ज़िन्दगी

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  • Опубликовано: 11 янв 2025

Комментарии • 3

  • @kissaykahaaniyan
    @kissaykahaaniyan 2 года назад +1

    बहुत खूब, जतिन भाई और नज़रुल शाज़ साहब! नज़्म के अल्फ़ाज़ भी और नज़्म को कहने का अंदाज़ भी - दोनों ही दिलकश और ख़ूबसूरत हैं!!

  • @nareshsethi9229
    @nareshsethi9229 2 года назад

    Very nice ghazal 👍👍

  • @nirmalasharma9247
    @nirmalasharma9247 2 года назад

    👍