पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिस्र के मत से रीति काल का नामश्रृंगार काल होना चाहिए क्योंकि श्रृंगार और प्रेम रस ही रीति काल का मुख्य विषय है। आपने बताया है कि सभी कवि कृष्ण राधा के माध्यम से श्रृंगार का वर्णन करते हैं जबकि ये गलत है। सभी कवि राधा कृष्ण का वर्णन नहीं किए हैं ये बात गलत है।
भ्रमर गीत sringar रस का उपालंभ काव्य है।
सिद्धों की बानियो को हिंदी काव्य धारा के नाम से राहुल सांकृत्यायन ने संगृहीत किया है।
विनय पत्रिका के पदों में तुलसीदास की भक्ति दास्य भाव की है।
तमस उपन्यास के लिए 1975 का साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त हुआ है ना कि पद्म श्री
तमाशा,चेहरा, बीमार, शादी, सरकार, दीवार, गुलाब आदि ये सब फारसी के शब्द है।
मृत्य तुम्हारा गरल दंत कंचुक पंक्ति पंत की परिवर्तन कविता से है।
देशज का अर्थ वाला प्रश्न का ऑप्शन C है।कृपया इतना गलत क्यों बता रही हैं।
पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिस्र के मत से रीति काल का नामश्रृंगार काल होना चाहिए क्योंकि श्रृंगार और प्रेम रस ही रीति काल का मुख्य विषय है। आपने बताया है कि सभी कवि कृष्ण राधा के माध्यम से श्रृंगार का वर्णन करते हैं जबकि ये गलत है। सभी कवि राधा कृष्ण का वर्णन नहीं किए हैं ये बात गलत है।