मृत्यु के बाद के नियम/सूतक जैन धर्म/सूतक Jainism/जैन धर्म सूतक

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 12 янв 2025

Комментарии • 6

  • @LeninDataniya
    @LeninDataniya Месяц назад +1

    Best of the advice 🎉 🎉 ❤ ❤

  • @hemantshah1893
    @hemantshah1893 Месяц назад

    App ka kaheneka base kya hai
    Kahase informat😮 jama Kiya
    Jai. Dharm ka pustak ka nam bataye

  • @user-yq4im2yw6d
    @user-yq4im2yw6d Месяц назад +1

    Ek maala Navkar Mantra ki Ferne per kitna papa kshay hota hai?

  • @narendramalchamber9301
    @narendramalchamber9301 Месяц назад

    भगवान ने तो कहा है कि धार्मिक कार्य हेतु एक समय का भी प्रमाद नहीं करना चाहिए। यदि सूतक के दौरान मृत्यु हो जाती है तो दुर्गति में नहीं जायेगा ? ऐसे सूतक का वर्णन कौन से जैन आगम में है , कृपया उसका विवरण भी दिलावें।
    नवकार मंत्र क्यों कभी भी कहीं ही बोल सकते हैं। आप किस आधार पर निषेध कर रहे हैं ?

    • @chandanbaladarda5565
      @chandanbaladarda5565 26 дней назад

      Jaijinendra 🙏yes please ye jankari 32 agam ke kis adhyanan ke kounsi gatha me hai aap detail jankari denge tho hume jaanne aur maanne me asani hogi

    • @surendravadera2490
      @surendravadera2490 20 дней назад

      जैन आगम में तो ऐसा कोई विधान नहीं हैं और न पूर्ण जैन समाज इसे मानता हैं। हां कुछ जैन घटक अपनी मर्जी से मन गढंत नियम बना रखे हैं।