{ गुप्त पता }प्रार्थना सभा अच्छा हुआ पर बाद में ईर्ष्यालुऔर षड्यंत्कारी लोग रोक लगा दिए।

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  • Опубликовано: 11 янв 2025

Комментарии • 9

  • @Bablu.Øraon-dx1eb1lq3n
    @Bablu.Øraon-dx1eb1lq3n 8 дней назад +1

    Jay Sarna Maa Jay Dharmesh Baba 🌳🇦🇹🌸🙏🙏🙏🌳

  • @RameshRameshoraon-v6s
    @RameshRameshoraon-v6s 8 дней назад

    ❤❤❤

  • @RameshRameshoraon-v6s
    @RameshRameshoraon-v6s 8 дней назад

    जय धर्म

  • @suleswaroraon636
    @suleswaroraon636 8 дней назад

    जय धर्मेश जय चला आयो 🇦🇹🇦🇹🇦🇹👏

  • @SaritaTigga-ic6gi
    @SaritaTigga-ic6gi 8 дней назад +1

    हमारे आदिवासी कहां है जो खरमास के महीने में शुभ काम करते हैं

  • @SaritaTigga-ic6gi
    @SaritaTigga-ic6gi 8 дней назад +2

    जोहार जय धर्म पौष के महीना में प्रार्थना सभा और झंडा गाड़ी कैसे करते हैं हमारे पूर्वज के लोग पौष महीना को खरमास के दिन मानते आ रहे हैं पौष में फांस फुस होता है जब तक मांग का नया चांद नहीं दिखता है तब तक कोई नया शुभ काम नहीं करते हैं झंडा गाड़ी भी तो शुभ काम है अपना सभा भी तो शुभ काम है प्रार्थना सभा कीशुभकामनाएं

    • @Msbbdkdkbsjsjjdbdbxjxjcj
      @Msbbdkdkbsjsjjdbdbxjxjcj 8 дней назад

      Sunita tigga Ji सरना धर्म को बचाना है क्यों कि अपना समाज पूरा हिंदू मुस्लिम बुद्धिस्ट टाना सत्संगी और ईसाई बन गया है। सरना धर्म वाले ही सरना धर्म का विरोध करते हैं ऐसे में शुभ महीना, पौष मास देखते रहेंगे तब तक तो ऐसे में जो सरना धर्म विश्वासी है बढ़ रहे हैं वो सब भी गढ़ बढ़ होते जाएंगे क्यों कि सरना धर्म को नष्ट करने के लिए रात दिन काम कर रहे हैं कि सरना वालों को ईसाई हिंदू मुस्लिम बुद्धिस्ट टाना सत्संगी कैसे बनाया जाए। इस लिए सरना धर्म को बचाना है तो शुभ अशुभ से ऊपर उठो और चितरंजन उरांव को साथ दो ❤

  • @bhadhrakumar5136
    @bhadhrakumar5136 8 дней назад +1

    सखुआ पत्ता हम सभी आदिवासी का प्राकृतिक माना जाता है और ये कौन धरम गुरू सखुआ पत्ता पैर रखता है

    • @Msbbdkdkbsjsjjdbdbxjxjcj
      @Msbbdkdkbsjsjjdbdbxjxjcj 8 дней назад

      सखुआ पता गुरु चरणों के लिए ही बना है ऐसा नहीं कि सखुआ पता में दारू पीने, मांस खाने के लिए नहीं बना है। सरना मां का बेटा है चितरंजन उरांव और सरना मां के आदेश से ही सब काम हो रहा है। सरना धर्म रक्षा के लिए गांव गांव में पाहन बना है पर ये सब दारू बज , राक्षस बज मांस खाने वाले हो गए। इन पहनो के वजह से सरना धर्म नष्ट होने के कगार में है।