Vishwamitra Guru was Lord Brahma. Vishwamitra was only rishi who became a Brahma rishi by his tapasya, a impossible feat. Nobody can become a Brahmrishis by tapasya except by God grace.
मैं एक बात कहना चाहता हूं अगर ब्रह्मा ऋषि ही स्वर्ग लोग जा सकता है तो फिर अर्जुन ब्रह्म ऋषि यों से भी श्रेष्ठ रहा होगा खैर अगले जन्म में तो थे ही श्रेष्ठ परंतु अर्जुन के रूप में तो अर्जुन ही थे उन्होंने 5 वर्ष तक स्वर्ग में अस्त्र शस्त्र विद्या ली थी देवताओं की रक्षा के लिए काल के और पुलम नामक राक्षसों का नाश किया था उनसे देवताओं की रक्षा की थी धर्मराज युधिष्ठिर शरीरत ही स्वर्ग गए थे और भी ऐसे कई राजाओं का विवरण मिलता है महाराज खटवान ग महाराज रेवत जो ब्रह्म लोग भी जा सकते थे
अर्जुन देवराज इंद्र का देवी कुंता को मंत्र द्वारा प्राप्त वरदान पुत्र था और भगवान शिवकी उपासना कर स्वर्ग गया था । और अर्जुन पूर्व जन्म में नर और नारायण में से नर का अवतार अर्जुन था।। जय श्री राम
@@rajjoshi5471 सत्य कहा.. पंच पांडव स्त्री से जन्म नही लिए थे वह देवताओ ने दिए थे इसिलए वह देवता ही थे जो धरती पे रह रहे थे और वह कभी भी स्वर्ग या दैवीय लोकों में जाने के अधिकारी भी थे
क्यूंकि उसने कृष्ण के कहने पर महादेव की तपस्या की थी और उनसे पशुपतास्त्र मांगा था और फिर शिव के अर्जुन पर प्रसन्न होते ही उसने कई सारे देवों से उनके दिव्यास्त्र जैसे अग्नि का आग्नेयास्त्र,वरुण का वरुणास्त्र , यम,इंद्र आदि कई देवताओं के दिव्यास्त्र प्राप्त किए और इन सब के लिए उसी कड़ी तपस्या भी करनी पड़ी सरलता से उसे कुछ भी प्राप्त नहीं हुआ। उसकी तपस्या का ही फल था की देवराज उसे अपने साथ स्वर्ग लेकर गए जहा उसने गंधर्वराज चित्रसेन से गायन और नृत्य की शिक्षा भी प्राप्त की जो उसे राजा विराट के मत्स्य राज्य में ब्रीहन्नला के रूप में भी काम आया ऋषि ने भी तपस्या के मार्ग पर चल कर सशारीर स्वर्ग में प्रवेश प्राप्त किया और अर्जुन ने भी कड़ी तपस्या करके महादेव और बाकी सारे देवों और दिग्पालों के दिव्यास्त्र प्राप्त किए। तपस्या करके ही पांडवो ने सूर्य देव से अक्षय पात्र मांगा था जिसमे अन्न की कभी कोई कमी नहीं रही। तपस्या सभी को करनी पड़ी है। सब अपनी जगह श्रेष्ठ है।
Super and excellent Vishwamitra serial thanks to Mukesh Khanna
ॐ भुर्भवोः स्वाः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमही धियो जो नः प्रचोदयात ।।🌷 ।(रीमा के शत्रु नाशक जय गायत्री माता ।🌷 ☝️)
Mukesh Khanna Saheb Always Awesome Actor
मानव , देव मानव , दिव्य मानव के लिए ज्ञान सूत्र पर ध्यान दिलाने के लिए आभार।
हरि विष्णु आपकी यह छवि हमेशा मेरे चित और नैनो में बसी रहे
❤ hay zhri RAM
यहाँ नारायन जी विस्वामित्र को कान भर रहे है । मामला जब दब गया है उसको फिर से नारायण जी सुगला रहे है 😢😢
वे नारद जी है महाशय कृपया ध्यान दें
राम❤
क्षत्रिय कुलभूषण विश्वामित्र की जय
Very nice historical information. Thx
Me jab zoti thi tab se dekhatihu
Chhoti thi tabse dekhatihu hu
जय श्री राम
💐💐💐🌹🌹Jay Narayan 🌹🌹💐💐💐🙏🏻🙏🏻
जय पूर्ण परमात्मा 🙏
Who is watching in 2024 💖💖
I am watching
@@alwayshappy6806❤🎉❤
I am watching full serial
Me
Thanks very much wow
Proud to be Hindu.
Sanskrit is world oldest language
Hinduism is world oldest religion
India is world oldest civilization
India doesn't have a single genuine Hindutva party or Hindutva organization.
Very Nice Seriel Aur Trishanku Ramayan Ka Ravan Hai
Jai viswamitra
Om namah shivay har har Mahadev
Jay ho visvamitr
Vishwamitra Guru was Lord Brahma. Vishwamitra was only rishi who became a Brahma rishi by his tapasya, a impossible feat.
Nobody can become a Brahmrishis by tapasya except by God grace.
Jid Ho To Aisi
Jay visa mitra jay rajbhar
सीरियल अच्छा है, काल्पनिक होते हुए।
@ronaldosmith-r7q भाई विश्वामित्र हुए हैं,यह सत्य है परन्तु उनके साथ अनाप-शनाप जोडना कल्पना है।
@@BaljitSingh-fu6dpisme anapsnap kya hai, yeh vishwamitra ki history hai, jo sabse bade tapaswi the, sansar me
It's sad that Mukesh Khanna is only known for Shaktiman and Bhishma
જય શ્રી રામ
Very nice
kulwinder momi
jay shri ram
Narad Muni ko aaj tak yeh tamura bajate nahi dekha
Syd bajate nhi aata ho 😊😊
10:26 sahas hota nahi udaas
Yes I am
Sidhiyo, Mantra Sakti, yog bal, etc se bhi log swarg ja sakte hai, likin temporary time ke liye
अर्जन कुछ पल के लिए गया था हमे सा के लिए
अति उत्तम।
Jai shri Ram
खन्ना साहब
Great encouraging serial
Best serial
Episode 11 how i watch??
Hmmm
तो ये सारी आग नारद की लगाई हुई थी
मैं एक बात कहना चाहता हूं अगर ब्रह्मा ऋषि ही स्वर्ग लोग जा सकता है तो फिर अर्जुन ब्रह्म ऋषि यों से भी श्रेष्ठ रहा होगा खैर अगले जन्म में तो थे ही श्रेष्ठ परंतु अर्जुन के रूप में तो अर्जुन ही थे उन्होंने 5 वर्ष तक स्वर्ग में अस्त्र शस्त्र विद्या ली थी देवताओं की रक्षा के लिए काल के और पुलम नामक राक्षसों का नाश किया था उनसे देवताओं की रक्षा की थी धर्मराज युधिष्ठिर शरीरत ही स्वर्ग गए थे और भी ऐसे कई राजाओं का विवरण मिलता है महाराज खटवान ग महाराज रेवत जो ब्रह्म लोग भी जा सकते थे
अर्जुन देवराज इंद्र का देवी कुंता को मंत्र द्वारा प्राप्त वरदान पुत्र था और भगवान शिवकी उपासना कर स्वर्ग गया था । और अर्जुन पूर्व जन्म में नर और नारायण में से नर का अवतार अर्जुन था।।
जय श्री राम
@@rajjoshi5471 सत्य कहा.. पंच पांडव स्त्री से जन्म नही लिए थे वह देवताओ ने दिए थे इसिलए वह देवता ही थे जो धरती पे रह रहे थे और वह कभी भी स्वर्ग या दैवीय लोकों में जाने के अधिकारी भी थे
क्यूंकि उसने कृष्ण के कहने पर महादेव की तपस्या की थी और उनसे पशुपतास्त्र मांगा था और फिर शिव के अर्जुन पर प्रसन्न होते ही उसने कई सारे देवों से उनके दिव्यास्त्र जैसे अग्नि का आग्नेयास्त्र,वरुण का वरुणास्त्र , यम,इंद्र आदि कई देवताओं के दिव्यास्त्र प्राप्त किए और इन सब के लिए उसी कड़ी तपस्या भी करनी पड़ी सरलता से उसे कुछ भी प्राप्त नहीं हुआ। उसकी तपस्या का ही फल था की देवराज उसे अपने साथ स्वर्ग लेकर गए जहा उसने गंधर्वराज चित्रसेन से गायन और नृत्य की शिक्षा भी प्राप्त की जो उसे राजा विराट के मत्स्य राज्य में ब्रीहन्नला के रूप में भी काम आया ऋषि ने भी तपस्या के मार्ग पर चल कर सशारीर स्वर्ग में प्रवेश प्राप्त किया और अर्जुन ने भी कड़ी तपस्या करके महादेव और बाकी सारे देवों और दिग्पालों के दिव्यास्त्र प्राप्त किए। तपस्या करके ही पांडवो ने सूर्य देव से अक्षय पात्र मांगा था जिसमे अन्न की कभी कोई कमी नहीं रही। तपस्या सभी को करनी पड़ी है। सब अपनी जगह श्रेष्ठ है।
अर्जुन ने अपने पिछले जन्म में श्री कृष्ण के साथ नर नारायण के रूप में हजारों वर्ष तप किया था उसी तपोबल की सहायता से अर्जुन स्वर्ग गया था।
अर्जुन इंद्र पुत्र था
@Mukesh Khanna
Part 11 daalo bro
जय श्री राम/प्रेरक
jai ho
🎥
aj
Ram
narad hi sab papo ki jd hai
Dharmendar Manhas और तू पाप है
RAMAN ARYA Apna muh Band Rakh varna duwara baat karne ke liye nahi khulega
Oye tu pagal hai