तुम अच्छी तरह से मालुम नहीं है।तुम्हारा अनुभव बहुत कम है इसलिए तुम कुछ भी मालुम नहीं होने से चुपचाप रहो।भारत पूरे विश्व में महा एक महा शक्ति देश है लेकिन भारत हमेंशा पूरे देशों के साथ शान्ति से रहना चाहते हैं।अगर चीन और आमेरिका दोनों युद्ध करने से भारत न आमेरिका के साथ और न चीन के साथ। हमें किस तरह से भारत के अर्थव्यव्स्था मजबूत होगें वह उपाय प्रयास करेगें।
@@Athungomurry भारतका शक्ती सिर्फ पदोशी देसको दुखदेनेका हि है। और अपनादेशकि जनताको भुखे रखके दुसरे मुल्कसे खर्बों डलरका हतियार खरिदारि करते है। ईसिको महाशक्त्ती मुल्क कहते है तो हमे कई आपत्ती नहिं।
To China ko Tibet bhi azad karake … zhinjhyang bhi alag ho jayega jsise .. 1991 Russia 15 tukda ho gaya ❤❤ .. usi tarah China Taiwan me ulajh jayega to yehi hona hain ❤❤
Great decision China
Russian empire jindabaad
Do Desho ke beech jung karane ka master mind America hai.
Best up luck China
चीन और आमेरिका महा युद्ध करने से भारत के अर्थव्यव्स्था बहुत मजबूत हो सकते हैं।
ईस तरह उल्टा नशोचें। ईस लडाईकि कारण कितना लोग मारे जाऐगे। उसका बारेमे शोचें।
तुम अच्छी तरह से मालुम नहीं है।तुम्हारा अनुभव बहुत कम है इसलिए तुम कुछ भी मालुम नहीं होने से चुपचाप रहो।भारत पूरे विश्व में महा एक महा शक्ति देश है लेकिन भारत हमेंशा पूरे देशों के साथ शान्ति से रहना चाहते हैं।अगर चीन और आमेरिका दोनों युद्ध करने से भारत न आमेरिका के साथ और न चीन के साथ। हमें किस तरह से भारत के अर्थव्यव्स्था मजबूत होगें वह उपाय प्रयास करेगें।
@@Athungomurry भारतका शक्ती सिर्फ पदोशी देसको दुखदेनेका हि है। और अपनादेशकि जनताको भुखे रखके दुसरे मुल्कसे खर्बों डलरका हतियार खरिदारि करते है। ईसिको महाशक्त्ती मुल्क कहते है तो हमे कई आपत्ती नहिं।
Kitna din se soon rahe h ,kab hoga china tiwan war
Russia north Korea iran jindabaad
To China ko Tibet bhi azad karake … zhinjhyang bhi alag ho jayega jsise .. 1991 Russia 15 tukda ho gaya ❤❤ .. usi tarah China Taiwan me ulajh jayega to yehi hona hain ❤❤
Paikhana kis ko suport karanga