Sahib bandagi sahib bandagi Satsang parmatma pita satguru pujan Sahab Kabir Saheb ki Jay ho bandi chhod Saheb kabir sahab ki Jay ho Bhagat najeeb das Dubai se baat karna Bhagat aapko koti koti janm pranam karta hai Bhagat sahib bandagi sahib bandagi Bhagat aapko koti koti Dani pranam karta hai Bhagat, 🇸🇩👈🙏🙏🙏🙏🙏🫂🙏🙏
जय गुरुदेव आपको हृदय से प्रणाम मैं गायत्री परिवार से जुड़ा हूं किंतु मेरी प्यास प्रभु को पाने की बहुत अधिक है प्रभु को पानी की प्यास इतनी ज्यादा है कि शांति नहीं रहती है अंदर rupya Paisa Ghar Parivar Sab chij nashwar Hai ine chijon mein to bilkul man Nahin Lagta उसे प्रभु को पानी कितनी प्यास है अत्यधिक कृपया मार्गदर्शन करें
Khe Nanak stgr bin nhi sujhe, Hari saajan sbke nikt khada. Pure gru, (stgr) ka sun updesh paarbrahm nikt kar dekh, balhari gr aapne Govind diyo dikha. Sarir main atma, kan3 main prmtma hai. Self realisation is only possible thru God realisation. Aao Hari ke darshan kar lo, Sandesa hai Insaanon ko. Stgr nirankari g. Purn stgr hai g
परमात्मा कण कण में नहीं रहता है कण कण तों जड़ है शरीर भी जड़ है नाशवान है धरा ओर गिगन में मेरा वास नहीं है मैं बीच अधर ही निवासा निराधार रहता हूं कण कण में तो मल भी पड़ा है मुत्र भी है कण कण में परमात्मा होता तो मुरती भी बोलने चलने लगती महाराज जी दिमाग लगावो फिर तो मुर्दा शरीर ही कण कण मिट्टी में उसी में भी परमात्मा रहता है अपनी नकल को सुधारो साहिब बंदगी सतनाम जी अपनी वाणी को सुधारो परमात्मा जीवों के के आत्मा में विराजमान है सर्व व्यापक तो काल भगवान है ब्रह्म है सर्व व्यापक हरेक जीवों के आत्म घट में विराजमान है कण कण में ब्रह्म रहता है
Wah Guru Maharaj adbhut satsung !Bandichhod Satguru Kabir Parmeswar se sadhna ke visay me pray hi ki thi ki aapka satsung mil gya .Guru ji aapse milne ki man me badi chah h .15April ,2024 ko jarur aaunga ji.Sat Saheb Ji🙏
Adar means upar hota hai ji atma hi parmatma hai to parmatma ki kya jarurat hai hum hi parmatma ho gaye wo nyara hi to parmatma hai jo adar wasta hai ji satsaheb jikabhi andar to kabhi bhar bata rehe hai app ulaj kar reh jayenge ji
Geyian aur mukati ek dusre ke dusman hai ji. geyian mann ki ek chal hai es ly geyiani kabi v mukati nahi ho sakta geyian se age kya hai kirpa karke magar darsan kare. Bahagti se age kya hai os ko khol kar batyie par geyian mat batyie . Jay Guru Kabir
क्या आपने उस परमात्मा को निकाल लिया है।केवल ये सब कहन सुनन की बाते करते रहते हैं।कबीर साहब ने गयान गुदड़ी मे कहा है छूटे कलमल मिले अलेखा इन नयनन साहिब देखा।और कहते कहन सुनन की नाही देखा देखी की बात दुल्हा दुल्हन मिल गये फीकी पड़ी बारात। वक्ता जरा ध्यान दें कि पूर्ण संत के वगैर नहीं मिल सकता।अधर का मतलब आप गलत कर रहे हैं।मै पूछता हूं क्या आपको कौन चला रहा है आप कहेंगे आत्मा जीव।भाई कोई गाड़ी को चालक कहां रह कर चलाता है।या तो उपर या भीतर बैठकर चलाता है।संतो की वाणी समझना तुम्हारे बस की बात नहीं है।आप लक्ष्य से अलग ही चल रहे हैं।
आप भी समझने की कोशिश करें भाई जी कबीर साहिब जी की वाणी सही है वाणी पर कभी भी प्रश्न नहीं उठाना है साहिब जी कहते है कि वाणी से पहचानिये साधु चोर की हाट। अंतर की करनी से निकले मुंह की बात। संतों की वाणी ही ज्ञान गुरु है सत्य और असत्य की परख का मीटर है, तोल है लेकिन अर्थ का अनर्थ कर देते हैं परमात्मा तो अडोल है अटल है अचल है अबोल है अडोल है जिस प्रकार सुरज से किरण जीव आत्मा, परमात्मा से ध्यान हटाकर पांच तत्व के शरीर में बैठकर मन के साथ भ्रमित होकर भटक रही है और जन्म जन्म दुख महसूस कर रही है कल्याण अपनी जीव आत्मा का करना है जीव को वापिस आत्मा में लगाना है आत्मा स्थिर है आत्मा में ही परमात्मा का वास है वहीं जीव आत्मा का है आत्मा की तीन अवस्थाएं होती हैं 1जीव आत्मा या चेतना जो देही शरीर में रहती है 2, आत्मा यानी चेतन आत्मा यानी आत्म घट यह आत्म घट अधर द्वीप में है आत्म घट में परमात्मा मिलेगा 3,परम आत्मा यानी शुद्ध चैतन्य आत्मा
भाई जी वह सार नाम क्या है बताने की चेस्टा करे कोई कुछ बोलता है कोई कुछ भाई जी सपस्ट बताएं आप भी उलझाने की कोशिश ना करे वो शरीर से बाहर की साधना कोनसी है भाई बताने की कृपा करे पहले हि बहुत भटक चुके है मेरे भाई आशा करता हूँ आप जवाब जरूर देंगे आप का भाई सत्य खोजी साहेब का दीवाना 🙏🙏🙏🙏
अगर तू सच्चा साथ संत है परमात्मा है को मिलना चाहता है तो तू वहां से बैठकर के मुझे अंदर करके दिखला दो असली सूट तुझे तब समझूंगा असली संत जब नहीं तो भौंकने वाले तो किताबों से पढ़ पढ़ कर बहुत आए बहुत चले गए मैं फौजी रिटायरमेंट पान सिंह
पोथी पड़ी पड़ी है जग मुआ पंडित. भया न कोई ढाई अक्षर प्रेम के पढ़े तो पंडित हुई शास्त्र कहते हैं आत्म विचारों सोई है सनातन सlर ज्ञान. ध्यान वैराग योग यह सब है कlया कर्म भोग
Sat, sahib, sahib, sahib, bandage, guru, ji
Sahib, sahib, bandage, guru, ji
साहेब चरण बंदगी
Sahib bandagi sahib bandagi Satsang parmatma pita satguru pujan Sahab Kabir Saheb ki Jay ho bandi chhod Saheb kabir sahab ki Jay ho Bhagat najeeb das Dubai se baat karna Bhagat aapko koti koti janm pranam karta hai Bhagat sahib bandagi sahib bandagi Bhagat aapko koti koti Dani pranam karta hai Bhagat, 🇸🇩👈🙏🙏🙏🙏🙏🫂🙏🙏
Shahib bandgi Gurudev ji
Saheb bandagi
सत साहेब
Sat sat naman aap ko.
कहत कबीर सुनो भाई साधो नितिन दास जी यूट्यूब चैनल को सुनने पर मन के भ्रम होगें दुर
Sahib, bandage, guru, ji
Amarrout
Saheb bndgi
Jay ho Jay ho saheb ji
Dil ko chhu liya
Jay bandi chhod ki
Saheb bandagi satnam ji
🌹🌹🙏🤲🙏🌹🌹
जय,जय, अतिसुनदर, जयहो,
Radhe, radhe, guru, ji
साहेब बंदगी साहेब गुरु जी🙏🙏🙏🎉🎉
જય ગુરુદેવ પ્રભુ આપનો જયજયકાર હો,,,,,,👌🙏🌹🌹🌹🌹🌹
Koti koti naman sadguru g
Saheb bandagi saheb 🙏🏼🌹🌹🙏🏼
Saheb bandagi saheb bandagi guru dev
Sahib bandagee,sahib guru jee
Jaishriramguruji
Gurudev aapka new chenal ' amarlok satsang sandesh' youtube per nahi aa rha hai....
जय गुरुदेव आपको हृदय से प्रणाम मैं गायत्री परिवार से जुड़ा हूं किंतु मेरी प्यास प्रभु को पाने की बहुत अधिक है प्रभु को पानी की प्यास इतनी ज्यादा है कि शांति नहीं रहती है अंदर rupya Paisa Ghar Parivar Sab chij nashwar Hai ine chijon mein to bilkul man Nahin Lagta उसे प्रभु को पानी कितनी प्यास है अत्यधिक कृपया मार्गदर्शन करें
Shahib bandgi Saheb
Gurdev ji Aap ne Puri Duniya ko Hila Diya hai Dhany ho Aap our ke Gurdev Dhany ho
Satt.kaival.saheb
jay jay
Khe Nanak stgr bin nhi sujhe, Hari saajan sbke nikt khada. Pure gru, (stgr) ka sun updesh paarbrahm nikt kar dekh, balhari gr aapne Govind diyo dikha. Sarir main atma, kan3 main prmtma hai. Self realisation is only possible thru God realisation. Aao Hari ke darshan kar lo, Sandesa hai Insaanon ko. Stgr nirankari g. Purn stgr hai g
परमात्मा कण कण में नहीं रहता है कण कण तों जड़ है
शरीर भी जड़ है नाशवान है धरा ओर गिगन में मेरा वास नहीं है
मैं बीच अधर ही निवासा निराधार रहता हूं
कण कण में तो मल भी पड़ा है मुत्र भी है कण कण में परमात्मा होता तो मुरती भी बोलने चलने लगती महाराज जी दिमाग लगावो
फिर तो मुर्दा शरीर ही कण कण मिट्टी में उसी में भी परमात्मा रहता है
अपनी नकल को सुधारो
साहिब बंदगी सतनाम जी
अपनी वाणी को सुधारो
परमात्मा जीवों के के आत्मा में विराजमान है
सर्व व्यापक तो काल भगवान है ब्रह्म है
सर्व व्यापक हरेक जीवों के आत्म घट में विराजमान है
कण कण में ब्रह्म रहता है
Jai ho aapki sahebji👏🌹🌹👏
P1😮
Guru Dev mere ko bhi prmatma se milado me aap se milne kanh anu
🙏सत साहेब 🙏गुरुजी प्रणाम गुरुजी आप के सतसग का लिंक भेजने की कृपा करे 🙏🙏
Kahan par aapka satsung hoga gurudev saheb saheb vandagi saheb vandagi saheb vandagi
AUTO ( HUKAM , LIFE - ( MINUS ) DEVOTION ( DEATH ( COVERINGS ) = SOUL + NAM ( ALIVE SOUND ( SABAD ) = GURU = UNHAD SOUND SABAD ( SAMADHI YOG ) AUTO SILENCE , " ENLIGHTENMENT " SELF ( PARAMATMA ).
बकवास बकवास बकवास😅 सास का ध्यान करने से अति आनंद आता है और जो बोल दे आदमी वचन सिद्ध हो जाता है कबीर दास तो सही थे उसके नाम पर यह कलंक लग रहे हैं
Shambhu,sadhu,ko,,paramatma,se,saise,mullkat,hoga,
Wah Guru Maharaj adbhut satsung !Bandichhod Satguru Kabir Parmeswar se sadhna ke visay me pray hi ki thi ki aapka satsung mil gya .Guru ji aapse milne ki man me badi chah h .15April ,2024 ko jarur aaunga ji.Sat Saheb Ji🙏
5
P d kamble
सुरती कौन है सूरति किसको कहते हे आप बताइए गूरुमहराज जी
LIFE , " SADHNA " , FOLLOW , " HUKAM " ( ALIVE SATYA ) , NO SADHNA , " HUKAM " . SELF ( PARAMATMA ).
Adar means upar hota hai ji atma hi parmatma hai to parmatma ki kya jarurat hai hum hi parmatma ho gaye wo nyara hi to parmatma hai jo adar wasta hai ji satsaheb jikabhi andar to kabhi bhar bata rehe hai app ulaj kar reh jayenge ji
मैं एक कवि हूं बहुत सारे ऐसे दोहे लिख करके सुन सकता हूं दोहा सुनने से क्या होगा बताना हो तो सही नाम बताओ बेवकूफ बनाने से क्या होगा जय सियाराम
Aatma sharir se aalag kaise hai kaha rahta hai
Chenal me number nahi mil raha hai kripya discription me dale number
Geyian aur mukati ek dusre ke dusman hai ji. geyian mann ki ek chal hai es ly geyiani kabi v mukati nahi ho sakta geyian se age kya hai kirpa karke magar darsan kare. Bahagti se age kya hai os ko khol kar batyie par geyian mat batyie . Jay Guru Kabir
Sand aahnd ka satan ketn upr ha
क्या आपने उस परमात्मा को निकाल लिया है।केवल ये सब कहन सुनन की बाते करते रहते हैं।कबीर साहब ने गयान गुदड़ी मे कहा है छूटे कलमल मिले अलेखा इन नयनन साहिब देखा।और कहते कहन सुनन की नाही देखा देखी की बात दुल्हा दुल्हन मिल गये फीकी पड़ी बारात। वक्ता जरा ध्यान दें कि पूर्ण संत के वगैर नहीं मिल सकता।अधर का मतलब आप गलत कर रहे हैं।मै पूछता हूं क्या आपको कौन चला रहा है आप कहेंगे आत्मा जीव।भाई कोई गाड़ी को चालक कहां रह कर चलाता है।या तो उपर या भीतर बैठकर चलाता है।संतो की वाणी समझना तुम्हारे बस की बात नहीं है।आप लक्ष्य से अलग ही चल रहे हैं।
आप भी समझने की कोशिश करें भाई जी
कबीर साहिब जी की वाणी सही है
वाणी पर कभी भी प्रश्न नहीं उठाना है
साहिब जी कहते है कि
वाणी से पहचानिये साधु चोर की हाट।
अंतर की करनी से निकले मुंह की बात।
संतों की वाणी ही ज्ञान गुरु है सत्य और असत्य की परख का मीटर है, तोल है लेकिन अर्थ का अनर्थ कर देते हैं
परमात्मा तो अडोल है अटल है अचल है अबोल है अडोल है
जिस प्रकार सुरज से किरण
जीव आत्मा, परमात्मा से ध्यान हटाकर पांच तत्व के शरीर में बैठकर मन के साथ भ्रमित होकर भटक रही है और जन्म जन्म दुख महसूस कर रही है
कल्याण अपनी जीव आत्मा का करना है
जीव को वापिस आत्मा में लगाना है आत्मा स्थिर है आत्मा में ही परमात्मा का वास है वहीं जीव आत्मा का है
आत्मा की तीन अवस्थाएं होती हैं
1जीव आत्मा या चेतना
जो देही शरीर में रहती है
2, आत्मा यानी चेतन आत्मा यानी आत्म घट
यह आत्म घट अधर द्वीप में है
आत्म घट में परमात्मा मिलेगा
3,परम आत्मा यानी शुद्ध चैतन्य आत्मा
भाई जी वह सार नाम क्या है बताने की चेस्टा करे कोई कुछ बोलता है कोई कुछ भाई जी सपस्ट बताएं आप भी उलझाने की कोशिश ना करे वो शरीर से बाहर की साधना कोनसी है भाई बताने की कृपा करे पहले हि बहुत भटक चुके है मेरे भाई आशा करता हूँ आप जवाब जरूर देंगे आप का भाई सत्य खोजी साहेब का दीवाना 🙏🙏🙏🙏
आप अपना वाट्स मोबाइल नंबर भेज देवें जी
शरीर से बाहर का ठिकाने का नाम क्या हे संत जी और आत्मा का स्वरूप क्या हे जरा बताने की कृपा करे
एड्रेस भेज दो
अगर तू सच्चा साथ संत है परमात्मा है को मिलना चाहता है तो तू वहां से बैठकर के मुझे अंदर करके दिखला दो असली सूट तुझे तब समझूंगा असली संत जब नहीं तो भौंकने वाले तो किताबों से पढ़ पढ़ कर बहुत आए बहुत चले गए मैं फौजी रिटायरमेंट पान सिंह
R AA mm
पोथी पड़ी पड़ी है जग मुआ पंडित. भया न कोई ढाई अक्षर प्रेम के पढ़े तो पंडित हुई
शास्त्र कहते हैं आत्म विचारों सोई है सनातन सlर ज्ञान. ध्यान वैराग योग यह सब है कlया कर्म भोग
Khud to darshan karle beta , phir dusro ko bata
सत साहेब