प्रिय तीन ताल यदि संभव हो तो डॉक्टर सलमान अख्तर को भी बुलाए ताऊ के साथ उनको सुना अलग ही अनुभव होगा और जो पहले के वादे है हिमांशु वाजपेयी को बुलाने का उस विषय में भी विचार करे
Mai teen taal srif "THE TAU" ke liye dekhta hu, Gajab ka humour h bhaisahab,Ye aadmi itna mast h ki agar full time comic jaye to achhe achho ki akele Lanka laga de. Dear Kamlesh Kishor Singh Sir,you are great sir.
ताऊ ख़ान चा और सरदार ख़बरदार कोई एपिसोड नहीं गिनेगा… सब बढ़िया चल रहा है नज़र लग जाता है ताऊ आपने पूछा तो बता देता हूँ आपके चुटकुले और कहानिया एकदम कातिल है ये सब चालू रहने चाइए जय हो जय हो जय हो 100000 target completed… congratulations Khan cha रितेश
What a pleasant surprise. Aap kee baaton say mein apni Khoi hoee roots ko dekh laiti hoon. My family moved to Karachi from UP. And you talk like my lost buzurgs. Lots of love to you.
जय हो जय हो जय हो सरदार, खान चा और सरदार को आदाब, सलाम, राम राम, सत श्री अकाल सबको(नीचे बताएंगे क्यों इन सब तरीक़ों से ग्रीट किए) हम वो इकलौते श्रीवास्तव जो हैप्पी हैं, कर्म से लेखक हैं और उर्दू से थोड़ा ज्यादा प्रेम है पर रोटी अंग्रेज़ी दे रही है। और तीन ताल इकलौता पॉडकास्ट है जो सुनते हैं। कुछ 5 6 महीने के तीन तालिया हैं हम और आज के एपिसोड में लगा शायद अब मेरी भी बुद्धि तीन ताल के स्तर की हो पाई है, जब सरदार ने समोसा खिलाया और ताऊ और खान चा से पहले हम हंस पड़े बात समझ कर, और फिर जब कुएं में पत्थर फेंका गया। ख़ुद को जोक समझने में अव्वल पाकर ख़ुद में एक अभिमान आया टिपिकल तीन तालिया होने का। ख़ैर बात प्रसाद की हुई तो कुछ माज़ी की याद आई। जन्म जमशेदपुर में हुआ, जवानी कलकत्ता में उड़ाई, मेहनतकशी चंडीगढ़ में हो रही है। ताऊ की तरह हमारे तरफ़ भी दुर्गा पूजा की धूम होती है, छोटे से शहर में 250 लाइसेंस धारक पूजा पंडाल लगते है, प्रसाद में हमारे यहां खिचड़ी, सब्ज़ी और खीर बना करता है और हर पंडाल की पूजा कमेटी लगभग हर दिन कम अज़ कम 1000 लोगों के लिए तो बनवाया करते हीं है। जवानी जो अब भी क़ाबिज़ है पर बेरोज़गारी के दिनों में हम भी एक पंडाल में मेंबर हुआ करते थें, और लोभ था भोग और झूले का। अमूमन भोग की वो हंडी ₹50 से ₹200 ₹250 में बेचा करती है पूजा कमेटी, मगर मेंबरान के लिए ये बिल्कुल मुफ़्त हुआ करती है (बाज़ारवाद यहां भी है)। हम और हमारे कुछ दोस्त अक्सर पंडाल के पीछे पाए जाते थे जहां भोग बन रहा होता था मगर गमछा और बनियान नहीं, झकमक कुर्ते में जिससे आम लोग हलवाइयों और हम में फ़र्क़ कर पाए। क्यों कि वहां भोग लेने आने वालों में बहुत से नरों के बीच कुछ मादा भी होतीं थी, जिनके सामने रोला जमाने का एक मौक़ा होता था, कुछ इक अपने इलाक़े की, कुछ आसपास के इलाक़े की। ख़ैर भोग पहली प्राथमिकता रही हमेशा से, सप्तमी से लेकर नवमी तक घर में चूल्हा नहीं जलता था काहे की घर भोग से भर जाता था और अड़ोस पड़ोस भी बांटा जाता था। कितने ही बार गरमा गरम भोग हाथ पर गिरा, कितनी ही बार चाचा बाबा से गरियान सुने भोग के लिए और झूले वाले को मेंबर होने का रॉब दिखाने के लिए। थोड़ी समझ बढ़ी तो ये भी समझ आया कि दुर्गा पूजा में भी जातिवाद/प्रांतवाद अंदर तक रचा बसा है, जैसे लोगों ने पंडालों के नाम बिहारी पंडाल, बंगाली पंडाल, उड़िया पंडाल, रामगढ़िया पंडाल, इत्यादि नाम से पंडाल बना रखा होता है। हालाकि ऑफिशियल नाम सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी होती है मगर आम लोगों में ऐसे नाम प्रचलित हैं। ये पत्र जब पढ़ा जाएगा तब नवरात्रि के दिनों में होंगे हम लोग, और मैं यहां घर से दूर ख़ुद को कसमसा कर दोस्तों के द्वारा भेजे वीडियो को देखूंगा और मिस करूंगा। ख़ुतूत काफ़ी तवील हो चुका है, तो इस बार के लिए बस इतना हीं उम्मीद है किसी रोज़ आप तीनों से मुलाक़ात मुकम्मल होगी। ताऊ अपने थ्योरीज़ के साथ और पथरीले क़िस्से यूं हीं जारी रखिए। आने वाले एपिसोड में उन लोगों की ज़बान पर बात हो जो ज़बान के व्यापार में है तो बेहतरीन चर्चा हो सकती है। आम लोग अपभ्रंश भाषा का प्रयोग करे वो तो ठीक है, पर जिनकी रोज़ी रोटी हीं भाषा पर निर्भर है क्या उन्हें भी अपभ्रंश में भड़भडाना चाहिए। पत्र के बीच में हीं बता दिया है क्यों "आदाब, सलाम, राम राम, सत श्री अकाल" जाते जाते कुछ किताबों के सुझाव तीन तालिया के लिए 1. रोहित वेमुला की "जाति कोई अफ़वाह नहीं" 2. राजेंद्र सिंह बेदी की "दस्तक" 3. लखनवी अदब के लिए मिर्ज़ा हादी 'रुसवा' की "उमराव जान अदा" 4. और Elizabeth Hyde की The Aborntionist's Daughter बाक़ी कोई गुस्ताख़ी हो तो हम अपने शब्द वापस लेते है। जय हो जय हो जय हो 1Lakh ki mubarakbaad
प्रिय तीन ताल के तीनो सूत्रधार मै बिहार के मुजफरपुर का रहने वाला हूँ. फिलहाल दिल्ली मे रहता हूँ. ये दो या ढाई घंटे जितना भी तीन ताल सुनता हूँ सबसे शुकुन या यूं कहूँ की एक मात्र खुशी तभी महसूस होती है. हमारे सरपंच सौरभ भैया की वजह से देखना सुरु किया था अब ढूंढ ढूंढ के सारे एपिसोड देख रहा हूँ. बहुत बहुत शुभकामनाएं
Kuldeep bhai ke AIIMS wali story best.hai..ham soch rhe the bhai apne muh se apni tareef kr rha hai........baad me pta chala ye hm logo ki muskan lane wali......story hai... Tau ji.....ka rasgulla khane wali ghatna best h Khan cha ke bare me Jo ek chitthi me kha gya ki wo apne dost lgte.....sach me Khan chaa best hai........... Vivek Kumar Dixit(documents) Me hai baki Mai bhi ab Vivek prashad Dixit ho gya hooo. Raebareli...se hoooo
बिल्कुल ताऊ। आपकी कहानिया होनी चाहिए। ऐसे ही भीड़ में खड़े खड़े हसने लगता हूँ उन कहानियों को याद करके। प्लीज ताऊ एक एपिसोड में तो कम से कम दो तीन पतंगा वाली कहानी तो होनी ही चाहिए
कमलेश ताऊ ,सरदार,और खान चा को मेरा प्रणाम । और मैं धन्यवाद देता हूं बड़े भाई कुलदीप मिश्रा जी को की आपने हमारा कॉमेंट पढ़ा । प्रसाद का कोई विकल्प नहीं होता और आने वाली पीढ़ियां शायद मुंह में पंजीरी भरकर फूफा कहने की कला को भूल ही चुकी होगी और भूलना तो एक शाश्वत कला है हालांकि कुछ बोलकर अपने शब्द को वापस लेना भी बेईमानी है😂 ( ताऊ)। कुल मिलाकर जुलाकर कर ये एपिसोड रुचिकर रहा मजा आया 6 दिन का इंतजार सफल रहा ।🙏🙏🙏 सुमित मिश्रा बस्ती उत्तर प्रदेश
जाड़े में फ़िर खुदा ने खिलवाऐ तिल के लड्डू रे, हमने भी गुड़ माँगा कर, हो बेटा बंधवाए तिल के लड्डू रे जाड़े में फिर खुदा ने.. मज़ा आ गया. Repeat पर suna
जय हो! जैसा की ताऊ द्वारा पूछा गया की उनके द्वारा चुटकुले और कहानियों का सिलसिला चलना चाहिए या exception ही रखा जाय । उसपर ये कहना है की बीच-बीच में ऐसे चुटकुले और कहानियाँ आती रहनी चाहिए, क्योंकि आपके कहने का अंदाज़ इन कहानियों का लेवल अपने आप ही तीन-ताल के लेवल का बना देता है ।
जय हो सरदार, दही वाले को पंचामृत कहते हैं। पानी वाले को चरणामृत कहते हैं। पंचामृत में पांच चीज़े पड़ती हैं उसमें दूध, दही, शक्कर, शहद, और पंचमेवा डाले जाते हैं l
प्रिय तीन तालियों सादर नमस्कार , मेरा सन्देश प्रिये कमलेश ताऊ जी को धन्यवाद प्रेक्षित है, प्रिय ताऊ मैंने अभी 2 महीने पहले में अपने गाँव गया था तो मैंने मेरे ताऊ जी को तीन ताल का एपिसोड दिखाया और कहा कि ताऊ जी ये कमलेश ताऊ हुबहू आपकी तरह बाते करते है | उन्होंने कही दिनों तक फिर तीन ताल के दर्शक व श्रोता रहे। हमने हाल ही में उन्हें खो दिया है । अब तीन ताल देखता हूँ तो आखे नम हो जाती है। -मोहित चौधरी (जयपुर)
जाड़े में फिर खु़दा ने खिलवाए तिल के लड्डू। हर एक खोंमचे में दिखलाए तिल के लड्डू। कूचे गली में हर जा, बिकवाए तिल के लड्डू। हमको भी हैगे दिल से, खुश आये तिल के लड्डू। जीते रहे तो यारो, फिर खाये तिल के लड्डू॥1॥ उम्दों ने सौ तरह की, याकू़तियां बनाई। लौंगों में दारचीनी, श्क्कर भी ले मिलाई। सर्दी मंे दौलतों की, सौ गर्म चीजे़ं खाई। औरों ने डाल मिश्री गर पेड़ियां बनाई। हमने भी गुड़ मंगाकर, बंधवाए तिल के लड्डू॥2॥ रख खोमंचे को सर पर पैकार यों पुकारा। बादाम भूना चाबो और कुरकुरा छुहारा। जाड़ा लगे तो इसका करता हूं मैं इजारा। जिसका कलेजा यारो, सर्दी ने होवे मारा। नौ दाम के वह मुझसे, ले जाये तिल के लड्डू॥3॥ जाड़ा तो अपने दिल में था पहलवां झझाड़ा। पर एक तिल ने उसको रग-रंग से उखाड़ा। जिस दम दिलो जिगर को, सर्दी ने आ लताड़ा। ख़म ठोंक बोहीं हमने जाड़े को धर पछाड़ा। तन फेर ऐसा भबका, जब खाये तिल के लड्डू॥4॥ कल यार से जो अपने, मिलने के तईं गए हम। कुछ पेड़े उसकी खातिर खाने को ले गए हम। महबूब हंस के बोला, हैरत में हो रहे हम। पेड़ों को देख दिल में ऐसे खुशी हुए हम। गोया हमारी ख़ातिर तुम लाये तिल के लड्डू॥5॥ जब उस सनम के मुझको जाड़े पे ध्यान आया। सब सौदा थोड़ा थोड़ा बाज़ार से मंगाया। आगे जो लाके रक्खा कुछ उसको खु़श न आया। चीजें़ तो वह बहुत थीं, पर उसने कुछ न खाया। जब खु़श हुआ वह उसने जब पाये तिल के लड्डू॥6॥ जाड़े मंे जिसको हर दम पेशाब है सताता। उट्ठे तो जाड़ा लिपटे नहीं पेशाब निकला जाता। उनकी दवा भी कोई, पूछो हकीम से जा। बतलाए कितने नुस्खे़, पर एक बन न आया। आखि़र इलाज उसका ठहराए तिल के लड्डू॥7॥ जाड़े में अब जो यारो यह तिल गए हैं भूने। महबूबों के भी तिल से इनके मजे़ हैं दूने। दिल ले लिया हमारा, तिल शकरियों की रू ने। यह भी ”नज़ीर“ लड्डू ऐसे बनाए तूने। सुन-सुन के जिसकी लज़्ज़त, घबराए तिल के लड्डू॥8॥
अच्छा लगा। मज़ा आया। बीच बीच में dense हो जा रहा था। ये वाला अच्छा लाइट था। बिज़ार को cut short ना करें, बल्कि और समय दें प्लीज़। बाक़ी जब ताऊ कह रहे थे कि बंदर को क्या चाहिए, मेरे मन में गाना चला रहा था and I quote “बस एक सनम चाहिए आशिक़ी के लिए”
नारंगी,नौरंगी, नवरंगी और बकरी वाली ताऊ इस तरह की कहानियां जरूर सुनाया करे..... ख़ान चा की बातें उस बूढ़ी दादी दादा की तरह होती है जिनके जीवन वो वो सारी घटनाएं घट चुकी होती हैं जो आज घट रही हो...तीन तालियों को नमस्कार...जय हो जय हो जय हो
Sabhi teen taliyo ko jai ho jai ho jai ho aapki tarif aur apane taruf me patra agali bar... Is bar to sirf ek farmaaish hi hai ki pandit ji ko fir ek bar bulaiye n kafi dino se vo aaye nahi . Khan cha to hai ji superstar par bich bich me nakshatra pandit ji ki bhi jhalak dikhaya kijiye 🙏ek teen taalee gurugram se.. Shesh agale patra me ❤❤
Renukoot aur renusagar do alag jagah hai, haalaki dono jagah sonebhadra zila main hai. Renusagar main thermal power plant hai jahaan se udpaadit bijli renukoot aluminum plant main istemaal ki jaati hai
Jay ho Jay ho Jay ho Tau k Bina teen taal utna hi aadhoora h jitna chasni k Bina jalebi...isliye khan cha aur Kuldeep bhaiya aap tau ki absent Mt lgwaiye... Vaise me hu Mohabbat ki Nagari Agra se.. Sardar se ek gujarish Hai ki ek episode me love marriage k advantage aur disadvantage pr charcha kijiye... Always loving ❤️
❤ 1L ... last time ki khan cha ki dhamki kaam aagayi.... 😂 party to banti hai khancha .... ab to baithna hi padega....😊 I am also enjoying Tau2.0, tau in 2nd innings is not hitting any 4, all sixers🤘🏻 .... jaade me til ke laddoo 😂.. as usual chote bhai sardaar salute for your knowledge, the way you conduct whole program is commendable 😊
मै ताऊ से सहमत हूं हींग बेकार ही प्रचलित है जन्माष्टमी पर मैं पंचामृत जो दूध दही पंचमेवा तुलसी शहद और चीनी से धनिया और बुरा की पंजीरी आटे की पंजीरी जरूर बनाते हैं स्वाद की वजह से सोचा जाता है की बीच बीच में बनाते रहेंगे किंतु बनता साल में एक ही बार है
KK ke swargvaas ke kuch mahine pehle wo humare college aaye the aur tab meri girlfriend mere hometown me thi aur me saamne se 3 row me khada tha aur aaj bhi wo shaam yaad hai ki concert ke beech maine use call kiya tha kyu ki bhaisaab KKji ne emotional kar diya. RIP KK.
Jai ho jai ho jai ho Mai Prince noida se Tau, Khan cha ko pranaam kuldeep bhai ko namaskaar kuldeep bhai agar Al subah jaldi subah hoga to Al qaida mtlb Zyada qaide me Kuldeep bhai 8 mahine se teen taaliya hu but saare episode sun chuka hu bs jb 200 episode pure honge usme jo jashn hoga uspar bulahatte ka intezaar kr rha hu. Please bula lena kuldeep bhai. Jai ho jai ho jai ho
जय हो जय हो जय हो।। मुंबई से अभिवादन स्वीकार करें।। पोस्टर में ताऊ कैलाश विजयवर्गीय लग रहे हैं। सख्त ऐतराज पेश करता हूं। for the sake of Baba कभी कभी "आम मानविकी" "वांगमय" जैसे शब्दों का गाहे बगाहे इस्तेमाल कर लिया करें। वीकएंड पार्टी को तीनताल पूरी तरह रिप्लेस कर चुका है। सुखी. स्वस्थ और रचनाशील बने रहें आप तीनों। ❤❤❤
Satyanaran katha se apna bachpan yaad aa gya..!! Hum Nawada Bihar se hai, humara muhalla ke char sansthapak gharon me ek the DO (Actually he was district education officer DEO par sablog ke liye DO shahab the - sabse sammanit wyakti the Mughals me- khaskar humare ghar me kyunki humare pitaji sarkari shichhak the)shahab ka ghar. Unke yahan har mahine puniya (full moon) ko Satyanarayan ki katha hoti thi. Humara ghar pass me tha to shankh ki aawaz bhi ati thi. Aakhiri adhyay ka sankh phulate hi arti se theek pahle chale jaate the Prasad grahan karne. Bahut Anand ata tha - aur har mahine intezar hota tha iska. Baad me pata chala ek baar DO shahab pe humla hua tha , goli lagi thi - par god / leg me lagi thi - isliye jaan bach gyi thi- uske baad se unhone pran liya tha ki agar jaan bach gyi to har puniya ko Satyanarayan ki katha karayenge.
Han ek aur baat yaad aya DO shahab ke baare me ek baar kisi Karan bas pitaji ko gaon jana pada achanak , chuki padosi the DO shab unhe pata chal gya, vo chal diye school inspection ke liye li aaj to maatsa ko suspend hi kar denge. Par pitaji ki goodwill itni acchi thi shahar me unke team wale me se ek ne mummy ko khabar bhijawaya ki DO shahab nikal pade hai inspection par maatsa ke schholva. Fir jaldi se kisi tarah khabar pahunchaya na gya school aur chhoti ka arji di gyi. Aur pitaji bach gye. DO saan manmasos kar rah gye. Kuch din tak gussa aur tanav raha dono padosiyon me . Par aap dost chun sakte hai padosi nahi - samu ke saath katuta kamti gyi fir sambandh madhur ho gye.
Bhaiya kuldeep kabhi mathura k kisse bhasha hasya pe b baat kijiye ...tau ki batein bot achi h ...or apke podcast me humour b h or gyan b h ...jai baba ki
ताऊ सरदार और डार्लिंग चा को राम राम ! 2:15:54 अल - सुबह का ठीक ठीक अनुवाद - the Morning हो सकता है । क्योंकि अरेबिक में ‘अल’ का मतलब The होता है । किसी भी शब्द पे विशेष जोड़ देने के लिए अल का use होता है .. जैसे अल-शिफ़ा - the medical स्टोर। जय हो । जय हो ।जय हो । साभार! “आधा तीन तालिया”
प्रिय तीन ताल
यदि संभव हो तो डॉक्टर सलमान अख्तर को भी बुलाए ताऊ के साथ उनको सुना अलग ही अनुभव होगा और जो पहले के वादे है हिमांशु वाजपेयी को बुलाने का उस विषय में भी विचार करे
bahut sahi sujhaav
ताऊ नवरंगी और हरकू की कहानी सुनकर मन प्रफुल्लित हो जाता हैं, आगे भी सुनाते रहियेगा ❤
Lijiye khan cha 100k ho gayi❤❤
खान चा सही हैं इस बार। वो पानी वाला चरणामृत ही है सरदार जो कह रहे हैं वह पंचामृत होता है 50:07
Aaj subh hi gjb producer saheb❤❤
Mai teen taal srif "THE TAU" ke liye dekhta hu, Gajab ka humour h bhaisahab,Ye aadmi itna mast h ki agar full time comic jaye to achhe achho ki akele Lanka laga de.
Dear Kamlesh Kishor Singh Sir,you are great sir.
*Kamlesh Parsad Singh
ताऊ ख़ान चा और सरदार
ख़बरदार कोई एपिसोड नहीं गिनेगा… सब बढ़िया चल रहा है नज़र लग जाता है
ताऊ आपने पूछा तो बता देता हूँ आपके चुटकुले और कहानिया एकदम कातिल है ये सब चालू रहने चाइए
जय हो जय हो जय हो
100000 target completed… congratulations Khan cha
रितेश
1:44:22❤
What a pleasant surprise. Aap kee baaton say mein apni Khoi hoee roots ko dekh laiti hoon. My family moved to Karachi from UP. And you talk like my lost buzurgs. Lots of love to you.
Norm was one of the funniest and my favorite comedian. Thank you for sharing "The Moth Joke" in Indian context😂.
Norm MacDonald in हिंदी
कमाल हैं ताऊ 😂😊❤ जय हो
जय हो जय हो जय हो
सरदार, खान चा और सरदार को
आदाब, सलाम, राम राम, सत श्री अकाल सबको(नीचे बताएंगे क्यों इन सब तरीक़ों से ग्रीट किए)
हम वो इकलौते श्रीवास्तव जो हैप्पी हैं, कर्म से लेखक हैं और उर्दू से थोड़ा ज्यादा प्रेम है पर रोटी अंग्रेज़ी दे रही है।
और तीन ताल इकलौता पॉडकास्ट है जो सुनते हैं।
कुछ 5 6 महीने के तीन तालिया हैं हम और आज के एपिसोड में लगा शायद अब मेरी भी बुद्धि तीन ताल के स्तर की हो पाई है, जब सरदार ने समोसा खिलाया और ताऊ और खान चा से पहले हम हंस पड़े बात समझ कर, और फिर जब कुएं में पत्थर फेंका गया। ख़ुद को जोक समझने में अव्वल पाकर ख़ुद में एक अभिमान आया टिपिकल तीन तालिया होने का।
ख़ैर बात प्रसाद की हुई तो कुछ माज़ी की याद आई।
जन्म जमशेदपुर में हुआ, जवानी कलकत्ता में उड़ाई, मेहनतकशी चंडीगढ़ में हो रही है। ताऊ की तरह हमारे तरफ़ भी दुर्गा पूजा की धूम होती है, छोटे से शहर में 250 लाइसेंस धारक पूजा पंडाल लगते है, प्रसाद में हमारे यहां खिचड़ी, सब्ज़ी और खीर बना करता है और हर पंडाल की पूजा कमेटी लगभग हर दिन कम अज़ कम 1000 लोगों के लिए तो बनवाया करते हीं है।
जवानी जो अब भी क़ाबिज़ है पर बेरोज़गारी के दिनों में हम भी एक पंडाल में मेंबर हुआ करते थें, और लोभ था भोग और झूले का।
अमूमन भोग की वो हंडी ₹50 से ₹200 ₹250 में बेचा करती है पूजा कमेटी, मगर मेंबरान के लिए ये बिल्कुल मुफ़्त हुआ करती है (बाज़ारवाद यहां भी है)। हम और हमारे कुछ दोस्त अक्सर पंडाल के पीछे पाए जाते थे जहां भोग बन रहा होता था मगर गमछा और बनियान नहीं, झकमक कुर्ते में जिससे आम लोग हलवाइयों और हम में फ़र्क़ कर पाए। क्यों कि वहां भोग लेने आने वालों में बहुत से नरों के बीच कुछ मादा भी होतीं थी, जिनके सामने रोला जमाने का एक मौक़ा होता था, कुछ इक अपने इलाक़े की, कुछ आसपास के इलाक़े की।
ख़ैर भोग पहली प्राथमिकता रही हमेशा से, सप्तमी से लेकर नवमी तक घर में चूल्हा नहीं जलता था काहे की घर भोग से भर जाता था और अड़ोस पड़ोस भी बांटा जाता था।
कितने ही बार गरमा गरम भोग हाथ पर गिरा, कितनी ही बार चाचा बाबा से गरियान सुने भोग के लिए और झूले वाले को मेंबर होने का रॉब दिखाने के लिए।
थोड़ी समझ बढ़ी तो ये भी समझ आया कि दुर्गा पूजा में भी जातिवाद/प्रांतवाद अंदर तक रचा बसा है, जैसे लोगों ने पंडालों के नाम बिहारी पंडाल, बंगाली पंडाल, उड़िया पंडाल, रामगढ़िया पंडाल, इत्यादि नाम से पंडाल बना रखा होता है। हालाकि ऑफिशियल नाम सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी होती है मगर आम लोगों में ऐसे नाम प्रचलित हैं।
ये पत्र जब पढ़ा जाएगा तब नवरात्रि के दिनों में होंगे हम लोग, और मैं यहां घर से दूर ख़ुद को कसमसा कर दोस्तों के द्वारा भेजे वीडियो को देखूंगा और मिस करूंगा।
ख़ुतूत काफ़ी तवील हो चुका है, तो इस बार के लिए बस इतना हीं उम्मीद है किसी रोज़ आप तीनों से मुलाक़ात मुकम्मल होगी।
ताऊ अपने थ्योरीज़ के साथ और पथरीले क़िस्से यूं हीं जारी रखिए।
आने वाले एपिसोड में उन लोगों की ज़बान पर बात हो जो ज़बान के व्यापार में है तो बेहतरीन चर्चा हो सकती है। आम लोग अपभ्रंश भाषा का प्रयोग करे वो तो ठीक है, पर जिनकी रोज़ी रोटी हीं भाषा पर निर्भर है क्या उन्हें भी अपभ्रंश में भड़भडाना चाहिए।
पत्र के बीच में हीं बता दिया है क्यों
"आदाब, सलाम, राम राम, सत श्री अकाल"
जाते जाते कुछ किताबों के सुझाव तीन तालिया के लिए
1. रोहित वेमुला की "जाति कोई अफ़वाह नहीं"
2. राजेंद्र सिंह बेदी की "दस्तक"
3. लखनवी अदब के लिए मिर्ज़ा हादी 'रुसवा' की "उमराव जान अदा"
4. और Elizabeth Hyde की The Aborntionist's Daughter
बाक़ी कोई गुस्ताख़ी हो तो हम अपने शब्द वापस लेते है।
जय हो जय हो जय हो
1Lakh ki mubarakbaad
15:00
25:00
40:00
45:40
1:35:00
1:52:00
प्रिय तीन ताल के तीनो सूत्रधार
मै बिहार के मुजफरपुर का रहने वाला हूँ.
फिलहाल दिल्ली मे रहता हूँ.
ये दो या ढाई घंटे जितना भी तीन ताल सुनता हूँ सबसे शुकुन या यूं कहूँ की एक मात्र खुशी तभी महसूस होती है.
हमारे सरपंच सौरभ भैया की वजह से देखना सुरु किया था अब ढूंढ ढूंढ के सारे एपिसोड देख रहा हूँ.
बहुत बहुत शुभकामनाएं
दिन की शुरुवात सुनीता-शिबू के साथ, 02:00:10 पर
Kuldeep bhai ke AIIMS wali story best.hai..ham soch rhe the bhai apne muh se apni tareef kr rha hai........baad me pta chala ye hm logo ki muskan lane wali......story hai...
Tau ji.....ka rasgulla khane wali ghatna best h
Khan cha ke bare me Jo ek chitthi me kha gya ki wo apne dost lgte.....sach me
Khan chaa best hai...........
Vivek Kumar Dixit(documents)
Me hai baki
Mai bhi ab Vivek prashad Dixit ho gya hooo.
Raebareli...se hoooo
बिल्कुल ताऊ। आपकी कहानिया होनी चाहिए। ऐसे ही भीड़ में खड़े खड़े हसने लगता हूँ उन कहानियों को याद करके।
प्लीज ताऊ एक एपिसोड में तो कम से कम दो तीन पतंगा वाली कहानी तो होनी ही चाहिए
Listening teen taal while morning walk is such a blissful experience 🎉🎉
2:07:08 Isn't this the same song which featured in TVF's Very Parivarik show?
Yes
Tau आप ये कहानी सुनाना बंद मत करियेगा। बहुत इस बढ़िया addition है तीन ताल में ये कहानियाँ।
100 k complete Jai ho ❤❤
I have been watching TT since its 3k something subscribers... Now its 1lakh n growing🎉🎉🎉❤❤❤
नौरंगी जारी रहे ताऊ। जय हो 🎉
कमलेश ताऊ ,सरदार,और खान चा को मेरा प्रणाम । और मैं धन्यवाद देता हूं बड़े भाई कुलदीप मिश्रा जी को की आपने हमारा कॉमेंट पढ़ा । प्रसाद का कोई विकल्प नहीं होता और आने वाली पीढ़ियां शायद मुंह में पंजीरी भरकर फूफा कहने की कला को भूल ही चुकी होगी और भूलना तो एक शाश्वत कला है हालांकि कुछ बोलकर अपने शब्द को वापस लेना भी बेईमानी है😂 ( ताऊ)। कुल मिलाकर जुलाकर कर ये एपिसोड रुचिकर रहा मजा आया 6 दिन का इंतजार सफल रहा ।🙏🙏🙏
सुमित मिश्रा
बस्ती उत्तर प्रदेश
Jai hoo jai hoo jai hoo❤️❤️❤️
1:14:07 bhai kisi ko full link mile to dedo
जाड़े में फ़िर खुदा ने खिलवाऐ तिल के लड्डू रे, हमने भी गुड़ माँगा कर, हो बेटा बंधवाए तिल के लड्डू रे जाड़े में फिर खुदा ने.. मज़ा आ गया. Repeat पर suna
Congratulations for 1 lack subscribers.
2:18:51 Tau, please continue the short stories and chutkule and kisse ❤
जय हो!
जैसा की ताऊ द्वारा पूछा गया की उनके द्वारा चुटकुले और कहानियों का सिलसिला चलना चाहिए या exception ही रखा जाय ।
उसपर ये कहना है की बीच-बीच में ऐसे चुटकुले और कहानियाँ आती रहनी चाहिए, क्योंकि आपके कहने का अंदाज़ इन कहानियों का लेवल अपने आप ही तीन-ताल के लेवल का बना देता है ।
जय हो सरदार, दही वाले को पंचामृत कहते हैं। पानी वाले को चरणामृत कहते हैं। पंचामृत में पांच चीज़े पड़ती हैं उसमें दूध, दही, शक्कर, शहद, और पंचमेवा डाले जाते हैं l
Introvert bhai ka kahani bahut hi vadhiya tha....
Introvert भाई की तरफ से शुक्रिया
Navrangri ki khata he chalu rana chai ye bhai ❤❤
शनिचर की सुबह और तीन ताल ❤
जय हो जय हो
प्रिय तीन तालियों सादर नमस्कार ,
मेरा सन्देश प्रिये कमलेश ताऊ जी को धन्यवाद प्रेक्षित है, प्रिय ताऊ मैंने अभी 2 महीने पहले में अपने गाँव गया था तो मैंने मेरे ताऊ जी को तीन ताल का एपिसोड दिखाया और कहा कि ताऊ जी ये कमलेश ताऊ हुबहू आपकी तरह बाते करते है | उन्होंने कही दिनों तक फिर तीन ताल के दर्शक व श्रोता रहे।
हमने हाल ही में उन्हें खो दिया है । अब तीन ताल देखता हूँ तो आखे नम हो जाती है।
-मोहित चौधरी
(जयपुर)
Tau aap Kamal hai. Yrr kisi ko link mile to please share with me 1:14:07 jade me fir khuda ne - Nazeer Akbarabadi
जाड़े में फिर खु़दा ने खिलवाए तिल के लड्डू।
हर एक खोंमचे में दिखलाए तिल के लड्डू।
कूचे गली में हर जा, बिकवाए तिल के लड्डू।
हमको भी हैगे दिल से, खुश आये तिल के लड्डू।
जीते रहे तो यारो, फिर खाये तिल के लड्डू॥1॥
उम्दों ने सौ तरह की, याकू़तियां बनाई।
लौंगों में दारचीनी, श्क्कर भी ले मिलाई।
सर्दी मंे दौलतों की, सौ गर्म चीजे़ं खाई।
औरों ने डाल मिश्री गर पेड़ियां बनाई।
हमने भी गुड़ मंगाकर, बंधवाए तिल के लड्डू॥2॥
रख खोमंचे को सर पर पैकार यों पुकारा।
बादाम भूना चाबो और कुरकुरा छुहारा।
जाड़ा लगे तो इसका करता हूं मैं इजारा।
जिसका कलेजा यारो, सर्दी ने होवे मारा।
नौ दाम के वह मुझसे, ले जाये तिल के लड्डू॥3॥
जाड़ा तो अपने दिल में था पहलवां झझाड़ा।
पर एक तिल ने उसको रग-रंग से उखाड़ा।
जिस दम दिलो जिगर को, सर्दी ने आ लताड़ा।
ख़म ठोंक बोहीं हमने जाड़े को धर पछाड़ा।
तन फेर ऐसा भबका, जब खाये तिल के लड्डू॥4॥
कल यार से जो अपने, मिलने के तईं गए हम।
कुछ पेड़े उसकी खातिर खाने को ले गए हम।
महबूब हंस के बोला, हैरत में हो रहे हम।
पेड़ों को देख दिल में ऐसे खुशी हुए हम।
गोया हमारी ख़ातिर तुम लाये तिल के लड्डू॥5॥
जब उस सनम के मुझको जाड़े पे ध्यान आया।
सब सौदा थोड़ा थोड़ा बाज़ार से मंगाया।
आगे जो लाके रक्खा कुछ उसको खु़श न आया।
चीजें़ तो वह बहुत थीं, पर उसने कुछ न खाया।
जब खु़श हुआ वह उसने जब पाये तिल के लड्डू॥6॥
जाड़े मंे जिसको हर दम पेशाब है सताता।
उट्ठे तो जाड़ा लिपटे नहीं पेशाब निकला जाता।
उनकी दवा भी कोई, पूछो हकीम से जा।
बतलाए कितने नुस्खे़, पर एक बन न आया।
आखि़र इलाज उसका ठहराए तिल के लड्डू॥7॥
जाड़े में अब जो यारो यह तिल गए हैं भूने।
महबूबों के भी तिल से इनके मजे़ हैं दूने।
दिल ले लिया हमारा, तिल शकरियों की रू ने।
यह भी ”नज़ीर“ लड्डू ऐसे बनाए तूने।
सुन-सुन के जिसकी लज़्ज़त, घबराए तिल के लड्डू॥8॥
Congratulations ❤❤ 1lakh subscribers Jai ho Jai ho Jai ho
Present Sir 🙋🏽
अच्छा लगा। मज़ा आया। बीच बीच में dense हो जा रहा था। ये वाला अच्छा लाइट था। बिज़ार को cut short ना करें, बल्कि और समय दें प्लीज़।
बाक़ी जब ताऊ कह रहे थे कि बंदर को क्या चाहिए, मेरे मन में गाना चला रहा था and I quote “बस एक सनम चाहिए आशिक़ी के लिए”
😂😂😂😂
ये ताऊ की कहानी का section permanent किया जाए हर episode में।
नारंगी,नौरंगी, नवरंगी और बकरी वाली ताऊ इस तरह की कहानियां जरूर सुनाया करे..... ख़ान चा की बातें उस बूढ़ी दादी दादा की तरह होती है जिनके जीवन वो वो सारी घटनाएं घट चुकी होती हैं जो आज घट रही हो...तीन तालियों को नमस्कार...जय हो जय हो जय हो
congratulations for 100K....!!!
Love tau's stories 15 minutes should be fixed for it ATLEAST, you can keep it at the end like a Desert.
Sabhi teen taliyo ko jai ho jai ho jai ho aapki tarif aur apane taruf me patra agali bar... Is bar to sirf ek farmaaish hi hai ki pandit ji ko fir ek bar bulaiye n kafi dino se vo aaye nahi . Khan cha to hai ji superstar par bich bich me nakshatra pandit ji ki bhi jhalak dikhaya kijiye 🙏ek teen taalee gurugram se.. Shesh agale patra me ❤❤
Renukoot aur renusagar do alag jagah hai, haalaki dono jagah sonebhadra zila main hai. Renusagar main thermal power plant hai jahaan se udpaadit bijli renukoot aluminum plant main istemaal ki jaati hai
2:16:06 नहीं नहीं ये गाली नहीं है😂😂😂😂😂😂😂😂
वाह सरदार वाह❤❤❤❤❤
Are tau, NAVRANGI ki kahani ki series chalti rehni chahiye❤
jai ho❣
1 lakh subscription की लखटकिया बधाइयां 🎉🎉
वायदा निभाने के लिए धन्यवाद।
Jai Ho Jai Ho Jai Ho
Jai ho jai ho jai ho ❤
Congratulations on 1Lakh subscribers. Great going! Super entertainment teen taal😁
Jay ho Jay ho Jay ho
Tau k Bina teen taal utna hi aadhoora h jitna chasni k Bina jalebi...isliye khan cha aur Kuldeep bhaiya aap tau ki absent Mt lgwaiye...
Vaise me hu Mohabbat ki Nagari Agra se..
Sardar se ek gujarish Hai ki ek episode me love marriage k advantage aur disadvantage pr charcha kijiye...
Always loving ❤️
लख लख बधाई 🎉खान चा और तीन ताल के सभी साथियों को ।करोड़ के लिए अग्रिम शुभकामनाएँ ।जय हो, जय हो, जय हो
Thumbnail OP❤
2:18:49 Tau ye kahaniya aur jokes continue rakho,aur badhawo
Subh ki shuruwat teen taal se huyi, jai ho❤
Jai ho jai ho jai ho ..
jai ho jai ho aj itna subh subh
O ho चचा वो चरणामृत नहीं पंचामृत है।
Ek lakh ho gaye, Mubarak ho!
jai ho
1lakh ki badhai🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Love for 100k
Day 1 of asking to add a live episode of teen taal in sahitya aajtak
1:58:46 yahan mujhe samajh nahi aaya kya hua... Is story ka sarcasm kya tha??
100k pe बधाई 🎉🎉
❤ 1L ... last time ki khan cha ki dhamki kaam aagayi.... 😂 party to banti hai khancha .... ab to baithna hi padega....😊
I am also enjoying Tau2.0, tau in 2nd innings is not hitting any 4, all sixers🤘🏻 .... jaade me til ke laddoo 😂.. as usual chote bhai sardaar salute for your knowledge, the way you conduct whole program is commendable 😊
मै ताऊ से सहमत हूं हींग बेकार ही प्रचलित है
जन्माष्टमी पर मैं
पंचामृत जो दूध दही पंचमेवा तुलसी शहद और चीनी से
धनिया और बुरा की पंजीरी
आटे की पंजीरी जरूर बनाते हैं
स्वाद की वजह से सोचा जाता है की बीच बीच में बनाते रहेंगे किंतु बनता साल में एक ही बार है
Sabhi teen taliyo badhai ho 100K ho gaye sab Jai Ho Jai Ho Jai Ho..
1 lac ho gye. Khan cha mubarak ho. Teen Taal Jay ho Jay ho Jay ho.
100k की बधाई हो 😅❤
Ye badhiyaan hai guru... ab smjh aaya ki last time ji subah 8 bje upload hua tha that wasnt a fluke.
KK ke swargvaas ke kuch mahine pehle wo humare college aaye the aur tab meri girlfriend mere hometown me thi aur me saamne se 3 row me khada tha aur aaj bhi wo shaam yaad hai ki concert ke beech maine use call kiya tha kyu ki bhaisaab KKji ne emotional kar diya. RIP KK.
Jai ho jai ho jai ho Mai Prince noida se Tau, Khan cha ko pranaam kuldeep bhai ko namaskaar kuldeep bhai agar Al subah jaldi subah hoga to Al qaida mtlb Zyada qaide me Kuldeep bhai 8 mahine se teen taaliya hu but saare episode sun chuka hu bs jb 200 episode pure honge usme jo jashn hoga uspar bulahatte ka intezaar kr rha hu. Please bula lena kuldeep bhai. Jai ho jai ho jai ho
Jai ho jai ho jai ho 🎉
Khan cha... 100k done❤
Ek pura episode latters ka kar dijiye aur saath main charcha chalti rahe waisa agar kuch ho paye to maza aa jaye.... Jay ho...
30:33 cold play ❌ तीन ताल ✅
1:26:07
हरकू वाली कहानी
जय हो जय हो जय हो।। मुंबई से अभिवादन स्वीकार करें।। पोस्टर में ताऊ कैलाश विजयवर्गीय लग रहे हैं। सख्त ऐतराज पेश करता हूं। for the sake of Baba कभी कभी "आम मानविकी" "वांगमय" जैसे शब्दों का गाहे बगाहे इस्तेमाल कर लिया करें। वीकएंड पार्टी को तीनताल पूरी तरह रिप्लेस कर चुका है। सुखी. स्वस्थ और रचनाशील बने रहें आप तीनों। ❤❤❤
Jay ho jay ho.... Sir mumbai me kaha se?
Tau, "Power resides where men believe it to be"
Satyanaran katha se apna bachpan yaad aa gya..!!
Hum Nawada Bihar se hai, humara muhalla ke char sansthapak gharon me ek the DO (Actually he was district education officer DEO par sablog ke liye DO shahab the - sabse sammanit wyakti the Mughals me- khaskar humare ghar me kyunki humare pitaji sarkari shichhak the)shahab ka ghar.
Unke yahan har mahine puniya (full moon) ko Satyanarayan ki katha hoti thi. Humara ghar pass me tha to shankh ki aawaz bhi ati thi. Aakhiri adhyay ka sankh phulate hi arti se theek pahle chale jaate the Prasad grahan karne. Bahut Anand ata tha - aur har mahine intezar hota tha iska.
Baad me pata chala ek baar DO shahab pe humla hua tha , goli lagi thi - par god / leg me lagi thi - isliye jaan bach gyi thi- uske baad se unhone pran liya tha ki agar jaan bach gyi to har puniya ko Satyanarayan ki katha karayenge.
Han ek aur baat yaad aya DO shahab ke baare me ek baar kisi Karan bas pitaji ko gaon jana pada achanak , chuki padosi the DO shab unhe pata chal gya, vo chal diye school inspection ke liye li aaj to maatsa ko suspend hi kar denge. Par pitaji ki goodwill itni acchi thi shahar me unke team wale me se ek ne mummy ko khabar bhijawaya ki DO shahab nikal pade hai inspection par maatsa ke schholva. Fir jaldi se kisi tarah khabar pahunchaya na gya school aur chhoti ka arji di gyi. Aur pitaji bach gye.
DO saan manmasos kar rah gye. Kuch din tak gussa aur tanav raha dono padosiyon me . Par aap dost chun sakte hai padosi nahi - samu ke saath katuta kamti gyi fir sambandh madhur ho gye.
Sir conkrachulation for 100k😂❤
100K हो गए चाचा अब तो खुश हो जाओ
LIC aur Majhab wala mast raha..
Aaj hogaya 100k subscriber
Khan cha ko badhai
Ek lakhiya ho gaye aap to❤❤❤
Fav radeo show in the world
Bhaiya kuldeep kabhi mathura k kisse bhasha hasya pe b baat kijiye ...tau ki batein bot achi h ...or apke podcast me humour b h or gyan b h ...jai baba ki
Tau ki power is power ki baat sunkar cersei lannister ke lord baelish ke saath wale dialogues ki yaad aa gayi
Jai ho....Jai Ho.....Me bhi teen taliya...Love you 3000
Time stamps dala karo yaar
Teen taal ka b meetup kijiye kb time mile to
ताऊ सरदार और डार्लिंग चा को राम राम !
2:15:54 अल - सुबह का ठीक ठीक अनुवाद - the Morning हो सकता है । क्योंकि अरेबिक में ‘अल’ का मतलब The होता है । किसी भी शब्द पे विशेष जोड़ देने के लिए अल का use होता है .. जैसे अल-शिफ़ा - the medical स्टोर।
जय हो । जय हो ।जय हो ।
साभार!
“आधा तीन तालिया”
Tau, Naurangi ki katha chalti rehni chahiye
Tau's comment on hing and samuhik bhoj hurts me .
❤❤
Ho gye 1 lakh
कमलेश ताऊ तो आज कंगना को पीछे छोड़ देंगे बात वापस लेने में 😂😂