बिल्कुल सही कटाक्ष किया है
बिल्कुल सत्य है आचार्य जी.
प्रणाम आचार्य जी , आपने सही कहा हम खुलकर कुछ नहीं कर पाते हैं, सरल बनना ही होगा।❤❤❤
*जो अपने आप को धार्मिक कहता है वह यह वीडियो जरूर जरूर देखें और अपना खुद का इंट्रोस्पेक्शन करें। आचार्य जी कहते हैं कि सरल बानो,झूठ मत बोलो और सत्य बोलो।*
भारतीयों ने तो भारत में भी कुछ नहीं खोजा
भारतीय तो इसमें भी गर्व करने लगे कि पश्चिम के लोगों ने हमें खोजा!
जाति प्रथा को जिन्होंने अपने ग्रंथों में मजबूती देने का काम किया है ,वही (सवर्ण और ब्राम्हण) ही इसे खत्म करने का आंदोलन चलाए तो यह भारत माता के सभी संतानों के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगे और बेहद सुखद होगा ,मानवता ऐसे ब्राम्हणों को युग युग तक नमन करेगी .....ऐसा करने से सच्चा ब्राम्हणत्व को प्राप्त होंगे ❤❤❤क्या ऐसा करेंगे। 0:13
आचार्य जी धन्यावाद मार्गदर्शन के लिए 🙏
You are great exposing the truth. Salute. I am completely NASTIK.
आचार्य प्रशांत जी को सदैव प्रणाम
Sir ji you are wright, your fact be clubbed with history
Aap mahan h sir aap jaise vaigyanik sant ki jarurat h desh ko
भारत की बर्बादी??? सोच व शीर्षक दोनों पर दया आती है...हरे कृष्ण!
Jaati ke bare mein ab acharya ji bolne lage hain.... Ye ek achha change hai😊
Sir to n jane kubse bol rhe hai jati pratha pr.
Hamesha se jaati ke khilaaf Bola hai inhone. Ab agar tum inhe sunne ki jagah kisi aur ka inke upar opinion sunkar aaoge, toh kya hi kar sakte hain.
धर्म का बस एक ही मतलब है पाखंड करो पूजा पाठ करो चोला पहनो तिलक लगाओऔर फ्री खाओ
Namaste Aacharya ji Charan sparsh ❤❤❤❤
आचार्य श्री सादर प्रणाम 🙏🏾
Love you so much acharya ji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏🙏
प्रेम: बनाम
जातिप्रथा
स्टिक उदाहरण 👌
Nice
ब्राह्मणी व्यवस्था ने भारत का पतन किया जब बाकी देशों के लोग नए नए भू प्रदेशों की खोज कर रहे थे तब हम लोग समुद्र पर्यटन को निषिद्ध मान रहे थे। इस लिए दुनिया में क्या चल रहा है इसका हमें ज्ञान नहीं हो रहा था।
Excellent. Our culture has been blasted in some respects. Pravachans of Acharya ji are the most useful on social matters.
I solute you sir your braveness
Acharya ji ka katu satya kah rahe hai mai unka sadar pranam karti hu ❤
Koti koti pranam Aacharya ji ❤
जय श्री राम
Acharya ji❤
Naman Acharya ji
एकदम तार्किकता पूर्ण बात 🙏🏻
तुम चूहेदानी के अंदर कैद चूहे नहीं हो, तुम गुड़ के ऊपर बैठी मक्खी हो। तुम किसी कैद में नहीं हो, तुम उड़ सकते हो, तुम उड़ नहीं रहे क्योंकि तुम्हें लालच है। 🍯🐝🤩🤦🏻♂️
Pranam Acharya shri 🌻🕉️🌻🙏👍🏻
सबसे बड़ी और बुरी बात है प्रशांत जी भगवा नहीं पहनते इसलिए इनको कोई ज्ञानी धर्मी नही मानता होगा लोग सुनना नही चाहते ऐसे जेंटलमेन सन्त को वस्त्रों को ही सन्त मान के बैठ गए भारतीय यही बुरी बात है भारत कभी तररकी नही कर सकता जब तक ढोंगी लोगों को सही सन्त मानना बन्द नही करेंगे भारतीय
आचार्य जी आपको कोटि कोटि नमन और प्रणाम❤❤
जो व्यक्ति कर्म से डरते हैं वो धर्म के सादर पहनते हैं...
भगवान कहीं नहीं कहते हैं तुम मेरे नाम को जनता के बीच ले जाओ..
हमारा देश पीछे चलने का असली कारण धर्म ही हैं
धर्म एक अफ़ीम है
~ communist
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
thank you 💕💕💕 sir.
🎉🎉
You are a true acharya.
❤
🙏
बहुत सुन्दर गुरु जी
After independence misuse of religions by the political entity have become a stumbling block for development of India. Modern political system should be separated from religions. But in India, religions have become an instrument for politicking.
Ap sahi bol rahe hai
Great chat
🎉 pranam acharya ji ❤
🙏🙏🙏🙏💕💕💕💕🇳🇵
Aacharya ji parnam
From india jharkhand jamshedpur jugsalai chaprahiya mohallah home town Bihar Chapra jila gram khanpur ekma and
सर आप जेसे लोग पहले कहां थे आज जो ज्ञान तो हजारों साल पहले से लिखा है
जय हो जय जयकार हो ❤❤
👍
Ponam aapki chorme guru ji
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤🙏
पाखंड = भीतर से कामना बहार नाटक
Apko naman
अगर अहम मुक्त हो गया तो कर्म और घनघोर हो जाएगा
Jay shree radhay radhay
अपूर्ण पैदा होता प्रकृति है पर अपूर्ण मारूंगा नहीं,यही मुक्ति है।
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
जनता खुद।
🙏🙏🙏🙏🙏🌺🌺
❤🙏
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God is great God bless you
राम जी ने सेना के साथ समुद्र पार किया था
🙏🙏🙏♥️♥️💯💯💯🌹🌹
Agar ham santusht hotay to kiya Azadi milti
भारत अपना काम कब करेगा ..??????
Satyamev Jayate.....
Jaise hiran ko marne ke sikari banduri bajata hai ese hi sikrio ki fauj taiyar ho gayi target vahi hai kalyan ki bhavna ho to khulkar aage aaye
आग 🔥 है तो धुंआ नहीं ज्वाला दिखाई देने दो .. सरल हो जाओ
ये जो कुंभ महाकुंभ के नाम पे बड़े ही गर्व से पहले से ही सूखती हुई नदियों को बर्बाद किया जा रहा है उस पर भी कुछ शब्द कहिए सर। जिस पर शर्म आनी चाहिए उस पर गर्व करते हैं ये लोग। बाथरूम में नहा कर इतनी मदहोश हो गई है जनता की नदी में नहा कर भी होश नही आ रहा है।
ईद में जीव हत्या ना हो, महिलाओं को तंबू ओढ़कर बाजार ना जाना पड़े इसपर भी दो सब्द बोल दे द्विवेदी
वक़्फ़ बोर्ड के नाम पर जमीन कब्ज़ाऊ गैंग सक्रिय ना होने पाए
क्या विचार है, शर्म आई या नहीं
Acharyji ye khali dabbo ko kaise kholenge😂😂😂😂
Jay bheem raj advocate
VAIDIK RAAJ NE BHARAT KO ANDHBHAKT BANAKAR POORA BARBAD KIYA . ONCE MORE ALL MUST CONVERT TO BUDDHISM TO BE A GOLDEN INDIA AGAIN.
App na hote to is desh ka kya hota
😂😂😂😂😂
Ye baten anirudhacharya namke so-called baba sune