Kedarnath Yatra | Kedarnath yatra kaise kare | Delhi To Kedarnath by Road Part -1

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  • Опубликовано: 18 сен 2024
  • Kedarnath Yatra 2023 | Kedarnath yatra kaise kare | Delhi To Kedarnath by Road
    केदारनाथ यात्रा भारत में एक पवित्र तीर्थयात्रा है, जो दिल्ली से हिमालयी राज्य उत्तराखंड में स्थित श्री केदारनाथ मंदिर तक भक्तों और पर्यटकों को लेकर जाती है। केदारनाथ मंदिर हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है और यह भगवान शिव को समर्पित है। यह लगभग 3,583 मीटर (11,755 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है और अपूर्व प्राकृतिक सौंदर्य के बीच है।
    यहां दिल्ली से केदारनाथ तक की यात्रा का एक संक्षेप विवरण है:
    1. दिल्ली से हरिद्वार/ऋषिकेश:
    यात्रा आमतौर पर दिल्ली से शुरू होती है, जहां यात्री हरिद्वार या ऋषिकेश पहुँचने के लिए ट्रेन लेते हैं या एक निजी वाहन का हियर करते हैं। हरिद्वार दिल्ली से लगभग 3-5 घंटे की दूरी पर है, जबकि ऋषिकेश थोड़ी दूर है, औसतन 4-6 घंटे का सफर होता है।
    2. हरिद्वार/ऋषिकेश से गौरीकुंड:
    हरिद्वार या ऋषिकेश से, यात्रा का अगला चरण गौरीकुंड की ओर का रोड ट्रिप होता है, जो केदारनाथ यात्रा का बेस कैम्प होता है। गौरीकुंड ऋषिकेश से लगभग 10-12 घंटे की दूरी पर है। इस सफर में आपको गढ़वाल क्षेत्र की हरित प्राकृतिक सौंदर्य और गंगा नदी के किनारों की देखभाल की ज़रूरत होती है।
    3. गौरीकुंड से केदारनाथ:
    एक बार गौरीकुंड पहुँचने पर, केदारनाथ तक की यात्रा का वास्तविक ट्रेकिंग होता है। गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी लगभग 16 किलोमीटर (लगभग 10 मील) है, और आपको पैदल यात्रा करने, मूले या पालकी सेवा को हायर करने का विकल्प होता है। ट्रेकिंग मार्ग अच्छी तरह से बनाया गया है, लेकिन ऊंचे बुढ़ाल स्थल पर यात्रा करने के कारण यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
    4. केदारनाथ मंदिर:
    केदारनाथ पहुँचकर, यात्री भगवान शिव के दर्शन करते हैं, जो केदारनाथ मंदिर की शानदार वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाने जाते हैं। मुख्य भगवान का मूर्ति, एक काले पत्थर का लिंग, भगवान शिव का
    केदारनाथ यात्रा भारत में एक पवित्र तीर्थयात्रा है, जो दिल्ली से हिमालयी राज्य उत्तराखंड में स्थित श्री केदारनाथ मंदिर तक भक्तों और पर्यटकों को लेकर जाती है। केदारनाथ मंदिर हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है और यह भगवान शिव को समर्पित है। यह लगभग 3,583 मीटर (11,755 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है और अपूर्व प्राकृतिक सौंदर्य के बीच है।
    यहां दिल्ली से केदारनाथ तक की यात्रा का एक संक्षेप विवरण है:
    1. दिल्ली से हरिद्वार/रिशिकेश:
    यात्रा आमतौर पर दिल्ली से शुरू होती है, जहां यात्री हरिद्वार या ऋषिकेश पहुँचने के लिए ट्रेन लेते हैं या एक निजी वाहन का हियर करते हैं। हरिद्वार दिल्ली से लगभग 5-6 घंटे की दूरी पर है, जबकि ऋषिकेश थोड़ी दूर है, औसतन 6-7 घंटे का सफर होता है।
    2. हरिद्वार/रिशिकेश से गौरीकुंड:
    हरिद्वार या ऋषिकेश से, यात्रा का अगला चरण गौरीकुंड की ओर का रोड ट्रिप होता है, जो केदारनाथ यात्रा का बेस कैम्प होता है। गौरीकुंड ऋषिकेश से लगभग 10-12 घंटे की दूरी पर है। इस सफर में आपको गढ़वाल क्षेत्र की हरित प्राकृतिक सौंदर्य और गंगा नदी के किनारों की देखभाल की ज़रूरत होती है।
    3. गौरीकुंड से केदारनाथ:
    एक बार गौरीकुंड पहुँचने पर, केदारनाथ तक की यात्रा का वास्तविक ट्रेकिंग होता है। गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी लगभग 16 किलोमीटर (लगभग 10 मील) है, और आपको पैदल यात्रा करने, मूले या पालकी सेवा को हायर करने का विकल्प होता है। ट्रेकिंग मार्ग अच्छी तरह से बनाया गया है, लेकिन ऊंचे बुढ़ाल स्थल पर यात्रा करने के कारण यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
    4. केदारनाथ मंदिर:
    केदारनाथ पहुँचकर, यात्री भगवान शिव के दर्शन करते हैं, जो केदारनाथ मंदिर की शानदार वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाने जाते हैं।
    यह मंदिर उत्तराखंड राज्य के केदारनाथ नामक गाँव में स्थित है और यह चार चारद्वार (केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, और बद्रीनाथ) धामों में से एक है, जिसे चारधाम यात्रा का हिस्सा माना जाता है।
    मंदिर की विशेषताएँ:
    आर्किटेक्चर: केदारनाथ मंदिर का आर्किटेक्चर अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह प्यारे ग्रंथित स्तम्भों और विशाल ध्वज स्तम्भ के साथ एक प्राचीन शैली में बना हुआ है।
    मूर्तियाँ: मंदिर में मुख्य भगवान की मूर्ति, जो काले पत्थर की बनाई गई है, है। यह लिंग के रूप में है और भगवान शिव का प्रतीक है। शिवलिंग के दर्शन के लिए यात्री मंदिर के गर्भगृह में जाते हैं।
    समय: केदारनाथ मंदिर वर्ष के कुछ माहों के लिए ही खुला रहता है। सामान्यत: यह अप्रैल/मई से अक्टूबर/नवंबर के बीच खुलता है, जबकि सर्दियों में हीवाड़ी बर्फबारी के कारण बंद रहता है।
    सामाजिक महत्व: केदारनाथ मंदिर हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण स्थल है और यह चारधाम यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ पर्यटक और भक्त अपने आध्यात्मिक और धार्मिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आते हैं और उन्हें हिमालय की प्राकृतिक सौंदर्य का भी आनंद लेने का मौका मिलता है।
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