रतन सर, आपका बहुत बहुत आभार, मैं धनबाद, झारखंड से, सर, आपके द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम "अंबेडकरनामा" के लिए जितनी भी तारीफ़ की जाए बहुत ही कम है, इसे आपने अनोखा बना दिया है, इस कार्यक्रम का मैं नियमित दर्शक हूं, बाबा साहब के विचार और सोच को लोगों में जागृति के लिए बचपन से ही लगन था और लगा रहा लेकिन बाबा साहब के बारे में पढ़ाई करने के दौरान हमलोग जितना भी पढ़ा सुना वो कमाने के चक्कर में न चाहते हुए भी धुमिल होने लगा था लेकिन आपकी ये प्रस्तुति से मैं फिर से तरोताजा हो गया हूं और हर मीटिंग में तर्क के साथ रख लेता हूं और अंबेकरनामा को सब्सक्राइब भी करवाता हूं
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.
Mujhe Bhuth dhuk💔 😭😭 hota hai sir jab main aise itihas ko sunnta hu ! Mere pyare Buddhism ko Kuch dhurat manuwadi logone aur muslimo ne mil kar katam kar diya..! Mera dil kar rha hai sabse pahele mai Islam dhram hamesha hamesha ke liye bharat se ktham karu.. Fhir is Hindu dhram ko katham karu..
Dr. रतन लाल जिस भी समुदाय से आते हों. "अम्बेडकरनामा" जैसा बहुत ही संजीदा और श्रद्धेय नाम को चुना है. लेकिन बाबा साहेब के लिये सम्बोधन में वह श्रद्धा नहीं झलकती जो उनके लिये होनी चाहिये. जिस प्रकार से मिस्लिम इंसा अल्लाह को हिन्दू अपने अभीष्टों को सम्माननिय उच्चारण करते हैं. उसी प्रकार से बाबा साहब के सम्बोधन करते समय हमें दलितों की भावनाओं का आदर किया जाना चाहिये.
हिंदू धर्म को बचाने के लिए हिंदू राजाओं ने अपनी बहिन बेटियो मुस्लिमो को सौपदी थी जबकि बौद्ध धर्म के अनुयायियों ने मरना उचित समझा गुलामी स्वीकार करने से।
Pandito se nafrat krke kbhi aage nahi badh paoge...unse seekhna chahiye tmhe...tm din bhr me 50 baar pandito ko gali dene me time kharab krte ho wo ek baar bhi tmhare bare me sochta tk nahi bs apne kaam me lga rehta hai
@@lonewoulf3225 hindu bharm me brahmno ko galia hi Di jati hai jab ki moslman dharm me brahmno ki fir vi ijat hai vo chahe farok abdola hoa mahboba mofti ho owesi ho je sab converted brahmn moslim hai
😂😂Abe ullu brahman bhee haar gya thaa kya usse brahman dharm khatam ho gya Islam ne Hindu budhist Jain sab khatam Kar Diya thaa. Hum koi majority Mae nhi thee muslims majority Mae the
Berojgaar hu isliy achchi achchi kitabon se vanchit hu kyonki pariksha ki taiyari ke liye dinbhar tathya ratna padta h...lekin aapka video us vanchna ko kaafi haadd tak kam kar deti hai 🙏🙏
श्रिलकां से भिक्षु बिहार के थे तभी उन्होंने बिहार में एक प्रथा देखी बुद्ध मुर्ती पर मिट्टी डालो पुण्य मिलता हैं। भिक्षु वहां जाके बहोत सारी बुद्ध मुर्तियां बाहर निकाली। मुझे याद नहीं आ रहा हैं भिक्षु का नाम। प्लिज इस बात पर भी नजर डालिए
Maharaj musalman shasak aane se pahle se hi boudhdharm aur brahmano mai takrav tha. Musalman Tu bahut bad mai aiye.... Har muslim shasak ke darbar mai brahman hi bade bade ohdo per rahe... Bade bade jagir ke malik brahman hi rahe shuru se lekar akhir tak...
पहली बात गौतम बुद्ध ने कोई नया धर्म चलाए ही नहीं वे उस समय सनातन धर्म में जो बुराई और कुरीति आ गई थी उसे साफ कर रहे थे उनको ज्ञान की प्राप्ति वेद और उपनिषद् के अध्यान से ही हुई थी।सनातन से ही बौद्ध,जैन,और सिख धर्म निकला है
Expo art entertainment = sawal ye nahi hai nikal hai swal ye hai ki ki alag kyu hua aur. Suno Buddha ne ksbji bhi aone ideoly kis thop nahi hai jaise hindu thopte hai Sikh ki baat mat karo vo to bilkul alag relgionhai unka aone holy granth hai aone alag culture hai vo vedo ko nahi mante hai unke pas apni holy book hI vo god concet ko mante hai bhai sahib hindu devi devtao ki tarha 33 types ki devi devta ko nahi mante hai aur buddha ne ye bhi nahi kaha tha ki mujhe bhagvan bnyo unhe bhavan banke puchte bhi hindu hi hai Buddha ki teaching ki viprit kam kar raha hai aur jaino ko vo to khud ek aaj ek independent relgion hai thik hai ye to vohi baat ho gai ki christan bol raha ki Islam unme se nikal hai nikalne ki bast nahi hai hai baat ye hai ki alag relgion ban geya hai tabaap usko hindu dhram dmsect nahi bol sakte sect hindu dhram ki aarya samaj iskon shancharchya shect shaiv sect viasnav sect isko sect bolte hai ye sari relgion ek independent relgionhai hindu dhram ki koi sect nahi hai
भगवान कृष्ण के वंसज "यदुवंशी छत्रिय" समाज में राधे-राधे जप रहे हैं और यह यहाँ "AY" और "TY" के भविष्य निर्माण हेतु "बुद्धिष्ट" होने का दावा कर रहे हैं। वास्तव में यदि बुद्धिष्ट हो तो नौकरी के या एडमिशन के फॉर्म में हिन्दू लिखना छोड़ दो और उसमें बुद्धिष्ट लिखो किन्त ऐसा नहीं कर सकोगे क्योंकि उसी दिन आरक्षण की मलाई मिलना बन्द हो जाएगी। 🤔🤔😎 ये डॉ "जहर लाल" वामपंथी जहर हैं जो समाज को तोड़ने का काम करते हैं उसमें जहर घोलने का काम करते हैं। जय सियाराम!💐 वन्दे मातरम!💐 जय भारत!💐 जय भीम!💐
One of the main reason or final nail on the coffin for decline of Buddhism in India or it being unable to revive was that great institutions like Nalanda which were like factories for producing great minds were destroyed from root. Without the coming of able and learned teachers, Buddhism suffered a lot. Still many Buddhists of the plain lack proper and able teachers to give them proper guidance. However, the modern technology is helping a lot. More works are needed in regional languages and Hindi. For those well versed in English or Bhoti language the resource is unlimited. With the Buddhist community getting more educated, they are getting opportunity to study and understand dhamma more than their predecessors. 🙏🏼
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.
Tera to mai name bhi nahi le sakta Muslim ko tumahari jarorat nahi pehle tum apna dekho handi jharu Muslim ne nahi bandhi ya aj bhi ghori pe charte pehle mochh aur ghori char lo tab jake muslim ko salah dena
आपने डाक्टर साहब के लेख की चर्चा की है बिलकुल सही बात है पर इसको थोड़ा स्पष्ट कर रहा हुं। १ ब्राह्मण वाद ने राजसत्ता को चुनौती नही दी उसके राज्यव्यवस्था केखिलाफ कोई समानांतर व्यवस्था नही बनाई। जबकि बौद्धो ने राज्यव्यवस्थ। के खिलाफ नई व्यवस्था बनाकर उनको चुनौती के रूप में खुद को बना लिया।जैसे अपने संघों में राजा की आज्ञा नही मानते थे।
जो भी आप कह रहे हैं सच्चाई है लेकिन आज जो दलित ओबीसी हिन्दू बने फिर रहे हैं तो क्यों नहीं बौद्ध धर्म अपना लेते। अंबेडकरनामा में जितने जितने लोग हैं वो भी 1%भी बौद्ध नही होंगे उनकी जातीय प्रमाण पत्र में हिन्दू ही होगा
I have some research on this topic, one of the main reason for decline of Buddhism is that Buddhism is not a religion for uneducated, it can be only taught through a structure of monastery and university and practicing Buddhism required long term commitment for studying it. Most Buddhist scripture are based on yogic practices, mantra recitation, and a disciplined life which is only possible in stable socio-economic conditions available during Harsha and ashoka period, one more thing most Buddhist scripture are allowed to be studied only from monk with certain experience and training, that's why most Tibetan monk are reluctant to share their knowledge with ordinary people, you can become a Buddhist monk only with experience and training, not on the basis of birth like other religion
Buddhism is clearly divided in to two sections. 1. Bhikkhus (monks) and 2. General public. A Bhikkhu has to go very difficult training, study and follow strict rules of ethics. While general public has to follow certain rules of ethics called Panchsheela and Ashtangik Marg which are of directive nature only. Naturally the Number of Bhikkkus is limited as compared to general followers. As the teachings of Buddha were simple and appealing more and more common people followed him. That was of more concern for Brahmins. Because their followers were leaving that of theirs and following Buddhism. Had there been no arise of reign of Pushyamitra Shunga, the Brahmin King by murdering of Brahadrath, the last Morya king, there could not have been a down trend in Buddha religion. Because Shunga adapted very tyrannous and destructive measures to deal with Buddhists. He had declared a 100 gold coin prize to any person who brought a head of a dead Baudha Bhikkhu, besides many atrocious measures against general Buddhist followers. It was not surprising that Buddha religion started decline from Shung regime itself. (It was since about 200 to 150 BC)
Buddhism can be understood by intellectuals because it does allow you to believe but rather know. Hence it is religion of intellectuals and hence Indians couldn’t keep up with it
War & Military activities was & is an important & unseparable part of social fanomenon. But Buddhism totally ignored this fact whereas war & others military activities was an unseparable part of Hinduism. That's why Hinduism could survived & Buddhism couldn't.
बढाते रहो समाज मे दुरीया, जब देश ही नही बचेगा तो आपको सुननेवाला भी कोही नही रहेगा... बौध्दो का सफाया अती अहींसा के पथ पर चलने के वजह हुआ है..... आपको जिना है तो लडना पडताही है...... हिन्दु तब भी लडे और आज भी लड रहे है. अंतीम सत्य तो ए है, मुलाधार तो हिन्दु ही थे..... तालीबान बु्ध्द मुर्तीया तोड रहे थे तब सारा बौध्द समाज चुपचाप तमाशा देख रहे थे..... आज ईस्लाम का साथ दे कर ताकद ईस्लामकी बढा रहे है.
ये सब नए बौद्ध है जो 1947 के बाद बने। इन्हें ही हिन्दू धर्म से समस्या है। पुराने बौद्ध और हिन्दू तो आपस मे प्रसन्नता से रहते आये है। अम्बेडकर साहब विद्वान थे तर्क युक्त थे परंतु सर्वज्ञानी नही थे। भगवान बुद्ध के संबंध में, बौद्ध धर्म के संबंध में - उदय होना, विस्तारित होना या पतन होना यदि जानना हैं तो ओशो को सुनना चाहिए न कि अन्य किसी को। बाकी सब तो इधर उधर से तर्क इकठ्ठे करके उसे प्रस्तुत करते हैं।
Dilip mayekar =o bhai sahib hindu sirf aone mandiri ki liya lad hai aur apne ziimmino ki liya kabhi pahadi rajo ki bare mai suna lena guru Gobind Singh ki time pe unhone guru Gobind singh par peech se attack kar dia tha koi hindu bhi esa nahi hai jo bada hi imandar ho thik hai aur rahi baat samaj mai duri badana ki vo to hindu dhram ki varnvad ne pehle hi bada di hai Aaj to hindu dhram ke relgion se sawal puche jate hai critise kia jata hai jo kis hindu ko puchta nahi hai aur suno sabse pehli baat vo shankrachya hi tha jisne Buddhist monks ko harke boddh dhram parcghat kia tha to kabhi RUclips srach kar lena ki jaina mandir jo hinduo msi convert kar dia gai kabhi seach kar lena aur rahi talibN ki shyad aapko pata nahi bbc ki news dekh lena talibani log muslim hai vo murti puchak hote hi nahi hai aur buddha ne kaha bhi nahi meri murtiya Bano aapke jankari ki Liya bata du pakistan mai hanuman ji mandir bhi Tod diya geya hai tha thik hai to jo hindu bade ladai karne vale bante hai hai vaha kyu nahi lad paye batana Zara
bhayia sabse zada karan muslim akranta hi the lekin yaha pe sabko brahmano ko gali bhi toh dena hai muslim ne sikho ke 10ve guru ke 4ro bacho ko mardala tha
@@somewhereinindia6404 indonesia me toh Portuguese ne detroy kia hai. Portuguese jab tak spices ki khoj me indonesia aur malay peninsula nahi pahunche the tab tak bhut sare log Buddhist ya phir hindu hi the. Sirf costal region me muslim.
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.
Buddha is not a god he is a Guru like Guru Nanak, Mahavira, Guru Basavanna. Buddhism is a philosophy and not a religion like Islam and Hinduism. It is based on logic and Reasoning and not on blind faith.
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.
@vihar wohi banega ( mandir todke) On orders from Taliban founder Mullah Omar, the statues of Bamiyan Budhha were destroyed in March 2001, after the Taliban government declared that they were idols. International and local opinion strongly condemned the destruction of the Buddhas. In 2013, a series of 10 blasts happened in Bodh Gaya. Indian Mujhheedin was behind the blast.
@vihar wohi banega ( mandir todke) In Myanmar, out if sheer desperation, Budhhists are fighting back and driving out Rohingyas in milliion from their land. Buddhist monk Wirathu said, " You can be lovable soul but cant sleep next to a mad dog(muslims). He is known for beheading muslims
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.
China bhi buddhist country kahlata tha lekin wahan bhi buddhist khatam sa hai..... wahan to islam nahi hai..... Bhai jo islam me nahi hain aur buddh dharm ko chhoda hi nahi aur sanatani baney ghoom rahe hain hai jinko kabhi sanatani samjha hi nahi gaya pahle unko to rastey par le aao...... Other muslim christian ko to baad me shamil kar lena
बहुत सारे बौद्ध विचारवन्त ब्राम्हणी इतिहासकारों का ही अनुसरण करते हैं। इसमें उनका दोष नहीं उन्होंनेे प्रायमरी से लेकर कॉलेज तक ब्राम्हणी इतिहासकारों ने लिखा इतिहास ही पढ़ा हुआ है ।
ब्राह्मणों द्वारा बौद्ध धर्म को 2000 हज़ार पहले दफन करने के बाद ही तो मनुस्मृति लागू हुई थी.............. इस्लाम के भारत में आने से हज़ार साल पहले ही बौद्ध धर्म लगभग खत्म हो चूका था..............
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.
"डॉ जहर लाल" साहब सरकारी तनख्वाह और यूटयूब से 5 लाख मासिक कमाकर बखूबी जहर घोल रहे हैं किन्तु इस एपिसोड में कुछ अच्छी बातें कहीं हैं। जय सियाराम!💐 वन्दे मातरम!💐 जय भारत!💐 जय भीम!💐
@@Malviyabauddhavlog2758 पूरी तरह से नहीं,अलग-अलग काल खंड में अनेक लोगों द्वारा अलग-अलग तरीक़े से कुछ बातें लिखीं गयीं हैं,जिनके पुरातात्विक प्रमाण नहीं हैं, किन्तु भारत का ऐतिहासिक सत्य जानना है तो सीताराम गोयल, डॉ आर सी मजूमदार, एवं विदेशी यात्री लेखक मेगस्थनीज को पढ़ें। इसीलिए मैं मनु स्मृति/ संहिता का विरोध करता हूँ क्योंकि वह भी अलग-अलग कालखंड में अलग-अलग लोगों द्वारा लिखीं गयीं हैं और सनातनियों के बीच आपसी भेदभाव को बढ़ाने हेतु द्वेष वश महाघृणित कुचक्र रचा गया है। जय सियाराम!💐 वन्दे मातरम!💐 जय भारत!💐 जय भीम!💐
रतन सर, आपका बहुत बहुत आभार,
मैं धनबाद, झारखंड से,
सर, आपके द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम "अंबेडकरनामा" के लिए जितनी भी तारीफ़ की जाए बहुत ही कम है, इसे आपने अनोखा बना दिया है, इस कार्यक्रम का मैं नियमित दर्शक हूं, बाबा साहब के विचार और सोच को लोगों में जागृति के लिए बचपन से ही लगन था और लगा रहा लेकिन बाबा साहब के बारे में पढ़ाई करने के दौरान हमलोग जितना भी पढ़ा सुना वो कमाने के चक्कर में न चाहते हुए भी धुमिल होने लगा था लेकिन आपकी ये प्रस्तुति से मैं फिर से तरोताजा हो गया हूं और हर मीटिंग में तर्क के साथ रख लेता हूं और अंबेकरनामा को सब्सक्राइब भी करवाता हूं
जय बुद्ध, जय भीम
Kya Hindi hai tumhari.💯
बौद्ध धर्म जैसे महान धर्म का विरोध किया और पाखंड वाद को बढ़ावा दिया आपने बहुत ही बढ़िया तरीके से समझाया धन्यवाद
पाहिले बौद्ध धर्म का. अभ्यास करो बौद्ध धर्म एक खुद पाखंड है, उससे भी ज्यादा 22फतवे वाले नकली बौद्ध पाखंडी है
वैसे गौतम बुद्ध के बाद बौद्ध धर्म को आगे किसने बढ़ाया उनके प्रमुख अनुयायियों को पढ़ लो पहले कि वह कौन थे फिर ब्राह्मणों को बोलना
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.
Har dharm ke patan ka karan...sirf Atam gyaan se doori ka hona he... Kyuki har dharm ka mool sidhant he... Atamshanti prapt karna... 😇
Buddhism or Jainism के विद्वानों ने आदिगुरु शंकराचार्य के सामने घुटने टेक दिए थे7वि सदी में, इसलिए नही फैला
मुझे लगता है बौद्ध कोई धर्म नही है अपितु सोचनेऔर समझने और आचरण करने वाले समूह में शामिल होनै जै सा है।
सर बहुजन समाज की जागरूकता के लिए आपका बहुत ही सराहनीय कार्य है।
You are great .
बहुत बढ़िया जानकारी दिया आपने l बहुत बहुत साधुवाद! जय भीम 🙏
Thanks to ambedkar nama news. Thanks to prof. Ratanlal sir, jai bhim, jai bharat mulnivasi.
Mujhe Bhuth dhuk💔 😭😭 hota hai sir jab main aise itihas ko sunnta hu ! Mere pyare Buddhism ko Kuch dhurat manuwadi logone aur muslimo ne mil kar katam kar diya..! Mera dil kar rha hai sabse pahele mai Islam dhram hamesha hamesha ke liye bharat se ktham karu.. Fhir is Hindu dhram ko katham karu..
Good carry on
बुद्धिज्म के प्रमुख अनुयायियों के बारे में पढ़ लो कि वह कि कौन थे फिर ब्राह्मणों पर कुछ बोलना
Bhai aaj budda aur Muslim donon Hi ek manch per khade dikhai de rahe hain
@@vijendrajain9076wake up.😂
@@sana_nausheen9 saal ki bacchi se sadi karne wale ko aap mane.
बहुत बहुत आभार आपका अंबेडकरनामा
एपिसोड बहुजनो के लिये प्रेरणा दायक है
जय भीम जय भारत namobudhyay
साड़ी वीडियो हम आपको देखते हैं हमें बहुत अच्छा लगता है सही आप बताते रहिए हमें अनुभव होता है धन्यवाद आपकी
विलकुल सही बात कही है आपने
फार चांगली माहीती दीली सरधन्यवाद जयभिम जय संवीधान जय भारत
Dr. रतन लाल जिस भी समुदाय से आते हों. "अम्बेडकरनामा" जैसा बहुत ही संजीदा और श्रद्धेय नाम को चुना है. लेकिन बाबा साहेब के लिये सम्बोधन में वह श्रद्धा नहीं झलकती जो उनके लिये होनी चाहिये. जिस प्रकार से मिस्लिम इंसा अल्लाह को हिन्दू अपने अभीष्टों को सम्माननिय उच्चारण करते हैं. उसी प्रकार से बाबा साहब के सम्बोधन करते समय हमें दलितों की भावनाओं का आदर किया जाना चाहिये.
बहुत बढ़िया । आम्बेडकर नामा
डा.बाबा सा हेब की क्रांती प्रतीक्रंती एक महत्वपूर्ण किताब है.आपके विश्लेषण समाजाचे लिये मार्गदर्शन पर है.धन्यवाद.
@@ashathorat6418 😘😘🙏
@@ashathorat6418 1111111111111111111111111111111111¹11
1111111111111p
Namobuddhy
हिंदू धर्म को बचाने के लिए हिंदू राजाओं ने अपनी बहिन बेटियो मुस्लिमो को सौपदी थी जबकि बौद्ध धर्म के अनुयायियों ने मरना उचित समझा गुलामी स्वीकार करने से।
Tumne toh na saunpi 😂
Pandito se nafrat krke kbhi aage nahi badh paoge...unse seekhna chahiye tmhe...tm din bhr me 50 baar pandito ko gali dene me time kharab krte ho wo ek baar bhi tmhare bare me sochta tk nahi bs apne kaam me lga rehta hai
@@akshatsingh8041 Sabse bada shauk hai har jaati ka sirf panditon ko gaali dena.
@@lonewoulf3225 hindu bharm me brahmno ko galia hi Di jati hai jab ki moslman dharm me brahmno ki fir vi ijat hai vo chahe farok abdola hoa mahboba mofti ho owesi ho je sab converted brahmn moslim hai
@@noob_gam_ingddf2690 Iska matalb Brahamino ko bhi Muslim ban jana chhaiye.
बौद्ध के पतन के मात्र एक कारण अहिंसा के पुजारी होना सबसे पहले पुष्प मित्र सुंग ने बौद्ध का कत्लेआम किया था
Ade bhai andha nahi bano muslim ne bhi baudh dhram ka vinash kiya
@@sandipkumar2303 abe bhai tumhare ghar me bacha janam le roye to bhi muslim ka hi hath hai
Iska matlab हां अब समझ में आया कि बौद्ध धर्म को मुस्लिम ने खत्म किया और हिंदू धर्म उसे दोबारा जीवित नहीं होने देंगे थैंक्यू रतन सर
Hindu dharma kabhi tha hi nahi, ye to 8-9 sadi ke baad aaya hai.
Na kabhi vedic period tha aur na ki koi hindu dharma.
Survive to ho Gaya Kahan soye hue ho
bodh koi dharam nhi h
@@Dhammaghos ye tum mulo hindu usernname rakh ke hinduism ko gali dete ho. apna asli nam batao aslam ya rahim
@IIT meri jaan all these are fiction characters.
7वि सदी में Jainism or Buddhism के अधिकतर विद्वान आदिगुरु शंकराचार्य से शास्त्रार्थ में हार गए थे इसलिए भारतवर्ष में नही फैला
😂😂Abe ullu brahman bhee haar gya thaa kya usse brahman dharm khatam ho gya
Islam ne Hindu budhist Jain sab khatam Kar Diya thaa.
Hum koi majority Mae nhi thee muslims majority Mae the
@@billa6345 अबे घोचू गधे के बच्चें डपोर शंख आदि शंकराचार्य खुद ब्राह्मण थे, bheemta यूनिवर्सिटी का result
Good speech good speech good news channel good
समाज को जागरूक करने के लिए आपको बहुत बहुत बधाई 🙏
बहुत बहुत धन्यवाद सर
Thanks sir apdets karne ke liye .
Thanks " Ambedkar Nama" Jai Bhim Namo Budhay
I agree with you krantikari jai bhim jai prbudh bhart jai samvidhan
Ambedkernsma is highly appreciated. Prof.Ratanlal is appreciated.
Respected sir, aap ki nidarta ko salam, jai bhim jai Bharat 🙏🙏🙏
जय महाराष्ट्र जयभीम सर बाबासाहेब आंबेडकर जी अमर रहे संविधान अमर रहे
Berojgaar hu isliy achchi achchi kitabon se vanchit hu kyonki pariksha ki taiyari ke liye dinbhar tathya ratna padta h...lekin aapka video us vanchna ko kaafi haadd tak kam kar deti hai 🙏🙏
Thx Sir
Namo Buddhay Namo DHAMUM
jai Periyar jai bhim
बहुत ही बढ़िया ।
बोहोत सुंदर विचार सर
नमो बुद्धाय जय भीम जय मूलनिवासी
सहअस्तित्व के लिए सहिष्णुता आवश्यक है। तथापि जीवन संघर्ष में सबसे सुयोग्य लोग ही अपराजित और जीवित रहता है।
Bahut achha itihas batate he sir ji aap ...app jaese maha purusho ki vajah se hamara itihas ham logo tkk pata chalta he
Absolutely right sir Ji...God bless you..We proud of you.🙏😘🍀
आप का विश्लेषण तथ्य से भरा हुआ है जो सत्य है।
Thanks for this news. Jai Bhim Jai Samvidhan
श्रिलकां से भिक्षु बिहार के थे तभी उन्होंने बिहार में एक प्रथा देखी बुद्ध मुर्ती पर मिट्टी डालो पुण्य मिलता हैं। भिक्षु वहां जाके बहोत सारी बुद्ध मुर्तियां बाहर निकाली। मुझे याद नहीं आ रहा हैं भिक्षु का नाम। प्लिज इस बात पर भी नजर डालिए
Maharaj musalman shasak aane se pahle se hi boudhdharm aur brahmano mai takrav tha. Musalman Tu bahut bad mai aiye.... Har muslim shasak ke darbar mai brahman hi bade bade ohdo per rahe... Bade bade jagir ke malik brahman hi rahe shuru se lekar akhir tak...
Shudra,sadgati, tesri azadi, gulam giri
पहली बात गौतम बुद्ध ने कोई नया धर्म चलाए ही नहीं वे उस समय सनातन धर्म में जो बुराई और कुरीति आ गई थी उसे साफ कर रहे थे उनको ज्ञान की प्राप्ति वेद और उपनिषद् के अध्यान से ही हुई थी।सनातन से ही बौद्ध,जैन,और सिख धर्म निकला है
Expo art entertainment = sawal ye nahi hai nikal hai swal ye hai ki ki alag kyu hua aur. Suno Buddha ne ksbji bhi aone ideoly kis thop nahi hai jaise hindu thopte hai Sikh ki baat mat karo vo to bilkul alag relgionhai unka aone holy granth hai aone alag culture hai vo vedo ko nahi mante hai unke pas apni holy book hI vo god concet ko mante hai bhai sahib hindu devi devtao ki tarha 33 types ki devi devta ko nahi mante hai aur buddha ne ye bhi nahi kaha tha ki mujhe bhagvan bnyo unhe bhavan banke puchte bhi hindu hi hai Buddha ki teaching ki viprit kam kar raha hai aur jaino ko vo to khud ek aaj ek independent relgion hai thik hai ye to vohi baat ho gai ki christan bol raha ki Islam unme se nikal hai nikalne ki bast nahi hai hai baat ye hai ki alag relgion ban geya hai tabaap usko hindu dhram dmsect nahi bol sakte sect hindu dhram ki aarya samaj iskon shancharchya shect shaiv sect viasnav sect isko sect bolte hai ye sari relgion ek independent relgionhai hindu dhram ki koi sect nahi hai
भारत एक जातपात जैसे दलदल मे डुब चुका है.
जबतक यह जातपात रहेगा भारत मे अन्याय अधर्म अत्याचार होता रहेगा..
बहुत बढ़िया रतन जी
We want more episode on this topic 😊😊keep it up👍👍👍 I'm also Buddhist and hope we revived and stablist again in India.
Lavde tu yadav hata pahale yadav ko badnam mat ker
why you not remove yadav title if you are yadav you are hindu. yadav is not any title in budhism
Are you SC
भगवान कृष्ण के वंसज "यदुवंशी छत्रिय" समाज में राधे-राधे जप रहे हैं और यह यहाँ "AY" और "TY" के भविष्य निर्माण हेतु "बुद्धिष्ट" होने का दावा कर रहे हैं।
वास्तव में यदि बुद्धिष्ट हो तो नौकरी के या एडमिशन के फॉर्म में हिन्दू लिखना छोड़ दो और उसमें बुद्धिष्ट लिखो किन्त ऐसा नहीं कर सकोगे क्योंकि उसी दिन आरक्षण की मलाई मिलना बन्द हो जाएगी।
🤔🤔😎
ये डॉ "जहर लाल" वामपंथी जहर हैं जो समाज को तोड़ने का काम करते हैं उसमें जहर घोलने का काम करते हैं।
जय सियाराम!💐
वन्दे मातरम!💐
जय भारत!💐
जय भीम!💐
Watch human with science
One of the main reason or final nail on the coffin for decline of Buddhism in India or it being unable to revive was that great institutions like Nalanda which were like factories for producing great minds were destroyed from root. Without the coming of able and learned teachers, Buddhism suffered a lot. Still many Buddhists of the plain lack proper and able teachers to give them proper guidance. However, the modern technology is helping a lot. More works are needed in regional languages and Hindi. For those well versed in English or Bhoti language the resource is unlimited. With the Buddhist community getting more educated, they are getting opportunity to study and understand dhamma more than their predecessors. 🙏🏼
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.
Yet many Buddhist in India worship ganpati, ram sita idols
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.
Tera to mai name bhi nahi le sakta Muslim ko tumahari jarorat nahi pehle tum apna dekho handi jharu Muslim ne nahi bandhi ya aj bhi ghori pe charte pehle mochh aur ghori char lo tab jake muslim ko salah dena
Aur pora sun le tab niskarsh lagana
Shudra,sadgati, tesri azadi
आपने डाक्टर साहब के लेख की चर्चा की है बिलकुल सही बात है पर इसको थोड़ा स्पष्ट कर रहा हुं। १ ब्राह्मण वाद ने राजसत्ता को चुनौती नही दी उसके राज्यव्यवस्था केखिलाफ कोई समानांतर व्यवस्था नही बनाई। जबकि बौद्धो ने राज्यव्यवस्थ। के खिलाफ नई व्यवस्था बनाकर उनको चुनौती के रूप में खुद को बना लिया।जैसे अपने संघों में राजा की आज्ञा नही मानते थे।
मूलनिवासी पहचान एकमात्र समाधान
मेरी शान भारत का संविधान
जय भीम। बहोत अच्छी जानकारी प्राप्त हुई।🙏🏻
Bahot achchha sir ji jay vigyan
Sir Sachchayi ko vistar se bahot hi sundar tarah se batane ke liye aap ka bahot bahot abhar 🙏🙏🙏
बहुत बढीया सरजी मैआंबेडकर नामा केहर एपिसोड को सूनता हू. बहुते ही सुंदर तरीके से आप समजते हो. धन्यवाद जय भीम जय महाराष्ट्र
Jai Shree Krishna
Jai Bhim Jai Bharat Namo Buddhay
बहुत सही अंतर सटीक विश्लेषण किया धन्यवाद आपका
Sir,your Analysis is very informative
☺️🙏🙏
I love you Sir.. 🌷
#JaiBhim ✍️
#NamoBuddhaya ☸️
Jai bhim sir ji very good namo buddhay sir ji 🌹🙏
जो भी आप कह रहे हैं सच्चाई है लेकिन आज जो दलित ओबीसी हिन्दू बने फिर रहे हैं तो क्यों नहीं बौद्ध धर्म अपना लेते। अंबेडकरनामा में जितने जितने लोग हैं वो भी 1%भी बौद्ध नही होंगे उनकी जातीय प्रमाण पत्र में हिन्दू ही होगा
Tum kafi nahi ho jo talwar dekh k salwar badal li
I have some research on this topic, one of the main reason for decline of Buddhism is that Buddhism is not a religion for uneducated, it can be only taught through a structure of monastery and university and practicing Buddhism required long term commitment for studying it. Most Buddhist scripture are based on yogic practices, mantra recitation, and a disciplined life which is only possible in stable socio-economic conditions available during Harsha and ashoka period, one more thing most Buddhist scripture are allowed to be studied only from monk with certain experience and training, that's why most Tibetan monk are reluctant to share their knowledge with ordinary people, you can become a Buddhist monk only with experience and training, not on the basis of birth like other religion
Actually around buddhism got merged with Confucianism and brahminism
Your research has full of flaws
Buddhism is clearly divided in to two sections. 1. Bhikkhus (monks) and 2. General public.
A Bhikkhu has to go very difficult training, study and follow strict rules of ethics. While general public has to follow certain rules of ethics called Panchsheela and Ashtangik Marg which are of directive nature only. Naturally the Number of Bhikkkus is limited as compared to general followers. As the teachings of Buddha were simple and appealing more and more common people followed him. That was of more concern for Brahmins. Because their followers were leaving that of theirs and following Buddhism.
Had there been no arise of reign of Pushyamitra Shunga, the Brahmin King by murdering of Brahadrath, the last Morya king, there could not have been a down trend in Buddha religion. Because Shunga adapted very tyrannous and destructive measures to deal with Buddhists. He had declared a 100 gold coin prize to any person who brought a head of a dead Baudha Bhikkhu, besides many atrocious measures against general Buddhist followers.
It was not surprising that Buddha religion started decline from Shung regime itself. (It was since about 200 to 150 BC)
@@vilasgawali1856 what about hinyan and mahayan sacts???
Buddhism can be understood by intellectuals because it does allow you to believe but rather know. Hence it is religion of intellectuals and hence Indians couldn’t keep up with it
बहुत अच्छा जानकारी 👌🙏
पुष्यमित्र शुंग ने जुल्म किये लेकिन उसका बेटा अग्निमित्र शुंग खुद बुद्ध धर्म अपनाया वह ब्राह्मन था
The great sosal super spich mamo budhai
गौतमबुद्ध भी तो हिन्दु थे
Jesus bhi Jew the to kya Christians ko jews bolna start krdega tu ?
nhi ?
War & Military activities was & is an important & unseparable part of social fanomenon. But Buddhism totally ignored this fact whereas war & others military activities was an unseparable part of Hinduism. That's why Hinduism could survived & Buddhism couldn't.
बढाते रहो समाज मे दुरीया, जब देश ही नही बचेगा तो आपको सुननेवाला भी कोही नही रहेगा... बौध्दो का सफाया अती अहींसा के पथ पर चलने के वजह हुआ है..... आपको जिना है तो लडना पडताही है...... हिन्दु तब भी लडे और आज भी लड रहे है. अंतीम सत्य तो ए है, मुलाधार तो हिन्दु ही थे..... तालीबान बु्ध्द मुर्तीया तोड रहे थे तब सारा बौध्द समाज चुपचाप तमाशा देख रहे थे..... आज ईस्लाम का साथ दे कर ताकद ईस्लामकी बढा रहे है.
ये सब नए बौद्ध है जो 1947 के बाद बने। इन्हें ही हिन्दू धर्म से समस्या है। पुराने बौद्ध और हिन्दू तो आपस मे प्रसन्नता से रहते आये है। अम्बेडकर साहब विद्वान थे तर्क युक्त थे परंतु सर्वज्ञानी नही थे। भगवान बुद्ध के संबंध में, बौद्ध धर्म के संबंध में - उदय होना, विस्तारित होना या पतन होना यदि जानना हैं तो ओशो को सुनना चाहिए न कि अन्य किसी को। बाकी सब तो इधर उधर से तर्क इकठ्ठे करके उसे प्रस्तुत करते हैं।
Dilip mayekar =o bhai sahib hindu sirf aone mandiri ki liya lad hai aur apne ziimmino ki liya kabhi pahadi rajo ki bare mai suna lena guru Gobind Singh ki time pe unhone guru Gobind singh par peech se attack kar dia tha koi hindu bhi esa nahi hai jo bada hi imandar ho thik hai aur rahi baat samaj mai duri badana ki vo to hindu dhram ki varnvad ne pehle hi bada di hai Aaj to hindu dhram ke relgion se sawal puche jate hai critise kia jata hai jo kis hindu ko puchta nahi hai aur suno sabse pehli baat vo shankrachya hi tha jisne Buddhist monks ko harke boddh dhram parcghat kia tha to kabhi RUclips srach kar lena ki jaina mandir jo hinduo msi convert kar dia gai kabhi seach kar lena aur rahi talibN ki shyad aapko pata nahi bbc ki news dekh lena talibani log muslim hai vo murti puchak hote hi nahi hai aur buddha ne kaha bhi nahi meri murtiya Bano aapke jankari ki Liya bata du pakistan mai hanuman ji mandir bhi Tod diya geya hai tha thik hai to jo hindu bade ladai karne vale bante hai hai vaha kyu nahi lad paye batana Zara
Great job
Very sad to hear the Tragedy of Budhists. Rest in Peace.
तू भी बौद्ध या हिन्दू ही होगा
@@haripriyaharipriya9966 हाँ, संभवतः बोध। पर तुम्हारी तरह नफ़रती नहीं
Bramhin religion is the responsible for the elimination or persecution of the said Jains and Buddhists, as per Babasaheb
Muslims bhi responsible the
Who destroyed Buddhism in Afghanistan and Indonesia ?
bhayia sabse zada karan muslim akranta hi the lekin yaha pe sabko brahmano ko gali bhi toh dena hai muslim ne sikho ke 10ve guru ke 4ro bacho ko mardala tha
@@somewhereinindia6404 indonesia me toh Portuguese ne detroy kia hai. Portuguese jab tak spices ki khoj me indonesia aur malay peninsula nahi pahunche the tab tak bhut sare log Buddhist ya phir hindu hi the.
Sirf costal region me muslim.
8000 jaino ko marne wala madurai ka raja hindu tha woh bhi lingayat samaj ka.
Please call dr harshdeep kambale ias for discussion because he is showing some interest in Buddhism
जय भीम नमो बुद्धाय सर 🙏🙏
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.
सर आपका सुक्रिया
Jai bhim Jai sanbidhan Jai bhart
Jai bhim Jai kanshiram
Excellent Truth Sir jai bheem
Excellent!!
Bodh dhamm ko ab koi Hani nahi pahucha sakt. Desh ke log suchayi Jan chukey hai. Jai savidhaan 🇮🇳🇮🇳
When a god of any religion dies ...no one can gonna to accept that religion ...
right
Buddha is not a god he is a Guru like Guru Nanak, Mahavira, Guru Basavanna. Buddhism is a philosophy and not a religion like Islam and Hinduism. It is based on logic and Reasoning and not on blind faith.
Buddhist Intellectuals passed through unprecedented prosecutions of rulers and priestly class
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.
Ratan Lal clearly told Islam is the main reason behind decline of Budhhism
@vihar wohi banega ( mandir todke)
On orders from Taliban founder Mullah Omar, the statues of Bamiyan Budhha were destroyed in March 2001, after the Taliban government declared that they were idols. International and local opinion strongly condemned the destruction of the Buddhas.
In 2013, a series of 10 blasts happened in Bodh Gaya. Indian Mujhheedin was behind the blast.
@vihar wohi banega ( mandir todke) In Myanmar, out if sheer desperation, Budhhists are fighting back and driving out Rohingyas in milliion from their land. Buddhist monk Wirathu said, " You can be lovable soul but cant sleep next to a mad dog(muslims). He is known for beheading muslims
@vihar wohi banega ( mandir todke) Go to court and file a petition to prove your claim
Buddhism eclipsed in India much before the advent of Islam. As for other countries, those who were once Buddhist are muslim now.
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.
China bhi buddhist country kahlata tha lekin wahan bhi buddhist khatam sa hai..... wahan to islam nahi hai..... Bhai jo islam me nahi hain aur buddh dharm ko chhoda hi nahi aur sanatani baney ghoom rahe hain hai jinko kabhi sanatani samjha hi nahi gaya pahle unko to rastey par le aao...... Other muslim christian ko to baad me shamil kar lena
Raaste par laana upar wale ka kaam hai
@@rashtab96 upar waala kuch nahi hota hai. Aap log bus ek delusion ka shikaar ho.
@@jaibhim3130 dharam mein zabardasti nahin
बहुत सारे बौद्ध विचारवन्त ब्राम्हणी इतिहासकारों का ही अनुसरण करते हैं।
इसमें उनका दोष नहीं उन्होंनेे प्रायमरी से लेकर कॉलेज तक ब्राम्हणी इतिहासकारों ने लिखा इतिहास ही पढ़ा हुआ है ।
बहुत सही सर
नमो बुद्धाय जय भीम
Very informative video....jai bheem sir 🙏🙏
Jai Bheem. Namo Buddhay.
Very good information
Achchha lagaa good news jai bhim sir
Bharat ke 120 crode hindu ab marte damtak bjp aur modi yugi ko vote dega.120 crode hinduo ke dil me sirf modi yugi basta hai.
Thanks you sir 🙏🙏
Bahut sahi
इस्लाम के आने से पहले ही ब्रह्मण बुद्ध धर्म को परास्त कर चुके थे।
Islam ne puri duniya ko jahannum bana diya
सर को जय भीम लाल सलाम नमो बुद्धाय
Mai general category se hu mujhe jat pat ka frk ni pdta mujhe o sare log psnd h jinhone desh ke liye kuchh achha kiya h
Aur o hi mere ideal h
Buddhism was deserted because of Bhakti movement ..... Bhramin who were opposing bhakti once became a part of it and survive.
Absolutely right
Very good information ji
ब्राह्मणों द्वारा बौद्ध धर्म को 2000 हज़ार पहले दफन करने के बाद ही तो मनुस्मृति लागू हुई थी..............
इस्लाम के भारत में आने से हज़ार साल पहले ही बौद्ध धर्म लगभग खत्म हो चूका था..............
to aj khatam nahi hua
@@proudetobeindian6428 बौद्ध भारत में कितने प्रतिशत है????
जितना है वो खत्म के बराबर है........
% कितनी है????????
जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान जय भारत 🌹🙏🙏
Thank you very much Sir
Deep studied and nicely explained
आज अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्ता न मे बुद्धिज़्म खत्म हो गया. हमें भारत को पाकिस्तान नहीं बनाना है.भारत मे 85% बुद्धिस्ट होने चाहिए.अगर मुस्लिम मूलनिवासी है तो पहले मूल धर्म को अपनाये, फिर वो मूल निवासी कहलाएगा। अंधभक्तो की तरह अरबो की गुलामी से अच्छा है, बाबा साहेब के बताये बुद्धिस्म को अपनाए.
"डॉ जहर लाल" साहब सरकारी तनख्वाह और यूटयूब से 5 लाख मासिक कमाकर बखूबी जहर घोल रहे हैं किन्तु इस एपिसोड में कुछ अच्छी बातें कहीं हैं।
जय सियाराम!💐
वन्दे मातरम!💐
जय भारत!💐
जय भीम!💐
Anil ji क्या यह सही है
@@Malviyabauddhavlog2758 पूरी तरह से नहीं,अलग-अलग काल खंड में अनेक लोगों द्वारा अलग-अलग तरीक़े से कुछ बातें लिखीं गयीं हैं,जिनके पुरातात्विक प्रमाण नहीं हैं, किन्तु भारत का ऐतिहासिक सत्य जानना है तो सीताराम गोयल, डॉ आर सी मजूमदार, एवं विदेशी यात्री लेखक मेगस्थनीज को पढ़ें।
इसीलिए मैं मनु स्मृति/ संहिता का विरोध करता हूँ क्योंकि वह भी अलग-अलग कालखंड में अलग-अलग लोगों द्वारा लिखीं गयीं हैं और सनातनियों के बीच आपसी भेदभाव को बढ़ाने हेतु द्वेष वश महाघृणित कुचक्र रचा गया है।
जय सियाराम!💐
वन्दे मातरम!💐
जय भारत!💐
जय भीम!💐
आपको सैल्यूट करता हूं सेकुलर वालों को समझना चाहिए
Mujhe lagta hai muslmano ke bharat me aane se pehle hi videshi Brahmans ne bharat se baodh Dharm ka safaya kar diya tha 🤔✊🇮🇳
Rty bhai
नालंदा विश्वविद्यालय का प्रसिद्ध बौद्ध पुस्तकालय किसने जलाया,, बख्तियार खिलजी ये क्या ब्राह्मण था
इतिहास ठीक से पढ़ो
Shudra,sadgati, tesri azadi