@@satyamthakur5922 चलित से भावस्थ या राशिस्थ ग्रहों का फल देखना चाहिए। लेकिन जहां पर एक ग्रह का दूसरे ग्रह से दृष्टि -सम्बन्ध देखना हो या उसे देखने की बात आती हो तो जन्मांक चक्र अर्थात् लग्न चक्र से देखना चाहिए। वैसे कभी कभी चलित चक्र और लग्न चक्र में अधिक परिवर्तन नहीं होता है।
Mere 11th house me surya budh sukhra hai, Mee lagna ki kundali hai kya yeh Laxmi Narayan yog hoga? Guru ki 5 th Drishti padh rahi hai, Guru 7 th house mein hai, just subscribed your channel
@@LLB-hn9qb ध्यान दें - बुध और शुक्र की युति 11th house to kya kendra ya trikon me bhi hone matra se Maha Laxminarayan yoga fruitful yani safalta pradaan karne vala nahi ho sakta. Kyonki jabtak is yog ki safalta pradaan karne vaali sharten puri nahin ho jaati jise maine is video me clearly bataya hai. Thanks.
3house me guru ,shukr,bhudh ek sath yuti me ho tb bi maha laxmi yog bnega chndar , magal 12house me h moon ki dristi guru pr h gajkesri yog bnega ye sub meri kundli me h
Heartiest Thanks to you again and again.As you desires to know your future through Horoscope, so it is possible only by telephonic talk if you can send your contact number positively.
@@saurabhkumar-rg4qg ऐसी बात नहीं है। कुछ लोगों के हाथ से मिट्टी छूते सोना बन जाता है अर्थात् कम परिश्रम से ही सफलता प्राप्त कर लेते हैं और कुछ लोग अत्यधिक अथक परिश्रम करके ही सफलता प्राप्त कर पाते हैं। जैसे- 30 किलोमीटर की यात्रा करनी है- तो कोई आराम के साथ एसी कार से, कोई आराम से टू-व्हीलर से तो कोई साईकिल चलाकर पसीना बहाते हुए यह दूरी तय करता है , और सबकी सफलता में लगने वाला समय भी अलग-अलग होता है। इसीलिए Try try again, If at first you don't succeed, Try try again. If all that man can do so, Why you can't do that so. और -"उद्योगिनं पुरुषसिंहमुपैति लक्ष्मी: " आगे यही सोचें-- कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन
@@senprashant7199 बिल्कुल देख सकते हैं, लेकिन यह सप्तम भाव दृष्टि साधारण कुंडली में कभी नहीं बनेगा।यह तो विशेष हजारों कुंडलियों में से कहीं किसी एक कुंडली में मिलेगा। और इस प्रकार का पूर्ण धनप्रदाता योग भी साधारण नहीं, हजारों में कहीं एक मिलता है। जैसे सात पत्तों वाला बिल्वपत्र। इसीलिए मैंने वीडियो में इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि यह योग अधिक प्रचलित और सर्वमान्य नहीं है बल्कि शुक्र और बुध की युति के आधार पर बनने वाला योग ही सर्वमान्य है ।
बहुत सुंदर 🙏 सादर नमन पण्डित जी👏
Uttam jaankari h
धन्यवाद
Heartiest Thanks to you again and again
Very nice
Thank you Respected Vishal Ji so much.
Thank you Deepali Patel as you have subscribed this video.Thanks again and again
गुरूजी अगर यह योग चलित मे बन रहा हो तो
@@satyamthakur5922 चलित से भावस्थ या राशिस्थ ग्रहों का फल देखना चाहिए। लेकिन जहां पर एक ग्रह का दूसरे ग्रह से दृष्टि -सम्बन्ध देखना हो या उसे देखने की बात आती हो तो जन्मांक चक्र अर्थात् लग्न चक्र से देखना चाहिए। वैसे कभी कभी चलित चक्र और लग्न चक्र में अधिक परिवर्तन नहीं होता है।
Please send janm kundli 11 03 1963
Mere 11th house me surya budh sukhra hai, Mee lagna ki kundali hai kya yeh Laxmi Narayan yog hoga? Guru ki 5 th Drishti padh rahi hai, Guru 7 th house mein hai, just subscribed your channel
@@LLB-hn9qb ध्यान दें - बुध और शुक्र की युति 11th house to kya kendra ya trikon me bhi hone matra se Maha Laxminarayan yoga fruitful yani safalta pradaan karne vala nahi ho sakta. Kyonki jabtak is yog ki safalta pradaan karne vaali sharten puri nahin ho jaati jise maine is video me clearly bataya hai. Thanks.
Praman guruji kundali dikhnai hai aapko to plz apka contact no de....🙏🏽🙏🏽
यदि यह योग चोटे भाव सिंह राशि मे हो साथ ही सूर्य हो
3house me guru ,shukr,bhudh ek sath yuti me ho tb bi maha laxmi yog bnega
chndar , magal 12house me h
moon ki dristi guru pr h gajkesri yog bnega
ye sub meri kundli me h
20/1/1994
Time 4:20 am
Bharatpur, Rajasthan
Guruji mera jivan kesa rahega
Government job ka yog h kya aur ratan konsa dharan kru
Heartiest Thanks to you again and again.As you desires to know your future through Horoscope, so it is possible only by telephonic talk if you can send your contact number positively.
@@chetansharma8441 इसे इस पर बताना सम्भव नहीं। अपना contact number प्रेषित कर सकते हैं।
Makker lagan ki kundli main 12th bhav main budh (ast)rahu guru shukker 14,1,1973 7:30am kabhi kamyab honge ya nahin
Meri kundali mei teeno mei se koi bhi nahi hai tho kya mei life ameer nahi ban paunga 😢
@@saurabhkumar-rg4qg ऐसी बात नहीं है। कुछ लोगों के हाथ से मिट्टी छूते सोना बन जाता है अर्थात् कम परिश्रम से ही सफलता प्राप्त कर लेते हैं और कुछ लोग अत्यधिक अथक परिश्रम करके ही सफलता प्राप्त कर पाते हैं। जैसे- 30 किलोमीटर की यात्रा करनी है- तो कोई आराम के साथ एसी कार से, कोई आराम से टू-व्हीलर से तो कोई साईकिल चलाकर पसीना बहाते हुए यह दूरी तय करता है , और सबकी सफलता में लगने वाला समय भी अलग-अलग होता है। इसीलिए Try try again,
If at first you don't succeed,
Try try again.
If all that man can do so,
Why you can't do that so.
और -"उद्योगिनं पुरुषसिंहमुपैति लक्ष्मी: "
आगे यही सोचें-- कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन
Budh aur shuk aapas main kese dekhge budh aur shuk to 2grah hi aage hote hai guruji
बुध और शुक्र आपस में देखेंगे, उदाहरणार्थ यदि एक दूसरे से सप्तम भाव में स्थित हों।यह दृष्टि के आधार पर बनने वाला योग कहलायेगा।
@@senprashant7199 बिल्कुल देख सकते हैं, लेकिन यह सप्तम भाव दृष्टि साधारण कुंडली में कभी नहीं बनेगा।यह तो विशेष हजारों कुंडलियों में से कहीं किसी एक कुंडली में मिलेगा। और इस प्रकार का पूर्ण धनप्रदाता योग भी साधारण नहीं, हजारों में कहीं एक मिलता है। जैसे सात पत्तों वाला बिल्वपत्र। इसीलिए मैंने वीडियो में इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि यह योग अधिक प्रचलित और सर्वमान्य नहीं है बल्कि शुक्र और बुध की युति के आधार पर बनने वाला योग ही सर्वमान्य है ।
Galat he