उपन्यास में शैलेन्द्र का चरित्र अति उत्तम, वहीं विदेश से लौटने वाले का संकीर्ण मानसिकता। इसीलिए आज भी रिश्ता तय होने के बाद भी लड़कियों को सावधान रहना चाहिए। आधुनिकता में आकर एसी गल्ती ना करें। सीमा जी के वाचन की तो आरंभ से ही बड़ी वाली प्रशंसक हूं। कमाल कर देतीं हैं।दिल से आभार।
मालती जोशी जी और सीमा जी आप दोनों को नमन! इतने सुन्दर उपन्यास लिखने और कथा वाचन के लिए ! सीमा जी मैं हृदय से आपका आभार प्रकट करती हूँ, क्योंकि इस बीच मेरी आँख की सर्जरी हुई थी ।मैं न पढ़ सकती थी और न डिजिटल प्रयोग कर सकती थी! रसोई में जाने में बेटी ने सख़्त पाबंदी लगा रखी थी । आपके कथा वाचन से मेरा ये समय कैसे बीता मुझे पता ही नहीं चला । शिवानी जी, मालती जोशी जी, वंदना वाजपेयी तथा और भी बहुत सी लेखिकाएँ मुझे प्रिय हैं, उनकी कहानियाँ और उपन्यास सुनकर ही मैंने अपना समय बिताया । इसके लिए आपको हार्दिक धन्यवाद देती हूँ!🙏🙏
ऐसा लगा मानो मैं इस कहानी को उन लोगों के साथ घटता देख रही हूँ सभी पात्र सजीव मेरी नजरें देख रही हैं सहायता मामी ने की लेकिन कृतज्ञता पूरे परिवार को निभानी पड़ी
मैं अभी जल्दी में ही यह कहानी सुनाई शुरू की है वजह यह है कि मेरी आंख में कुछ परेशानी हो गई है जिसकी वजह से मैं फोन ज्यादा देर देख नहीं पा रही लेकिन मुझे मानो मन माफिक खजाना मिल गया क्या कहानी क्या उपन्यास और क्या आप का कहानी वचन एक एक कहानी अपने आप में बहुत कुछ कहती है और यकीन मानिए सुनकर आजकल अपना दिन कट रही हूं वरना एक वर्किंग लेडी होने के कारण मैं बिल्कुल पागल हो जा रही थी लेकिन मेरा समय बहुत ही अच्छा कट रहा है इन उपन्यासों को सुनकर बहुत बहुत धन्यवाद मेरे मन माफिक मुझे कोई चीज बहुत दिनों बाद मिली है बहुत बहुत शुक्रिया मालती जोशी जी का यह उपन्यास दिल को छू गया❤
एक सार्थक और यथार्थ को दर्शाता हुआ उपन्यास। एक शिक्षा तथा संदेश भी इस उपन्यास में छुपा है किसी भी लड़की को शादी से पूर्व अपने भावी पति के आगे भी समर्पण नहीं करना चाहिए। पुरुष की मानसिकता इसका गलत ही अर्थ लगाती है। उपन्यास में मामी का व्यवहार तथा चरित्र मेरी दृष्टि से नमन के योग्य हैं। और शैल जिसने सब कुछ जानते हुए भी निधी को अपनाया। आपकी प्रस्तुति ने अंत तक बांधे रखा।
मैंने मालती जी की इतनी सारी रचनाएँ पढ़ी हैं व अब आपसे सुनी हैं पर ये तो बेमिसाल है , ऊपर से आपका इतना प्यारा वाचन मानो देख रही हूँ हर घटना! कई बार मेरे रोंगटे खड़े हुए व आँखें भर आईं ! बहुत बहुत धन्यवाद सीमा जी , आप सदा ऐसे ही बढ़िया,उत्कृष्ट रचनाएँ सुनाती रहें व हम जैसे दीवाने मंत्रमुग्ध से सुनते रहें ! कई दिनों तक ये कहानी मेरे दिमाग़ से नहीं निकलेगी , बल्कि शायद कभी नहीं निकलेगी जैसे कि पाषाण युग कभी धर्मयुग में पढ़ी थी पर आज भी याद है ! 🙏🙏
Rajiyaji mujhe lagta hai wo apne husband ka affection paa kar zarur wapas aye hogi. Sirf apne (now dead) fiancee ke 'fake' love ki wajah se Jab wo itna kuch karne ko tayyar ho gye thi, to ab to usko maloom tha ki uske husband usko wakai chahte hai.
बहुत अच्छी कहानी, सुखांत
उपन्यास में शैलेन्द्र का चरित्र अति उत्तम, वहीं विदेश से लौटने वाले का संकीर्ण मानसिकता। इसीलिए आज भी रिश्ता तय होने के बाद भी लड़कियों को सावधान रहना चाहिए। आधुनिकता में आकर एसी गल्ती ना करें।
सीमा जी के वाचन की तो आरंभ से ही बड़ी वाली प्रशंसक हूं। कमाल कर देतीं हैं।दिल से आभार।
प्रेमिल धन्यवाद आपको निर्मल जी 🌹🌹
Bahut sundar kahani, mahilayo ki samvedna avm naitik mulyo ko banaye rakhane hetu shikshaprad v hai.
Very nice story
बहुत सुंदर कहानी मालती जी की सभी कहानियां मुझे बहुत अच्छी लगती हैं धन्यवाद दीदी ये कहानी मै दुबारा सुन रही हूं और मन नहीं भरता
Thank you my dear Raj 😊
Bahut sunder kahani
Kamal story lajawab andaz jis nay dil ko chu leya.
♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥
🙏🏻🙏🏻😊
ATI sunder Dii ❤❤❤❤❤
Very nice story.Thank you for reading it.
You are most welcome
Seema ji apka vachan mughe khushee ki rahe dikhata hai❤
ईश्वर सदैव आपको खुश रखें।
बहुत ही अच्छी दिल को छूने वाली कहानी 👌👏
dil ko choo lene wali kahani aur seema ji aapki atisunder prastuti
🙏🏻
मालती जोशी जी और सीमा जी आप दोनों को नमन! इतने सुन्दर उपन्यास लिखने और कथा वाचन के लिए ! सीमा जी मैं हृदय से आपका आभार प्रकट करती हूँ, क्योंकि इस बीच मेरी आँख की सर्जरी हुई थी ।मैं न पढ़ सकती थी और न डिजिटल प्रयोग कर सकती थी! रसोई में जाने में बेटी ने सख़्त पाबंदी लगा रखी थी । आपके कथा वाचन से मेरा ये समय कैसे बीता मुझे पता ही नहीं चला । शिवानी जी, मालती जोशी जी, वंदना वाजपेयी तथा और भी बहुत सी लेखिकाएँ मुझे प्रिय हैं, उनकी कहानियाँ और उपन्यास सुनकर ही मैंने अपना समय बिताया । इसके लिए आपको हार्दिक धन्यवाद देती हूँ!🙏🙏
पार्वती जी....आशा है अब आप पूर्ण स्वस्थ होंगी। लेकिन कहानी सुनती रहिएगा ❤️❤️❤️❤️
बहुत ही अच्छा लगा उपन्यास . मालती जी को नमन. सीमा जी आपकी प्रस्तुति भी अतुलनीय है. बहुत धन्यावाद.
❣️🙏
कहानी नहीं,जैसे हमारे आस पास की घटनाओं का आंखों देखा वर्णन हो। बहुत सजीव
`````````````` iuu4tt9m.n ook
.` ```••☆•@~°°☆☆! @@HindiSahityaSeemaSingh
उपन्यास बहुत अच्छा लगा। धन्यवाद मालती जी। धन्यवाद सीमा जी कहानी सुनाने के लिये। 🙏🙏⚘
बहुत सुन्दर
सचमुच बहुत अच्छी कहानी। धन्यवाद।
🙏🏻💕😘
इतनी बडी कहानी आपने दिल से सुनाई धन्यवाद कहानी ह्रदय स्पर्शी सुंदर थी
शानदार ❤
Super se upper🎉🎉🎉
😢good
ऐसा लगा मानो मैं इस कहानी को उन लोगों के साथ घटता देख रही हूँ सभी पात्र सजीव मेरी नजरें देख रही हैं सहायता मामी ने की लेकिन कृतज्ञता पूरे परिवार को निभानी पड़ी
Wow!! What a wonderful story and narration. 👌👌👌🙏
Thank you Madhuri ji...🙏🏻❣️
She is great writer and story teller is also quite talented.
Thank you so much Sir🙏🏻
मैं अभी जल्दी में ही यह कहानी सुनाई शुरू की है वजह यह है कि मेरी आंख में कुछ परेशानी हो गई है जिसकी वजह से मैं फोन ज्यादा देर देख नहीं पा रही लेकिन मुझे मानो मन माफिक खजाना मिल गया क्या कहानी क्या उपन्यास और क्या आप का कहानी वचन एक एक कहानी अपने आप में बहुत कुछ कहती है और यकीन मानिए सुनकर आजकल अपना दिन कट रही हूं वरना एक वर्किंग लेडी होने के कारण मैं बिल्कुल पागल हो जा रही थी लेकिन मेरा समय बहुत ही अच्छा कट रहा है इन उपन्यासों को सुनकर बहुत बहुत धन्यवाद मेरे मन माफिक मुझे कोई चीज बहुत दिनों बाद मिली है बहुत बहुत शुक्रिया मालती जोशी जी का यह उपन्यास दिल को छू गया❤
बहुत-बहुत स्नेहपूर्ण धन्यवाद पूर्णिमा मैम...आपके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करती हूँ। 🙏🏻
@@HindiSahityaSeemaSingh Thank you so much
Jitni sunder kahani utna hee sunder apka katha vachan Ma'am🌷
जी धन्यवाद कुमुद जी 🙏🏻🙏🏻
ञङञ
म ङञञञञ ञङ ञञञञञञञङङञञञ ञङ
मममम मणञमणमञमङङञणमञमम
ण
बहुत उत्कृष्ट और बेमिसाल कहानी ☺आपकी प्रस्तुति भी उतनी ही उच्च कोटि की दीदी🥰 🙏
🌹😘
एक सार्थक और यथार्थ को दर्शाता हुआ उपन्यास। एक शिक्षा तथा संदेश भी इस उपन्यास में छुपा है किसी भी लड़की को शादी से पूर्व अपने भावी पति के आगे भी समर्पण नहीं करना चाहिए।
पुरुष की मानसिकता इसका गलत ही अर्थ लगाती है।
उपन्यास में मामी का व्यवहार तथा चरित्र मेरी दृष्टि से नमन के योग्य हैं।
और शैल जिसने सब कुछ जानते हुए भी निधी को अपनाया।
आपकी प्रस्तुति ने अंत तक बांधे रखा।
🙏💕❤️
Awesome
😢 very very nice and good and happy 😢😢😢😢❤❤😊👍👌👌👌👌👌🌹🌹🌹♥️💯🙏🙏😍😍😘😘😘😀😀
dubara bhi bde aaram se suna jata h...utni hi utsukta se...ekdum pahli baar jaisi... conserve them
मालती जोशी जी को प्रणाम 🙏
आप इस चैनल पर पुरानी (आज सुनिए) की कहानियाँ दोबारा सुनाएंगी या नया संग्रह आएगा🤔
तबियत ठीक होने पर ही नया ही बोलूंगी।❣️अभी तो classic video बचाने के लिए दल रही हूँ।
Ok
मैंने मालती जी की इतनी सारी रचनाएँ पढ़ी हैं व अब आपसे सुनी हैं पर ये तो बेमिसाल है , ऊपर से आपका इतना प्यारा वाचन मानो देख रही हूँ हर घटना! कई बार मेरे रोंगटे खड़े हुए व आँखें भर आईं ! बहुत बहुत धन्यवाद सीमा जी , आप सदा ऐसे ही बढ़िया,उत्कृष्ट रचनाएँ सुनाती रहें व हम जैसे दीवाने मंत्रमुग्ध से सुनते रहें ! कई दिनों तक ये कहानी मेरे दिमाग़ से नहीं निकलेगी , बल्कि शायद कभी नहीं निकलेगी जैसे कि पाषाण युग कभी धर्मयुग में पढ़ी थी पर आज भी याद है ! 🙏🙏
Aap theek ho gayi Seema ji
अभी नहीं किरन जी,आवाज़ अभी ठीक नहीं है।
@@HindiSahityaSeemaSingh aapki awaj bahut hi acchi hai, iswar ki di huwi saugaat , jaldi theek hi jaye iswar se prarthna karte hai
सीमा जी 🌻 आप और आपकी आवाज शीघ्र ही ठीक हो जाएगी।
हम सब श्रोताओं की प्रार्थना तथा इच्छा व्यर्थ नहीं जाएगी।💕💐💐
@@kiransingh4539 स्नेहपूर्ण धन्यवाद किरन जी
@@shyamasharma6456 स्नेहपूर्ण नमस्ते श्यामा जी
Ant me kya hua?
Rajiyaji mujhe lagta hai wo apne husband ka affection paa kar zarur wapas aye hogi.
Sirf apne (now dead) fiancee ke 'fake' love ki wajah se Jab wo itna kuch karne ko tayyar ho gye thi, to ab to usko maloom tha ki uske husband usko wakai chahte hai.
I like to read novel of maltije but do not like the voice who is telling story
ओके .....सॉरी सर
Boaring
Very nice story