हमें नीमकाथाना के इन सपूतों एवं मातृभूमि के रक्षको पर गर्व है। भाजपा के उन बुजदिलों कायरो और गद्दारों पर शर्मिंदा है जो गुलाम और नपुंसको की तरह बिल में घुसे हुए हैं।
प्रेम सिंह बाजोट ने अपनी हार का बदला लेने के लिए नीम का थाना जिले को हटवाया हमें नीमकाथाना के इन सपूतों एवं मातृभूमि के रक्षको पर गर्व है। भाजपा के उन बुजदिलों कायरो और गद्दारों पर शर्मिंदा है जो गुलाम और नपुंसको की तरह बिल में घुसे हुए हैं।
2 अप्रैल को अनुसूचित जाति के लोगों ने अपने आत्म सम्मान के लिए पूरे जोश एवं बहादुरी से आंदोलन किया था जो डरे नहीं बल्कि बहादुर से लड़े उनसे नीमकाथाना वालों को सीखना चाहिए ।
हमें नीमकाथाना के इन सपूतों एवं मातृभूमि के रक्षको पर गर्व है। भाजपा के उन बुजदिलों कायरो और गद्दारों पर शर्मिंदा है जो गुलाम और नपुंसको की तरह बिल में घुसे हुए हैं।
2 अप्रैल को अनुसूचित जाति के लोगों ने अपने आत्म सम्मान के लिए पूरे जोश एवं बहादुरी से आंदोलन किया था जो डरे नहीं बल्कि बहादुर से लड़े उनसे नीमकाथाना वालों को सीखना चाहिए ।
हमें नीमकाथाना के इन सपूतों एवं मातृभूमि के रक्षको पर गर्व है। भाजपा के उन बुजदिलों कायरो और गद्दारों पर शर्मिंदा है जो गुलाम और नपुंसको की तरह बिल में घुसे हुए हैं।
प्रेम सिंह बाजोट ने अपनी हार का बदला लेने के लिए नीम का थाना जिले को हटवाया हमें नीमकाथाना के इन सपूतों एवं मातृभूमि के रक्षको पर गर्व है। भाजपा के उन बुजदिलों कायरो और गद्दारों पर शर्मिंदा है जो गुलाम और नपुंसको की तरह बिल में घुसे हुए हैं।
2 अप्रैल को अनुसूचित जाति के लोगों ने अपने आत्म सम्मान के लिए पूरे जोश एवं बहादुरी से आंदोलन किया था जो डरे नहीं बल्कि बहादुर से लड़े उनसे नीमकाथाना वालों को सीखना चाहिए ।
जय नीमकाथाना जय भारत
केवल अनुसूचित जाति के लोगों ने सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार को झुका दिया था इन्होंने कायरता नहीं दिखाई थी अपने समाज के लिए लड़े थे
हमारा स्वाभिमान जिला की कथा
बाजौर साहब ने सात दिन के अंदर मुख्यमंत्रीजी से मिलकर उनका संदेश युवा शक्ती को देने का जो आश्वासन दिया था उसका क्यां हुआ?
Tv pe Dharna pradarshan dikhao fir pata chalega pure Rajsthan ko
Ham sath h
हमें नीमकाथाना के इन सपूतों एवं मातृभूमि के रक्षको पर गर्व है। भाजपा के उन बुजदिलों कायरो और गद्दारों पर शर्मिंदा है जो गुलाम और नपुंसको की तरह बिल में घुसे हुए हैं।
2 अप्रैल को अनुसूचित जाति के लोगों ने अपने आत्म सम्मान के लिए पूरे जोश एवं बहादुरी से आंदोलन किया था जो डरे नहीं बल्कि बहादुर से लड़े उनसे नीमकाथाना वालों को सीखना चाहिए ।
केवल अनुसूचित जाति के लोगों ने सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार को झुका दिया था इन्होंने कायरता नहीं दिखाई थी अपने समाज के लिए लड़े थे