संस्कृति के प्रति समर्पित लोगो को सादर प्रणाम।। अपने खेती बाड़ी को छोड़ कर देवी के कार्य में समर्पित हो गए हैं लेकिन आज के व्यक्ति सिर्फ मनोरंजन के लिए आते है।। और जो व्यक्ति देवी कार्य के लिए आते है उन्हे कलेक्टर दर से मानदेय दिया जाता तो अच्छा रहता है।।😢
धन्यवाद भैया ये रिपोर्टिंग करने के लिए में झारउमर गांव का हूं सही है सर रथ बनाने वालों के लिए कुछ किया नहीं जाता है इतना पैसा आता है रथ बनाने वालों को पूछते नहीं है भले रोजी हिसाब से देते लेकिन देते तो 20,,25 दिन रहते है 300 रुपया क्या होगा प्रशासन को देखना है ये सब सब तक पहुंचाने के लिए हम सब गांव वासी आपके आभारी है❤❤❤
आज के इस मंहगाई के दौर में इन आदिवासी मजदूर लोगों के साथ उनकी कला को महत्त्व नहीं दिया जा रहा है ऐसी में ये परंपरा धीरे धीरे खत्म हों जाएंगी सरकार को मानदेय बढ़ाना चाहिए जिससे इन आदिवासी लोगो का प्रोत्साहन बढ़ेगा और परंपरा चलती रहेगी। जय दंतेश्वरी मईया 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼 इन आदिवासी कारीगरों की पुकार सुनो मां 🙏🏼🙏🏼
दंतेवाड़ा दंतेश्वरी मंदिर में पद यात्रा जाने वालों को दो से तीन दिन लगता है और चलकर पैर में चालें पड़ते हैं और पहुंचने से मंदिर लाइन लगाई जाती है दिन भर लग जाता है एक सेंकड दर्शन करने के लिए और पैसे वालों के लिए 500 में दंतेश्वरी मंदिर के अंदर अलग से बिना लाइन के स्पेशल दर्शन किया जाता है आज दंतेश्वरी मंदिर के साथ वहां के पुजारी आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहा है सर इसके बारे में वहां जाकर तोड़ा विडियो बनाओ सर 500 में स्पेसल दर्शन के बारे में क्या कसीयत है 💐💐👏👏
आपका रिपोर्टिंग बहुत ही अच्छा था सर पहले के समय और अब के समय में बहुत फर्क है पहले के लोग को एक टाइम का खाना दो तो दिन भर कामकर लेता था अब और महंगाई के दौर में कौन इतनी कम रुपए में काम करने आएंगे इसलिए नई पीढ़ी ध्यान नहीं दे रही है भूखे पेट तो भजन ना हुई 300 में अब 20.25 दिन कौन काम करेगा बाकी तो सब नेता मंत्री सब फोटो खींचने में लग जाते हैं लेकिन कोई बेचारे गरीब मजदूर को ध्यान नहीं देते
बस मनोरंजन मात्र हो गया है , आदिवासी दिनभर और भरपूर काम करेगा लेकीन उनका मेहनताना बहुत कम , लकड़ी काटने से लेकर रथ बनाकर खिंचना भी आदिवासी ही करता है ।और बाकी समय मे इश भाईयों को कोई क्या राजा भी पुछता ना याद करता है ।
1.5 करोड़ आता है लेकिन पैसा कहा जाता है। भगवान ही जाने। ऐसे चलेगा तो आगे ये दशहरा bs नाम मात्र का रहेगा। आदिवासी दिन रात मेहनत krta है।pr mehtana nhi milta । सोचनीय?
@@ramdasbaghel1442 वर्तमान में कोई दिक्कत नही आयेगी लेकिन आने वाली पीढ़ी के लिए परेशानी तो होगी ना एक तरफ अपना आदिवासी समाज हसदेव, आमदई अन्य के खदानों के आसपास जल जंगल जमीन के लिए लड़ रहे है अगर आपका जमीन जंगल खदान के आसपास होता न तब समझ आता ,, बस्तर दशहरा में हर साल 200 से 250 पेड़ काटे जाते है a तो सिर्फ बड़े बड़े पेड़ की गिनती है बाकी छोटे छोटे पौधों का कोई गिनती नहीं है,, एक बार सोचके देखो,,, जय आदिवासी जय प्रकृति
यहां पर कलेक्टर महोदय और लोकल विधायक और समाज के प्रबुद्ध जनों को एक समिति का निर्माण कर सभी कामगारों को सम्मान जनक मानदेय तय करके उन्हें देना चाहीए जिससे की परम्परा के साथ साथ ये अपने घर को लौटे तो अपने बच्चों के लिए कुछ ले के जा सके विकाश भाई आप ही इस में शासन प्रशाशन से बात कर सकते हैं
हमारे बस्तर के राजा को इस गौर करना चाहिए है ये सब राजा को करना होगा अस्था के प्रति निभाना है हमारे भाई लोग ये सब करने आते है लेकिन उनका रख रखाव सवस्थ्य पर ध्यान देना होगा मानदेय देना होगा राजा का आदेश है तो कारीगरो के प्रति ध्यान देना होगा
कम से कम मिस्त्री के अनुसार 400/- प्रतिदिन दिया जाना चाहिए। या 15000/- एकमुश्त प्रत्येक को और सिर्फ 150 को बुलाया जाए। ऐसा नहीं करके सीधा ठेका 250000/- में
सर जी बस्तर में हीरे का खुदाई होने वाली है ऐसा बताया जा रहा है जिसमे से 30 गांव प्रभावित हो रहे हैं जिसमे कोंडागांव जिला के कुछ गांव भी प्रभावित हो रहे है मामला भानपुरी परसागुड़ा, सोरगांव, घोड़ागांव, जोबा का है इसमें पूरा जानकारी नहीं है किसी को आप भी यहां आकर एक वीडियो बनाइए था कि लोगों को और जानकारी हो और उसको बचाने के लिए सभी आदिवासी भाई लोग आगे आएं
संसाधनों का इस्तेमाल होगा तो देश का और छत्तीसगढ़ का फायदा होगा वहां के गांव वाले मुख्यधारा से जुड़ेंगे ।।। जल जंगल जमीन के नाम पर आदिवासियों को कब तक जंगल में बिना बिजली पानी सड़क स्वास्थ सुविधाओं के रखोगे ।।।
माओवादी नहीं चाहते की गांव वाले मुख्यधारा में आए क्योंकि जब गांव के लोग पढ़ लिख जायेंगे सारी सुविधाओं को पाएंगे तो नक्सलियों का प्रभाव खत्म हो जाएगा इसलिए भोले भाले ग्रामीणों को वही जल जंगल जमीन का चूरन दे रहे हैं आदिवासी बेचारों की हालत ऐसी ही बनी है देश कहां गया आदिवासियों की हालत जस की तस
@@anuragmalviya7739आप अपने घर किसी गरीब को देने का कष्ट करेंगे ताकि उसे घर का सुख मिल सके। प्रधानमंत्री आवास से घर नहीं बन पता उसके घर बनाने में अपने पैसे देने का कष्ट करें ताकि उनका घर अच्छा से बन सके।
@@anuragmalviya7739Abe itne saal se nmdc mines chal Raha lekin sthaniy logo ka koi vikash nahi hua hai... Agar hua hai to sirf netao r manuwadio ko hi hua hai... chhattisgarh r Desh ki to baat to door
इन गरीबों को कुछ नही मिलता है इनको पाखंडवाद में धकेल दिया जाता है इनके बच्चे भी पढ़ते लिखते नही है उनको भी ये रथ बनाने के लिए लगा दिया जाता है यहां पर कोई भी पैसा वाला रथ बनाने नही आता है यहां सिर्फ गरीब मजदूर ही आते हैं
Hamare goav vale lakdi puhuchne ka kam Karte h lekin hum logo ko toh 1rupaye nhi milta h balki kisi bande ko kulvadi lag ghi toh kud ka paise se titment karwate h..
वन का भी शोसन हो रहा है,, एक बार बनाने के बाद जितना चलता है चलने दे,🙏❤ इससे बार बार वनो की कटाई नही होगी 😢😢 एक बात और 20या 25दिन लगते है और 300 लेके जाते है और बकरा 😢क्या पड़ता है एक दादा को जो दिन रात मेहनत कर रहे है माता के रथ को बनाने में , जोकि बहुत मुश्किल काम है। अगर यही लोग दूसरे जगह काम करके खाएंगे तो ज्यादा मिलेगा,, इसलिए नवयुवक नही आ रहे है,, जब यहां आ कर सिर्फ 300 ले जा रहे है अपने परिवार को कैसे चलाएंगे एक तो महंगाई का जमाना है 😢
Kaha gye bde bde officer , cultural ministry, tourism ministry, Fokat me kaam krwa ke,soshan krke befaltu ka naach gaana krwa rhe h bastar me Inko pehle Paisa do fir dussehra manane ka socho Vrna koi kaam ka nai h
Sar ji sorgaon baster jila ke usmein Hira Moti ka nikalne ka sambhavna hai bol rahe hain kya sach hai usmein bhi jakar video kyon nahin banate hain aap
संस्कृति के प्रति समर्पित लोगो को सादर प्रणाम।। अपने खेती बाड़ी को छोड़ कर देवी के कार्य में समर्पित हो गए हैं लेकिन आज के व्यक्ति सिर्फ मनोरंजन के लिए आते है।। और जो व्यक्ति देवी कार्य के लिए आते है उन्हे कलेक्टर दर से मानदेय दिया जाता तो अच्छा रहता है।।😢
धन्यवाद भैया ये रिपोर्टिंग करने के लिए में झारउमर गांव का हूं सही है सर रथ बनाने वालों के लिए कुछ किया नहीं जाता है इतना पैसा आता है रथ बनाने वालों को पूछते नहीं है भले रोजी हिसाब से देते लेकिन देते तो 20,,25 दिन रहते है 300 रुपया क्या होगा प्रशासन को देखना है ये सब सब तक पहुंचाने के लिए हम सब गांव वासी आपके आभारी है❤❤❤
बहुत बढ़िया लगा ये वीडियो देखकर ❤
अंत्योदय हो न हो परंपरा के नाम से अंतिम व्यक्ति का शोषण अवश्य हो रहा है।
ये रिपोर्टिंग अति आवश्यक था साब🙏🏻🙏🏻
सही बात है दादा 😢
आस्था के नाम पर आदिवासी भाइयों का शोषण ...
शानदार रिपोर्टिंग भैया 👌👌
Bahut hi achhi reporting 👍
यहां के राजा को इन गरीबों से कोई लेना देना नहीं है उनको सिर्फ घर से मतलब है
आज के इस मंहगाई के दौर में इन आदिवासी मजदूर लोगों के साथ उनकी कला को महत्त्व नहीं दिया जा रहा है ऐसी में ये परंपरा धीरे धीरे खत्म हों जाएंगी सरकार को मानदेय बढ़ाना चाहिए जिससे इन आदिवासी लोगो का प्रोत्साहन बढ़ेगा और परंपरा चलती रहेगी।
जय दंतेश्वरी मईया 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
इन आदिवासी कारीगरों की पुकार सुनो मां 🙏🏼🙏🏼
आजकल तो लोग दो बात बोलने के लिए भी एक हाफ चाय ले लेते है ।
ये तो बस्तर की संस्कृति का सवाल है दादा सही में राशि बढ़ाना चाइए
Vikas ji ram ram .... Aap ko Dil se salaam ....
🥁🥁❤❤❤छत्तीशगढ़िया सबले बढ़िया, जय छत्तीसगढ़ महतारी ❤❤❤🥁🥁
Ap sabhee karigar sahyogi dada man la ma danteshwari cho Ashim kripa rahe 🙏💖🥺
🙏🙏🙏🙏
बहुत बढ़िया श्री मान
दंतेवाड़ा दंतेश्वरी मंदिर में पद यात्रा जाने वालों को दो से तीन दिन लगता है और चलकर पैर में चालें पड़ते हैं और पहुंचने से मंदिर लाइन लगाई जाती है दिन भर लग जाता है एक सेंकड दर्शन करने के लिए और पैसे वालों के लिए 500 में दंतेश्वरी मंदिर के अंदर अलग से बिना लाइन के स्पेशल दर्शन किया जाता है आज दंतेश्वरी मंदिर के साथ वहां के पुजारी आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहा है सर इसके बारे में वहां जाकर तोड़ा विडियो बनाओ सर 500 में स्पेसल दर्शन के बारे में क्या कसीयत है 💐💐👏👏
Zcm tiwari ji congratulations
आपका रिपोर्टिंग बहुत ही अच्छा था सर पहले के समय और अब के समय में बहुत फर्क है पहले के लोग को एक टाइम का खाना दो तो दिन भर कामकर लेता था अब और महंगाई के दौर में कौन इतनी कम रुपए में काम करने आएंगे इसलिए नई पीढ़ी ध्यान नहीं दे रही है भूखे पेट तो भजन ना हुई 300 में अब 20.25 दिन कौन काम करेगा बाकी तो सब नेता मंत्री सब फोटो खींचने में लग जाते हैं लेकिन कोई बेचारे गरीब मजदूर को ध्यान नहीं देते
Salute badhei bhai
पैलागी सियान मन ल.. 🙏
संस्कृति के नाम पर पुरा शोषण किया जा रहा हैं 😢😢
Kya shoshan ho rha?
Kya shoshan ho raha hai aur tune kya kiya in logo ke liye
Nice riporting
भैया जी आदिवासी लोग का कलेक्टर दर मिलना है एक लोग 500 रोजी देना चाहिए है दिन रात काम कर है दादा लोग बहुत बहुत काम कर थे है
बस मनोरंजन मात्र हो गया है , आदिवासी दिनभर और भरपूर काम करेगा लेकीन उनका मेहनताना बहुत कम , लकड़ी काटने से लेकर रथ बनाकर खिंचना भी आदिवासी ही करता है ।और बाकी समय मे इश भाईयों को कोई क्या राजा भी पुछता ना याद करता है ।
राजा लोग पहले फ्रि में काम कराते थे, आज भी गुलाम हैं 🤔
Bahut achchi baat bole aaj kal ke yuva is mamle me bahut piche h aur piche hi rah jayenge
❤❤❤❤जय श्री राम..❤❤❤❤
Happy Navratri bhaiya 🙏🙏
Danyavad sir
1.5 करोड़ आता है लेकिन पैसा कहा जाता है। भगवान ही जाने। ऐसे चलेगा तो आगे ये दशहरा bs नाम मात्र का रहेगा। आदिवासी दिन रात मेहनत krta है।pr mehtana nhi milta । सोचनीय?
Yah recording bahut mahatvpurn Raha sar
तिवारी जी आप बहुत अच्छी रिपोर्टिंग करते हो बैकग्राउंड वौइस् बहुत प्यारी लगती हैँ आप से मुकालत करुँगा जब भी Cg आउगा तो
Aadivasi का शोषण हो रहा है धर्म के नाम पर
गाँव वाले ko 🙏 हैँ l ❤🥰
in Aadvasiyon ka pura mehantana Milna Chahiye.
इनको सही मान देय दिया जाए कम से कम 15000 रुपये प्रति व्यक्ति होना चाहिए
❤❤❤
दशहरा में कुछ परिवर्तन लाना चाहिए, हर साल रथ बनाने के वजह पुराना रथ से भी काम हो सकता हैं,तब जंगल भी बच जायेगा, कारीगर भी नही लगेगा,
हां बिल्कुल सही कहा आपने ऐसा होना चाहिए
पहले भाई आपमन माइंस के नाम से लाखो पेड़ कटत है वोला रोको....😮
Chal nikal bai baster ke bare me. Kiya janta hai ped bahut hai baster me Kami nhi hai aapna maa danteswari beyati hai har saal new banega
@@ramdasbaghel1442 वर्तमान में कोई दिक्कत नही आयेगी लेकिन आने वाली पीढ़ी के लिए परेशानी तो होगी ना एक तरफ अपना आदिवासी समाज हसदेव, आमदई अन्य के खदानों के आसपास जल जंगल जमीन के लिए लड़ रहे है अगर आपका जमीन जंगल खदान के आसपास होता न तब समझ आता ,, बस्तर दशहरा में हर साल 200 से 250 पेड़ काटे जाते है a तो सिर्फ बड़े बड़े पेड़ की गिनती है बाकी छोटे छोटे पौधों का कोई गिनती नहीं है,, एक बार सोचके देखो,,, जय आदिवासी जय प्रकृति
सारे जंगल थोड़ी काट रहे है भईया
इनको सरकार के द्वारा मानदेय मिलना चाहिए था
परंपरा को जारी रखना जारी रखना जरूरी है
परंतु उनकी रोजी रोटी को भी सरकार ध्यान दे 🙏
महंगाई के date में इनको आवश्य। मानदेय मिलना chahiy
🙏🙏🙏
कब जा पाऊँगा यहाँ ❤
यहां पर कलेक्टर महोदय और लोकल विधायक और समाज के प्रबुद्ध जनों को एक समिति का निर्माण कर सभी कामगारों को सम्मान जनक मानदेय तय करके उन्हें देना चाहीए जिससे की परम्परा के साथ साथ ये अपने घर को लौटे तो अपने बच्चों के लिए कुछ ले के जा सके विकाश भाई आप ही इस में शासन प्रशाशन से बात कर सकते हैं
Biswa ki sabse bada rathayatra lord jagannath puri odisha me he
हमारे बस्तर के राजा को इस गौर करना चाहिए है ये सब राजा को करना होगा अस्था के प्रति निभाना है हमारे भाई लोग ये सब करने आते है लेकिन उनका रख रखाव सवस्थ्य पर ध्यान देना होगा मानदेय देना होगा राजा का आदेश है तो कारीगरो के प्रति ध्यान देना होगा
😢😢
बस्तर दशहरा से पहले केरावही (लजोड़ा) दशहरा होता है तो इस को जनाना जरूरी है।
Sahi Kaha aapane vah pahle Jamane mein chalta tha abhi to Paisa bolata hai Seva Bitiya bahut ho gaya
♥️♥️♥️👌👌👌🙏🙏🙏
इन गरीबों के हक खाने वाले कभी चेन से नहीं रहेंगे
इतना पैसा आता है दहशरा के लिए इन कारीगरो को कम से कम हर दिन रोजी हिसाब से भी पेमेंट करना चाहिए
कम से कम मिस्त्री के अनुसार 400/- प्रतिदिन दिया जाना चाहिए। या 15000/- एकमुश्त प्रत्येक को और सिर्फ 150 को बुलाया जाए। ऐसा नहीं करके सीधा ठेका 250000/- में
सर जी बस्तर में हीरे का खुदाई होने वाली है ऐसा बताया जा रहा है जिसमे से 30 गांव प्रभावित हो रहे हैं जिसमे कोंडागांव जिला के कुछ गांव भी प्रभावित हो रहे है मामला भानपुरी परसागुड़ा, सोरगांव, घोड़ागांव, जोबा का है इसमें पूरा जानकारी नहीं है किसी को आप भी यहां आकर एक वीडियो बनाइए था कि लोगों को और जानकारी हो और उसको बचाने के लिए सभी आदिवासी भाई लोग आगे आएं
संसाधनों का इस्तेमाल होगा तो देश का और छत्तीसगढ़ का फायदा होगा वहां के गांव वाले मुख्यधारा से जुड़ेंगे ।।।
जल जंगल जमीन के नाम पर आदिवासियों को कब तक जंगल में बिना बिजली पानी सड़क स्वास्थ सुविधाओं के रखोगे ।।।
माओवादी नहीं चाहते की गांव वाले मुख्यधारा में आए क्योंकि जब गांव के लोग पढ़ लिख जायेंगे सारी सुविधाओं को पाएंगे तो नक्सलियों का प्रभाव खत्म हो जाएगा इसलिए भोले भाले ग्रामीणों को वही जल जंगल जमीन का चूरन दे रहे हैं आदिवासी बेचारों की हालत ऐसी ही बनी है देश कहां गया आदिवासियों की हालत जस की तस
@@anuragmalviya7739आप अपने घर किसी गरीब को देने का कष्ट करेंगे ताकि उसे घर का सुख मिल सके। प्रधानमंत्री आवास से घर नहीं बन पता उसके घर बनाने में अपने पैसे देने का कष्ट करें ताकि उनका घर अच्छा से बन सके।
@@anuragmalviya7739बिल्कुल ठीक कहा आपने खदान से हिरा मिलेगा तो मुख्यधारा से जुड़ेंगे सभी जगह विकसित हो जायेगा फिर सभी लोग हीरा खाएंगे
😅
@@anuragmalviya7739Abe itne saal se nmdc mines chal Raha lekin sthaniy logo ka koi vikash nahi hua hai... Agar hua hai to sirf netao r manuwadio ko hi hua hai... chhattisgarh r Desh ki to baat to door
Prashasan ko dhyan dena chahiye mata seva hai yah to unki shradha bhakti hai but unka mandey dena chahiye vartman me
हमारे गांव से भी चालकी बेटया जाते हैं दाल चावल ही देते हैं @पैसा कहा जाता हैं @
अधिकारी लोग जेब में भर रहें हैं आगे चलके कोई रथ बनाने वाला भी नहीं मिलेगा
Baster dassera ak Aisa dassera hai jo pure baster ki akta aur paramparavo ko pradarshit krta hai
Dada narayanpur mey bhoot badi muthbhed chal rahi hey jisme ab bhi tak 14 se 30 naxali marre janne ki khabar hey.. Wait for your video
Asa rath nahi bnao Raja kgud garib h asi parampara kya kam ki agar parampara nibhani hai to paisa dena chahiye
इन गरीबों को कुछ नही मिलता है इनको पाखंडवाद में धकेल दिया जाता है इनके बच्चे भी पढ़ते लिखते नही है उनको भी ये रथ बनाने के लिए लगा दिया जाता है यहां पर कोई भी पैसा वाला रथ बनाने नही आता है यहां सिर्फ गरीब मजदूर ही आते हैं
कैसा पाखण्डवाद ? पाखण्डवाद तो हुललुइया है जो संस्क्रति से काट लोगो को देश विरोधी बना रहा
50000 rs milna chaheye sal ka ... 30k rath ka 20 k six month baad ...
अबे ये लेबर है कोई इंजीनियर नही जो लाखो का पैकेज दे दिया जाए 😂
@@shivam00668 engineer se be best hai ye log ...
@@s.ashishpandey6705 हाँ हाँ इनका रिकरुमेन्ट तो सीधे इसरो और नासा में ही होना चाहिए 😂
@@shivam00668 ja Bhai , tu nehi samjhega sanskriti .... Ja tu engineer bn ja
Bastar ke log masum hai in pr har koi zulm krta hai. Sarkar bi aur naxli bi sabko apni apni pdi hai😢
मेहनत ज्यादा है एक लाख तक देना चाहिए था ऊपर से इतना पैसा दिया जा रहा है पूरा पैसा खा जाते हैं
आने वाले समय मे रथ नहीं बन पाऐगा कुछ परिवर्तन करना चाहिए
Hamare goav vale lakdi puhuchne ka kam Karte h lekin hum logo ko toh 1rupaye nhi milta h balki kisi bande ko kulvadi lag ghi toh kud ka paise se titment karwate h..
Bhaiya aap drone shoot nahi dale drone to chala rahe the aap mai dekha aap ko.......??
Ye to collector or Raja mahraja sahab ka kartavya h ki inko kuchh diye jana chahiye
दशहरा के लिए इतने सारा पैसा मिलता है लेकिन कारीगर को कुछ मान देय देकर ठगा जा रहा है ।
लेकिन अब कुछ लोग उस पैसे का मजा लेते हैं
वन का भी शोसन हो रहा है,, एक बार बनाने के बाद जितना चलता है चलने दे,🙏❤ इससे बार बार वनो की कटाई नही होगी 😢😢 एक बात और 20या 25दिन लगते है और 300 लेके जाते है और बकरा 😢क्या पड़ता है एक दादा को जो दिन रात मेहनत कर रहे है माता के रथ को बनाने में , जोकि बहुत मुश्किल काम है। अगर यही लोग दूसरे जगह काम करके खाएंगे तो ज्यादा मिलेगा,, इसलिए नवयुवक नही आ रहे है,, जब यहां आ कर सिर्फ 300 ले जा रहे है अपने परिवार को कैसे चलाएंगे एक तो महंगाई का जमाना है 😢
🙏🙏🙏😢
पैसा तो आता है पैसा का हिसाब किताब वाला वीडियो बनवाओ दशहरा पर्व लास्ट होने के बाद
ताकि। * गाय आड़े कोकड़ा जिए *
शासन से बस्तर दशहरा के लिए करोड़ों रुपए आते है परंतु यह पैसा कहा जाता है यह सोचनीय है ऐसे कार्य में लगे भाईयो को को सही दाम मिलना चाहिए l
विधायक सासद और अधिकारी ये सब मिलके पैसा को डकार देते है
Kaun-kaun comment padhne Aaye Ho like kar do
सरकार फ्री में करवाएंगे तो कोन आयेगा, 1.5 करोड़ किस काम का, जमाना बदल गया।
Tiwari ji hamare badedonger alor ke virmati korram logon ke jo samdhan hote hain we hi log rath ka nirman karte hain
Tiwari ji latest news update aaya hai naxali vs police Encounter ka coverage kijiye
मशीन दे देना चाहिएथा कारीगर को
सर बाद में रथ को क्या कर ते है
Agar koi bahar ka rath karigar hota to ho kitna paisa charge karta
Lekin apne bastar ke logo ko dene me dikkat kya hai
कौन अधिकारी भीना पैसा दिया डिवटी कर या नहीं
Paisa jata kaha h
हमारे राजा प्रवीर चंद्र भंज देव
Paise ke liye nahie sir astha se jude hain kya karein hum adivasi hain parampara nibhate chalo sarkar se niveden hsin naye pidion ko hausla dena hai
Ye andha bhakati hai.. Kab tak asatha ke na ma pe muradabad log jinada logo pe sasana chalao ge.. ❤
Kaha gye bde bde officer , cultural ministry, tourism ministry,
Fokat me kaam krwa ke,soshan krke
befaltu ka naach gaana krwa rhe h bastar me
Inko pehle Paisa do fir dussehra manane ka socho
Vrna koi kaam ka nai h
Main jaamgaon ka vlog video banata hai
Aap to reporter Hain usmein bhi jakar video banaen Jaise Kishor gaon jaane wala hai baster ka pura 30 gaon jaane wala hai usmein video bnao
Tum rath dekhte raho uda bohut badda kand hoo geya
300तो बहुत कम है आइसे मत करो
डेढ़ करोड़ कहा जा रहा है
Sar ji sorgaon baster jila ke usmein Hira Moti ka nikalne ka sambhavna hai bol rahe hain kya sach hai usmein bhi jakar video kyon nahin banate hain aap
कमल चंद भजदेव नाकामी है सभी पैसा राजा काथा है ना सर जी
😂😅
Mujhe dekh hai in bhaiyon ke liye inke liye sarkar ko kuch karna chahiye nahi to hamari parampara ka nuksaan hoga
Zcm tiwari ji congratulations