@@AmanSharma-t2z7s tere purvaj bhi gaay bhes charate the vo engineer nahi the ...vo scientist nahi the....kisan jaatiya gaay bhes charati thi krishi karti thi or ye yodhha the
सर,, उस समय के गुजरात और दक्षिण पश्चिमी राजस्थान के क्षेत्र को गुर्जरात्रा कहा जाता था। जिसका अर्थ गुर्जरों द्वारा रक्षित प्रदेश होता था। राजपूताना क्षेत्र का नाम 1600 ईस्वी में कर्नल जेम्स टॉड ने दिया था। गुर्जर प्रतिहार वंश ka शासन बहुत पहले था। ग्वालियर प्रशस्ति में गुर्जर प्रतिहार सम्राट अपने आप को भगवान राम के भाई लक्ष्मण की तरह प्रतिहार या द्वारपाल या प्रहरी या राष्ट्र रक्षक बताते हैं। और कहते हैं कि जिस तरह लक्ष्मण जी प्रतिहार या द्वारपाल का काम करते थे। उसी तरह हम भी इस कलयुग में द्वारपाल या प्रहरी बनकर विदेशी आक्रांताओं अरबों से राष्ट्र रक्षा कर रहे हैं।
Hm tumhari tarah rona nhi rote shilalekh prasastiya inme likha hua he Gurjar jati or tum kese or konse rajput jinhone mugalo ke tlve chate angrejo ke noukr rhe kesa itihas sharm kro thodi lajputo😂
सम काली राष्ट्रकुट राजवंश को जानकारी नही थीं कि हमसे लड़ने वाले या हमारी रक्षा करने वाले कौन हैं लेकिन आज के इतिहासकारो को शंका है अजीब विडवना हैं बन्धु
रही बात गुर्जर का नाम गुर्जरात्रा से पडने का, तो भाई पहले स्थान का नाम जो खाली एक भूखण्ड है जिसका कोई नाम नहीं होता तो वहाँ बसने वाले लोग उस बिना नाम वाले भूखण्ड का नाम अपने समूह या मैथोलाॅजी के हिसाब से रखते हैं,,,,,बाद में उस क्षेत्र में रहने वाले अन्य या दूसरे समूह के लोग भी उस समूह के दिये नाम को स्वीकार करते हैं और बाहर कहीं जाकर खुद को उस क्षेत्र के नाम से परिचय देते हैं,,,,,,जैसे पहले आर्यो के वर्चस्व के कारण इस देश का नाम आर्यव्रत पड़ा, जबकि यहाँ अनार्य लोग भी रहते थे,लेकिन आर्य अस्तित्व रगते थे तो आर्यव्रत नाम पड़ा यदि आर्य ना होते तो आर्यव्रत नाम कैसे पडता? दूसरा उदाहरण राजा भरत के नाम पर इस देश का नाम भारत पड़ा जबकि राजा भरत के समुदाय से अन्य समुदायों के राजा चाहे छोटे क्षेत्र के राजा थे लेकिन वे भी भारत में मौजूद तो थे ,,,लेकिन आज उन दूसरे समुदायों के राजाओं के वंशज भी खुद को गर्व से भारती कहते हैं। ऐसे ही जाहिर सी बात है गुर्जरो की वजह से उस क्षेत्र का नाम गुर्जरात्रा पड़ा बाद में चाहे अन्य समुदायों के लोग भी खुद को वहाँ का निवासी होने के कारण गुर्जर बनिया या गुर्जर ब्राह्मण कहने लगे हो।
पहले इतिहास पढ़ो और बाद में टिप्पणी करो गुर्जरों का इतिहास कहा मिलता है प्रतिहार एक राजपूत थे गुर्जर है वह एक स्थान वाचक शब्द है मानते हैं कि गुर्जरों की वजह से गुजरात बड़ा होगा लेकिन राजपूत राजाओं को अपना पूर्वज क्यों बना रहो है इतिहास गवाह है कि तुम्हारे इलाके में राजपूत राजा राज करते थे इसीलिए वह स्थान वाचक शब्द है और गुर्जरों को भी मालूम पड़े कि तुम्हारे इलाके में तुम्हारे बाप राज कर रहे हैं😅 यह भारत का इतिहास गवाह है❤❤❤
@kunwar_bharat_singh_rathore bhai aapke comment se pta chlta h ki aapki soch bs baap ya beta me he reh gyi, aur history aapne bs apne hisaab se apne jaiso se he pdhli GURJAR PRATIHAR me itna bda bda GURJAR likha hua h wo aapko dikhta nahi upper comment me ek bhai ne bhi likha h ki kis wajha se gujratra naam pda lekin shayad aapko samajh nahi aaya, RAJPUT yani rajputr ye shabd he 1000ce ke paas he bolna shuru hua h, Jo Lambe samay se raaj krre the iss dauraan unhone apne aapko baki GURJARo se alag dikhane ke liye rajput kehna apne aap ko shuru kr diya ya uu kahe ki kuch ho sakta h janta ne bhi bolna shuru kr diya ho, ab wo kisi bhi trha ho sakta h ya toh out of respect ya phir tanj me ya gusse me, kyoki hr koi hr jagha ruler se khush nahi hota, example:- jaise ruling class gurjar h or majority ya majority me na bhi ho pr aam gurjar h ap uss jagha pr baaki aur bhi jaatiya h Jo waha majority ya aam gurjaro ko ruling gurjaro se alag krti hongi jisse wo hr jagha apni na chla paye ya isee harassment ya suppressed hone se bachne ka tarika kehlo. Kai wajha ya koi bhi wajha rahi hogi
Ab isme hua kya jb rajghrane bangye or ruling GURJAR apne aapko RAJPUT kehne lage again ya public kehne lagi, toh ab wo rajput apne rishte bhi toh Rajgharane bhi bnayenge ab wo dusre ruling gurjars ya rajputs se apne rishte bnane lage, time ke saath saath ye gap bdhta chla gya or kuch hadh tak kattar hone laga, mtlb janta bhi apne aapko rulers ke saath baantne lagi, aur batwara toh kabhi acche se hota he nahi h examples jaise bht saare surnames dono biradriyo me mil jayenge, or ye sb normal h insaan ka nature butna he h iske bht saare examples h jaise ek class me bacche groups bna lete h ya colleges me ya offices me loog apne interest ke hisaab se kisi bhi field me ya religion me insaan apne interest ya hierarchy wale factor se divide ho jate h
@@kunwar_bharat_singh_rathore सभी इतिहासकार एक मत से स्वीकार करते हैं कि भारतीय क्षत्रिय वर्ण "आर्य हूणो",,,, "आर्य कुषाणो" और "आर्य शको" से बना है, इन ट्राइब्स से ही गुर्जर, जाट, यादव जैसी क्षत्रिय जातियाँ बनी,, और बाद में तेरहवीं शताब्दी में बनें "राजपूत समूह" का कुछ हिस्सा इन क्षत्रिय जातियो के वंशजों के नेतृत्व से अन्य सभी भारतीय जनजातियों के मिश्रण से बना,,,तभी सभी राज्यों में राजपूत मिलते हैं जो डीएनए, रहन-सहन,,खान-पान और रीति रिवाजो से बिल्कुल भिन्न है।
बिलकुल सही पढाया है आपने आज तुगलक खान ओर गुजरी महल के वारिसों को समझ में आया होगा कि मिहिरभोज प्रतिहार जी क्षत्रिय थे ओर गुर्जर एक स्थान वाचक शब्द ना की जातिवाचक है जय राजपूताना🚩🚩
@@thakurbhawanisinghrathore8712 क्षत्रिय शब्द का हिंदी अनुवाद यह हैं कि यहां के स्थानीय निवासी यो के द्वारा रक्षित वही क्षत्रिय कहलाया? अब प्रशन हैं क्षत्रिय कोई जाति नहीं है
@@balramgurjar9235 क्षत्रिय जाति नहीं है लेकिन वर्ण है और क्षत्रिय वर्ण में केवल राजपूत जाति ही आती है और भ्रहामण आते हैं बह्राण में ओर वेश्य में आते हैं जैन लोग ओर बाकी जो पूछे बसे वो आते हैं शुद्र में
@@thakurbhawanisinghrathore8712 Jodha bai or Akbar ke sambandh ka itihas bhi tu hi batade bhai ki ham bataye mughalputo jab veer bagdavat tumhare Rana durjan sal ki patni jaymati ko utha kar apne ghar le aaye the to kya kiye tumhare Rana ne ham bagdavat ke vansaj he Jodha bai ke nahi hamse soch samaj kar ulajhna kyo ki ham sari uljhane hi Mita dete he Rana durjan or bagdavat ka itihas padle fir fokna comment me ja babu itihas pad
@@sachingurjar5510 बेटा तुगलक खान ओर गुजरी महल का भी इतिहास पढ़ ले तुगलक खान ने गुजरी से शादी की थी और गुजरी के लिए महल बनाया था ओर दुसरी शादी गुजरी से राजपूत राजा मानसिंह तोमर गवालीयर नरेश ने की थी और गुजरी के लिए एक गुजरी महल बनाया था जो आज भी गवालीयर मे बना हुआ है गुजरी महल तुम लोग राजपूतों ओर मुस्लिमो के वंशज हो ओर इतिहास का सोपडा खोली किया बेटा 😀😀 या फिर बस 😀😀 इसमे ही खुश है😄😄
Jodhpur city h jabki riyasat ka naam marwar tha to marwar me rhne wala marwari kahlayega chahe koi jati ka ho Marwari koi caste nhi huyi Smjhe murkhadhipati
Gurjar the esliye en ke rajya ko Gurjaratra kaha jata tha jese Rajputo ke rajya ko rajputana, Jato ke rajya ko Jatwada same ese hi Gurjaro ke Rajya ko Gurjaratra kaha jata tha
प्रतिहार गौत्र से कोई मतलब नहीं 😅 गुर्जर प्रतिहार वंश में,, प्रतिहार गुर्जर राजाओं की उपाधि थी। 😅 गुर्जर प्रतिहार वंश का सम्बन्ध केवल वीर गुर्जर जाति से ही हैं।
हरियाणा में एक शहर है लुहारु तो क्या वहां के राजा या नबाब लुहार थे। क्योंकि राजाओं और नबाबो के नाम के पहले उस रियासत या जगह का नाम लिखा जाता था। जैसे जयपुर नरेश कोटा नरेश खेतड़ी नरेश वैसे ही गुजरात के सम्राट मिहिरभोज के नाम के पहले उस रियासत का नाम लिखा गया था। इसलिए गुर्जर शब्द स्थान वाचक है।जाति वाचक नहीं है
अवध नरेश लाट नरेश मगध नरेश गुर्जर नरेश आदि सभी में जाति वाचक शब्द नहीं है ये शब्द स्थान वाचक शब्द है काशी के राजा को काशी नरेश कहा जायेगा तो इसका मतलब ये नहीं कि काशी राजा की जाति हो जायेगी गुजरात के प्रत्येक व्यक्ति को गुर्जर कहते हैं गुर्जर जैन , गुर्जर ब्राह्मण , गुर्जर वैश्य आदि गुजरात के आदि केली समाज को संज्ञा दी जाती है बिहार के निवासी को बिहारी कहते हैं
Rajput Naresh bhi kahte hai vo to jativachak hai kiyoki rajya ka naam rajput nhi hai same Gurjar naresh bhi jativachak hai na ki stan vachak kiyoki sthan ka naam Gurjaratra hai Gurjar nhi , us hisab se Gurjaratra Naresh hona chahiye Gurjar Naresh nhi Jay Shree Ram 🙏🏻🚩 Jay Shree Krishna 🙏🏻🚩 Jay Shree Dev Darbaar 🙏🏻🚩
Sir jha pr gujjar shabad sa matlab gujjaratra sa ha na ki gujjaro sa ha ja ek stanvachak shabad ha asal ma parthiras kashtryia rajput tha ⚔️⚔️⚔️⚔️🚩🚩🚩💪💪💪🇮🇳🇮🇳🇮🇳🗡️🗡️☀️
Essentially , Gurjars are the Kushans who ruled in the region bordering ancient Han Chinese ruled area . This makes them descendents of Lord Ram son Kush . Lord Rams both sons left Bharat with their followers and travelled northwards . Luv went upto present day Ukraine , his descendents are known as the Slavs . From Ukraine , much later , they spread towards Russia and other Slavic nations . In the period of recorded history , the Kushan Emperor Kanishka attained great prominence . Thereafter , it appears , they came back to India invading all the way upto the Deccan . It is possible that the Agni Kul Rajputs , Chauhan , Parmar , Pratihar and Chalukya , may all have been these invading Gurjars . Now , the question remains , who are those who call themselves as Gurjars today ? It is quite likely that varna being based on demonstrated qualities , those who took to cattle rearing , eschewing kshatriya dharma , are these Gurjars . Those who remained kshatriya are part of Rajput caste . Similar is the case with the Yaduwanshis . Those who took to cattle rearing and agriculture are the Ahirs who are known as Yadavs . The descendents of Lord Krishna are Rajputs and known as Jadon , Bhati , Bhatti , and other surnames .
Batao ab gujar kshatriya rajaon ke wanshaj banne lage. जो aaj ke parihar kshatriya Rajput हैं wo Lakshman ke wanshaj hai wanshawali purnaon mein fir bhatton ke Bahan hajaaron Saal se surkshit हैं in gujaron ki wanshawali Kisne lichi है jabardasti itihas chori. एक jhunth ko hajaar bar bolne se Sach banana ke chakkar mein pagal हो रहे हैं
Guruji ek baar Prithiviraj raso bhi pado Usme Gurjar sabd ka arth h Gadadhari sainik Gurj matlab Gadha or R matlab dharan karne wala Iska matlab Gadahari sainiko ko Gurjar kha gya iska matlab ham Satyug se is dharti pe h
Gujjar shak aur huno ka vanshes tha jo ki bharat pr akrman krna aya tha aur baad ma bharat ma vas gaya aur sanatan dharm ko savikar kiya gujjar shabad humara purno vedo ma be khi nahi likha ha bha pr rajput rajputr rajkumar shabad milaga appko
7 से12 शतब्दी तक भारतीय इतिहास को राजपूत काल कहलाता है।इस समय उतरी भारत मे चौहान गुर्जर प्रतिहार राठौड सोलंकी और दक्षिण भारत मे चोल .पल्लव राष्ट्र कूट पाल यह सभी राजपूत शासक थै।गुर्जर जाति नही है गुजरात्रा से। गुज्जर बकरवाल जनजाति है।
Agni se utappan nhi hue Agni ke samaksh sapat li 4 Gurjar Rajvansho ne vaha se en ke starting ke pramaan milte hai es liye vaha se suru na kah ke vaha se uttappn bol dete hai. Jay Shree Ram 🙏🏻🚩
Sabd to Muslims aane k baad bna h iska matlab yah nhi hua ki Rajput nhi the....mewad rajvansh, chauhan, chalukya sab rajvansh padh lena Or hindu Shabd bhi to Muslims aane k baad hi use hua h...konse vedo me likha hua tha?
Jab mandor or uske ass pass ka kshetra pahale se hi gurjaratra kahlaya tha fir gujrat mai bad mai gaye fir gujratbanane pahale hi gurjar thefir ap ye kaise kah rahe ho ki gujrat se gurjar huye ye ap khud hi galat padha rahe hai
गुर्जर प्रतिहार वंश को आपने बहुत अच्छा पढ़ाया है सर
उम्मीद है आप इस तरह ही सत्य के साथ पढ़ाते रहे
जय गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिरभोज जी की 🙏
राज्य का पहला नाम सौराष्ट्र था जैसे ही गुर्जरों का शासन प्रारंभ हुआ गुर्जरों ने गुर्जरात्रा नाम रखा जिसका अर्थ होता है गुर्जरों द्वारा रक्षित क्षेत्र
कनक सर क्या जबरदस्त पडाया आपने मजा आ गया
Kshtriya Gurjar Partihar rajvans is powerful Gurjar kingdom's 👑
तेरे पूर्वज गाय भैंस क्यों चराते थे फिर??
सर ने जो बोला है उससे अच्छे से समझ तू तो अलग ही निकल लिया सारे points समझ
@@AmanSharma-t2z7s gaav bheshh isaliye charate the kyuki .. haarne ke baad hmne jagalo me rhna pasand kiya.... aor vaha se gaav bhesh charana start kiya.... tumhari trah nhi kiya ki jisase haare usase rista bna liya🤣🫡🤣
@@AmanSharma-t2z7sTeri maa bhag gyi usko lane ke liye😂😂
@@AmanSharma-t2z7sतेरे पूर्वज मुगलों को छोरियां क्यों ब्याहते थे😂😂
@@AmanSharma-t2z7s tere purvaj bhi gaay bhes charate the vo engineer nahi the ...vo scientist nahi the....kisan jaatiya gaay bhes charati thi krishi karti thi or ye yodhha the
सर,, उस समय के गुजरात और दक्षिण पश्चिमी राजस्थान के क्षेत्र को गुर्जरात्रा कहा जाता था। जिसका अर्थ गुर्जरों द्वारा रक्षित प्रदेश होता था। राजपूताना क्षेत्र का नाम 1600 ईस्वी में कर्नल जेम्स टॉड ने दिया था।
गुर्जर प्रतिहार वंश ka शासन बहुत पहले था।
ग्वालियर प्रशस्ति में गुर्जर प्रतिहार सम्राट अपने आप को भगवान राम के भाई लक्ष्मण की तरह प्रतिहार या द्वारपाल या प्रहरी या राष्ट्र रक्षक बताते हैं। और कहते हैं कि जिस तरह लक्ष्मण जी प्रतिहार या द्वारपाल का काम करते थे। उसी तरह हम भी इस कलयुग में द्वारपाल या प्रहरी बनकर विदेशी आक्रांताओं अरबों से राष्ट्र रक्षा कर रहे हैं।
@@makhanGurjar-eu2im what's app University se pdh ke aya hai kya
Hm tumhari tarah rona nhi rote shilalekh prasastiya inme likha hua he Gurjar jati or tum kese or konse rajput jinhone mugalo ke tlve chate angrejo ke noukr rhe kesa itihas sharm kro thodi lajputo😂
गुर्जर जाति बहुत सदियों से निवास करती भारत में जब भारत देश को आर्यवर्त कहा जाता तब से
Jai Siya Ram Jai Gurjar Partihar
Jai Ho Kashtriya Gurjar Partihar Samrat Dada Mihir Bhoj Mahan Ki
गुर्जर तो कौम ही शेरो की ह आज भी गुर्जर इतिहास दोहराते ह 🔥🔥
द्वापर युग में भी गुर्जर जाति का उल्लेख है श्रीमान राजा उग्रशेन भी गुर्जर जाति उल्लेख है
सम काली राष्ट्रकुट राजवंश को जानकारी नही थीं कि हमसे लड़ने वाले या हमारी रक्षा करने वाले कौन हैं लेकिन आज के इतिहासकारो को शंका है अजीब विडवना हैं बन्धु
सनातन धर्म रक्षा और आर्यवर्त कि संस्कृति बनाए रखने अहम योगदान रहा है गुर्जर प्रतिहार राजवंश का
Jai Gurjar Samaj Jindabad 💯💪
Right
रही बात गुर्जर का नाम गुर्जरात्रा से पडने का, तो भाई पहले स्थान का नाम जो खाली एक भूखण्ड है जिसका कोई नाम नहीं होता तो वहाँ बसने वाले लोग उस बिना नाम वाले भूखण्ड का नाम अपने समूह या मैथोलाॅजी के हिसाब से रखते हैं,,,,,बाद में उस क्षेत्र में रहने वाले अन्य या दूसरे समूह के लोग भी उस समूह के दिये नाम को स्वीकार करते हैं और बाहर कहीं जाकर खुद को उस क्षेत्र के नाम से परिचय देते हैं,,,,,,जैसे पहले आर्यो के वर्चस्व के कारण इस देश का नाम आर्यव्रत पड़ा, जबकि यहाँ अनार्य लोग भी रहते थे,लेकिन आर्य अस्तित्व रगते थे तो आर्यव्रत नाम पड़ा यदि आर्य ना होते तो आर्यव्रत नाम कैसे पडता? दूसरा उदाहरण राजा भरत के नाम पर इस देश का नाम भारत पड़ा जबकि राजा भरत के समुदाय से अन्य समुदायों के राजा चाहे छोटे क्षेत्र के राजा थे लेकिन वे भी भारत में मौजूद तो थे ,,,लेकिन आज उन दूसरे समुदायों के राजाओं के वंशज भी खुद को गर्व से भारती कहते हैं। ऐसे ही जाहिर सी बात है गुर्जरो की वजह से उस क्षेत्र का नाम गुर्जरात्रा पड़ा बाद में चाहे अन्य समुदायों के लोग भी खुद को वहाँ का निवासी होने के कारण गुर्जर बनिया या गुर्जर ब्राह्मण कहने लगे हो।
पहले इतिहास पढ़ो और बाद में टिप्पणी करो गुर्जरों का इतिहास कहा मिलता है प्रतिहार एक राजपूत थे गुर्जर है वह एक स्थान वाचक शब्द है
मानते हैं कि गुर्जरों की वजह से गुजरात बड़ा होगा लेकिन राजपूत राजाओं को अपना पूर्वज क्यों बना रहो है इतिहास गवाह है कि तुम्हारे इलाके में राजपूत राजा राज करते थे
इसीलिए वह स्थान वाचक शब्द है और गुर्जरों को भी मालूम पड़े कि तुम्हारे इलाके में तुम्हारे बाप राज कर रहे हैं😅
यह भारत का इतिहास गवाह है❤❤❤
@kunwar_bharat_singh_rathore bhai aapke comment se pta chlta h ki aapki soch bs baap ya beta me he reh gyi, aur history aapne bs apne hisaab se apne jaiso se he pdhli GURJAR PRATIHAR me itna bda bda GURJAR likha hua h wo aapko dikhta nahi upper comment me ek bhai ne bhi likha h ki kis wajha se gujratra naam pda lekin shayad aapko samajh nahi aaya, RAJPUT yani rajputr ye shabd he 1000ce ke paas he bolna shuru hua h, Jo Lambe samay se raaj krre the iss dauraan unhone apne aapko baki GURJARo se alag dikhane ke liye rajput kehna apne aap ko shuru kr diya ya uu kahe ki kuch ho sakta h janta ne bhi bolna shuru kr diya ho, ab wo kisi bhi trha ho sakta h ya toh out of respect ya phir tanj me ya gusse me, kyoki hr koi hr jagha ruler se khush nahi hota, example:- jaise ruling class gurjar h or majority ya majority me na bhi ho pr aam gurjar h ap uss jagha pr baaki aur bhi jaatiya h Jo waha majority ya aam gurjaro ko ruling gurjaro se alag krti hongi jisse wo hr jagha apni na chla paye ya isee harassment ya suppressed hone se bachne ka tarika kehlo. Kai wajha ya koi bhi wajha rahi hogi
Ab isme hua kya jb rajghrane bangye or ruling GURJAR apne aapko RAJPUT kehne lage again ya public kehne lagi, toh ab wo rajput apne rishte bhi toh Rajgharane bhi bnayenge ab wo dusre ruling gurjars ya rajputs se apne rishte bnane lage, time ke saath saath ye gap bdhta chla gya or kuch hadh tak kattar hone laga, mtlb janta bhi apne aapko rulers ke saath baantne lagi, aur batwara toh kabhi acche se hota he nahi h examples jaise bht saare surnames dono biradriyo me mil jayenge, or ye sb normal h insaan ka nature butna he h iske bht saare examples h jaise ek class me bacche groups bna lete h ya colleges me ya offices me loog apne interest ke hisaab se kisi bhi field me ya religion me insaan apne interest ya hierarchy wale factor se divide ho jate h
@@kunwar_bharat_singh_rathore सभी इतिहासकार एक मत से स्वीकार करते हैं कि भारतीय क्षत्रिय वर्ण "आर्य हूणो",,,, "आर्य कुषाणो" और "आर्य शको" से बना है, इन ट्राइब्स से ही गुर्जर, जाट, यादव जैसी क्षत्रिय जातियाँ बनी,, और बाद में तेरहवीं शताब्दी में बनें "राजपूत समूह" का कुछ हिस्सा इन क्षत्रिय जातियो के वंशजों के नेतृत्व से अन्य सभी भारतीय जनजातियों के मिश्रण से बना,,,तभी सभी राज्यों में राजपूत मिलते हैं जो डीएनए, रहन-सहन,,खान-पान और रीति रिवाजो से बिल्कुल भिन्न है।
Bilkul sahi @@SunilKumar-xk7ol
क्षत्रिय सम्राट मिहिरभोज प्रतिहार जी की जय हो बहुत ही अच्छा पढाया है जय राजपूताना🚩🚩
बिलकुल सही पढाया है आपने आज तुगलक खान ओर गुजरी महल के वारिसों को समझ में आया होगा कि मिहिरभोज प्रतिहार जी क्षत्रिय थे ओर गुर्जर एक स्थान वाचक शब्द ना की जातिवाचक है जय राजपूताना🚩🚩
@@thakurbhawanisinghrathore8712 क्षत्रिय शब्द का हिंदी अनुवाद यह हैं कि यहां के स्थानीय निवासी यो के द्वारा रक्षित वही क्षत्रिय कहलाया? अब प्रशन हैं क्षत्रिय कोई जाति नहीं है
@@balramgurjar9235 क्षत्रिय जाति नहीं है लेकिन वर्ण है और क्षत्रिय वर्ण में केवल राजपूत जाति ही आती है और भ्रहामण आते हैं बह्राण में ओर वेश्य में आते हैं जैन लोग ओर बाकी जो पूछे बसे वो आते हैं शुद्र में
Gurjar pritihar mahirbhoj GURJAR
@@thakurbhawanisinghrathore8712 Jodha bai or Akbar ke sambandh ka itihas bhi tu hi batade bhai ki ham bataye mughalputo jab veer bagdavat tumhare Rana durjan sal ki patni jaymati ko utha kar apne ghar le aaye the to kya kiye tumhare Rana ne ham bagdavat ke vansaj he Jodha bai ke nahi hamse soch samaj kar ulajhna kyo ki ham sari uljhane hi Mita dete he Rana durjan or bagdavat ka itihas padle fir fokna comment me ja babu itihas pad
@@sachingurjar5510 बेटा तुगलक खान ओर गुजरी महल का भी इतिहास पढ़ ले तुगलक खान ने गुजरी से शादी की थी और गुजरी के लिए महल बनाया था ओर दुसरी शादी गुजरी से राजपूत राजा मानसिंह तोमर गवालीयर नरेश ने की थी और गुजरी के लिए एक गुजरी महल बनाया था जो आज भी गवालीयर मे बना हुआ है गुजरी महल तुम लोग राजपूतों ओर मुस्लिमो के वंशज हो ओर इतिहास का सोपडा खोली किया बेटा 😀😀 या फिर बस 😀😀 इसमे ही खुश है😄😄
गुरूजी आपको बहुत बहुत धन्यवाद और आभार आपने बहुत अच्छे तरीके से गुजर वंस के बारे में अच्छे से बताया बार बार सेल्यूट जय हिन्द।
Jai Ho Kashtriya Gurjar Partihar Samrat Dada Mihir Bhoj Mahan Ki
Veer Gurjar ⚔️💪👊🔥
गुर्जरों के गांव में एक भी किला,, महल बता दो 😂😂😂😂😂
@@jogendra96 ranthamor sawaimadhopur ja kar dekh le
Rajpoot to shabd tak nahi tha us smaay.. Kuch gujar jaat, yadav ka mix hai rajpoot
Kshtriya veer gurjar mihir bhoj
Ab tum kshtriya bhi ban gaye , gwale 😂😂😂😂
@@jeetramGurjar-p5s gujjar kanse Kshatriya ho gye
Gujjar bhaio ko khush rahne ka adhikar hai ..bhains chor se Sidha kshatriya mein permoshan...
Waise Gujjar bakarwal abhi bhi bhed bakdi charate hain himachal aur kashmir mein , yahan Gau charate they abhi kuch saal pahle tak...
Jai Gurjratra ❤❤
अगर जोधपुर बनाया और बसाया जोधाओं ने और बीकानेर का नामकरण बिकाओ द्वारा हुआ तो … गुर्जरात्रा गुर्जरों का कैसे नहीं हुआ ?
Jodhpur city h jabki riyasat ka naam marwar tha to marwar me rhne wala marwari kahlayega chahe koi jati ka ho
Marwari koi caste nhi huyi
Smjhe murkhadhipati
श्री गुर्जरात्रा का अर्थ है कि गुर्जरों द्वारा रक्षित प्रदेश। जय श्री गुर्जरात्रा।
राजपुत कोई जाति ही नहीं थी।
@@makhanGurjar-eu2im ha gyani....ab tu apni history bna de nyi
Gurjar the esliye en ke rajya ko Gurjaratra kaha jata tha jese Rajputo ke rajya ko rajputana, Jato ke rajya ko Jatwada same ese hi Gurjaro ke Rajya ko Gurjaratra kaha jata tha
Prithviraj Chauhan bhi to gurjar the
Isma basically parthiras rajput mihirbhoj tha jo ki kashtryia tha 🚩
सर जब गूंजरात्रा का पुराना नाम सौराष्ट्र है तो फिर यह गुरजरातरा नाम क्यों पड़ा।
दुसरा यह उपाधि गूरजरनरेश, गुजराधिपति,गुरजरेशवर क्यों कहते थे।
राजपुत सम्राट मिहिरभोज प्रतिहार
Rajputo ko gujro ka respect karna chahiye ❤
Jay Devnarayan ki🌹
Gurjaro ke bare mein samjhane ke liye dhanyvad sar
Gurjar.gati.sethe
गुर्जर प्रतिहार वंश द्वारा रक्षित क्षेत्र गुजरात्रा कहलाये
जय चक्रवती गुर्जर सम्राट मिहिर भोज 💪💪💪💪💪💪💪💪💪💪
जय श्री राम जय गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की
Rajveer sir se jyada aacha padaya jaa raha h❤
Gurjar👑😎
देवली, जहाजपुर के मीना भी मीना प्रतिहार कहलाते हैं। प्रतिहार गोत्र के मीना अथिक है
@@dilprakashmeena1043 वो परिहार हैं न कि प्रतिहार
प्रतिहार गौत्र से कोई मतलब नहीं 😅 गुर्जर प्रतिहार वंश में,, प्रतिहार गुर्जर राजाओं की उपाधि थी। 😅 गुर्जर प्रतिहार वंश का सम्बन्ध केवल वीर गुर्जर जाति से ही हैं।
हरियाणा में एक शहर है लुहारु तो क्या वहां के राजा या नबाब लुहार थे। क्योंकि राजाओं और नबाबो के नाम के पहले उस रियासत या जगह का नाम लिखा जाता था। जैसे जयपुर नरेश कोटा नरेश खेतड़ी नरेश वैसे ही गुजरात के सम्राट मिहिरभोज के नाम के पहले उस रियासत का नाम लिखा गया था। इसलिए गुर्जर शब्द स्थान वाचक है।जाति वाचक नहीं है
अवध नरेश
लाट नरेश
मगध नरेश
गुर्जर नरेश
आदि सभी में जाति वाचक शब्द नहीं है ये शब्द स्थान वाचक शब्द है काशी के राजा को काशी नरेश कहा जायेगा तो इसका मतलब ये नहीं कि काशी राजा की जाति हो जायेगी गुजरात के प्रत्येक व्यक्ति को गुर्जर कहते हैं गुर्जर जैन , गुर्जर ब्राह्मण , गुर्जर वैश्य आदि गुजरात के आदि केली समाज को संज्ञा दी जाती है
बिहार के निवासी को बिहारी कहते हैं
Rajput Naresh bhi kahte hai vo to jativachak hai kiyoki rajya ka naam rajput nhi hai same Gurjar naresh bhi jativachak hai na ki stan vachak kiyoki sthan ka naam Gurjaratra hai Gurjar nhi , us hisab se Gurjaratra Naresh hona chahiye Gurjar Naresh nhi Jay Shree Ram 🙏🏻🚩 Jay Shree Krishna 🙏🏻🚩 Jay Shree Dev Darbaar 🙏🏻🚩
Not Gujaraat, it was called GurjarRashtra
Gurjaro ki vajah se gujrat pda
Wonderful
Thank you
Gurjar Pradesh ke Rajput pratihar vansh ke mahan shasak Mihir bhoj pratihar
Maanav - Aadiwasi - 1. Sur /dev (Brahma, Vishnu) 2. Asur/danav/Rakshas (Shiv)
1. Sur - (a) Brahman, Vaishnav (varnh) (b) Vaisay (baniya)
2. Asur - (a) Mali/Malav/Maliyan/Malik (Kshatriya) (b) Sudra
3. Chaar Varnh:-
(a) Brahman varnh - (i) Brahman (ii) Vaishnav (iii) Swami/goswami .
(b) Kshatriya varnh - (i) Raguvans/Malav/Malyan/Malik Kshatriya (Suryavanshi - Ramayan) (ii) Gurjar/Jat/Saini/Raika Kshatriya (Chandervanshi - Mahabharat) (iii) Anay Kshatriya (Parihar, Chouhan, Chalukya, Panwar) (Agnivanshi - Tarain battle)
(iv) Kshatriya/Raja-Putra (Rajputra) (v) Malivaran/Maliraj/Rajput Mali/Kshatriya Mali (1200VC, Turk rules, (Maliraj Vansh). (vi) Caste system started. (vii) Mugalraj (viii) Angrejraaj (ix) Congress raaj (x) BJP raaj
(c) Vaisay varanh - Baniya, business
(d) Sudra varah - Anay working varag.
✌️Bharat Ekta Abhiyaan ✌️
Sir jha pr gujjar shabad sa matlab gujjaratra sa ha na ki gujjaro sa ha ja ek stanvachak shabad ha asal ma parthiras kashtryia rajput tha ⚔️⚔️⚔️⚔️🚩🚩🚩💪💪💪🇮🇳🇮🇳🇮🇳🗡️🗡️☀️
Sir iske aage vale class bhii you tube par laaiye na
❤
Sir puri class kha milegu
There is difference between gujjar cast and gurjar known as area...
Veer gurjar samrat Mihirbhoj ❤
Jai Siya Ram Jai Gurjar Partihar
सर फिर गुजर जाती north- west me निवास
क्यो करती ह ।
Gurjar pratihar samrat mihir bhoj (rajput) ki Jai ❤❤
Sir gujrat ko kab se kab tak sorastr kahte the mujhe is pe clear kro
Essentially , Gurjars are the Kushans who ruled in the region bordering ancient Han Chinese ruled area . This makes them descendents of Lord Ram son Kush . Lord Rams both sons left Bharat with their followers and travelled northwards . Luv went upto present day Ukraine , his descendents are known as the Slavs . From Ukraine , much later , they spread towards Russia and other Slavic nations . In the period of recorded history , the Kushan Emperor Kanishka attained great prominence . Thereafter , it appears , they came back to India invading all the way upto the Deccan . It is possible that the Agni Kul Rajputs , Chauhan , Parmar , Pratihar and Chalukya , may all have been these invading Gurjars . Now , the question remains , who are those who call themselves as Gurjars today ? It is quite likely that varna being based on demonstrated qualities , those who took to cattle rearing , eschewing kshatriya dharma , are these Gurjars . Those who remained kshatriya are part of Rajput caste . Similar is the case with the Yaduwanshis . Those who took to cattle rearing and agriculture are the Ahirs who are known as Yadavs . The descendents of Lord Krishna are Rajputs and known as Jadon , Bhati , Bhatti , and other surnames .
Kon kon rajput gujhro ko rajasthan me support karna chaega
Batao ab gujar kshatriya rajaon ke wanshaj banne lage. जो aaj ke parihar kshatriya Rajput हैं wo Lakshman ke wanshaj hai wanshawali purnaon mein fir bhatton ke Bahan hajaaron Saal se surkshit हैं in gujaron ki wanshawali
Kisne lichi है jabardasti itihas chori.
एक jhunth ko hajaar bar bolne se Sach banana ke chakkar mein pagal हो रहे हैं
Hindu me 4 category h brahman, kshatriya, vaishya aur.....😮😮
Jay rajgujratra❤
आप ज्ञानी हो सर पर कुछ भी कहो आप गुर्जर प्रतिहार को संतुष्टि से नहीं समझा पाए।।।
इसकी वजह शायद यह हो सकती हैं कि आपकी पकड़ इस टॉपिक पर थोड़ी कम हैं
History k kisi bhi teacher se padh lo..pta chal jayega
OBC 😂😂😂😂
Rajput Samrat Mihir bhoj ❤❤
Guruji ek baar Prithiviraj raso bhi pado
Usme Gurjar sabd ka arth h Gadadhari sainik
Gurj matlab Gadha or R matlab dharan karne wala
Iska matlab Gadahari sainiko ko Gurjar kha gya iska matlab ham Satyug se is dharti pe h
Gujjar shak aur huno ka vanshes tha jo ki bharat pr akrman krna aya tha aur baad ma bharat ma vas gaya aur sanatan dharm ko savikar kiya gujjar shabad humara purno vedo ma be khi nahi likha ha bha pr rajput rajputr rajkumar shabad milaga appko
Gujratra ke pratihar bhi ho sakta hai
7 से12 शतब्दी तक भारतीय इतिहास को राजपूत काल कहलाता है।इस समय उतरी भारत मे चौहान गुर्जर प्रतिहार राठौड सोलंकी और दक्षिण भारत मे चोल .पल्लव राष्ट्र कूट पाल यह सभी राजपूत शासक थै।गुर्जर जाति नही है गुजरात्रा से। गुज्जर बकरवाल जनजाति है।
राइट
Gurjaro ka ek hi kam rajputo ke sabhi mahan purusho ko apna batane lago...
Itihas chor gurjar
Jay rajgujarta
Achanak se kya hua jo talwar chodkar salwar phnkar pashu charanr lge aur Ghumantu jaati bn gye gochar khlane lge, kyayua jo yudh chodkar dudh bechna surubkr diya juthe log ho tum
Gujar mai gotra Chauhan hota hai jati nahi Rajput mai chuhan jati hai gotra kuch aur
Hota hai sir
Gochar kon the, charwahe kon the
Bhai pagal ho rhe ho jo Partihar Rajvace ko gujjar jaati se naa Jane 😂 ye sthan vachak sabdh hai
😂 अग्नि से योद्धा उत्पन होते है क्यो लोगो को पागल बना रहे हो
Agni se utappan nhi hue Agni ke samaksh sapat li 4 Gurjar Rajvansho ne vaha se en ke starting ke pramaan milte hai es liye vaha se suru na kah ke vaha se uttappn bol dete hai. Jay Shree Ram 🙏🏻🚩
और वों कौन से चार गुर्जर हो गए इतिहास चोर वो तो राजपूत थे प्रतिहार परमार चालुक्य चौहान 😂
Galat padha rahe ho aap
Us samay rajput sabd hi nahi tha
Sabd to Muslims aane k baad bna h iska matlab yah nhi hua ki Rajput nhi the....mewad rajvansh, chauhan, chalukya sab rajvansh padh lena
Or hindu Shabd bhi to Muslims aane k baad hi use hua h...konse vedo me likha hua tha?
Itna spast Satya visleshan kiya aapne
Ye teacher khud gochar lag raha hai
@@kstomar246 rajpoot hi hai bhai
Rajputana शब्द से सम्बन्धी राज्य परिवारों को क्या कहा गया थोड़ा उस पर भी प्रकाश डाल दो मान्यवर
Rajputana ek sthan vachak h jis se phir jati niklee
Pratihar only rajput 🚩🚩🚩🚩
Jab mandor or uske ass pass ka kshetra pahale se hi gurjaratra kahlaya tha fir gujrat mai bad mai gaye fir gujratbanane pahale hi gurjar thefir ap ye kaise kah rahe ho ki gujrat se gurjar huye ye ap khud hi galat padha rahe hai
gurjar kom ka itihas h