*राणी काजल माता की गाथा* संकलन - रोहित पड़ियार ✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻 *(चुकी आदिवासियों में मौखिक परमपराओं का प्रचलन है इसलिए बयान/ व्यख्या अलग अलग व्यक्ति/ क्षेत्र के हिसाब से अलग अलग हो सकती है लेकिन कथा का मूलभाव समान है।)* कहा जाता है कि मथवाढ़ क्षेत्र में डुंगरिया रावत कुल की कर्म भूमि हुआ करती थी इसी कुल के दो पूजनीय देव कुंदूराणा और उनके बड़े भाई कुनबाई अपनी वीरता के लिए प्रसिद्ध थे। कुनबाई व कुंदुराणा के तीन बहने थी आइकुन्दण, आईमांदणी तथा आईछिनकी। आइकुन्दण जीवनभर कुवारी थी, आईमांदणी का विवाह मावी डावर के साथ हुआ और आईछिनकी वर्तमान गाव छिनकी जाकर बसी, उन्ही के नाम से गाव का नाम छिनकी रखा गया। सबसे बड़े भाई कुनबाई के विवाह के लिए जब वधु की तलाश की जा रही थी तो तब इन्हें पता चला कि महाराष्ट्र के नंदुरबार क्षेत्र में हुरिया मेघ की सात पुत्रियां है - देवमोगरा / मोगी माता, राणी काजल तथा अन्य। काजल माता का विवाह चाँद से तय हुआ था किंतु उसे आदिदेव कुनबाई भी पसंद करते थे इसलिए मोहनी (तंत्र मंत्र से मन मोह कर) का सहारा लेकर जब महाराष्ट्र के हेलादाब में विवाह के लिए एकत्र थे वहा से भगाकर अपने साथ लेकर मथवाढ़ क्षेत्र में लेकर आये। सोमला नायक का पुत्र चवरिया नायक भी राणी काजल माता को पसंद करता था इसलिए उसने कुनबाई और कुंदुराणा को युद्ध लिए ललकारा और दोनों भाइयों का चवरिया नायक से भयंकर युद्ध हुआ। अंततः कुनबाई और कुंदुराणा विजयी रहे। (चवरिया नायक पहली बार काजल माता को नर्मदा नदी मछली मारते हुए देखा था, चवरिया नायक जिस चट्टान पर बैठकर मछली मार रहे वह आंजनबारा में थी और चवरिया दगड़ा के नाम से जाना जाता था किंतु अब बांध के कारण डूब चुका है।) आखिर में जलसिंधी नामक गाँव मे राणी काजलमाता और कुनबाई का विवाह हुआ इस अवसर जलसिंधी में 700 दाबलिया (700 देवता ) देशी महुए की शराब पीकर ढोल मांदल की ताल पर नाचे थे, जिनके पैरो के निशान आज भी जलसिंधी में नर्मदा किनारे चट्टानों पर बने हुए है पर सरदार सरोवर बांध की डूब में समा गए है। विवाह के बाद काजल माता भाला वांगा ( वर्तमान का भाला गाव ) में बसी थी किंतु वहाँ पर उगते सूर्य की तेज किरणों के कारण फिर वहा से हटकर वर्तमान में जहाँ पर काजल माता का मंदिर स्थापित है वेलिये पीपर के नीचे आकर बस गई। वर्तमान में मथवाढ़ क्षेत्र के वाकनेर नामक गाँव मे दो मंदिर स्थापित है और दोनों ही आदिवासियों के आस्था स्थल है सबसे ऊपर वाला मन्दिर राणी काजल माता का है और नीचे स्थापित मंदिर काजल माता की ननंद आइकुन्दण का है जो जीवनभर कुँवारी रही। इंदलपूजन की शुरुआत किस प्रकार हुई इसकी कथा रानीकाजल माता, कुनबाई ( पति ), कुंदूराणु (देवर ) गाथा से जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि जब रानीकाजल माता और कुनबाई की महाराष्ट्र के हेलादाब में शादी होने के बाद जब मथवाड़ आकर बसी उस समय भयंकर अकाल पड़ा था, न तो सन्तानो की उत्पत्ति हो रही थी, न पशुधन पल रहा था, न बारिश हो रही थी और न ही फसल उत्पन हो रही थी। रानीकाजल माता बिल्कुल निःसंतान थी। ऐसे वक्त में इंदिराजा, पाटीराजा, अबाकुनबी व दुधाकुनबी और वावुबाई, खेड़ूबाई, जातुबाई व कातुबाई का इस क्षेत्र से गुजरना हुआ तो उन्होंने राजा (कुनबाई) और रानी (काजल माता) की इस पीड़ा को देखा और इस कष्ट से मुक्ति का उपाय बताया। रानीकाजल माता तथा कुनबाई ने उनके द्वारा बताई गई विधि अनुसार इंदिराजा पाटीराजा का पूजन कनबा / कलम की तीन डाल ज्वार में डालकर विधिवत तरीके से की जिसके परिणाम स्वरूप बारिश भी हुई, ज्वार ( कणीहर) जो एक साल पहले बोई गई थी किन्तु बारिश बिल्कुल नही हुई थी इस वजह से नही उगी थी वह दूसरे वर्ष जब इंद पूजा हुई तब बहुत ही शानदार तरीके से पैदावार हुई। पशुधन प्राप्त हुआ , सन्तान उत्पति हुई जिससे आदिवासी कुल आगे बढ़ पाया औऱ इस प्रकार इंदलपूजा की शुरुआत हुई। आज भी इंदपाटले की पूजा कुनबी ( आदिवासी किसान ) के लिए की जाती है जिसमे आदिवासी परिवार, खेतीबाड़ी, फसल, मालधन, पशु पक्षी आदि सब कुछ कुशल मंगल हो ऐसी कामना की जाती है| जय आदिवासी, जय जोहर। जय इंदिराजा, जय पाटी राजा, जय माँ रानीकाजल। 🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹 आदिवासी परंपरा से जुड़ी ये जानकारी अच्छी लगी तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करे। 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jay Adivasi Jay Johar Rohit bhaiya aap ase video soch soch ke piru bhaiya ka sopr kro Rohit bhiya pehli bhar video laye he Sher commend or Chennal me new hoto subscribe jaru kre
*_बहोत अच्छा वीडियो बनाया है मैंने इसे पहले छोटा उदेपुर साइड का ऐसा वीडियो नई देखा सायद 1स्ट टाइम देख रहा हु बहोत अच्छा लगा , बहोत अच्छा है ऐसे वीडियो बना ने में बहोत टाइम लगता है एंड बहोत महेनत होता है तो बोल सकते है गुड वर्क ऑल फ्रेंड्स सुपर पिरु भाई एंड चेतन भाई सुपर _**_#SDE_**_ - नरेश राठवा_*
जय राणी काजल माता, जय जोहार, जय आदिवासी आप सभी इस म्यूजिक वीडियो में अहम भूमिका निभाने वाले भाइयो, बहनों कि जितनी तारीफ की जाए कम पड़ जाए। इसे मैं शब्दों में बया नही कर सकता। बहुत बहुत धन्यवाद आप सभी को जिनके अथक प्रयासों से यह वीडियो तैयार हुआ है। स्पेशल रोहित पड़ियार जी एवं भारत सस्तिया जी को आपने म्यूजिक वीडियो के माध्यम से राणी काजल माता जी के बारे में उनकी गाथा/कथा को दर्शाया है। #Mpregionalmusic 💕
जय रानीकाजल माँ।।। में समजता हु की अपने सामाज के युवाओं ने अपनी कूलदेवी रानीकाजल माँ को फिर से गांव गाँव शहर शहर में यादे दिला दी।।रानीकाजल का इतिहास नव युवाओँ को समझने के लिए एक उम्दा उदाहरण होगा।।ये एक आम थीम नहीं पर पूरे आदिवासी समाज के लिए गर्व की बात होगी कि हमारी भी कुल देवी है ।।जिसे आदिवासी लोग पूजते है ,धार्मिक वीदी आदि सांस्कृति परंपरागत अनुसार और हर पूजाविदी में याद लिया जाता है।।।।मुझे गर्व है कि अपनी कुलदेवी रानीकाजल माता के दर्शन कारी थीम पर ये गाना बहुत अच्छा रहेगा।।।।।सभी टीम वर्क को हार्दिक शुभकामनाएं।।। जय माता रानीकाजल माँ🙏🙏
सतपूड़ा-विन्ध्य पर्वत के बीच मां नर्मदा जैसी पवित्र नदी के किनारे बसी रानी काजल माता प्राकृतिक सौंदर्य से भरपुर पहाड़ की सबसे ऊंची चोटी पीपर के नीचे आप का मंदिर स्थित है।
दोस्तों पहली बार विडीयो लाये काफी मेहनत लगी हे वो भी अपने समाज के ऊपर बनाये इसलिए विडीयो को देखकर चुप ना रहे अधिक से अधिक ग्रुप में लिंक शेयर करना ओर चेनल पर नये हो तो सब्सक्राइब भी कर लेना देखते हे अपने आदीवासी समाज के उपर बनाये हे तो आप कितना प्यार देते जय आदीवासी जय जोहार 🙏🙏🙏🙏
*राणी काजल माता की गाथा*
संकलन - रोहित पड़ियार
✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻
*(चुकी आदिवासियों में मौखिक परमपराओं का प्रचलन है इसलिए बयान/ व्यख्या अलग अलग व्यक्ति/ क्षेत्र के हिसाब से अलग अलग हो सकती है लेकिन कथा का मूलभाव समान है।)*
कहा जाता है कि मथवाढ़ क्षेत्र में डुंगरिया रावत कुल की कर्म भूमि हुआ करती थी इसी कुल के दो पूजनीय देव कुंदूराणा और उनके बड़े भाई कुनबाई अपनी वीरता के लिए प्रसिद्ध थे। कुनबाई व कुंदुराणा के तीन बहने थी आइकुन्दण, आईमांदणी तथा आईछिनकी।
आइकुन्दण जीवनभर कुवारी थी, आईमांदणी का विवाह मावी डावर के साथ हुआ और आईछिनकी वर्तमान गाव छिनकी जाकर बसी, उन्ही के नाम से गाव का नाम छिनकी रखा गया।
सबसे बड़े भाई कुनबाई के विवाह के लिए जब वधु की तलाश की जा रही थी तो तब इन्हें पता चला कि महाराष्ट्र के नंदुरबार क्षेत्र में हुरिया मेघ की सात पुत्रियां है - देवमोगरा / मोगी माता, राणी काजल तथा अन्य।
काजल माता का विवाह चाँद से तय हुआ था किंतु उसे आदिदेव कुनबाई भी पसंद करते थे इसलिए मोहनी (तंत्र मंत्र से मन मोह कर) का सहारा लेकर जब महाराष्ट्र के हेलादाब में विवाह के लिए एकत्र थे वहा से भगाकर अपने साथ लेकर मथवाढ़ क्षेत्र में लेकर आये।
सोमला नायक का पुत्र चवरिया नायक भी राणी काजल माता को पसंद करता था इसलिए उसने कुनबाई और कुंदुराणा को युद्ध लिए ललकारा और दोनों भाइयों का चवरिया नायक से भयंकर युद्ध हुआ। अंततः कुनबाई और कुंदुराणा विजयी रहे।
(चवरिया नायक पहली बार काजल माता को नर्मदा नदी मछली मारते हुए देखा था, चवरिया नायक जिस चट्टान पर बैठकर मछली मार रहे वह आंजनबारा में थी और चवरिया दगड़ा के नाम से जाना जाता था किंतु अब बांध के कारण डूब चुका है।)
आखिर में जलसिंधी नामक गाँव मे राणी काजलमाता और कुनबाई का विवाह हुआ इस अवसर जलसिंधी में 700 दाबलिया (700 देवता ) देशी महुए की शराब पीकर ढोल मांदल की ताल पर नाचे थे, जिनके पैरो के निशान आज भी जलसिंधी में नर्मदा किनारे चट्टानों पर बने हुए है पर सरदार सरोवर बांध की डूब में समा गए है।
विवाह के बाद काजल माता भाला वांगा ( वर्तमान का भाला गाव ) में बसी थी किंतु वहाँ पर उगते सूर्य की तेज किरणों के कारण फिर वहा से हटकर वर्तमान में जहाँ पर काजल माता का मंदिर स्थापित है वेलिये पीपर के नीचे आकर बस गई।
वर्तमान में मथवाढ़ क्षेत्र के वाकनेर नामक गाँव मे दो मंदिर स्थापित है और दोनों ही आदिवासियों के आस्था स्थल है सबसे ऊपर वाला मन्दिर राणी काजल माता का है और नीचे स्थापित मंदिर काजल माता की ननंद आइकुन्दण का है जो जीवनभर कुँवारी रही।
इंदलपूजन की शुरुआत किस प्रकार हुई इसकी कथा रानीकाजल माता, कुनबाई ( पति ), कुंदूराणु (देवर ) गाथा से जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि जब रानीकाजल माता और कुनबाई की महाराष्ट्र के हेलादाब में शादी होने के बाद जब मथवाड़ आकर बसी उस समय भयंकर अकाल पड़ा था, न तो सन्तानो की उत्पत्ति हो रही थी, न पशुधन पल रहा था, न बारिश हो रही थी और न ही फसल उत्पन हो रही थी। रानीकाजल माता बिल्कुल निःसंतान थी। ऐसे वक्त में इंदिराजा, पाटीराजा, अबाकुनबी व दुधाकुनबी और वावुबाई, खेड़ूबाई, जातुबाई व कातुबाई का इस क्षेत्र से गुजरना हुआ तो उन्होंने राजा (कुनबाई) और रानी (काजल माता) की इस पीड़ा को देखा और इस कष्ट से मुक्ति का उपाय बताया।
रानीकाजल माता तथा कुनबाई ने उनके द्वारा बताई गई विधि अनुसार इंदिराजा पाटीराजा का पूजन कनबा / कलम की तीन डाल ज्वार में डालकर विधिवत तरीके से की जिसके परिणाम स्वरूप बारिश भी हुई, ज्वार ( कणीहर) जो एक साल पहले बोई गई थी किन्तु बारिश बिल्कुल नही हुई थी इस वजह से नही उगी थी वह दूसरे वर्ष जब इंद पूजा हुई तब बहुत ही शानदार तरीके से पैदावार हुई। पशुधन प्राप्त हुआ , सन्तान उत्पति हुई जिससे आदिवासी कुल आगे बढ़ पाया औऱ इस प्रकार इंदलपूजा की शुरुआत हुई।
आज भी इंदपाटले की पूजा कुनबी ( आदिवासी किसान ) के लिए की जाती है जिसमे आदिवासी परिवार, खेतीबाड़ी, फसल, मालधन, पशु पक्षी आदि सब कुछ कुशल मंगल हो ऐसी कामना की जाती है|
जय आदिवासी, जय जोहर।
जय इंदिराजा, जय पाटी राजा, जय माँ रानीकाजल।
🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹
आदिवासी परंपरा से जुड़ी ये जानकारी अच्छी लगी तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Nice
Jay Adivasi Jay Johar Rohit bhaiya aap ase video soch soch ke piru bhaiya ka sopr kro Rohit bhiya pehli bhar video laye he Sher commend or Chennal me new hoto subscribe jaru kre
Is jankari ke liye bahut bahut shukriya 🙏
@@nileshvaishaki8487 Thank You
👍👌
Super fantastic 😘👍👌
*_बहोत अच्छा वीडियो बनाया है
मैंने इसे पहले छोटा उदेपुर साइड का ऐसा वीडियो नई देखा सायद
1स्ट टाइम देख रहा हु बहोत अच्छा लगा ,
बहोत अच्छा है ऐसे वीडियो बना ने में बहोत टाइम लगता है एंड बहोत महेनत होता है
तो बोल सकते है गुड वर्क ऑल फ्रेंड्स सुपर
पिरु भाई एंड चेतन भाई सुपर
_**_#SDE_**_
- नरेश राठवा_*
Thank you
Rohit Padiyar good work bro Mata jee kare bahot chale bus
Tnx bhai 🙏🏻❤️
Hii
Kaapi video super hit he chetn bhai kanesh end piru bhai solnki
जिसने वीडियो को नहीं देखा वो जल्दी देखे
बहुत ही शानदार प्रस्तुति भारत भय्या👌👌👌😘
ThnQ 😍
Super Rohit bro p c supar
जय रानी काजल माताजी।।mathwad village वाकनेर।।
काजल माता दर्शन के साथ प्रकृति सौंदर्य का दृश्य दिखाने वाली पहली वीडियो। बहुत ही अच्छी लगी।
Tnx bhai
Supar આદિવાસી વિડિઓ મજા આવી ગઈ yarr
Supar piru bhai solanki
जय राणी काजल माता, जय जोहार, जय आदिवासी आप सभी इस म्यूजिक वीडियो में अहम भूमिका निभाने वाले भाइयो, बहनों कि जितनी तारीफ की जाए कम पड़ जाए। इसे मैं शब्दों में बया नही कर सकता। बहुत बहुत धन्यवाद आप सभी को जिनके अथक प्रयासों से यह वीडियो तैयार हुआ है। स्पेशल रोहित पड़ियार जी एवं भारत सस्तिया जी को आपने म्यूजिक वीडियो के माध्यम से राणी काजल माता जी के बारे में उनकी गाथा/कथा को दर्शाया है। #Mpregionalmusic 💕
हार्दिक जोहार विशाल भाई।
Dhanyawad vishal bhai ❣️❣️
जोहार 🙏🙏
जय रानीकाजल माँ।।।
में समजता हु की अपने सामाज के युवाओं ने अपनी कूलदेवी रानीकाजल माँ को फिर से गांव गाँव शहर शहर में यादे दिला दी।।रानीकाजल का इतिहास नव युवाओँ को समझने के लिए एक उम्दा उदाहरण होगा।।ये एक आम थीम नहीं पर पूरे आदिवासी समाज के लिए गर्व की बात होगी कि हमारी भी कुल देवी है ।।जिसे आदिवासी लोग पूजते है ,धार्मिक वीदी आदि सांस्कृति परंपरागत अनुसार और हर पूजाविदी में याद लिया जाता है।।।।मुझे गर्व है कि अपनी कुलदेवी रानीकाजल माता के दर्शन कारी थीम पर ये गाना बहुत अच्छा रहेगा।।।।।सभी टीम वर्क को हार्दिक शुभकामनाएं।।।
जय माता रानीकाजल माँ🙏🙏
हार्दिक जोहार दादा।
Dhanyawad Dada 🙏🏻🙏🏻
*💐बहुत ही शानदार पिरु भाई,चेतन कनेश,आनंद भाई और समस्त टीम*
Tnx bhai 🙏🏻
Thanks bhai
बहुत सुंदर वीडियो है jay आदिवासी
Thank You Pawan Bhai..
Dhanyawad bhai 🙏
सुपर दोस्त सुपर आपका वीडियो है
सुपर विडियो पिरु ओर चेतन भाई
બાબાદેવ રેકોર્ડિંગ સ્ટુડિયો ઘોઘંબા તરફથી
જય જોહાર જય આદિવાસી જય કાજલ માતા
Jay adivasi
बहुती अच्छा है भाई
Bahut hi shandar video laye ho peheli peheli baar.
जोहार मारा भायो ने के काजल माता नू वीडियो सोंग सूटिंग बोवज महेनत करी ने kariyo
1 हजार सलाम मारा आंनद भाई, भरतभाई, पीरुभाई,चेतनभाई,
जय काजल माता
Dhanyawad bhai
Super hit.... Jay kajal mata🙏🙏🙏
Thnx bhai
Super video piru bhai Aend chetan bhai
Superb 🙏
Jay kajal
Jay johar
jay adivasi
Shandar video 👌
JAY RANI KAJAL MATA (MATHWAD)
Gujarati timli super👌🙏🙏🙏🙏
धन्यवाद
आखिर वो दिन आ ग गया😍😍😍😍😘😘
Jay kajal mata Jay Adivasi
Johar anand bhai ne jay aadivasi
Super video song
Super. Sog. Moj
Good भाई यही ज कहाणी महाराष्ट्र मे भी प्रसिद्ध हैं
जय आदिवासी जय, जोहार 🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾
👌👌👌👌
Super bhaii
Jai Johar jai adiwasi 🏹🏹
जोहार याया काजल
जोहार मां
प्रकृति जोहार
जोहार आदिवासी संस्कृति
Waaaaaaaaaaaaaaaaaah superb Piru Bhai and chetan bhai Kanesh superb video Jay mata di
राणी काजल माता की जय
बहुत ही अच्छा व्हिडिओ अा
औं र साँग
सोंग लिखने वाले का दिल से हम शुकर गुजर है
धन्यवाद भाई 🙏
Jay Johar
बहुत ही अद्भुत आदिवासी सौन्दर्य की प्रस्तुति सभी को पहले वीडियो
के लिए शुभकामनाये जय आदिवासी जय जोहर❤️🤩🤩🤩🤩🔥🔥🔥
Thanks
Rohit bhaiya 🔥🔥🔥bhut hi shandar lyrics 🔥🔥🔥
Tnx bro
JAY JOHAR
क्या बात 🏹 जय 🙏 काजल माँ
बहुत बहुत आभार आदरणीय भारत सस्तिया
दिल से सैल्यूट भाई
Dhanyawad bhai 🙏
Jay aadiwasi Rathva
Super dhamakedar he bro
🙏जय जोहार - जय काजल माता बहुत ही शानदार वीडियो है भाई लोग बहुत बहुत बधाई हो रोहित पडियार और भरत सस्तीया👍
Dhanyawad bhai 🙏
Super yaro
After Anand Dhurva's fb post
Wow super very nice aapka song super hi hai
रोहित भैया की झांकी छे😍😍😍
Thank you
ખૂબ સારું ગીત છે
Dhanyawad 🙏🏻
आदिवासी सस्कृति एवं आदिवासी परम्परागत की अतभूय प्रस्तुति 👍 जय आदिवासी ,जय जोहर
Tnx bhai 🙏🏻
मेरे चैनल को सब्सक्राइब करना में आपके चैनल को सब्सक्राइब करुगी भाईया
જય.કાજલ.મા.જય.જોહાર
Good🌹🐓🌷🌷
जय आदिवासी
Jay adivasi
Superb Bhaiya...👌
Thank you bhai
Tnx bhai 🙏🏻❤️
Thanks bhai
Khub khub abhinandan team Anand dharva
Dhanyawad 🙏🏻
आदिवासी संस्कृति को बढ़ाने के लिए रोहित भैया बहुत हूं बढ़िया वीडियो।।। ओर आगे वीडियो बनाओ रोहित भैया ।।। जय काजल माता जय जोहार जय आदिवासी
Thank you
धन्यवाद 🙏🏻 🙏🏻
Super
सभी साथी मित्र को जोहर अभिनंदन और खूब आगे बढ़ो पीरू सोलंकी चेतन कनेश आनंद खरवा जय आदिवासी जय जोहार
Dhanyawad bhai
super lage raho
smart work...
congratulations team.
Thnx bhai 🙏🏻🙏🏻
Superb 👍
जय आदिवासी जय जय श्री राम सुपर किंग्स स्टार गायक ☀️☀️☀️👍👍👍👍
Gjb Video Song Bhai 👌👌👌👌🙏🙏🙏
Tnx
Good work and
AMAZING video
Supar
Baro bar
सतपूड़ा-विन्ध्य पर्वत के बीच मां नर्मदा जैसी पवित्र नदी के किनारे बसी रानी काजल माता प्राकृतिक सौंदर्य से भरपुर पहाड़ की सबसे ऊंची चोटी पीपर के नीचे आप का मंदिर स्थित है।
जय जोहार
જય રાણી કાજલ માતા જય આદિવાસી જય જોહર ભલે ભલે પીરુ સોલંકી એડ ચેતન કનેશ જોરદાર વાલા
Tnx bhai
Adivasi.ki.jhalak.sabse.alag.
जय आदिवासी......
सामूहिक नृत्य..... सुपर
जय आदिवासी 🏹
200k like bhi kardo
Nice 👍
Super Dhamakedar Video ❤️
Tnx
बहुत ही शानदार वीडियो चेतन कनेश और पिरु भाई सोलंकी
एक दम सुपर
I like you so much
Tnx bhai
सुपर,,, चेतन भाई,,,,,
सुपर पीरु भाई
Good. Good piru. ભાઈ ચેતન 👍👍🤓🥀
आदिवासी संस्कृति का शानदार प्रदर्शन ,
बहुत ही खूबसूरत विडियो
धन्यवाद
क्या पीरू भाई और चेतन भाई क्या वीडियो बनाया है यार मुझे तो देखने में मजा आ गया एकदम धुआंधार है यार kdk se bi upar he bhai lag
Jay kajal mata
बहुत शानदार दादा।
जय जोहार-जय रानीकाज़ल माई की
धन्यवाद दादा 🙏🏻
Ĵordar bhai
जय हो
Super video
🚩🚩 जय रानी काजल माता🚩🚩
जय रानी काजल माता का विडियो🛕 बहुत मेहनत से बनाया है लाइक ओर शेयर जरूर करें जय माता🛕 जी ,,🙏🚩💥🛕
Jay, kajal mata supar song ......
Very Nice
👉 🏹 જય આદીવાસી 🏹 👈
Aadivashi timali video banvta રે....જો
જે ને પસનદ આ વે તો
અહીયા લાઈક કરે .....
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Bahut achha laga bhai jay rani kajal mata
Tnx bhai
दोस्तों पहली बार विडीयो लाये काफी मेहनत लगी हे वो भी अपने समाज के ऊपर बनाये इसलिए विडीयो को देखकर चुप ना रहे अधिक से अधिक ग्रुप में लिंक शेयर करना ओर चेनल पर नये हो तो सब्सक्राइब भी कर लेना देखते हे अपने आदीवासी समाज के उपर बनाये हे तो आप कितना प्यार देते जय आदीवासी जय जोहार 🙏🙏🙏🙏
Mst Chetan Bhai Super
Ha bhai
हा भाई जरूर ऐसी ही और आप आगे पढ़ो और ऐसे ही काम करते रहो भाई मेरे...हम लोगो का आपके साथ पूरे पूरा सपोट है।।
bhai super video
Haaaa chetan bhai Bilkul
Jay Aadivasi Jay Shri ram gjp video 🚩🚩
👍👌👌👌👌👌👌👌
Kajal mata ki jai
સુપર હા મોજ
Super Chetan knesh bhai Piru Solanki