कबीर साहेब किसको पूजने कहा है? | कबीर साहेब किसकी पूजा करते थे? | पूज्य संत यतींद्र साहेब जी

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  • Опубликовано: 26 дек 2024

Комментарии • 16

  • @aryanvishwakarma-td8xm
    @aryanvishwakarma-td8xm 10 месяцев назад +2

    Saheb bandagi saheb bandagi saheb bandagi ❤❤

  • @gameprajapat
    @gameprajapat 3 месяца назад +1

    Sahib bandage

  • @ohangdas2440
    @ohangdas2440 9 месяцев назад +1

    साहेब बंदगी साहेब

  • @jsrdevesh
    @jsrdevesh 10 месяцев назад

    Saheb bandagi Saheb 🙏🙏🙏

  • @sandiprahangdale8437
    @sandiprahangdale8437 8 месяцев назад

  • @AyodhiMandal-kf9ty
    @AyodhiMandal-kf9ty 10 месяцев назад

    Godmorning

  • @क्रांतिविर
    @क्रांतिविर 10 месяцев назад

    शबरी के झुटे बैर राम ने नही खायेथे साहेब समाल कर बोलीये साहेब बंदगी

  • @guruisinside
    @guruisinside 10 месяцев назад

    अभिलाष साहेब अभी कहाँ हैं ? 🙏

  • @क्रांतिविर
    @क्रांतिविर 10 месяцев назад

    साहेब बंदी महाराज जी रामायण मे लीखा है कि राम मांस खातेथे शराब पितेथे

  • @FolcandJi
    @FolcandJi 9 месяцев назад +1

    रमाशंकर साहब तो कहते हैं कि मंदिर में कोई भगवान नहीं है मस्जिद में भी नहीं है और आप कहतेहो कि मैं तो जाता हूं यह कैसेबाबा है

  • @yogeshwardas7427
    @yogeshwardas7427 5 месяцев назад +1

    कबीर साहब किसी नाम के बारे में चर्चा करते हैं।आप पारख सिध्दांत वाले क्यों नहीं करते।

  • @FolcandJi
    @FolcandJi 9 месяцев назад

    इन कबीर पंथ वाले बाबा को ईश्वर से बहुत नफरत होती है

  • @pranavbishwas
    @pranavbishwas 10 месяцев назад +1

    कबीर का वारे में नहीं जनता। कबीर आसलि भगवान है । आप भगवान को नहीं जानते। आप सन्त बन गया नकलो

  • @nandhirwani2842
    @nandhirwani2842 10 месяцев назад +1

    Pahad ki puja kro vo kyo socho dushra Kabir itna power tha to country's muglo ka gulam nhi rahta desh kb ka Azad rahta bewkufi kam mt kro koi kranti nhi jata ki puja kro isiliye bharat abhi bhi picha hai

    • @khushhalzindagitv
      @khushhalzindagitv  10 месяцев назад +1

      बेवकूफी, मत करो जी!
      कबीर साहेब जाता की पूजा करने की बात नहीं कर रहे हैं हालांकि जाता की साफ सफाई रखरखाव करके उस अनाज पीसकर खाना चाहिए यह जरूरी है मगर मिट्टी पत्थरों की पूजा करने के बजाय जिन मिट्टी पत्थरों की मूर्ति बनी है उसके यदि जीवन में दिव्या गुणवत्ता है तो उसे धारण करने के लिए कहा है और अपने भीतर बैठे परमात्मा को जानने और समझने को कहा है ताकि सबके साथ यानी समस्त चरअचर के साथ प्रेम के साथ जी सकें।