वो जीना चाहती थी लेकिन कितनी निष्ठुरता से समाज ने उसे रौंदा...दोष क्या था उसका कि वो विधवा थी?

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 19 дек 2024

Комментарии • 29

  • @madhumalik9096
    @madhumalik9096 5 месяцев назад +1

    Behad marmik kahani rula gai

  • @harivadannavin6403
    @harivadannavin6403 5 месяцев назад +1

  • @madhurishukla5871
    @madhurishukla5871 5 месяцев назад +1

    बहुत ही अच्छी और मार्मिक कहानी 🙏🙏

  • @bibhasingh6298
    @bibhasingh6298 5 месяцев назад +1

    बहुत ही मार्मिक कहानी

  • @sureshchandraagarwal7313
    @sureshchandraagarwal7313 5 месяцев назад +1

    बहुत ही मार्मिक,सम्वेदनशील.. काश आभास उसको संभाल सकता,समाज कितना क्रूर होता है,छवि जैसी कितनी स्त्रियां इस तरह का जीवन मर रही होती हैं...अंत बहुत ही दर्दनाक

  • @archanapandey1761
    @archanapandey1761 5 месяцев назад +1

    So beautiful

  • @inderjeetdahiya616
    @inderjeetdahiya616 5 месяцев назад +1

    Aaj pahle bar aapki khani adhure si lagi
    Khani bahut hi achhi Or dukhdai hai Aant achha nahi huw 😢😢

  • @vidyasingh6056
    @vidyasingh6056 5 месяцев назад +2

    बेहद मार्मिक, संवेदनशील कहानी और आपकी प्रस्तुति बहुत संजीदा, संवेदनशील दीदी🙏🙏

    • @HindiSahityaSeemaSingh
      @HindiSahityaSeemaSingh  5 месяцев назад +1

      सही विद्या..मार्मिक ✅️ कहानी है.

  • @kamalkapur4365
    @kamalkapur4365 5 месяцев назад +7

    ❤❤ मै आपसै नीलिमा टिक्कू के कार्यक्रम मे ं मिल चुकी हूँ जी ! आपके कहानी-संग्रह को प्रथम पुरस्कार मिला था और मेरे कहानी-संग्रह ' धनक का आठवाँ रंग ' को ग्वितीय...मैं...कमल कपूर❤❤

    • @HindiSahityaSeemaSingh
      @HindiSahityaSeemaSingh  5 месяцев назад

      आप यशस्वी लेखिकाओं का संवाद प्रेरणादायक है।

    • @poonamkorpal7501
      @poonamkorpal7501 5 месяцев назад

      🙏🙏👌👌👏👏👍👍👌👋👍 बहुत खूब

    • @alkamisra9435
      @alkamisra9435 5 месяцев назад

      5565​@@poonamkorpal7501.k877😮65😅😅 2:20 😮I

  • @LalitaSharma-o6y
    @LalitaSharma-o6y 5 месяцев назад +1

    अतिशय मार्मिक उफ्फ्फ ईस समाज मे हम जीते है जंहा हर पल हमारी खुशियों का कत्ल करती है समाज हत्यारी समाज क्या मिलता है समाज क़ो हा क्या मिलता है यऱ 😢😢😢😢😢

  • @kamalkapur4365
    @kamalkapur4365 5 месяцев назад +2

    ❤❤ बेहद बेहद मार्मिक मगर खूबसूरती से बुनी कहानी। मेरी अति प्रिय लेखिका शिवानी जी की सी ही भाषा-शैली है और वही अल्मोड़ा के पहाड़ी झरने फूल और प्रकृति। यूं लगा कि शिवानी जी की कहानी पढ़ें रही हूँ ।

  • @ankitajaidka9875
    @ankitajaidka9875 5 месяцев назад +1

    Jabardast 👍

  • @rajnibhatia6581
    @rajnibhatia6581 5 месяцев назад +2

    Uska bhagya bhi badal jaata agar samaaj chahta ... Kaash!
    Kahani marmsparshi aapka swar bhi bahut komal aur man bhawan 🌹🙏 Jaishree ji ne khoob likha

  • @GeetaDevi-mg5of
    @GeetaDevi-mg5of 5 месяцев назад +1

    ❤❤❤❤❤😂

  • @umabhati9354
    @umabhati9354 5 месяцев назад +1

    बहुत ही मार्मिक, मानव संवेदनाओं को बेहद पारदर्शिता से चित्रित करती कहानी
    समाज की सच्चाई पूरी ईमानदारी से प्रस्तुत की गई है। लेखिका की लेखनी धन्य है , सदैव की भांति पूर्ण एवं समग्र।
    सीमा जी ,आपका वाचन अति प्रभावशाली अति उत्तम!

    • @HindiSahityaSeemaSingh
      @HindiSahityaSeemaSingh  5 месяцев назад

      स्नेहिल धन्यवाद आपको उमा जी 🙏🏻

  • @deeptisingh8807
    @deeptisingh8807 5 месяцев назад +1

    Kahani ki prashtbhoomi Uttarakhand ki hai aur wahan vidhwa aurat ke baal katwane ka rivaj nai hai

    • @HindiSahityaSeemaSingh
      @HindiSahityaSeemaSingh  5 месяцев назад

      ठीक रिवाज है।

    • @deeptisingh8807
      @deeptisingh8807 5 месяцев назад

      @@HindiSahityaSeemaSingh han Uchit hai par kahani me iska description hai

  • @anitarai4723
    @anitarai4723 5 месяцев назад +1