जंगली फूल और मताई उपन्यास -: तुलनात्मक विश्लेषण

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  • Опубликовано: 16 сен 2024
  • जंगली फूल और मताई उपन्यास का तुलनात्मक अध्ययन है। मताई राजस्थान के भील और जंगली फूल अरुणाचल की जनजाती के आदिम परंपरा, लोक विश्वास व गाथाओं पर आधारित जोराम यालाम का पुरखाओं की गाथाओं पर आधारित उपन्यास है।
    इन दोनों में कई विषयों में साम्यता होते हुए भी कथ्य, विषय-वस्तु और गाथाओं में बारीक फर्क है फिर इन दोनों सुदूर पूर्व और पश्चिम के आदिवासियों में साम्यता उपन्यास को रोचक बनाती है।

Комментарии • 6

  • @avinashdhaker5721
    @avinashdhaker5721 17 дней назад +1

    दोनों उपन्यास अलग-अलग पृष्ठभूमि रखते हैं परंतु फिर भी आदिवासी जीवन संघर्ष, उनका रहन-सहन और औपन्यासिक रस लेने के लिए दोनों उपन्यासों का विशेष महत्व हो जाता है।
    डॉ मीणा ने इस वीडियो में काफी संक्षेप में उपन्यासों की विषय वस्तु को स्पष्ट करते हुए अन्य उपन्यासों से भी इनका साम्य एवं वैषम्य दिखाया है। आपका यह प्रयास स्वागत योग्य है

  • @Khwahishektamanna
    @Khwahishektamanna 15 дней назад

    दोनो उपन्यासों की बेहतरीन व्याख्या और तुलना की आपने,बहुत बहुत धन्यवाद सर। ये दोनो उपन्यास मैंने पढ़े है दोनो की विषयवस्तु काफी मिलती है। मताई उपन्यास तो मेरे पीएचडी कार्य में आधार ग्रंथ में एड है।सच मैं बहुत मदद मिलेगी आपके इस तुलनात्मक व्याख्यान से।पुनः धन्यवाद आपका, सादर नमन।

  • @Khwahishektamanna
    @Khwahishektamanna 15 дней назад

    आपसे एक सादर अनुरोध है सर,हरिराम मीणा सर के उपन्यास डांग पर भी एक वीडियो बनाए।धन्यवाद

  • @rameshchandmeena2111
    @rameshchandmeena2111  17 дней назад

    पीएचडी करने का विषय तुलनात्मक अध्ययन होता रहा है।
    इस संदर्भ में इन दोनों उपन्यास का प्रारंभिक से विचार किया गया है।
    जिज्ञासु पाठक व शोधार्थी इसे सुनकर टिप्पणी अवश्य करिये।