विषय: बकरी पालन पर आपकी चिंताओं का उत्तर प्रिय @SONUSonupandey-ke8yt आपकी चिंताओं को साझा करने के लिए धन्यवाद। कुशवाहा बकरी फार्म में, हम नैतिक और टिकाऊ खेती के सिद्धांतों में विश्वास करते हैं। बकरी पालन, यदि जिम्मेदारी से किया जाए, तो यह हिंसा नहीं बल्कि आजीविका का समर्थन करने, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने का एक तरीका है। बकरी पालन और पशुधन के महत्व पर कुछ तथ्य: 1. किसानों की आजीविका: बकरी पालन लाखों छोटे किसानों को रोजगार और आय प्रदान करता है। यह ग्रामीण भारत में गरीबी उन्मूलन का एक प्रभावी साधन है। 2. भारत की अर्थव्यवस्था में योगदान: पशुधन क्षेत्र भारत की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देता है। दूध, मांस, ऊन, और चमड़ा उद्योगों में बकरी पालन का बड़ा हिस्सा है, जिससे निर्यात और घरेलू बाजार दोनों को बढ़ावा मिलता है। 3. खाद्य सुरक्षा और पोषण: बकरी का दूध और मांस प्रोटीन और पोषण का एक प्रमुख स्रोत है। यह उन क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जहां अन्य खाद्य स्रोत सीमित हैं। 4. पर्यावरणीय स्थिरता: बकरियां कम पानी और चारा में जीवित रह सकती हैं, और खराब भूमि को भी उपजाऊ बनाने में मदद करती हैं। वे टिकाऊ खेती का एक आदर्श उदाहरण हैं। 5. भारत का वैश्विक नेतृत्व: पशुधन में भारत के पास बड़ा संसाधन है, लेकिन इसे बेहतर प्रबंधन और नई तकनीकों के साथ वैश्विक स्तर पर नेतृत्व करने की आवश्यकता है। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था और निर्यात दोनों को बढ़ावा मिलेगा। 6. ग्रामीण महिलाओं का सशक्तिकरण: बकरी पालन महिलाओं के लिए स्वरोजगार और वित्तीय स्वतंत्रता का एक उत्कृष्ट साधन है। इससे उनके जीवन स्तर में सुधार होता है। हम यह मानते हैं कि पशुधन को हिंसा नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक संसाधन के रूप में सही तरीके से प्रबंधित करना चाहिए। अगर आप हमारे काम और सिद्धांतों के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं, तो हम खुशी से चर्चा करेंगे। सादर, कुशवाहा बकरी फार्म
विषय: बकरी पालन पर आपकी चिंताओं का उत्तर प्रिय सोनू पाण्डे जी आपकी चिंताओं को साझा करने के लिए धन्यवाद। कुशवाहा बकरी फार्म में, हम नैतिक और टिकाऊ खेती के सिद्धांतों में विश्वास करते हैं। बकरी पालन, यदि जिम्मेदारी से किया जाए, तो यह हिंसा नहीं बल्कि आजीविका का समर्थन करने, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने का एक तरीका है। बकरी पालन और पशुधन के महत्व पर कुछ तथ्य: 1. किसानों की आजीविका: बकरी पालन लाखों छोटे किसानों को रोजगार और आय प्रदान करता है। यह ग्रामीण भारत में गरीबी उन्मूलन का एक प्रभावी साधन है। 2. भारत की अर्थव्यवस्था में योगदान: पशुधन क्षेत्र भारत की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देता है। दूध, मांस, ऊन, और चमड़ा उद्योगों में बकरी पालन का बड़ा हिस्सा है, जिससे निर्यात और घरेलू बाजार दोनों को बढ़ावा मिलता है। 3. खाद्य सुरक्षा और पोषण: बकरी का दूध और मांस प्रोटीन और पोषण का एक प्रमुख स्रोत है। यह उन क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जहां अन्य खाद्य स्रोत सीमित हैं। 4. पर्यावरणीय स्थिरता: बकरियां कम पानी और चारा में जीवित रह सकती हैं, और खराब भूमि को भी उपजाऊ बनाने में मदद करती हैं। वे टिकाऊ खेती का एक आदर्श उदाहरण हैं। 5. भारत का वैश्विक नेतृत्व: पशुधन में भारत के पास बड़ा संसाधन है, लेकिन इसे बेहतर प्रबंधन और नई तकनीकों के साथ वैश्विक स्तर पर नेतृत्व करने की आवश्यकता है। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था और निर्यात दोनों को बढ़ावा मिलेगा। 6. ग्रामीण महिलाओं का सशक्तिकरण: बकरी पालन महिलाओं के लिए स्वरोजगार और वित्तीय स्वतंत्रता का एक उत्कृष्ट साधन है। इससे उनके जीवन स्तर में सुधार होता है। हम यह मानते हैं कि पशुधन को हिंसा नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक संसाधन के रूप में सही तरीके से प्रबंधित करना चाहिए। अगर आप हमारे काम और सिद्धांतों के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं, तो हम खुशी से चर्चा करेंगे। सादर, कुशवाहा बकरी फार्म
Bahut achcha video sir ji🎉🎉
सभी ट्रेनिंग वालो को शुभकामना❤
मैं ज्ञानी यादव झारखंड से आपका वीडियो बहुत अच्छा लगता है
Welcome brother
Love you sir ji ❤❤❤❤❤
Bahut bahut achhi jaankari Sir
गुरु जी ट्रेनिंग हर महीन चलती है क्या 👏👏👏
Very good
Sunder jankari sr ji
Welcome brother
Achchchhi jankari sir ji
Thanks
Goats ke liye Fasal ki traning bhut jaruri hai very important video ❤🤲👍
Ji ha bhai
Good morning, Sir. I wish your Golden Era.
Welcome
Super 11122
❤❤❤❤❤
Sir ji namaskar ❤❤❤❤
Video me mai bhi hu❤ achha lag raha hu😍
Welcome brother
कहा से है आप
@@TechGive Bhagalpur
Sir jee , usmaan patna se .mere sawaal ye hai ki aap kitne acre main hara chara lagaye hue hain
Namaste sir
Aapse hame bhi trening lena hai.
Hi❤❤
Bade bhai nepier ki ak sal bad kitne uper se kuting kare bhai
Jitna uper se pahli baar late the utna hi
Sir ji namaskar kaise hai aap❤❤❤❤❤
Ji apke samne hun mere bhai
@kushwahagoatfarmumeshkumar4077 thank you sir ji
पैसा कमाओ मगर किसी जीव की हत्या करके नहीं
जी अच्छी बात अब यहीं करूंगा
विषय: बकरी पालन पर आपकी चिंताओं का उत्तर
प्रिय @SONUSonupandey-ke8yt
आपकी चिंताओं को साझा करने के लिए धन्यवाद। कुशवाहा बकरी फार्म में, हम नैतिक और टिकाऊ खेती के सिद्धांतों में विश्वास करते हैं। बकरी पालन, यदि जिम्मेदारी से किया जाए, तो यह हिंसा नहीं बल्कि आजीविका का समर्थन करने, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने का एक तरीका है।
बकरी पालन और पशुधन के महत्व पर कुछ तथ्य:
1. किसानों की आजीविका:
बकरी पालन लाखों छोटे किसानों को रोजगार और आय प्रदान करता है। यह ग्रामीण भारत में गरीबी उन्मूलन का एक प्रभावी साधन है।
2. भारत की अर्थव्यवस्था में योगदान:
पशुधन क्षेत्र भारत की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देता है। दूध, मांस, ऊन, और चमड़ा उद्योगों में बकरी पालन का बड़ा हिस्सा है, जिससे निर्यात और घरेलू बाजार दोनों को बढ़ावा मिलता है।
3. खाद्य सुरक्षा और पोषण:
बकरी का दूध और मांस प्रोटीन और पोषण का एक प्रमुख स्रोत है। यह उन क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जहां अन्य खाद्य स्रोत सीमित हैं।
4. पर्यावरणीय स्थिरता:
बकरियां कम पानी और चारा में जीवित रह सकती हैं, और खराब भूमि को भी उपजाऊ बनाने में मदद करती हैं। वे टिकाऊ खेती का एक आदर्श उदाहरण हैं।
5. भारत का वैश्विक नेतृत्व:
पशुधन में भारत के पास बड़ा संसाधन है, लेकिन इसे बेहतर प्रबंधन और नई तकनीकों के साथ वैश्विक स्तर पर नेतृत्व करने की आवश्यकता है। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था और निर्यात दोनों को बढ़ावा मिलेगा।
6. ग्रामीण महिलाओं का सशक्तिकरण:
बकरी पालन महिलाओं के लिए स्वरोजगार और वित्तीय स्वतंत्रता का एक उत्कृष्ट साधन है। इससे उनके जीवन स्तर में सुधार होता है।
हम यह मानते हैं कि पशुधन को हिंसा नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक संसाधन के रूप में सही तरीके से प्रबंधित करना चाहिए। अगर आप हमारे काम और सिद्धांतों के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं, तो हम खुशी से चर्चा करेंगे।
सादर,
कुशवाहा बकरी फार्म
Hamko hawan Puja path karke logon ko lutna nahi ata
वाह क्या बात है मेरे दोस्त
विषय: बकरी पालन पर आपकी चिंताओं का उत्तर
प्रिय सोनू पाण्डे जी
आपकी चिंताओं को साझा करने के लिए धन्यवाद। कुशवाहा बकरी फार्म में, हम नैतिक और टिकाऊ खेती के सिद्धांतों में विश्वास करते हैं। बकरी पालन, यदि जिम्मेदारी से किया जाए, तो यह हिंसा नहीं बल्कि आजीविका का समर्थन करने, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने का एक तरीका है।
बकरी पालन और पशुधन के महत्व पर कुछ तथ्य:
1. किसानों की आजीविका:
बकरी पालन लाखों छोटे किसानों को रोजगार और आय प्रदान करता है। यह ग्रामीण भारत में गरीबी उन्मूलन का एक प्रभावी साधन है।
2. भारत की अर्थव्यवस्था में योगदान:
पशुधन क्षेत्र भारत की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देता है। दूध, मांस, ऊन, और चमड़ा उद्योगों में बकरी पालन का बड़ा हिस्सा है, जिससे निर्यात और घरेलू बाजार दोनों को बढ़ावा मिलता है।
3. खाद्य सुरक्षा और पोषण:
बकरी का दूध और मांस प्रोटीन और पोषण का एक प्रमुख स्रोत है। यह उन क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जहां अन्य खाद्य स्रोत सीमित हैं।
4. पर्यावरणीय स्थिरता:
बकरियां कम पानी और चारा में जीवित रह सकती हैं, और खराब भूमि को भी उपजाऊ बनाने में मदद करती हैं। वे टिकाऊ खेती का एक आदर्श उदाहरण हैं।
5. भारत का वैश्विक नेतृत्व:
पशुधन में भारत के पास बड़ा संसाधन है, लेकिन इसे बेहतर प्रबंधन और नई तकनीकों के साथ वैश्विक स्तर पर नेतृत्व करने की आवश्यकता है। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था और निर्यात दोनों को बढ़ावा मिलेगा।
6. ग्रामीण महिलाओं का सशक्तिकरण:
बकरी पालन महिलाओं के लिए स्वरोजगार और वित्तीय स्वतंत्रता का एक उत्कृष्ट साधन है। इससे उनके जीवन स्तर में सुधार होता है।
हम यह मानते हैं कि पशुधन को हिंसा नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक संसाधन के रूप में सही तरीके से प्रबंधित करना चाहिए। अगर आप हमारे काम और सिद्धांतों के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं, तो हम खुशी से चर्चा करेंगे।
सादर,
कुशवाहा बकरी फार्म
Sr namskar sailage ke bare me adik vedio banaya kre
Channel par video uplabdh hai
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