अग्निमीळे पुरोहितं यज्ञस्य देवमृत्विजम्| होतारं रत्नधातमम्||ऋग्वेद का प्रथम मन्त्र|कायाकल्पकेन्द्रम्

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 31 янв 2025

Комментарии •