ये राग सर्व प्रथम भेंडीबझार घराणे के उस्ताद अमान अली खांसाहेब ने उत्तर भारत संगीत मे लाया| इस राग के साथ बहोत सारे कर्नाटकी राग मे भी उन्होंने बहोत उत्तम बंदिशे रची और उन रागोंको गाया, प्रस्तुत किया, जैसे की हंसध्वनी, प्रतापवराली, सांझ, जयत, हेमकल्याण, खेमकल्याण नाग सुरावली और अनेक वर्ष ये राग और ये बंदिश इस घराणे के गुरुशिष्य गा रहे है| पं. रविशंकरजीने इसे बैरागी इस नाम से प्रस्तुत किया लेकीन भेंडीबझार घराणे मे ये पहेलेसे ही 'बैरागी भैरव' नाम से जाना और गाया जाता है. Dr.संगीता कोल्हापुरेजी ने इसे 'भेंडीबझार घराणे के वैशिष्ट्यपूर्ण राग और उनकी गायकी' इस विषय में गुरू साधना जोशी जो की भेंडीबझार घराणे की उत्तम गायिका थी उनके मार्गदर्शन में संगीताचार्य के पदवी लेते समय ये दिखाया और प्रस्तुत किया है|इस राग मे भैरव कैसे दिखाया जाता है ये बहोत रंजक और अलग लेकीन अभ्यास का विषय है|
9:59 "...Ek alag ki kehen wala raga banaya..." Waah. Sometimes the choice of words can make one think of a paradigm in a different (novel) manner. Raga-ragini aur uska kehen. Waah, ati sundar vichaar.
🕉️🎵ताई, आप कितनी भाग्यशाली हैं कि आप को गुरुजी पं. रविशंकर जी के समक्ष गायन प्रस्तुती का मूल्यवान क्षण प्राप्त हुआ और वह भी उनके आशीर्वाद प्रसाद के सुफल -संपन्नता सहित!!! 🎶🕉️ 🕉️🎵आप की विद्वात्तापूर्ण संपदा को मेरा सादर सविनय प्रणाम!!!😔🙏🏾😔🙏🏾😔🙏🏾🎶🕉️
Namaste guruji.. Ati sunder akhyan tino raago k bare me,. Ragrachnanjali me se ye raago ko sikhne ka mauka mila iske liye aapke khub khubaabhari he... Koti koti vandan
AtI Sundar Aakhyaan jo Sangeet shikshaa hame Dilaata hai."Batiyan Daouraawat" karyakram dwara
🙏🙏🙏
❤
Just change of one note's teevratha/komalatha can change the mood so much!! Music is eternal. 🙏
❤🙏🙏🙏Apratim Saadarikaran!
Nishabda!!
Bhavapoorna vinamra SADHUWAD! Ashavinitai.
❤🌹💐🌹🌹
Ashvinitai🙏🙏🙏Aapaki Mdhoor waanee Harsha ka Sangeetmay Stotra Hai.
Soomadhoor Swar Ninad ko Hruday sae Utsaahit karati hai!❤ 😊
🙏🙏🙏🌹
Didi... You make the whole world so beatiful. God bless you with good health, happyness and long life.
पीनाक धारी ही बंदीश सु मधुर आवाज ऐकून खरच च शिव ध्यान मधे पोहचली.नमन 👏👌👌🌹
Insightful❤
Pranam Tai!
Love from Sri Lanka ! 🙏🏻🪷❤️
I'd love to hear your perspective on raag Charukheshi. ❤
Waah Waah
बहुत खूब! मन इन रागोंमें मगन हो गया! अनेक धन्यवाद!!
अप्रतिम सादरीकरण, बैरागी तोडी एकदम पसंत 🙏🏻🙏🏻
ये राग सर्व प्रथम भेंडीबझार घराणे के उस्ताद अमान अली खांसाहेब ने उत्तर भारत संगीत मे लाया| इस राग के साथ बहोत सारे कर्नाटकी राग मे भी उन्होंने बहोत उत्तम बंदिशे रची और उन रागोंको गाया, प्रस्तुत किया, जैसे की हंसध्वनी, प्रतापवराली, सांझ, जयत, हेमकल्याण, खेमकल्याण नाग सुरावली और अनेक वर्ष ये राग और ये बंदिश इस घराणे के गुरुशिष्य गा रहे है| पं. रविशंकरजीने इसे बैरागी इस नाम से प्रस्तुत किया लेकीन भेंडीबझार घराणे मे ये पहेलेसे ही 'बैरागी भैरव' नाम से जाना और गाया जाता है. Dr.संगीता कोल्हापुरेजी ने इसे 'भेंडीबझार घराणे के वैशिष्ट्यपूर्ण राग और उनकी गायकी' इस विषय में गुरू साधना जोशी जो की भेंडीबझार घराणे की उत्तम गायिका थी उनके मार्गदर्शन में संगीताचार्य के पदवी लेते समय ये दिखाया और प्रस्तुत किया है|इस राग मे भैरव कैसे दिखाया जाता है ये बहोत रंजक और अलग लेकीन अभ्यास का विषय है|
Very well researched article.
Awaz sun kar hi dil khussh ho jata apki ❤🙏
9:59 "...Ek alag ki kehen wala raga banaya..." Waah. Sometimes the choice of words can make one think of a paradigm in a different (novel) manner. Raga-ragini aur uska kehen. Waah, ati sundar vichaar.
🕉️🎵ताई, आप कितनी भाग्यशाली हैं कि आप को गुरुजी पं. रविशंकर जी के समक्ष गायन प्रस्तुती का मूल्यवान क्षण प्राप्त हुआ और वह भी उनके आशीर्वाद प्रसाद के सुफल -संपन्नता सहित!!! 🎶🕉️
🕉️🎵आप की विद्वात्तापूर्ण संपदा को मेरा सादर सविनय प्रणाम!!!😔🙏🏾😔🙏🏾😔🙏🏾🎶🕉️
Lovely ragas
Awesome. Brilliant. ❤ Pranaam.Aap aek meeti Vaggeyakkar.
शास्त्रीय संगीत सभी संगीत का मूल है
Wa wa kya bat hai सगळंच अदभुत 🙏🙏
Pranam my mother 🙏
Namaste guruji.. Ati sunder akhyan tino raago k bare me,. Ragrachnanjali me se ye raago ko sikhne ka mauka mila iske liye aapke khub khubaabhari he... Koti koti vandan
Vibhavati raag is also known Suraj Kali in Pakistan
Apko koti koti naman 🙏🙏🙏
Maam Please record Raag Vachaspati bilambit (Maan mohana wa).
Great work
THANK YOU SO MUCH
❤️🙏🙏💐
thanks 🙏
🙏🙏🕉️🕉️💐💐
शुरुआत में 'बतियाँ दोहरावत हैं' किस राग की बंदिश है। कृपया कोई गुणीजन बताएँ।
Shuddh kalyan