शर्मा जी आप तो ठीक कहते हो परन्तु जिन्हें हम अपने प्रतिनिधि चुन कर भेजते हैं वो उद्योगपतियों के हाथों में पहले ही बिके हुए होते हैं लोकसभा और विधानसभा में किसानों कि बात कोई नहीं करता
यदि हमारे कृषि वैज्ञानिक और अर्थशास्त्री देवेन्द्र शर्मा की सर्च रिपोर्ट के हिसाब से सरकार से सवाल करते तो आज हमारे देश की जनता अपने आप में समृद्ध और आत्मनिर्भर होती
खेती का संकट १९५२ से शुरू किसान को मजदूर बनाने की पॉलिसी हर बजट में होती है किसान के उत्पाद की मूल्यवर्धन बाकी वस्तुएं के तुलना में कम ही बढ़ा है जैसी कार नौकरीपेशा,सोना, के रेट तेजी से बढ़े है,सरकार के नौकरशाह इंडस्ट्री को तरजीह किसान की बलि देकर कर रहे है ये दुर्भाग्यपूर्ण है
Bhai mai kisaan to nahi hu per aapki baat bilkul sahi hai Roti sabji etni saste hai india me bhut jyada Or gadgets, rent, education etni mehngi hai ki pucho mat
देवेन्द्र शर्मा जी आप के शोध और व्याख्यानों को बहुत बार सुना जिससे आपकी सोच का भी पता चलता है कि आप के दिल में किसानों के प्रति कितनी हमदर्दी है और आप किसान को कैसी दशा में देखना चाहते हो इस के लिए हार्दिक बधाई लेकिन देश में खास कर हरियाणा में तो जाटों को छोड़ कर अपने को कोई किसान ही नहीं मानते हैं जिस प्रकार आपने खेती पर शोध किया उसी तरह आपको एक शोध जात-पात पर भी करके किसानो में जागरूकता लानी होगी तब जाकर आप की बात सार्थक होगी अतः आप से प्रार्थना है कि आप अपनी ही जाति से ये काम शुरु कर दें धन्यवाद वैसे मुझे जाति पाति की पर लिखते हुए काफी शर्म आ रही है क्योंकि हम गांव में ऐसा ही देखते और सुनते हैं इसके लिए मैं तहेदिल से क्षमा चाहता हूं आपको नमस्कार व आपके माता-पिता को सादर प्रणाम जय किसान जय मजदूर जय भारत
महान व्यक्ति! कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कृषि पर अभी भी 57% जनता निर्भर है अतः बजट का कम से कम 50% कृषि क्षेत्र को मिलना चाहिए। बाद में जब मैंने उनसे कहा कि आप सतयुग से चली आ रही व्यवस्था ( १०% लोगों के पास सारी संपत्ति) को चुनौती दे रहे हो तो उन्होंने कहा कि कोई चिंता नही। हम सही के लिए संघर्ष करते रहेंगे।
देवेंद्र शर्मा जी , किसान का किसान ही दुश्मन है! जिस दिन किसान ये बात समझ गया, उस दिन किसान एकजुट होगा और जमीन से जुड़े अपने बुद्धिजीवी लड़को को राजनीति में उतारकर राजनीतिक रूप से शशक्त होगा ! जय किसान ✊🏻
शर्मा जी आपको राम सत्य के साथ खड़ा होना या सच बोलना आज के दिन बहुत टेढ़ा काम हो गया है आपको सलूट है क्या आपने किसानों की समस्याओं के बारे में जो बोला आपने वह सराहनीय है एक बार फिर आपको राम राम में राम
डॉक्टर देवेंद्र सर आपने बहुत अच्छी बात कही है क्योंकि यहां आजकल इकोनामिक डिजाइन ऐसा कर रखा है कि हर आदमी को सस्ता भोजन चाहिए परंतु जो महंगाई खाद्य और जो प्रॉपर्टी में हुई है मकान में हुई है शिक्षा भी हुई है उसका कहीं भी चर्चा नहीं है उसको 10 गुना 400 गुना महंगा बेचा जाता है
किसान के कच्चे मॉल का प्रोसेस कर वही मॉल महंगे रेट में बाजार बिक जाता है परंतु किसान की अनाज दूध फल सस्ता खरीदा जाता है माचिस की डिब्बी एक रुपया लिखा जाता है परंतु किसान अपनी वस्तु जैशे गेहूं की बोरी का भाव बाजार तय करे ये क्यों करे
देवेन्द्र जी, यदि वायु से भोजन खाने के सामान बनने शुरू (फिनलैंड में)हो गये हैं तो किसान तो काम से जायेगा ही भोजन,खाने,पर भी फिर पूंजीपतियों का कब्जा हो जायेगा फिर तो वर्त मान दृश्य से भी अलग भयावहता दृश्य दिखाई देगे । इस के प्रति जनता में जागरूकता बहूत जरूरी है 😢
देवेन्द्र शर्मा जी में भी एक पड़ा लिखा किसान हूं कहीं ऐसा न हो कि एम एस पी पर कानून बनने के कारण कहीं किशानौं को सडकों पर तिरपाल डाल कर गेहूं धान न बेचना पड़े आप बहुत ज्ञानी है सोच समझकर फैसला लेना होगा जिद में अपना घर न फूंक दैं बहुत सावधानी चाहिए कहीं कानून बनकर किसान बर्बाद न हो जाय
बहुत ही अच्छे तरीके से अपने देश के विकास की बात की निश्चित रूप से जब किसानों का विकास होगा तो ग्राम का विकास होगा और वह भी अच्छी जीवन जीने के लिए वस्तुओं की खरीदी करेंगे जिससे व्यवसाय भी धीरे-धीरे आगे बढ़ेंगे...
सर एक बात हो रहा है दी सस्ता फूड जाएगा तो उसमें बहुत सारा पेस्टिसाइड का दवाई बहुत सारा पड़ता है परंतु यदि आपको ओरिजिनल चाहिए गा तो बहुत महंगा पड़ता है यह लोगों को समझ लेना चाहिए आज ही
आपकी बात सही है शर्मा साहब,लेकिन किसान को एक जुट होकर एक साल खेती बंध कर देना चाहिए। संसद में बैठे हुए सांसदों में भी किसान है, लेकिन सरकारके सामने कोई बोल ही नहीं सकता।
Sir namste , main apki baat se sahmat hu kisan andolan se maine apko sunta hun lekin koi bhi kisan ki samya ko banta nhi hai aaj kisan se achchha majdur hai
Mr Sharma seems to be fully right. Why agriculture minister does not note it & take action - is a mystery. Unless farmer is happy, Indian govt cannot sleep peacefully.
श्रीमान जी कृषि उत्पाद लाभ उपभोक्ता को मिलता है और किसान को नहीं। सिमान जी कृषि उत्पाद का लाभ केवल बिचौलियों को मिलता है। इसका इलाज फसलों का विविधीकरण और बिचौलियों की संख्या बढ़ाने और किसानी के खर्चे घटने से ही संभव है ।कृषि खर्चे घटने के लिए प्राकृतिक खेती भी लाभदायक होगी। हमनेखेती किसानी से पशुधन को दूर करके गलत किया बल्कि इसको किसान के लिए समस्या बना लिया है।
Sharma ji, aapne bilkul sahi kaha hai. Sarkar kisano ko dehadi majdoor banana chahti hai,apne dosto ke fayade ke liye. Sir, fasal ki lagat bhi nahi nikal pa rahi hai,kisi kisi fasal men, kisan bahut ghate men hai.
🎉Devender sharma ji ko pernam.Sir apka kahna bilkul sahi he lakin jo log eskebare agriculcher ke bare nahi jante vo budget me virodh karte he.Apko bahut bahut naman
Sharma ji ap hi ak ase jaankar ho jo kisano ka asli dhard sumjhte ho or ap jo kisano k liye kar rhe ho hum kisan humesha apko yad rkhenge kiyuki apke elava koei asa insan nhi dikha jisne khulkar kisano ka sath hi nhi diya balki kisano asli dard sumjha hai hum kisano ko humesha ap per naaj rhega 🙏⭐⭐⭐⭐⭐👍
डा मनमोहनसिंह सरकार में कृषि मंत्री श्री शरद पवार जी के समय कृषि व्यवसाय में ज्यादा बजट आवंटन होता था उस सरकार के बाद उतना बजट आवंटन भाजपा सरकार में नहीं है।
Devinder Sharma किसानों के सच्चे हितैषी कृषि विशेषज्ञ।नमन है ऐसे व्यक्ति को।
शर्मा जी आप तो ठीक कहते हो परन्तु जिन्हें हम अपने प्रतिनिधि चुन कर भेजते हैं वो उद्योगपतियों के हाथों में पहले ही बिके हुए होते हैं लोकसभा और विधानसभा में किसानों कि बात कोई नहीं करता
iska slution sirf pura bharat ka anaj band karna pdega 3-4 din tabhi milega . an seedhi ungli se ghee nahi nikal raha hain
बस वैश्विक ऐजेंडा के दल्ले है। शर्मा जी जैसे ईमानदार वैज्ञानिक ही सत्य बोल रहे हैं
ये कहने मैं कोई गुरेज नहीं कि बीजेपी पहिले से ही किसान विरोधी रही है और आज भी है
आप जैसे योग्य वैज्ञानिकों को सुनना ही नहीं चांहती ये सरकार।
Sharma ji please once talk to jAnta sarkar Morcha ... Rupye ke sadyantra ko bhi samjhte samjhiye
यदि हमारे कृषि वैज्ञानिक और अर्थशास्त्री देवेन्द्र शर्मा की सर्च रिपोर्ट के हिसाब से सरकार से सवाल करते तो आज हमारे देश की जनता अपने आप में समृद्ध और आत्मनिर्भर होती
किसान के बेटे ही बैठे है संसद मे वो उधोगपतियो की कठपुतली बन जाते है पहले ही और किसान के दुख भूल जाते है
खेती का संकट १९५२ से शुरू किसान को मजदूर बनाने की पॉलिसी हर बजट में होती है किसान के उत्पाद की मूल्यवर्धन बाकी वस्तुएं के तुलना में कम ही बढ़ा है जैसी कार नौकरीपेशा,सोना, के रेट तेजी से बढ़े है,सरकार के नौकरशाह इंडस्ट्री को तरजीह किसान की बलि देकर कर रहे है ये दुर्भाग्यपूर्ण है
Bhai mai kisaan to nahi hu per aapki baat bilkul sahi hai
Roti sabji etni saste hai india me bhut jyada
Or gadgets, rent, education etni mehngi hai ki pucho mat
Or thoda bhut mehngi hoti hai vegetable to use vich ke bicholiye kha jate hai store kar kar ke
मुझे गर्व है शर्मा साहब पर जो किसानों के असली हको की बात करते है ' आई लव यू देवेन्द्र शर्मा साहब❤❤👍👍🌾🌾🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
देवेन्द्र शर्मा जी आप के शोध और व्याख्यानों को बहुत बार सुना जिससे आपकी सोच का भी पता चलता है कि आप के दिल में किसानों के प्रति कितनी हमदर्दी है और आप किसान को कैसी दशा में देखना चाहते हो इस के लिए हार्दिक बधाई लेकिन देश में खास कर हरियाणा में तो जाटों को छोड़ कर अपने को कोई किसान ही नहीं मानते हैं जिस प्रकार आपने खेती पर शोध किया उसी तरह आपको एक शोध जात-पात पर भी करके किसानो में जागरूकता लानी होगी तब जाकर आप की बात सार्थक होगी अतः आप से प्रार्थना है कि आप अपनी ही जाति से ये काम शुरु कर दें धन्यवाद वैसे मुझे जाति पाति की पर लिखते हुए काफी शर्म आ रही है क्योंकि हम गांव में ऐसा ही देखते और सुनते हैं इसके लिए मैं तहेदिल से क्षमा चाहता हूं आपको नमस्कार व आपके माता-पिता को सादर प्रणाम जय किसान जय मजदूर जय भारत
शर्मा जी आप जैसे लोग की आवाज अगर इन जिम्मेदार लोगो के कान में पड़ जाए तो काश किसानों का थोड़ा भला हो जाए
महान व्यक्ति! कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कृषि पर अभी भी 57% जनता निर्भर है अतः बजट का कम से कम 50% कृषि क्षेत्र को मिलना चाहिए। बाद में जब मैंने उनसे कहा कि आप सतयुग से चली आ रही व्यवस्था ( १०% लोगों के पास सारी संपत्ति) को चुनौती दे रहे हो तो उन्होंने कहा कि कोई चिंता नही। हम सही के लिए संघर्ष करते रहेंगे।
आलू प्याज़ का बढ़ा हुआ दाम किसान को नहीं मिलता 😢
Sahi bola bhai
डॉ साब कमाल कर दिया है आपने, बिल्कुल सही से विवरण दिया है।
शर्मा जी आप की बात सत्य है। लेकिन नेता किसानों को आगे नहीं बढ़ने देते।
देवेंद्र शर्मा जी , किसान का किसान ही दुश्मन है!
जिस दिन किसान ये बात समझ गया, उस दिन किसान एकजुट होगा और जमीन से जुड़े अपने बुद्धिजीवी लड़को को राजनीति में उतारकर राजनीतिक रूप से शशक्त होगा !
जय किसान ✊🏻
बिल्कुल सत्य कहा, शर्मा जी ने
सरकारे कोई भी हो किसानो के प्रति संवेदनशील कोई नही रहा
दुर्भाग्य है भारतीय किसानो का
शर्मा जी आपको राम सत्य के साथ खड़ा होना या सच बोलना आज के दिन बहुत टेढ़ा काम हो गया है आपको सलूट है क्या आपने किसानों की समस्याओं के बारे में जो बोला आपने वह सराहनीय है एक बार फिर आपको राम राम में राम
डॉक्टर देवेंद्र सर आपने बहुत अच्छी बात कही है क्योंकि यहां आजकल इकोनामिक डिजाइन ऐसा कर रखा है कि हर आदमी को सस्ता भोजन चाहिए परंतु जो महंगाई खाद्य और जो प्रॉपर्टी में हुई है मकान में हुई है शिक्षा भी हुई है उसका कहीं भी चर्चा नहीं है उसको 10 गुना 400 गुना महंगा बेचा जाता है
डॉक्टर देवेनद्र शर्मा जी आपका विचार सुन कर बहुत अच्छा रहा हमारे तरफ से धन्यवाद । आगे देश को जागृत करते रहने की आशा मे ।जय भारत। ।
किसान के कच्चे मॉल का प्रोसेस कर वही मॉल महंगे रेट में बाजार बिक जाता है परंतु किसान की अनाज दूध फल सस्ता खरीदा जाता है माचिस की डिब्बी एक रुपया लिखा जाता है परंतु किसान अपनी वस्तु जैशे गेहूं की बोरी का भाव बाजार तय करे ये क्यों करे
ब्लू रोज प्रकाशन से 600 पृष्ठ की मेरी भी एक पुस्तक उपन्यास के रूप में प्रकाशित हुई है!किसान आंदोलन के संदर्भ में यह उपन्यास बेहद अच्छी बन पडी है!
Congratulations.
कौन सी पुस्तक है जी और कहाँ से मिलेगी
बहुत अच्छा व्याख्यान है शर्मा जी का
Dr. देवेंद्र शर्माजी आपका बहुत बहुत आभार हमारी उम्र भी आपको मिले भगवान आपको लंबी उम्र दे 🌹🌹🙏🙏
Devender sharma ji bhagwan aapko lambi umar de apko lakh lakh bhadai bechar kisan ki kitni chintha hai
सुरेश शर्मा जी को बहुत बहुतधन्यवाद किसान के बेटे संसद में जाकर सरकार की कठपुतली बनजाते हैं आप आप बिल्कुल सही कह रहे हैं आपको बहुत बहुत धन्यवाद
Waheguru je sdda mahar parya Hath Rakhna Dr Davinder Sharma je ta
Good speech
Doctor sahab aapko tere dil se bahut bahut dhanyvad parantu hamare sanvidhan ke andar Kisan ke liye koi jagah nahin hai
Hats off, Devendra Sharma ji, great supporter of the Kisan community, we are highly indebted to you for your support to the Kisan community.
A great personality, strongly Stand for Kissans. Salute
बहुत अच्छी शुरुआत ह
God bless devinder sharma किसान की आवाज़ बुलन्द करने के लिए।
I am proud of you for your briefing on peasant's problem and their solution by Economic reforms ! So much thank ,sir !
आदरणीय देवेन्द्र जी आपकी किसान खेती के ऊपर समझ और सोच बेमिसाल है किसान का दुर्भाग्य है सरकार आपकी नीतियों का पालन नहीं करती
क्या आप भी किसान होकर दूध, फल और सब्जी खरीद कर उपभोग करते हैं। दाल और तेल भी। क्या आप भी छत पर धान की खेती करते हैं।बहुत मासूम सा सवाल है।
जो भी सरकार आती है किसान की दुर्गति करती है ना उसको भाव देती है किस स्वतंत्रतानहीं है और सरकार के अधीन है
कीसान को सीरफ उतनी ही खेती करनी चाहिए जीतनी खुढ के परीवारको जरुरत हो कीयुके बाक़ी सब केलीये सरकार आयात करले अथवा विगयानीक लेब मे पेदा करलेगे
Very touching analysis of farmers'plight by Sharma ji.
हे ईश्वर अल्लाह ईशू वाहेगुरु जी भगवान 🙏 ना काबलो का समूह मोदी सरकार को आदरणीय देवेन्द्र शर्मा जी के मार्गदर्शन लेने की सद्बुद्धि दे वो भी जल्द 🙏🇮🇳
Bhut achha bataya ji
Good information sir
मैं बिहार का माध्यमवर्गी किसान हूँ यहाँ के किसान क़ो अब बिरोध करने का दम नहीं बचा है
😢😢😢
देवेंद्र शर्मा आपका धन्यवाद
बहुत बहुत बढ़िया
आभार
सही कहा sir please continue 🙏
Devendra Sharma ji;aapko;Mera;naman
Kisano ka dard samjhane ke liye dhanyavaad
Man gye gurujii ialso thinks you👍👍👍 are absolutely right thanks❤🌹🙏 sir ji🙏
बहुत ही अच्छा किस का यह दर्द आज कोई नहीं समझ सकता
Aap jaisa aadmi desh ka krishi mantri hoga tab bechare kisan ka bhala hoga dhanyawad sharma ji
Jai kisan ekta jindabad jindabad jindabad jindabad
Sir you are doing great job👏👏👏
This is ground level reality.... salute to you sir...
Salute you sir you are given true situvation and knowledge
देवेन्द्र जी, यदि वायु से भोजन खाने के सामान बनने शुरू (फिनलैंड में)हो गये हैं तो किसान तो काम से जायेगा ही भोजन,खाने,पर भी फिर पूंजीपतियों का कब्जा हो जायेगा फिर तो वर्त मान दृश्य से भी अलग भयावहता दृश्य दिखाई देगे । इस के प्रति जनता में जागरूकता बहूत जरूरी है 😢
देवेन्द्र शर्मा जी में भी एक पड़ा लिखा किसान हूं कहीं ऐसा न हो कि एम एस पी पर कानून बनने के कारण कहीं किशानौं को सडकों पर तिरपाल डाल कर गेहूं धान न बेचना पड़े आप बहुत ज्ञानी है सोच समझकर फैसला लेना होगा जिद में अपना घर न फूंक दैं बहुत सावधानी चाहिए कहीं कानून बनकर किसान बर्बाद न हो जाय
आपका बहोत धन्यवाद.
शर्मा जी 6 जून २० 17 को 6 किसान हत्या शिवराज सिंह चौहान मुख्यमत्री थे तब किसान ने फसल का दाम माग रहे थे और गोलिया चलाई शिवराज सिंह ने
❤salute Davender ji aap ko mera
बहुत ही अच्छे तरीके से अपने देश के विकास की बात की निश्चित रूप से जब किसानों का विकास होगा तो ग्राम का विकास होगा और वह भी अच्छी जीवन जीने के लिए वस्तुओं की खरीदी करेंगे जिससे व्यवसाय भी धीरे-धीरे आगे बढ़ेंगे...
सर एक बात हो रहा है दी सस्ता फूड जाएगा तो उसमें बहुत सारा पेस्टिसाइड का दवाई बहुत सारा पड़ता है परंतु यदि आपको ओरिजिनल चाहिए गा तो बहुत महंगा पड़ता है यह लोगों को समझ लेना चाहिए आज ही
डा सहाब जी नमस्कार
Sir,you are great
जब तक किसानों की समस्याओं का निदान नहीं होगा,, तब तक देश विकसित नहीं होगा,,
Sharma ji aap to bahut hi badhiya baat batate Ho lekin is andhi bahari Sarkar ko koi nahin is mamle mein represent karne wala
जब तक किसान लोकसभा और विधानसभा में नीति निर्माण में नहीं जाएंगे और शिक्षित होकर अपनी चेतना का विकास नहीं कर सकता ,किसानी /कृषि घाटे का सौदा ही रहेगा।
आपकी बात सही है शर्मा साहब,लेकिन किसान को एक जुट होकर एक साल खेती बंध कर देना चाहिए। संसद में बैठे हुए सांसदों में भी किसान है, लेकिन सरकारके सामने कोई बोल ही नहीं सकता।
Sir namste , main apki baat se sahmat hu kisan andolan se maine apko sunta hun lekin koi bhi kisan ki samya ko banta nhi hai aaj kisan se achchha majdur hai
भारतके वर्तमान श्री शिवराज जी चौहान ईश्वर ध्यान देना बहुत जरूरी है आपको बहुत बहुत धन्यवाद
Nice information
Great davinder Sharma jii
गन्ना का रेट पिछले 10 सालो मैं 20 ruppes बढ़ा है जव कि खाद बीज मैं 2 और 3 गुना बढ़ी है और सरकार की आंखे बंद है
Bahut achha lecture, kissaan aandolan Mei krishi budget 50 percent ki maang honi chahiye,3 krishi kanoon improvement ke saath laagu hone chahiye ❤🎉
Very good thought and high value words
बहुत सुंदर महोदय जी।
Mr Sharma seems to be fully right. Why agriculture minister does not note it & take action - is a mystery. Unless farmer is happy, Indian govt cannot sleep peacefully.
श्रीमान जी कृषि उत्पाद लाभ उपभोक्ता को मिलता है और किसान को नहीं। सिमान जी कृषि उत्पाद का लाभ केवल बिचौलियों को मिलता है। इसका इलाज फसलों का विविधीकरण और बिचौलियों की संख्या बढ़ाने और किसानी के खर्चे घटने से ही संभव है ।कृषि खर्चे घटने के लिए प्राकृतिक खेती भी लाभदायक होगी। हमनेखेती किसानी से पशुधन को दूर करके गलत किया बल्कि इसको किसान के लिए समस्या बना लिया है।
Very good
वाह शर्माजी बहुत बढिया
Bahut sahi bola hai sir Apne
Nice information right 👍
Very nice analysis of agriculture problems Sharma ji.
Sharma ji, aapne bilkul sahi kaha hai. Sarkar kisano ko dehadi majdoor banana chahti hai,apne dosto ke fayade ke liye. Sir, fasal ki lagat bhi nahi nikal pa rahi hai,kisi kisi fasal men, kisan bahut ghate men hai.
🎉thanks Dr Sharma sir ji
Agreed with you sir pranam
Dhanyawad Devender sir kisanon ki Samasya etana achha vivaran Diya
I am speechless, sir
🎉Devender sharma ji ko pernam.Sir apka kahna bilkul sahi he lakin jo log eskebare agriculcher ke bare nahi jante vo budget me virodh karte he.Apko bahut bahut naman
Excellent explanation on facts about agriculture sector.
You are Great Sir Ji 🙏🙏❤️❤️🌹🌹🌸🌸🌺🌺🌷🌷👍👍💪🏻💪🏻👌👌
किसान भाईयों की कमर को तोड़ दी हैं सरकार के नीयत ने आज सोयाबीन के भाव देख लीजिए लागतें भी नहीं निकल रही है किसान आज़ भी गुलाब बना हुआ है
खेती हमेशा घाटे में रहेगी और कोई धंधा या नोकरी करो और बच्चो को खेती मे नहीं लगाना पड़ा लिखा के आछे काम मे लगाओ मित्रो❤
Sir Thank you
कृषी वैज्ञानिक यांनी सरकारला योग्य सल्ला देऊन शेतकर्यांना गरीबीतुन बाहेर काढले पाहिजे
Sharma ji ap hi ak ase jaankar ho jo kisano ka asli dhard sumjhte ho or ap jo kisano k liye kar rhe ho hum kisan humesha apko yad rkhenge kiyuki apke elava koei asa insan nhi dikha jisne khulkar kisano ka sath hi nhi diya balki kisano asli dard sumjha hai hum kisano ko humesha ap per naaj rhega 🙏⭐⭐⭐⭐⭐👍
नये फार्मर ऐक्ट को लागू नही करना मोदी जी की बड़ी गलती है किसान आंदोलन करी नहीं डाकू और गुंडे थे
बिल्कुल सही कहा पांडे जी
Ol right ol time jai jawan jai kisan enki dasha disha se hi koi desh upr Jaa skta h
किसान हित में शर्मा साहब का बहुत ही शानदार उदबोधन
Salute to you sir Defender ji
Right sir...
किसन को उसकी फसल का लाभकारी मूल्य चाहिए इसलिए C2 + 50 % गारंटी कानून बनाना जरूरी है
प्रत्येक वस्तु का उत्पादक ही वस्तु की कीमत तय करता है लेकिन कृषि के मामले में किसान अपनी उपज की कीमत तय नहीं करता इसलिए भारतीय कृषि घाटे में है
વાહ ભાઈ વાહ
डा मनमोहनसिंह सरकार में कृषि मंत्री श्री शरद पवार जी के समय कृषि व्यवसाय में ज्यादा बजट आवंटन होता था उस सरकार के बाद उतना बजट आवंटन भाजपा सरकार में नहीं है।
Right sir