अब समझ में आ गया कि परिमल छात्रों की तरफ से नहीं, बल्कि सरकार की तरफ से था. जानबुझकर इस vacancy को अधर मे लटका दिया. भाई लोग नियुक्ति होगी नहीं, जिनके पास दम है खरीद लेना या पैरवी लगा लेना. सीधे तौर पर तो नौकरी की आस ....... मतलब बकवास.
Parimal ko case ke bahane Paisa kamane ka lat lag gaya. Supreme court ka judgement aane ke bad jab sarkar vilamba karega hi phir dekhna high court karega aur phir paise kamayega. Iske siva kuchh nahi hoga.
सुप्रीम कोर्ट ही जाने कब जजमेंट देना है कोई के कही आने और जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता।DEled vs BEd वाले मामले में 6 माह बाद जजमेंट आया था।मुझे लगता है ये जजमेंट winter छुट्टी के बाद ही आ सकता है।यानी अगले साल जनवरी में
Parimal ka jitna students ko lutna tha luta or barbad kiya,Bihar me jab bpsc lane laga to isko samajna chiye ki sarkar pureni niyam se nahi lagi abe or CTET or jtet sab jharkhand h to moka milaga he , students kam h to sab ka lagbhag ho he jat pagal banadiya sabko parimal gaddha
एक झारखंडी झारखंड के जॉब में हिस्सा मांगने के लिए कोर्ट गया और एक अपने ही झारखंडी भाई को बहाली से बाहर करवाने के लिए। दोनो के उद्देश्य में बहुत अंतर है।
@@Balukiskuofficial2021 बाहरी भीतरी का तो विवाद ही नहीं है क्योंकि हाईकोर्ट ने केवल झारखंडी ctet पास अभ्यर्थियों को फॉर्म भरने का आदेश दिया था। अगर कुछ बाहरी इस बहाली में भाग ले सकते हैं तो वो jtet पास किये होंगे तब ही संभव है।
परिमल ने teacher vacancy को फंसा दिया... ऐसे व्यक्ती सिर्फ अपने फायदा के लिए बहुतों के जिंदगी बर्बाद कर दिया...
सही बोले
बिल्कुल सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए, और जल्द से जल्द जजमेंट के लिए अनुरोध करना चाहिए
बहुत खत्म आदमी हैं परिमल
तो क्या कबाड़ लोगे।
Khatam Aur hog J tet jeetega
Maha khatam admi hai parimal kumar kya jarurat thi supreme court Jane ki
बिल्कुल सही । अभी तक नियुक्ति हो चुकी होती ।। लेकिन इससे कुछ लोग खुश है तो कुछ लोग नाखुश
Paisa mila hoga
Hero hai parimal
Parimal kumar saboka life bard kar diya jis para teacher umar gujar raha uskia kiya bit rha hai ea parimal ko kiya Pata
अब समझ में आ गया कि परिमल छात्रों की तरफ से नहीं, बल्कि सरकार की तरफ से था. जानबुझकर इस vacancy को अधर मे लटका दिया. भाई लोग नियुक्ति होगी नहीं, जिनके पास दम है खरीद लेना या पैरवी लगा लेना. सीधे तौर पर तो नौकरी की आस ....... मतलब बकवास.
Supreme court parimal k baap ka hai jo ye jaisa bolega waisa hoga
Tab tak parimal dusra kesh karne ke liye taiyar hai 😢😢😢😢😢😂
Ye admi apne apko kya samjta hai apna nai tho kisi ka nai hone diya sabka age khatm hoga tab hoga kya
Parimal ko case ke bahane Paisa kamane ka lat lag gaya. Supreme court ka judgement aane ke bad jab sarkar vilamba karega hi phir dekhna high court karega aur phir paise kamayega. Iske siva kuchh nahi hoga.
परिमल किस जिला का है
godda
Anser key जारी करने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना है क्या jssc को मनमानी है या ctet जेटेट कमजोर दोनो है anser key पहले जारी किया जाए
सभी बंधुओ से विनती है कि anser key जारी किया जाए student akta बनाया जाए
सुप्रीम कोर्ट ही जाने कब जजमेंट देना है कोई के कही आने और जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता।DEled vs BEd वाले मामले में 6 माह बाद जजमेंट आया था।मुझे लगता है ये जजमेंट winter छुट्टी के बाद ही आ सकता है।यानी अगले साल जनवरी में
परिमल के कारण जॉब और एक साल पिछे हो गया
Parimal ka jitna students ko lutna tha luta or barbad kiya,Bihar me jab bpsc lane laga to isko samajna chiye ki sarkar pureni niyam se nahi lagi abe or CTET or jtet sab jharkhand h to moka milaga he , students kam h to sab ka lagbhag ho he jat pagal banadiya sabko parimal gaddha
2025 me ek increment miljata lekin netawo ke karan sab choupat
2sal Tak lag sakta hai r 2sal sarkar le sakta hai..mtlb 4sal pakka lg sakta hai...🎉❤..
EPF के Form मे nominee का नाम देना है सर
देना है
@atozonlineeducation1880 हमलोग के Block DARI पडता है सर हमलोगो के फॉर्म में nominee का कॉलम नही है। और न ही BRC वाले मांग रहे है।
Sarkar ki ctet aur jet Dino think hai
परिमल को केस वापस लेना चाहिए
परिमल जी ही कुछ कर सकते हैं
Fir se pesa dena hoga
Do sal to hemant soren lega
हमें लगता है कि कभी नहीं होने वाला है बहाली।
Pahle court kaun gaye ctet tab jtet kyo nahi jate sab apna hak ki ladai lad rahe hai
To ab jane boliye parimal ko jaldi judgement ke liye warna buddha na ho jaye
8 saal intejar kiye h hmlog tumlog 8 mahina me fadfadane lage i@@DheerajKumar-mg7nx
एक झारखंडी झारखंड के जॉब में हिस्सा मांगने के लिए कोर्ट गया और एक अपने ही झारखंडी भाई को बहाली से बाहर करवाने के लिए।
दोनो के उद्देश्य में बहुत अंतर है।
@@jaylokmishra3594सुप्रीम कोर्ट बताएगा कौन झारखंडी है और कौन नहीं
@@Balukiskuofficial2021 बाहरी भीतरी का तो विवाद ही नहीं है क्योंकि हाईकोर्ट ने केवल झारखंडी ctet पास अभ्यर्थियों को फॉर्म भरने का आदेश दिया था।
अगर कुछ बाहरी इस बहाली में भाग ले सकते हैं तो वो jtet पास किये होंगे तब ही संभव है।
Ab views k liye start ho gye ye log
आपकी सोंच सराहनीय है