ZE TO KBSE NAKSALBADEE KH RHE K ADANI AMBANI DESH KELIYE KHTRA H.OR RSS KA MODI PURA CHATUKAR BNA H ADANIO KA K BO LOGO K KHILAF KALE KANOON LE AYA TAKI LOG PROTEST NA KRE ADANIO K KHILAF
गरीबी रेखा की तरह अमीरी रेखा भी होनी चाहिए। लोगों को एक हद से ज्यादा अमीर नहीं होने देना चाहिए। तभी धन का समान वितरण संभव है। अमीर लोग पर्यावरण को भी अपनी विलासिता से हानि पहुंचा रहे हैं। अमीर लोग आम लोगों के आदर्श बन जाते हैं और समाज की नैतिकता हाशिये पर चली जाती है।
बहुत सही मुद्दा उठाया अपने अमीरो की अमीरी की वजह से गरीबी हैँ पूरी पृथ्वी में ये लोग कार्बन उत्सर्जन करके खुद को अमीर कहते हैँ. धिक्कार हैँ इनकी अमीरी पर
कौन कहता आर्थिक असमानता खतरा है अगर सब सामान हो गए तो कौन काम करता एक दूसरे का कौन एक दूसरे को समझता कौन एक दूसरे को वैल्यू देता आप घर के आस पास ही देख लो दो लोगों की लड़ाई बराबर वाला नही बंद करवा सकता सब बराबर हो जायेंगे तो पुलिस किसी के उपर कानून का भय नही दिखा सकता कोर्ट को कोई नही समझता
@@vineetkumarverma1135 Bhai aap hasive ke saady me khurpe ki git ga rahe hai aap manv ko khatre me daal rahe hai aap manav virodhy ho kisy bhi shabhiyata ka mool Kendra Bindu samaan niyaaya vayvastha hoty hai jinhe daivarsity kahte hai
@@SameerPathak-p9d जानवरो में समानता होती है सब वही के वही रह गए असमानता की वजह से ही डायवर्सिटी ह्यूमन में आई है वर्ना सब देखने में तो एक जैसे थे ही मेरे गांव के बगल में सिर्फ केवल एक ही बेहद कमजोर जातियां थी वहां आज भी वैसे ही लड़ाई दंगा मार पीट एक दूसरे की खोपड़ी फोड़ने के अलावा बहुत ज्यादा कुछ सुधार नहीं हुआ मेरे गांव में मिक्स जातियां थी जिससे लोग एक दूसरे को देख कर काफी आगे बढ़ गए है वहां आज भी गली गलौज बात बात में मार पीट के अलावा कुछ नही है ना तो आर्थिक स्थिति सुधार पाए और न ही पढ़ाई बेहतर कर पाए उन लोगों से आज भी कोई मतलब नहीं ही लोकतंत्र हमारे यहां के लोग आज भी 100 वोट अपर कास्ट की होकर प्रधान इलेक्शन जीत लेते है और वो 700 वोट लेकर भी दारू शराब पर बिक जाते है 500 रुपए वोट पर बिकते है क्या बात करते हो लोकतंत्र की
Bhaai ye sb bkwaas hai…us bnde ne mehnat ki or aage bdhaa ..self made billionaire hai..hum average middle class jsko hate krte hain …vo taakatwar hai so apni mrji obviously chlaayga…
@@swapnilnagtilak1861 hmm फर्टिलाइजर आप बना लेते कीटनाशक घर में बना लेते सीमेंट आप बना लेते ट्रैक्टर आप बना लेते पहले सबको पता है कितना उत्पादन था कितना क्या था एक कपड़ा किसी को नसीब नही होता था बिजनेस मैन और कंपनिया आने के बाद ही ग्रोथ हुआ है अगर ऐसा है तो आ जाइए अरूणांचल नागालैंड में बस जाइए आपको सब कुछ पहले जैसा मिलेगा जी लो अपनी जिंदगी स्टार्ट में बहुत सी पार्टियां इसका विरोध करती थी और बाद में उद्योग के भरोसे उछलना शुरू किया पॉलिटिक्स के लिए कोई भले मन आपका डायवर्ट कर दे लेकिन बिना उद्योग के वैसे ही आदिमानव वाली जिंदगी हो जाती उद्योग और विज्ञान ने ही आज लोगों का जीवन आसान बना दिया है
@@swapnilnagtilak1861 कैसी मोनो पॉली सबके पास ऑप्शन है बस कोई उनको गाली दे रहा कोई संघर्ष करके उपर पहुंच गया आप अपने पास दुकान से ही देख लो पता नही कितने दुकान बंद कर दिए कितने अच्छा बिजनेस करके पैसा कमा रहे है और अब बोल दो वो भी मोनोपॉली है अंबानी जी ने सस्ता इंटरनेट प्रोवाइड करके टेलीकॉम इंडस्ट्री में ही नही आज जिसके पास हुनर है यूट्यूब पर आकर कमाने लगा वर्ना केवल टेलीविजन कंपनियों और न्यूज पेपर पर ही एड से पैसे मिलते थे आज लाखो लोग यूट्यूब से रोजगार पाया है अच्छी और किफायती ऑनलाइन शिक्षा का अवसर मिला
किसी अमीर में इतनी ताकत नहीं कि किसी के ऊपर नियंत्रण कर सके।उनकी ताकत तभी तक है जब तक आम लोगों के मन में लालच है।आम लोग जिस दिन आत्मनिर्भर हो जाएंगे इन अमीरों की सारी ताकत अपने आप समाप्त हो जाएगी।
नौकरशाहो का क्या करेंगे भाई यह तो बता नौकरशाहो के जरिये ही तो लोगो पर नियंत्रण रखा जा रहा है मन मर्जी कानुन थोपे जा रहे है ताकी जनता सरकार या उद्योगपतीयो के खिलाफ ना बोले ना जाये
@@SachinDeshpande-pd9qc हर समस्या की जड़ है आत्मनिर्भरता न होना।जो आत्मनिर्भर नहीं होता वो ही डरता है।उस पर ही नियंत्रण किया जा सकता है।उस पर ही कानून थोपे जा सकते हैं।आप ही बताइए कि आत्मनिर्भर व्यक्ति पर कोई कुछ थोप सकता है क्या।
सदियों से अमीर लोग ही अप्रत्यक्ष रूपसे जनता राज कर रहे हैं और यह आज के जमाने में भी अछूता नहीं है सरकार अगर इन अमीर लोगों पर सही पकड़ बनाए रखती है तो जनता का कल्याण हो सकता है नहीं तो पतन को कोई नहीं रोक सकता
Facts ... reality...i really like this documentary and need more like this in Indian economy and facts...... thanks for uploading looking forward 👍👍👍👍👍👍
वोट तंत्र से कोई बदलाव नहीं होगा । मोदी भी उनका ही आदमी है और राहुल गांधी भी उन्ही का आदमी है । भारत देश में फ्रांस की तरह red revolution की जरूरत है ।
चाहे वे जितने बड़े बन जाए इनको घुटनों पर लाने का एक मात्र तरीका हैं आम लोग अपना पैसा शेयर मार्केट से निकाल ले आम लोग 10रुपए के मूल्य के शेयर को 3000 मे लेते हैं मतलब उस कम्पनी को तीस हजार गुना बढ़ा देते है बदले में आम शेयर धारक को मिलता हैं 50% प्रॉफिट मतलब 10का 15 इन ताकथित टाइकून के पास कुछ नही हवा का बुलबुला हैं और कुछ नही
सर अगर उन लोगों का हवा का बुलबुला फटा तो आम जनता के रिसोर्सेज़ और वेल्थ की भी वैल्यू घटेगी । रईस लोग रईस है क्योंकि उनके आइडियाज़ की डिमांड है आप भी मेहनत कीजिए सफल बनिए किसी को पीछे खींचने से आप ख़ुद कभी कामयाब नहीं बन सकते है
*युद्ध है भई! * वीरता निशुल्क आती है, युद्ध में सूरमा हो तुम देवता को समर्पित होने का कोई शुल्क नहीं लगता वो सब बातें रूपए-पैसे से अछूती हैं, बहुत आगे की हैं। लेकिन बंदूक तो पैसे से ही आएगी कि नहीं आएगी? या यह कहोगे कि बंदूक भी तो मुफ़्त होनी चाहिए! श्रद्धा, वीरता, समर्पण - योद्धा के ये गुण रुपये-पैसे से नहीं चलते। लेकिन योद्धा की बंदूक तो रुपये-पैसे से ही चलती है न? *या कहो तो बिना बंदूक के भिड़ जाएँ! * *जैसी आपकी आज्ञा* हमे तो भिड़ना है। वीरता हमारी है, बंदूक तुम्हारी है। हम तो उतरेंगे हमें निछावर होना है, समर्पण हमारा है लेकिन संसाधन तो तुम्हारे ही होंगे। हमें तो जाकर के कुरबान होना है कहो तो बिना बंदूक के ही जाकर भिड़ जाएँ। हाँ, अगर प्रेम रखते हो, सहभागिता रखते हो, श्रद्धा रखते हो तो हमारे हाथों में बंदूक दो। बंदूक नहीं भी दोगे तो भी लड़ेंगे तो हम हैं ही। ~ आचार्य प्रशांत, वर्ष *2019* के वेदान्त सत्र से। आचार्य प्रशांत संघर्षरत हैं, आपके लिए। *स्वधर्म निभाएँ:* shorturl.at/Q2hz
सारे प्रकृतिक संसाधनों के दूरूपयोग में पूंजीपतियों व अमीरों का ही हाथ है। वो लाभ कमाने के लिए पर्यावरण और संसाधन दोनों का ह्रास कर रहे हैं जो काफी दुखत है, केवल सरकार ही इन पर लगाम लगा सकती है पर वो अपनी ही अलग राजनीति करने में व्यस्त हैं।
India m best example telecom sector h,phle sasta data dekar sbko addict bna diya internet ka or ab rates badhaye jaa rhe h sbi apne recharge k rate increase kr rhe h milkr, kyonki India ab interest ka addict ho chuka h,or entertainment ke addict bn chuke h indian or entertainment, cricket ka nasha dekar sb important issues ko dabaya ja raha h unemployment,crime, climate change,Rape, Paper leak,gareebi, dalit, Muslims ka exploitation... please wake up India, wake up youth, save india 🙏
Poor have accepted poverty as a genetic trait. Poor people often don’t take the risk or don’t put their efforts in the things they should. Nobody wants to work hard and make a positive change for the mankind but everyone wants to be rich and sorry to say but world doesn’t work like that
विशिष्टता मीडिया की नहीं बल्कि नस्ल की है और जो अमरीका चला रहें हैं वो विशिष्ट नस्ल के लोग हैं फिर चाहे अमरीका जर्मनी रहें या यूरोप दुनियां उनकी मुट्ठी से नियंत्रित करते है और बाकी दुनियां निकृष्ट नस्ल की है😅😅
@@hariomsingh0307 Elon Musk has contributed more towards preservation of humanity and sustainable development than any human being has ever accomplished.
आज विश्व को ग्लोबल वार्मिंग जैसी चुनौती से निकालने के लिए रात दिन जुटे हुए हैं प्रशांत सर् लेकिन किसी को भनक तक नहीं है अभी कि वो विश्व का सबसे महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं! कब समझोगे जब सब नाश हो जाएगा ? आंगे बढ़कर प्रशांत सर् की ताकत बने बजाय लुटेरों को औऱ शोषण करने वालों को आदर्श मानने के।
Ban mutual funds and sips. Increase tax on share market income and then see. All these super reach will come down Also reduce banks profit margin allowance
Dear Sir, university main corruption bahut hai India main, yahan sirf professor ka ladka hi professor ban Raha hai. App is vishay per bhi video banaye. Please. Corrupt log hi corruption failate hain aur mehnat se age Ane Wale log apne jaise ko pasand karta hain, NEET jaise pariksha isliye kharab ho gye hai.
प्रकृति को समझना ही विज्ञान है
उसे छेड़ना नहीं ☺🍃
Sahi kaha,
Lekin kaise samjha ja skta hai ..
Bina research / Exploration ...
ZE TO KBSE NAKSALBADEE KH RHE K ADANI AMBANI DESH KELIYE KHTRA H.OR RSS KA MODI PURA CHATUKAR BNA H ADANIO KA K BO LOGO K KHILAF KALE KANOON LE AYA TAKI LOG PROTEST NA KRE ADANIO K KHILAF
Kuch kro @@ashokkumar-se5sl
👍🏻👍🏻👍🏻
सही कहा 🙏
आचार्य प्रशांत यही बात बता रहे हैं ये अमीर लोग इस पूरे ग्रह को तबाह करके मानेंगे
Ji ha
Ha ji
Bilkul
ये वही आचार्य प्रशांत है क्या जो दारू तो पीते है पर दूध का विरोध करते है वही तपस्वी सन्त है न
@@sawanparmar4260Daru me konse jaanwar ki hatya ki jaati hai batana Zara??
गरीबी रेखा की तरह अमीरी रेखा भी होनी चाहिए। लोगों को एक हद से ज्यादा अमीर नहीं होने देना चाहिए। तभी धन का समान वितरण संभव है। अमीर लोग पर्यावरण को भी अपनी विलासिता से हानि पहुंचा रहे हैं। अमीर लोग आम लोगों के आदर्श बन जाते हैं और समाज की नैतिकता हाशिये पर चली जाती है।
exactly
Ryt
Yes you are right hadh se jyada kuch nhi hona chahiye nhi toh balance bigad jayega ek balance rakhna chahiye tab duniya achha lagega
यही पूंजीवाद है जिसमें एक व्यक्ति तय करता है कि बहुत सारे लोग कैसा जीवन जीएंगे
इसी लिए सरिया कानून व्यवस्था सबसे बेहतर है
😂😂😂😂😂😂😂@@factonio281
Hahaah @@factonio281
@factonio281 दुनिया को छठे शताब्दी के अरबस्थान में ले जाएगी शरिया, हर जगह सीरिया और अफगानिस्तान बनाना चाहते हो?
बहुत सही मुद्दा उठाया अपने अमीरो की अमीरी की वजह से गरीबी हैँ पूरी पृथ्वी में ये लोग कार्बन उत्सर्जन करके खुद को अमीर कहते हैँ. धिक्कार हैँ इनकी अमीरी पर
To kudh ameer ban na , sahi wala
I think you listen to acharya prasant
सही बात कही इनको इतना अहंकार क्यो आता है जब कि पता है चार दिन की चांदनी है फिर अंधेरी रात
Communism just never work practically
Ha isley bharat jaise desh ko humesha green rhna chahaiyea jissay carbon utsarjan n ho 140 crore logon kay dwara...
🙏आर्थिक रूप से मजबूत लोगों का राजनीतिक सामाजिक जीवन पर दखलंदाजी पर चौकाने वाला खुलासा🙏
अदानी और अंबानी के ऊपर भी एक ऐसी ही डॉक्यूमेंट्री तफसील में बनाईये डिटेल के साथ आपकी बड़ी मेहरबानी होगी देश की जनता की आंखें खुल जायेंगी ❤❤
वाह चाराचोर😂
उदाहरण अमेरिका का दिया जा रहा है और बात 100% भारत पर फिट बैठती है !😂
ज्यादा तर देश में यही हाल है।
Sabhi desh pr fit baithti hai
Dheere dheere yeah model pure world mein apply ho raha hai jaha jaoge aisa he hal paoge
Sahi bat hai
Baaton ki gehrai ko samjhe 😊
आर्थिक असमानता हमेशा से ही मानवता , लोकतंत्र के लिए खतरा रहा है
, ন । এ । মএএ এ।, , ,, ম এম ম ন ম এ ম ন ওমই , , ,, b been ck bo oo ono, 😢it ,on, nk, ,., , o no o hnji.k.no , o njoo bhoot 0:59 😅i
Ha apne desha me ye duriya khatum karna jarurt hai
कौन कहता आर्थिक असमानता खतरा है
अगर सब सामान हो गए तो कौन काम करता एक दूसरे का कौन एक दूसरे को समझता कौन एक दूसरे को वैल्यू देता
आप घर के आस पास ही देख लो दो लोगों की लड़ाई बराबर वाला नही बंद करवा सकता सब बराबर हो जायेंगे तो पुलिस किसी के उपर कानून का भय नही दिखा सकता कोर्ट को कोई नही समझता
@@vineetkumarverma1135 Bhai aap hasive ke saady me khurpe ki git ga rahe hai aap manv ko khatre me daal rahe hai aap manav virodhy ho kisy bhi shabhiyata ka mool Kendra Bindu samaan niyaaya vayvastha hoty hai jinhe daivarsity kahte hai
@@SameerPathak-p9d जानवरो में समानता होती है
सब वही के वही रह गए
असमानता की वजह से ही डायवर्सिटी ह्यूमन में आई है वर्ना सब देखने में तो एक जैसे थे ही
मेरे गांव के बगल में सिर्फ केवल एक ही बेहद कमजोर जातियां थी वहां आज भी वैसे ही लड़ाई दंगा मार पीट एक दूसरे की खोपड़ी फोड़ने के अलावा बहुत ज्यादा कुछ सुधार नहीं हुआ
मेरे गांव में मिक्स जातियां थी जिससे लोग एक दूसरे को देख कर काफी आगे बढ़ गए है
वहां आज भी गली गलौज बात बात में मार पीट के अलावा कुछ नही है
ना तो आर्थिक स्थिति सुधार पाए और न ही पढ़ाई बेहतर कर पाए
उन लोगों से आज भी कोई मतलब नहीं ही लोकतंत्र
हमारे यहां के लोग आज भी 100 वोट अपर कास्ट की होकर प्रधान इलेक्शन जीत लेते है और वो 700 वोट लेकर भी दारू शराब पर बिक जाते है
500 रुपए वोट पर बिकते है
क्या बात करते हो लोकतंत्र की
भारत में महंगाई का सबसे बड़ा कारण कlरण सरकार का कॉरपोरेट के साथ समझौता है।🙏🙏🙏
अमीर गरीब का बढता अन्तर और खत्म होता माध्यमवर्ग चिंता का विषय है।
दिवेदी जी सलाम है आपकी रिपोर्ट पर।
आम नागरिकों से जुड़े मुद्दे और खतरों को उजागर करते रहिए आपको अल्लाह अपनी हिफाजत में रखेगा।
ये सब बातें बहुत ही कम लोग समझते हैं
सही कहा
Dheere dheere sub samjhegay agar samjhaney waley aisey YT channels ho
जैसे तू ओर मैं
Bhaai ye sb bkwaas hai…us bnde ne mehnat ki or aage bdhaa ..self made billionaire hai..hum average middle class jsko hate krte hain …vo taakatwar hai so apni mrji obviously chlaayga…
हमारे देश का मीडिया तो अमीरों का दिन रात गुलामी करता है
वो हर जगह है कोई नई बात नही
उद्योगपति और साइंटिस्ट के भरोसे ही ये ज्ञान दे रहे हो
वर्ना बिना उद्योग के लोगों के पिछवाड़े पर कपड़े तक नसीब नही होते थे
@@vineetkumarverma1135 मोनोपोली करके उद्योगपतियों ने ही रोटी छीनी है सभी की।
@@swapnilnagtilak1861 hmm फर्टिलाइजर आप बना लेते कीटनाशक घर में बना लेते सीमेंट आप बना लेते
ट्रैक्टर आप बना लेते पहले सबको पता है कितना उत्पादन था कितना क्या था
एक कपड़ा किसी को नसीब नही होता था बिजनेस मैन और कंपनिया आने के बाद ही ग्रोथ हुआ है
अगर ऐसा है तो आ जाइए अरूणांचल नागालैंड में बस जाइए आपको सब कुछ पहले जैसा मिलेगा जी लो अपनी जिंदगी
स्टार्ट में बहुत सी पार्टियां इसका विरोध करती थी
और बाद में उद्योग के भरोसे उछलना शुरू किया
पॉलिटिक्स के लिए कोई भले मन आपका डायवर्ट कर दे
लेकिन बिना उद्योग के वैसे ही आदिमानव वाली जिंदगी हो जाती
उद्योग और विज्ञान ने ही आज लोगों का जीवन आसान बना दिया है
@@swapnilnagtilak1861 कैसी मोनो पॉली सबके पास ऑप्शन है बस कोई उनको गाली दे रहा कोई संघर्ष करके उपर पहुंच गया
आप अपने पास दुकान से ही देख लो
पता नही कितने दुकान बंद कर दिए कितने अच्छा बिजनेस करके पैसा कमा रहे है और अब बोल दो वो भी मोनोपॉली है
अंबानी जी ने सस्ता इंटरनेट प्रोवाइड करके
टेलीकॉम इंडस्ट्री में ही नही आज जिसके पास हुनर है यूट्यूब पर आकर कमाने लगा
वर्ना केवल टेलीविजन कंपनियों और न्यूज पेपर पर ही एड से पैसे मिलते थे आज लाखो लोग यूट्यूब से रोजगार पाया है
अच्छी और किफायती ऑनलाइन शिक्षा का अवसर मिला
@@vineetkumarverma1135 1500 1600 सताब्दी मे लोग नंगे घूम रहे थे यही लगता है आपको
किसी अमीर में इतनी ताकत नहीं कि किसी के ऊपर नियंत्रण कर सके।उनकी ताकत तभी तक है जब तक आम लोगों के मन में लालच है।आम लोग जिस दिन आत्मनिर्भर हो जाएंगे इन अमीरों की सारी ताकत अपने आप समाप्त हो जाएगी।
नौकरशाहो का क्या करेंगे भाई यह तो बता नौकरशाहो के जरिये ही तो लोगो पर नियंत्रण रखा जा रहा है मन मर्जी कानुन थोपे जा रहे है ताकी जनता सरकार या उद्योगपतीयो के खिलाफ ना बोले ना जाये
@@SachinDeshpande-pd9qc हर समस्या की जड़ है आत्मनिर्भरता न होना।जो आत्मनिर्भर नहीं होता वो ही डरता है।उस पर ही नियंत्रण किया जा सकता है।उस पर ही कानून थोपे जा सकते हैं।आप ही बताइए कि आत्मनिर्भर व्यक्ति पर कोई कुछ थोप सकता है क्या।
आत्मनिर्भरता एक ऐसे एनर्जी सोर्स से आएगी , जिसके लिए सरकार पर निर्भर ना रहना पड़े।
बात तो सही है ✅
अरे सर जी ये अमीर लोग एक पृथ्वी को रहने लायक नही छोडेगे
तो इनकी बनाई बे फालतू की चीजें क्यों खरीद रहे हो? उपभोक्ता तो तुम ही हो मित्र। इन्हें अमीर तुम्हीं बना रहे हो।
सबसे ज्यादा कार्बन उत्सर्जन यही करते है
इन्हें हमने अमीर नहीं बनाया है। ये हमे लूटकर अमीर बने हैं😡😡@@dineshgodara202
@@mysteryofchemistry628 कार्बन उत्सर्जन तो आप भी करते हैं।
Arrest these ultra rich businesemans.
अमीर लोग दुनियां के लिए खतरा हैं ये बात पूर्णत सही है।
बहुत बढ़िया जानकारी दी अविनाश जी आपने। आठ मिनट में आपने पूरी दुनिया की सबसे गहरी परेशानी से रूबरू करवा दिया। और विडियो बनाइए आप...
बहुत ही अच्छी जानकारी 😊
जब तक इंसान चकाचौंध की दूनिया मे जाते रहेंगे
तब तक अमीर और ज्यादा अमीर होगा और गरीब और ज्यादा गरीब
Get it the point 👍 your IQ is very good
सदियों से अमीर लोग ही अप्रत्यक्ष रूपसे जनता राज कर रहे हैं और यह आज के जमाने में भी अछूता नहीं है सरकार अगर इन अमीर लोगों पर सही पकड़ बनाए रखती है तो जनता का कल्याण हो सकता है नहीं तो पतन को कोई नहीं रोक सकता
ये चैनल टेलीविजन पर प्रसारित किया जाना चाहिए,
बहुत अच्छा चैनल है
Bahut acha news thank you
बहुत ही उम्दा और सहासिक रिपोर्ट को प्रस्तुत किया है
पैसा है तो बड़ी बड़ी बाते
आपने बहुत ही अच्छा और प्रभावकारी सीरीज बनाया
वह सब देश दुनिया को खतरे में डाल रहा है😮😮😮
जब धन,सत्ता और धर्म एक होने लगते है तब अराजक फैलता है,लोग गुलाम बनाते है |
धन्यवाद बहुत बढ़िया जानकारी मिली
Very good topic n great coverage
Facts ... reality...i really like this documentary and need more like this in Indian economy and facts...... thanks for uploading looking forward 👍👍👍👍👍👍
अभी ब्रिटेन में पूजीपतियों की सरकार की हार हो गई है,नागरिक और मतदाता ही इस समस्या का समाधान कर सकते है।
आपकी बात सही है, लेकिन हमारे देश के ज्यादातर लोग और नेता अनपढ़ और अशिक्षित हैं।
नहीं अंधभक्तों के जीजा की हार हो गई।
वोट तंत्र से कोई बदलाव नहीं होगा । मोदी भी उनका ही आदमी है और राहुल गांधी भी उन्ही का आदमी है । भारत देश में फ्रांस की तरह red revolution की जरूरत है ।
मुंशी प्रेमचंद जी ने कहा था नीति और न्याय दोनों लक्ष्मी के ही खेल हैं,अमीरों के नोट गरीबों के वोटों पर भारी पड़ जाते हैं❤
व्यक्ति किसी भी समय monster बन सकता है। किसी पर भी विश्वाश नहीं करना चाहिए। इतिहास का विश्लेषण किया जा सकता है।
Aapne बहुत सही मुद्दा उठाया उसके लिए आपको बहुत धन्यवाद ❤❤
Bilkul Sahi hai
कठिन दौर।
चाहे वे जितने बड़े बन जाए इनको घुटनों पर लाने का एक मात्र तरीका हैं आम लोग अपना पैसा शेयर मार्केट से निकाल ले आम लोग 10रुपए के मूल्य के शेयर को 3000 मे लेते हैं मतलब उस कम्पनी को तीस हजार गुना बढ़ा देते है बदले में आम शेयर धारक को मिलता हैं 50% प्रॉफिट मतलब 10का 15 इन ताकथित टाइकून के पास कुछ नही
हवा का बुलबुला हैं और कुछ नही
सर अगर उन लोगों का हवा का बुलबुला फटा तो आम जनता के रिसोर्सेज़ और वेल्थ की भी वैल्यू घटेगी । रईस लोग रईस है क्योंकि उनके आइडियाज़ की डिमांड है आप भी मेहनत कीजिए सफल बनिए किसी को पीछे खींचने से आप ख़ुद कभी कामयाब नहीं बन सकते है
Sach me 😮
बस एक महीना और नतीजा सामने है
बिल्कुल, भारत सरकार और भोले भोले भारतीयों पर तरस आता है जब वह म_स्क का जयकारा लगाते हैं
जॉर्ज सोरोस इसका सबसे बडा उदाहरण है।
I love dw video ❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️
में दावे से कह सकता हूं कि अगर युवा ये सब देखें तो बहुत कुछ सीख सकते हैं हम (दुनियां)एक बार फिर से गुलाम बनने जा रहे हैं 😢
*युद्ध है भई! *
वीरता निशुल्क आती है,
युद्ध में सूरमा हो तुम
देवता को समर्पित होने का कोई शुल्क नहीं लगता
वो सब बातें रूपए-पैसे से अछूती हैं,
बहुत आगे की हैं।
लेकिन बंदूक तो पैसे से ही आएगी कि नहीं आएगी?
या यह कहोगे कि बंदूक भी तो मुफ़्त होनी चाहिए!
श्रद्धा, वीरता, समर्पण - योद्धा के ये गुण
रुपये-पैसे से नहीं चलते।
लेकिन योद्धा की बंदूक तो
रुपये-पैसे से ही चलती है न?
*या कहो तो बिना बंदूक के भिड़ जाएँ! *
*जैसी आपकी आज्ञा*
हमे तो भिड़ना है।
वीरता हमारी है, बंदूक तुम्हारी है।
हम तो उतरेंगे
हमें निछावर होना है,
समर्पण हमारा है
लेकिन संसाधन तो
तुम्हारे ही होंगे।
हमें तो जाकर के कुरबान होना है
कहो तो बिना बंदूक के ही जाकर भिड़ जाएँ।
हाँ, अगर प्रेम रखते हो,
सहभागिता रखते हो, श्रद्धा रखते हो
तो हमारे हाथों में बंदूक दो।
बंदूक नहीं भी दोगे
तो भी लड़ेंगे तो हम हैं ही।
~ आचार्य प्रशांत, वर्ष *2019* के वेदान्त सत्र से।
आचार्य प्रशांत संघर्षरत हैं,
आपके लिए।
*स्वधर्म निभाएँ:*
shorturl.at/Q2hz
भारत में बनियों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जाए और इनकी संपति की जांच हो और इनके उपर अलग से टैक्स भी लगाया जाए!!
वा बेटे वा 🎉
जियो एयरटेल ब्लॉक सिम बीएसएनएल जिंदाबाद
💯 India में यही हो रहा है
please make video on who is more responsible for climate change and who affected most. stakeholder- rich people Vs poors.
सारे प्रकृतिक संसाधनों के दूरूपयोग में पूंजीपतियों व अमीरों का ही हाथ है। वो लाभ कमाने के लिए पर्यावरण और संसाधन दोनों का ह्रास कर रहे हैं जो काफी दुखत है, केवल सरकार ही इन पर लगाम लगा सकती है पर वो अपनी ही अलग राजनीति करने में व्यस्त हैं।
भाई ने सच कहा है !!! 😮😢
Thank You
India m best example telecom sector h,phle sasta data dekar sbko addict bna diya internet ka or ab rates badhaye jaa rhe h sbi apne recharge k rate increase kr rhe h milkr, kyonki India ab interest ka addict ho chuka h,or entertainment ke addict bn chuke h indian or entertainment, cricket ka nasha dekar sb important issues ko dabaya ja raha h unemployment,crime, climate change,Rape, Paper leak,gareebi, dalit, Muslims ka exploitation... please wake up India, wake up youth, save india 🙏
very nice article. this is one of the biggest concerns after environment.
Your content is good
Right observation Dada
पर लोग इस क़दर मंसिक रोगी हों चुके हैं यह सब बातों का उन पर कोई असर नहीं होता है
भाई ये फोकट के यूटुबर भी दुनिया को पीछे ले जा सकते है कृपया इन पर भी एक वीडियो बनाए 🙏
*आचार्य प्रशांत को सुनने वाले लोग इसे भली-भांति समझ पायेंगे* ❤❤
Climate change aur carbon emissions me yahi 2% ameer logo ka haath he🌍
🙋 सभी लोग आचार्य प्रशांत जी को सुनें 🪔
But poor and middle class people says we want poverty
We want religion fight
Poor have accepted poverty as a genetic trait. Poor people often don’t take the risk or don’t put their efforts in the things they should. Nobody wants to work hard and make a positive change for the mankind but everyone wants to be rich and sorry to say but world doesn’t work like that
Very nice video
भारत में पिछले दस सालों से यही चल रहा है दुनिया जाए भाड़ में
Nice and true report
YEHI TOH HO RAHE HAI INDIA MAI ...
Absolutely correct
Follow Acharya Prashant, save youth, save earth, save democracy, save india, save Real Dharma
Good program 👍
*भयावह हालात दुनिया के सारे जनमानस के द्वार खटखटा रहे हैं, जनमानस समझ नहीं रहा हैं*
Bahut achhi lagi aapki ye peskas
विशिष्ट वामपंथी मीडिया आउटलेट। कोई आश्चर्य नहीं कि जर्मनी महाशक्ति संयुक्त राज्य अमेरिका के आस - पास भी क्यों नहीं है।
You should watch again 😢😢😢
विशिष्टता मीडिया की नहीं बल्कि नस्ल की है और जो अमरीका चला रहें हैं वो विशिष्ट नस्ल के लोग हैं फिर चाहे अमरीका जर्मनी रहें या यूरोप दुनियां उनकी मुट्ठी से नियंत्रित करते है और बाकी दुनियां निकृष्ट नस्ल की है😅😅
उसने क्या गलत बोला उसका तर्क के साथ जवाब मत दो बस बकचोदी करने को बोल दो तुम जैसे लोगो को
Bhai buddhi hai ki nahi h??
Tm v lagta h paise waale ho
@@hariomsingh0307 Elon Musk has contributed more towards preservation of humanity and sustainable development than any human being has ever accomplished.
Excellent video
तीन चीजें, कभी कुछ हाथों में नहीं होनी चाहिए- धन, धर्म और सत्ता।
Wonderful.
Bahut badhiya
भारत उसी दौर से गुजर रहा है
Japan ka rupya Humse kamjor hone ke bavjud bhi Humse Aage Hai Kaise DW is per Ek vishleshan bataiye
Population low hai unki
badiyaa
Present time me india ka bhi haal yahi hai
powerful & wealthy people in the past have tried to be bad but in the end good side always wins.
Dusri duniyaa kabhi milegi nahi , is duniya ko barbad kar deygey ajj key businessman
आज विश्व को ग्लोबल वार्मिंग जैसी चुनौती से निकालने के लिए रात दिन जुटे हुए हैं प्रशांत सर् लेकिन किसी को भनक तक नहीं है अभी कि वो विश्व का सबसे महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं! कब समझोगे जब सब नाश हो जाएगा ?
आंगे बढ़कर प्रशांत सर् की ताकत बने बजाय लुटेरों को औऱ शोषण करने वालों को आदर्श मानने के।
Elon musk is the only one man who see the world different way 🌎🇺🇸
Prakrati ko chedne kamtlb insaani jindgi khatm
ग़रीबी बढ़ेगी मतलब democracy मज़बूत होयेगी
Risk tho Ambani parivaar sei bhi .. monopoly hay market par. Kirana store band karva diyai.. Jio mart khol Kar.
EXACTLY...
Not only to Democracy but also Planet Earth.
Ban mutual funds and sips. Increase tax on share market income and then see. All these super reach will come down
Also reduce banks profit margin allowance
nice sir❤
हमारे देश मे भी ऐसा ही हुआ है चंद पैसे वाले लोग हैं और सरकार उनकी ही सुन रही हैं और सिर्फ उनका ही फायदा होगा
मस्क जैसे अमीर और डोनाल्ड ट्रम्प जैसे राष्ट्रपति।🙏🙏🙏🙏
Acharya Prashant ji is right
Sahi hai jnkari
👌
अधिक धन होना और गरीब होना दोनों ही मूर्खता की निशानी है
Right wealth should be equally distributed to all citizens
Dear Sir, university main corruption bahut hai India main, yahan sirf professor ka ladka hi professor ban Raha hai. App is vishay per bhi video banaye. Please. Corrupt log hi corruption failate hain aur mehnat se age Ane Wale log apne jaise ko pasand karta hain, NEET jaise pariksha isliye kharab ho gye hai.
Very True 👍
bahut khoob
हम प्रकृतिवाद किसानवाद का इसीलिए समर्थन करते है हम हमेशा पूंजीवाद का विरोध करते थे करते है करते रहेंगे
Acharya Prashant ji 😊