साल 2024 के चुनाव के पहले देश में चुंनाव EVM से न होकर चुनाव BALAT पेपर से कराना होगा , तभी देश के लोग और देश बच सकता हैं , वरना गुलामी पक्की हैं यह समझ लों.... मेरी सभी देशवासियों से प्रार्थना हैं की हम सब मिलकर ईस अभियान का हिस्सा बनें , और अपने देश और समाज को योगदान देकर सक्षम और सफल बनायें🙏🙏🙏🙏 जागो भाई जागो भाई जागो भाई जागो भाई सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं , देखना है जोर कितना बाजुयें कातिल में हैं.. जागो भाई जागो भाई जागो भाई जागो भाई अब निकलो बंद मकानों से , जंग लडो हैवानो सें.... जागो भाई जागो भाई जागो भाई जागो भाई आईए , हम सब एक होकर प्रण लें की, हम अपनें भारत देश को सफल और समृद्ध बनायें 🙏🙏🙏 ❗न्यू वर्ल्ड ऑर्डर का बहिष्कार करें❗ जय जवान जय किसान जय मानवता जय लोकशाही जय लोकतंत्र जय संविधान जय भारत 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
पेपर बैलेट से प्रमाणिक कोई दूसरी चीज नहीं। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में ईवीएम होती तो फ़रिश्तों को भी हेराफेरी का पता नहीं चलता। सबसे बड़ी बात पेपर बैलेट से हेराफेरी या लूट पकड़ी जा सकती है।
दस दिन में ऐसा कितना समय लगता है जो बहुत सारे काम रुक जायेंगे जनता को ईमानदारी बनाई हुई सरकार चाहिए ना के दस दिन के चक्कर में जनता के साथ इंसाफ तो हो पांच साल तो गरीबों को भुगतना है
@@akash-yb5dsbhai cc camera aur prasasan ye sab rokne keliye nahi hai kya jab bharat ka byabastha hi thik nahi hai to koi kya kar sakta hai ballot paper ka loot se to evm me jyada loot ho Raha hai ballot paper se chunav hone se mili juli sarkar bhi ban sakta hai kisi ko bhi sarkar banane ko bahumat nahi bhi mil sakta hai lekin evm se chunav hota hai to kisi bhi party ko sarkar banane keliye Purna bahumat mil jata hai ye sab fark hai dono me
Well explained sir 👍🙏. EVM VVPAT slips both are total votes counting.slips put in another ballots box.voters satisfied votes given to which party. Both are Equal numbers when counting. Supreme court CJI/bench OR ECI importsnce gives to public desire demands VVPAT slips both are total votes counting must be.time what ever it maybe.
When main opposition party and most of the other political parties oppose evm & vvpat, why not the supreme court appoint a expert committee to clear the doubts of opposition parties for the sake of real democracy to prevail
@@tufelboghani9913 ballot paper se election karna possible nhi counting ke utne employess kaha se aayenge 70 crore vote ki counting ke liye west bengal, north east yeh sab jagah sensetive hai ya ballot paper chori hojayega
Ye sab chutiyapa mat kar ye bata Galat abhi tak hua kaha hai? Ek Lodu ke bol Dene se ki "EVM hack ho sakta hai" sach nhi hota kuchh... Usne to ye bhi bola tha ki "aage se aloo dalo peechhe se sona nikalega". Maan le us baat ko bhi.
पांच दस दिन का समय बचाने ने के लिए ,जनता को पांच वर्ष तक शंका के दायरेम रखना न्यायिक नही हे,बूथ कैप्चरिंग पुराने जमाने की बात हे, इसके लिए जिम्मेदार चुनाव आयोग की सेवाकिय खामी है,पर्ची गिनने के लिए मेन पावर की कमी नहीं हे,जनता का चुनाव पर भरोसा कायम करना चाहिए
चिप जस्टिस आफ ईंडिया सुप्रिम कोर्ट न्यू दिल्ली ने पब्लिक को न्याय देना चाहिए. VVPAT . से निकली हुई पर्ची मतदाता के हाथ मे मिलना चाहिए और मददता उसे अलग बॉक्स मे डाले और उस पर्ची की सौ प्रतिशत गिनती होना चाहिए और जनता को न्याय मिलना चाहिए.
भैया इसका सॉल्यूशन बहुत बढ़िया है कि जो ब्लैक शिक्षा बिल्कुल हटा दिया जाए जिससे पर्ची पूरा दिखेगी की हां वह पर्ची कौन सी अहमदाबाद है तो कौन सी वह रोलर में राउंडिंग ले रहा है
अगर सही में देश की सच्ची सेवा किए हैं तो जनता आपको वोट जरूर देगी। फिर क्यों ईवीएम के पीछे छुप रहे हैं। बैलेट पेपर से चुनाव होने दीजिए। दूध का दूध और पानी का पानी हो ही जायेगा। जरूर मन में चोर छिपा है वही ईवीएम को सपोर्ट करेगा।
मैं माफी चाहता हूं वैसे तो आप सभी बहुत अनुभवी है लेकिन आज भी लोगों में VVPAT वाले मसले पर निर्णय न आने से सारी बातें खोखली लग रही है लोगों में गहरा भय है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो मोदी जी फिर जीत जाएंगे Best regards Indian
सबसे पहले,, गली गली में,, शोर, हैं और,, ई, व्ही, एम, मशिन मशिन, चोर,, है, इसलिए,, सबसे पहले, ई, व्ही, एम हटाओ और भारत देश में आगे के,, सभी चुनाव,, बायलेट पेपर से ही,, निष्पक्ष और पारदर्शकता से,, कराकर,, भारत देश का लोकतंत्र और संविधान बचावो और तानाशाही और हिटलर शाही से,, हमारे भारतीय स्वातंत्र्य, समता, बंधुता, और न्याय, भाईचारा, सलोखा, एकता और अखंडता, सुनिश्चित तौर पर, कायम अबाधित रखने के लिये,, हम आपके साथ साथ है,, इंकलाब जिंदाबाद, सत्यमेव जयते,, वंदे मातरम्,, भारत माता की जय,, जय हिंद, जय महाराष्ट्र, नाशिक, दिंडोरी, लोकसभा मतदारसंघ, नाशिक, दिंडोरी लोकसभा मतदारसंघ,, नाशिक,,,मा, सुप्रीम कोर्ट, जस्टिस चंद्रचूड साहब जी,,, जिंदाबाद,, लोकशाही जिंदाबाद,, लोकतंत्र जिंदाबाद,, संविधान जिंदाबाद,, सत्यमेव जयते,,, सबसे पहले,, ई, व्ही, एम हटाओ, और बायलेट पेपर लावो,, अन्यथा चुनाव पर बहिष्कार कराओ,, और भारत देश का लोकतंत्र और संविधान बचावो और देश बचावो,, इंकलाब जिंदाबाद,, सत्यमेव जयते, न्याय व्यवस्था जिंदाबाद,, सर्वोच्च न्यायालय जिंदाबाद,, संविधान जिंदाबाद,, लोकशाही, लोकतंत्र बचाओ और भारत देश, में, आगे के सभी चुनाव, निष्पक्ष और पारदर्शकता से,, बायलेट पेपर से,, ही,,करावो और,, भारत देश में, आगे, लोकतंत्र और संविधान बचावो,, हम सभी भारत देशवासी, जागरूक मतदाता नागरिक और आम जनता, आपके साथ साथ है,, जय हिंद, जय महाराष्ट्र, नाशिक, दिंडोरी, लोकसभा मतदारसंघ, नाशिक,
भैया इसका सॉल्यूशन बहुत बढ़िया है कि जो शिक्षा है ना जो पर्ची के सामने लगा रहता है उसको पूरा हटा दिया जाए और उसको जब हम पंचिंग करते हैं दबाते हैं बटन को तो वह पूरा दिखाई देगा
सिम्बल,नाम लोडिंग के समय प्रोग्राम मैं मणिपुलेशन होता हैं। VVPAT से कमांड EVM काउंट मैं जाता हैं। सारे मणिपुलेशन रोकने का तरीका हैं कि पर्ची वोटर्स के हाथ मैं दी जाये और सील बॉक्स मैं डाली जाये।उसकी गिनती हों। तभी फेयर चुनाव होगा अन्यथा नहीं।
Hon'ble Justice means since Germany has less population it deserves quality Democracy and since India has more population it doesn't deserve quality democracy. Seems pleading like Attorney of the Government.
मेरी सभी देशवासियोंसे विनती हैं की भारत देश में 2024 के चुनाव के पहले भारत देश से EVM को बॅन कराना होगा और भारत देश में चुनाव BALAT पेपर से कराना होगा , तभी भारत देश के लोग और अपना प्यारा भारत देश बच सकता हैं 🙏🙏🙏🙏 जागो भाई जागो भाई जागो भाई जागो भाई जय जवान जय किसान जय लोकशाही जय लोकतंत्र जय संविधान जय भारत 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Ballot paper dhandliyan strict security measure se dur kar sakte hain.Ab servelence camera ka upyog kar sakte hai pehle ye possible nahi tha. Evm hamesha shak ke dayre me rahega. Kanoon jan hit me hona chahiye .Evm me gad badi ho sakti hai. Jansankhya ka udharan dena tarkik nahi hai. Ye baat lokaabha ke liye kuch had tak theek hai.lekin vidhan sabha me kya ballot paper ka upyog hoga ? Yahan germany ki jansankhya karnatak se barabar hai. Lokasabha elec. bhi phase wise hoti hai Lagta hai evm ko logon par thopa ja raha hai? Ballot paper ki dhand li ka samay alag tha lapses thye lekin ab parishitiya badli hai.security strict ki ja sakti hai aur shiksha bhi. Evm ko shak ke dayre se bahar lana mushkil hai.
किसी के द्वारा भी जर्मनी की जनसंख्या की खूबियों ya कमियों की तुलना भारत से करना बेहद एकतरफा तर्क है...!!!!!! यदि भारत की मतदान करने वाली जनसंख्या अधिक है......तो क्या हम इस जनसंख्या को वोटों की गिनती के लिए ताकत के रूप में नहीं ले सकते......!!!!!!
EC ko kya problem hai VVPART purchi counting karne se kya 543 shet ek jagah counting hota hai ??? ,wo to har rajya me har district per counting hota hai fir problem kya hai ????? isiliye modi 400 par bolta hai kiun ki EVM hi unka 400 par karayega
मुंशी प्रेमचंद की एक कहानी पढ़ी थी, जिसमे कहा गया था पंच परमेश्वर होता है। किंतु, सुप्रीम कोर्ट में लगता है कि जज के शरीर में शकुनी की आत्मा आ गई है। यदि ईवीएम नहीं हटा तो जो भारी बवाल होगा उसका जिम्मेवार सुप्रीम कोर्ट ही होगा। जो कि यह तय माना जा रहा है। शकुनी के कारण महाभारत ।
The question is not benefit but reinstatement of voter's confidence, to be kept in mind, irrespective of time taken.ECI should have adopted an acceptable method and not imposed evm in connivance with ruling party.If any difference found, repolling to be done without announcing winner's name. Nothing can be imposed on voters by ECI.
चुनाव आयोग सभी ईवीएम मशीन में से किसी पांच परसेंट मशीन का ही VVPAT चेक करने को कहते हैं तो इस तर्क से अगर हम... इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आने वाले सिर्फ 5% पैसेंजर और लगेज का चेकिंग किया जाए तो क्या होगा ? पैथोलॉजिकल लैबोरेट्रीज में आने वाले सभी सैंपल्स में से किसी 5% सैंपल का ही परिक्षण किया जाए तो क्या होगा ? 10वीं 12वीं और कॉलेज के एग्जाम में सिर्फ 5% स्टूडेंट का पेपर ही चेक किया जाए तो क्या होगा ? बैंक में जब हम कैश डिपॉजिट करने जाते हैं तो इनमें से सिर्फ 5% करेंसी नोट ही चेक की जाए तो क्या होगा ? गोल्ड लोन में आने वाले सभी गोल्ड के गहनों में से सिर्फ 5% गहनों की ही जांच की जाए तो क्या होगा? चुनाव आयोग में क्या इतनी भी अक्ल नहीं है?
It is the duty of the Election Commission to give the acknowledgment slip to the voter to know which candidate I have voted for, only then will Indian democracy be saved.. I hope the Supreme Court will give a good judgment to protect democracy..
अब बड़ा सवाल ये है मन लिए EVM और VVPAT में कुछ खराबी नहीं 97 %लोग को EVM और VVPAT पर भरोषा नहीं क्यों न बलात पेपर या VVPAT का पर्ची 110% नहीं गिनती करने में क्यों जथा है ? लोगो का शुक दूर करने का है ,चुनाव आयोग इस पर क्यों मानता नहीं ,? EVM पर बी चुनाव करने का ज़िद क्यों करते है ?
भारतीय न्यायलयमा लाग्ने सम्पूर्ण खर्च भारतीय ले नै व्यहोर्नु पर्छ , न्यायलयको निर्णय भारतीय भाषामा ननिकाल्नदा न्यायलयले नै अन्याय गरेको महसुस भइरहेको छ । कृपया न्यायालयको ध्यान यथार्थ शिघ्र पेरिस । धन्यवाद 0:40
Suprim court Balat paper se chunav Nahi kar paye to kya INDIA Gathbandhan Balet paper layega. Ya Fhir Ye bhi Janta se khilwad karege. Ham kare to kya kare.
we want 100% vvpat slips should be countable, we will not obey or satisfied with 50% or 5%..... Supreme court should ordered to EC for 100% counting for vvpat slips.....
बात विश्वास का है। फालतु argument नहीं चाहिए। Machine programing के हिसाब पे काम करता है। Timer भी लगा है।2 pm set करने पर 2 pm के बाद vote चोरी होगा। समय लागे तो लागे हमको ballet se निर्वाचन चाहिए।
Ye three points is genuine to help fair election. 1. Balletpaper matdan 2 VVPAT se nikli perchi voters ko mile confirm ho jaye ki jisko vote dala tha usi ko gaya hai phir wo us perchi ko ballet box me dal dega. Ballet box ki perchi ko ginti kiya jaye 100% aur EVM se tally kiya jaye. 3. VVPAT me lage glass visible ho. Ager teeno muddo per Supreme court sahmat to desh ka durbhagya hoga aur ek hi vikalp bacha chunav bahiskar ho. Koi chunav Kendra per nahi jayega Ab vikalp desh vyapi andolan ager desh ko bachana hai.
2013 में स्वयं मुख्य न्यायाधीश पी सदाशिवम और रंजन गोगोई ने वीवीपीएटी लगाने का आदेश दिया और खुद ही गोगोई जी ने 50% पर्ची मिलान का आदेश भी रोक दिया।एक तो सितम्बर 2014 में केरल के राज्यपाल बना दिए गए और दूसरे कहां हैं सबको पता है। जिसे वोटर सत्यापित कर रहा है उसे गिनने मे किसको नुकसान है।
जनहित की भावना को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट से निवेदन है chunav se sambandhit baby pad aur संबंध एक है इसलिए दोनों का मिलन 70% कर कर जनहित की भावना का आदर किया
SC Ballot paper se chunaav par faisla nehi dega, VVPAT ki ginti par faisla hi dega, jo ki Janta ke khilaf diya giya faisla mana jaiyega. Yeh 100% satya hai.
Bhushan, Sibal jaise maharati VEER DESH ko BaChaaOoNe walon ZINDABAAD ❤️ HINDUSTANIS SAMVIDHAN ko BACHAAOO ❤️ LOKTANTRA ko BACHAAOO ❤️ Chooron se BaChaaOo ❤️ JAI HIND ❤ 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳❤️JAI CITIZENS ❤️
The general voters of this country have lost their faith in EVM & VVPAT. If the Supreme Court rejects the writ petition regarding introduction of ballot paper for voting then abandon this election and empower the commission to declare the results at its own will. Why the voters would go unnecessarily to cast their vote as everyone knows that , to whom ever they give their vote , finally it shall go to BJP. Depending on which Modi Ji gives guarantee that “इस बार ४०० पार”
This Sanjeev Khanna is a supporter of the ruling party! He is the very same judge promoted to SC without following seniority! He superceded 25 senior judges with the government immediately approving his selection! He will prolong this case till the election gets over . After that he will state ballot paper and VVPAT checking not possible! For him the additional burden on EC is a bigger concern than transparency in democracy and public demand ! He is not a constitutional judge! He belongs to Arun Mishra, Deepak Mishra,Ranjan Gogoi and Sharad Bobde group!
ECI / SC se humble request hai ki aap dono sansthano par desh ke liye desh ke loktantra ko bachaane ki zimmedaari hai yahi desh ki janta/voter maanta hai uska vishwas bana rehne do.12 din jyada wait kar lega desh ka voter desh ke loktantra ko bachaane ke liye.Kya ECI/SC nahin chahte loktantra bacha rahe desh ka????
Mera abhhimat ye he ki" probably Vourt se kuchh mistake ho gayee he kyun ki " jab Digital payment karne par 2 reciepts nikali he 1 for customer & 1 for the. Satisfaction & keep Transparency of transaction,for the reciever of payment; dimilarly why can not ECI use this pattern for VVPAT ? It nay be the best solution of this case! Inly expenditures ate increased,but validity and trust shall maintain ?
But, possibility of more silent rigging through EVM may not be denied. EVM is a complex system and not intelligible to the common voters. Common voters have to vote on the basis of their faith only as everything is right in EVM. Faith cannot be an acceptable procedure on transparency.
It may be noted that the majority of people of India is against the use of EVM for voting in India . This can be verified by conducting referendum. It is felt that that the Government institutions are ignoring the people's demand which is grossly illegal.
It is inefficient to depend on both systems together, i.e to carry out electronic voting and at the same time to count VVPAT slips issued by the same EVM machine, Counting VVPAT slips is as good as counting paper ballots; either electronic voting is done alone or paper ballots voting done alone, Decision should be made which is most trustworthy/reliable and minimal possibility of manipulation, paper balloting or electronic balloting. So far precedents issued in many parts of the world indicate that paper balloting is definitely more reliable. Supreme court judges should leave out VVPAT only consider electronic balloting or paper balloting,
सर हम लोग वैकेंसी के लिए 6 साल इंतजार कर सकते हैं, निष्पक्ष चुनाव के लिए 12 दिन और इंतजार कर सकते हैं ❤❤❤ ईवीएम हटाओ देश बचाओ लोकतंत्र बचाओ रोजगार बचाओ, गरीब बचाओ ❤❤❤❤
In 1960 there were no CCTVs, Internet so they could do booth captures. Please do not compare today 2024 with 1960. We can monitor live all polling booths so there can be no booth capture in 2024. Have you heard of EVM capture in 2000. So to say we have not forgotten booth capture of 1960 is not honest in today’s context. 2nd, booth captures in 1960 a resulted in re-polling with security forces presence. 3rd in today’s 2024 rigging would be very sophisticated there would be calm on surface but results can be manipulated in a particular party’s favour. So my earnest appeal with goodness to the Hon’ble SC to see the ground reality today with lesser good people today than what was in 1960 and declare full counting of VVPATS and ideally ban EVM and ask ECI to have election with ballots. Let goodness prevail
Agar 19th april ko vote karne ke baad voter 2 month tak wait kar sakta hai ECI ke samey dwaara to 12 din khud bhi extra wait kar sakta hai lekin vvpat ki parchi ki gintee 100% honi chahiye.
सर, जनता को क्या पता programming क्या डाली गयी है| Programming में secret code system हो| जैसे electoral bond में था | सरकारी बंदो के अलावा किसी को पता नहीं था|
As bhanupratap time and again insisting for last 3to5 yrs,as long as evm and vvpat not removed it is just impossible to defeat bjp.opposition has not taken cognisense of bhanujis concern,now w hat is the use talking vvpat and evm now when there is no time.The only option left to opposition to take assylum in forest and giveup politics for ever.you should know to defeat kauravas who were resorting all sorts of malpractices in battle field,person like Dharamraj known for 100% genuineness,lord krishna made him to utter ashwathama atahkunjaraha ,very wisely,not knowing lord krishnas timely action kouravas mistook the utterance from Dharmaraj whom they knew he never lies, lost the battle.opposition had enough time to get either evm removed or vvpat counted 100%.Now they are loosing 100%, loosing elections, better they giveup politics as they failed to follosw yudha neeti
Voters ka mahaparv hai to choise bhi voters ki hi hai ki voting ballet se ho ya vvpat se nikle parchi ki 100% gintee ho jise voter khud box me dale isme hitch kahan hai kya pressure hai kyon nahin ho sakta?ECI / SC kyon tark par tark kar rahe hain?
Other countries not accepting evm system program group contain feaver results declared in two// three days declare Voting polling booth at the close time to hat room
ऐसे चुनाव का क्या फायदा मुझे पता ही नही चलता की मेरा वोट उसे ही कास्ट होया हैं जिसे मेने वोट दिया हैं इसलिए ईवीएम बंद होनी चाहिए।BAN EVM BRING BALLOTS PEPERS 🗳️🗳️ VVPAT मै जो पर्ची छपती हैं वो दिखती नहीं काला सीसा क्यों है पर्ची कट कर गिरती भी नहीं दिखती ना ही पर्चियों की 100% गिनती होती? सारी बातें छोड़ो evm तोड़ो
Election commission challenge karke vale logon ki 50 machines kyon nahi saunp deta.jab voter ka confidence evm se hat chuka hai to evm se election karana election commission ki aur sarkar ki tanashahi ke sivay kuchh nahi hai.evm ban ho.
Sahi kah rahe ho Justice Sanjiv Khanna se koi umeed nai hai ye Modi ka hi aadmi hai verna EVM ki 15000+ applications ko kharij nahi karte n 19th se voting hai. CJI ko sunna chahiye EVM ka matter
जब तक इवीएम मशीन से चुनाव कराना बंद नहीं हो जाता तब तक निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया नहीं हों जायेगा , इवीएम हटाके बैलट पेपर से हीं चुनाव होने चाहिए तभी पारदर्शी चुनाव हो जायेगा, इवीएम में धांधली जरुर हो जायेगा।
शिसा हटा देने से फायदा यह है कि वह हैंग की भी समस्या रहेगी तो तुरंत ही पकड़ा जाएगा जब हम और पंचिंग करेंगे तो हमारे सामने जब राउंडिंग लेकर वह अपना रोलर करेगी तो उसे हम देख सकते हैं कि हां वह धोखा हो रहा है कि नहीं सारी समस्याक्लास हो जाएगी
➡Register Now For Sankalp & Prahar: bit.ly/Sankalp_Prahar_BatchQuery
Saw AZ q AZ aq
साल 2024 के चुनाव के पहले देश में चुंनाव EVM से न होकर चुनाव BALAT पेपर से कराना होगा , तभी देश के लोग और देश बच सकता हैं , वरना गुलामी पक्की हैं यह समझ लों....
मेरी सभी देशवासियों से प्रार्थना हैं की हम सब मिलकर ईस अभियान का हिस्सा बनें , और अपने देश और समाज को योगदान देकर सक्षम और सफल बनायें🙏🙏🙏🙏
जागो भाई जागो भाई जागो भाई जागो भाई
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं , देखना है जोर कितना बाजुयें कातिल में हैं..
जागो भाई जागो भाई जागो भाई जागो भाई
अब निकलो बंद मकानों से , जंग लडो हैवानो सें....
जागो भाई जागो भाई जागो भाई जागो भाई
आईए , हम सब एक होकर प्रण लें की, हम अपनें भारत देश को सफल और समृद्ध बनायें 🙏🙏🙏
❗न्यू वर्ल्ड ऑर्डर का बहिष्कार करें❗
जय जवान जय किसान जय मानवता जय लोकशाही जय लोकतंत्र जय संविधान जय भारत 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Right.evm hatana hi hoga Varna EVM Tod denge hum
Bjp❤
@@sumayyashaikh5719chup miya
ईव्हीएम से चुनाव कराना. जनता के साथ धोका है. ईव्हीएम हटाओ लोकतंत्र बचाओ ईव्हीएम हटाओ बैलेट पेपर से चुनाव कराओ और पब्लिक को न्याय दो.
@@rameshbansod9700tera bap ballet paper box gyab kr dega
पेपर बैलेट से प्रमाणिक कोई दूसरी चीज नहीं। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में ईवीएम होती तो फ़रिश्तों को भी हेराफेरी का पता नहीं चलता। सबसे बड़ी बात पेपर बैलेट से हेराफेरी या लूट पकड़ी जा सकती है।
Public ka pura viswas 100prc ginti pr haji
ECI aur SC ko poochna chahiye ke unka maksad fair election karvana he ya time bachana
Nice go and ask if you have courage to ask...
fair election = booth capture yahi baat hai na
दस दिन में ऐसा कितना समय लगता है जो बहुत सारे काम रुक जायेंगे जनता को ईमानदारी बनाई हुई सरकार चाहिए ना के दस दिन के चक्कर में जनता के साथ इंसाफ तो हो पांच साल तो गरीबों को भुगतना है
Theory me sab achha lagta hai. Jab ballet box hi gayab kar diye jayenge to kya hoga. Vvpat to hai hi random check karlo verify ke liye.
@@akash-yb5dsbhai cc camera aur prasasan ye sab rokne keliye nahi hai kya jab bharat ka byabastha hi thik nahi hai to koi kya kar sakta hai ballot paper ka loot se to evm me jyada loot ho Raha hai ballot paper se chunav hone se mili juli sarkar bhi ban sakta hai kisi ko bhi sarkar banane ko bahumat nahi bhi mil sakta hai lekin evm se chunav hota hai to kisi bhi party ko sarkar banane keliye Purna bahumat mil jata hai ye sab fark hai dono me
Well explained sir 👍🙏. EVM VVPAT slips both are total votes counting.slips put in another ballots box.voters satisfied votes given to which party. Both are Equal numbers when counting. Supreme court CJI/bench OR ECI importsnce gives to public desire demands VVPAT slips both are total votes counting must be.time what ever it maybe.
When main opposition party and most of the other political parties oppose evm & vvpat, why not the supreme court appoint a expert committee to clear the doubts of opposition parties for the sake of real democracy to prevail
Abe kitni baar kare. EVM ka rona ro rahe the to vvpat le aaye. Ab bhi rona khatam nahi kar rahe kyu ki pata hai harne wale hai
Vvpat laye lekin vvpat ki parchi ki counting ki Jaye abhi hoti h lekin sirf 0.0001% hi hoti h usko 100% kar do bs
@@tufelboghani9913 ballot paper se election karna possible nhi counting ke utne employess kaha se aayenge 70 crore vote ki counting ke liye west bengal, north east yeh sab jagah sensetive hai ya ballot paper chori hojayega
EVM is purposefully implemented so why and who will inquir? Legislative, judiciary and executive become one in india
Fair election hona chahiye democracy agr hai to..wrna ye desh ke freedom se dhokha hai.. #EVMhatodemocracybachao
Ye sab chutiyapa mat kar ye bata Galat abhi tak hua kaha hai? Ek Lodu ke bol Dene se ki "EVM hack ho sakta hai" sach nhi hota kuchh... Usne to ye bhi bola tha ki "aage se aloo dalo peechhe se sona nikalega". Maan le us baat ko bhi.
पांच दस दिन का समय बचाने ने के लिए ,जनता को पांच वर्ष तक शंका के दायरेम रखना न्यायिक नही हे,बूथ कैप्चरिंग पुराने जमाने की बात हे, इसके लिए जिम्मेदार चुनाव आयोग की सेवाकिय खामी है,पर्ची गिनने के लिए मेन पावर की कमी नहीं हे,जनता का चुनाव पर भरोसा कायम करना चाहिए
Abhi 2023 ke west bengal panchayat election mai hii booth capituring hua tha aap kdh rahe ho ki yeh purane time ki baat hai
चिप जस्टिस आफ ईंडिया सुप्रिम कोर्ट न्यू दिल्ली ने पब्लिक को न्याय देना चाहिए. VVPAT . से निकली हुई पर्ची मतदाता के हाथ मे मिलना चाहिए और मददता उसे अलग बॉक्स मे डाले और उस पर्ची की सौ प्रतिशत गिनती होना चाहिए और जनता को न्याय मिलना चाहिए.
भैया इसका सॉल्यूशन बहुत बढ़िया है कि जो ब्लैक शिक्षा बिल्कुल हटा दिया जाए जिससे पर्ची पूरा दिखेगी की हां वह पर्ची कौन सी अहमदाबाद है तो कौन सी वह रोलर में राउंडिंग ले रहा है
अगर मुझे वह कागज नहीं मिला जिसके लिए मैं वोट कर रहा हूं तो शाम को मैं खुद ही उस कागज को डिब्बे में भर दूंगा.
अगर सही में देश की सच्ची सेवा किए हैं तो जनता आपको वोट जरूर देगी। फिर क्यों ईवीएम के पीछे छुप रहे हैं। बैलेट पेपर से चुनाव होने दीजिए। दूध का दूध और पानी का पानी हो ही जायेगा। जरूर मन में चोर छिपा है वही ईवीएम को सपोर्ट करेगा।
मैं माफी चाहता हूं वैसे तो आप सभी बहुत अनुभवी है लेकिन आज भी लोगों में VVPAT वाले मसले पर निर्णय न आने से सारी बातें खोखली लग रही है लोगों में गहरा भय है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो मोदी जी फिर जीत जाएंगे
Best regards
Indian
सबसे पहले,, गली गली में,, शोर, हैं और,, ई, व्ही, एम, मशिन मशिन, चोर,, है, इसलिए,, सबसे पहले, ई, व्ही, एम हटाओ और भारत देश में आगे के,, सभी चुनाव,, बायलेट पेपर से ही,, निष्पक्ष और पारदर्शकता से,, कराकर,, भारत देश का लोकतंत्र और संविधान बचावो और तानाशाही और हिटलर शाही से,, हमारे भारतीय स्वातंत्र्य, समता, बंधुता, और न्याय, भाईचारा, सलोखा, एकता और अखंडता, सुनिश्चित तौर पर, कायम अबाधित रखने के लिये,, हम आपके साथ साथ है,, इंकलाब जिंदाबाद, सत्यमेव जयते,, वंदे मातरम्,, भारत माता की जय,, जय हिंद, जय महाराष्ट्र, नाशिक, दिंडोरी, लोकसभा मतदारसंघ, नाशिक, दिंडोरी लोकसभा मतदारसंघ,, नाशिक,,,मा, सुप्रीम कोर्ट, जस्टिस चंद्रचूड साहब जी,,, जिंदाबाद,, लोकशाही जिंदाबाद,, लोकतंत्र जिंदाबाद,, संविधान जिंदाबाद,, सत्यमेव जयते,,, सबसे पहले,, ई, व्ही, एम हटाओ, और बायलेट पेपर लावो,, अन्यथा चुनाव पर बहिष्कार कराओ,, और भारत देश का लोकतंत्र और संविधान बचावो और देश बचावो,, इंकलाब जिंदाबाद,, सत्यमेव जयते, न्याय व्यवस्था जिंदाबाद,, सर्वोच्च न्यायालय जिंदाबाद,, संविधान जिंदाबाद,, लोकशाही, लोकतंत्र बचाओ और भारत देश, में, आगे के सभी चुनाव, निष्पक्ष और पारदर्शकता से,, बायलेट पेपर से,, ही,,करावो और,, भारत देश में, आगे, लोकतंत्र और संविधान बचावो,, हम सभी भारत देशवासी, जागरूक मतदाता नागरिक और आम जनता, आपके साथ साथ है,, जय हिंद, जय महाराष्ट्र, नाशिक, दिंडोरी, लोकसभा मतदारसंघ, नाशिक,
भैया इसका सॉल्यूशन बहुत बढ़िया है कि जो शिक्षा है ना जो पर्ची के सामने लगा रहता है उसको पूरा हटा दिया जाए और उसको जब हम पंचिंग करते हैं दबाते हैं बटन को तो वह पूरा दिखाई देगा
VVPAT should also in front of camera 📸. Vote slip nikalna jaruri h🗳️
Starting mein lecture samjha lekin baad mein sab bumper jaane laga.
The best & easiest way to VOTE is by BALLOT PAPER.
Vote through Ballot paper only.
Ballet box hi gayab ho jate the purane congress ke time me. 😂
Abhi CCTV ka zamana hai.Security tight ki jaaey tou sahi hai.
सिम्बल,नाम लोडिंग के समय प्रोग्राम मैं मणिपुलेशन होता हैं।
VVPAT से कमांड EVM काउंट मैं जाता हैं।
सारे मणिपुलेशन रोकने का तरीका हैं कि पर्ची वोटर्स के हाथ मैं दी जाये और सील बॉक्स मैं डाली जाये।उसकी गिनती हों।
तभी फेयर चुनाव होगा अन्यथा नहीं।
Hon'ble Justice means since Germany has less population it deserves quality Democracy and since India has more population it doesn't deserve quality democracy. Seems pleading like Attorney of the Government.
बहुत हास्यास्पद कुतर्क हैं।
मेरी सभी देशवासियोंसे विनती हैं की भारत देश में 2024 के चुनाव के पहले भारत देश से EVM को बॅन कराना होगा और भारत देश में चुनाव BALAT पेपर से कराना होगा , तभी भारत देश के लोग और अपना प्यारा भारत देश बच सकता हैं 🙏🙏🙏🙏
जागो भाई जागो भाई जागो भाई जागो भाई
जय जवान जय किसान जय लोकशाही जय लोकतंत्र जय संविधान जय भारत 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जनता को बेवकूफ बना दिया
Ballot paper dhandliyan strict security measure se dur kar sakte hain.Ab servelence camera ka upyog kar sakte hai pehle ye possible nahi tha.
Evm hamesha shak ke dayre me rahega.
Kanoon jan hit me hona chahiye .Evm me gad badi ho sakti hai.
Jansankhya ka udharan dena tarkik nahi hai. Ye baat lokaabha ke liye kuch had tak theek hai.lekin vidhan sabha me kya ballot paper ka upyog hoga ? Yahan germany ki jansankhya karnatak se barabar hai.
Lokasabha elec. bhi phase wise hoti hai
Lagta hai evm ko logon par thopa ja raha hai?
Ballot paper ki dhand li ka samay alag tha lapses thye lekin ab parishitiya badli hai.security strict ki ja sakti hai aur shiksha bhi.
Evm ko shak ke dayre se bahar lana mushkil hai.
किसी के द्वारा भी जर्मनी की जनसंख्या की खूबियों ya कमियों की तुलना भारत से करना बेहद एकतरफा तर्क है...!!!!!! यदि भारत की मतदान करने वाली जनसंख्या अधिक है......तो क्या हम इस जनसंख्या को वोटों की गिनती के लिए ताकत के रूप में नहीं ले सकते......!!!!!!
चुनाव आयोग हि चोर हैं जब देश कि जनता नहीं चाहती है कि EVM से चुनाव हो तो क्यू जबरदस्ती EVM को थोपा जा रहा है
क्यों न बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाय
West bengal main avi 10 crore ki upar hain population 😅
CEC Rajiv Kumar soft wear engineer nahi hai to enko conform ku hai ki EVM hack nahi ho sakti.
EC ko kya problem hai VVPART purchi counting karne se kya 543 shet ek jagah counting hota hai ??? ,wo to har rajya me har district per counting hota hai fir problem kya hai ????? isiliye modi 400 par bolta hai kiun ki EVM hi unka 400 par karayega
Simple solution hai VVPAT ki 100% slip check kro kisi ko koi problem nahi hoga.
Ab VVPAT bhi net se seting kar rakha hai, kuchh bhi kar le BJP Ghutala kar ke fir jeet jaiyegi.
@@NachhatarSingh-p5ytum Pakistan hi chale jao tum galat jagah paida ho gaye ho 😂
मुंशी प्रेमचंद की एक कहानी पढ़ी थी, जिसमे कहा गया था पंच परमेश्वर होता है। किंतु, सुप्रीम कोर्ट में लगता है कि जज के शरीर में शकुनी की आत्मा आ गई है। यदि ईवीएम नहीं हटा तो जो भारी बवाल होगा उसका जिम्मेवार सुप्रीम कोर्ट ही होगा। जो कि यह तय माना जा रहा है। शकुनी के कारण महाभारत ।
The question is not benefit but reinstatement of voter's confidence, to be kept in mind, irrespective of time taken.ECI should have adopted an acceptable method and not imposed evm in connivance with ruling party.If any difference found, repolling to be done without announcing winner's name. Nothing can be imposed on voters by ECI.
चुनाव आयोग सभी ईवीएम मशीन में से किसी पांच परसेंट मशीन का ही VVPAT चेक करने को कहते हैं तो इस तर्क से अगर हम...
इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आने वाले सिर्फ 5% पैसेंजर और लगेज का चेकिंग किया जाए तो क्या होगा ?
पैथोलॉजिकल लैबोरेट्रीज में आने वाले सभी सैंपल्स में से किसी 5% सैंपल का ही परिक्षण किया जाए तो क्या होगा ?
10वीं 12वीं और कॉलेज के एग्जाम में सिर्फ 5% स्टूडेंट का पेपर ही चेक किया जाए तो क्या होगा ?
बैंक में जब हम कैश डिपॉजिट करने जाते हैं तो इनमें से सिर्फ 5% करेंसी नोट ही चेक की जाए तो क्या होगा ?
गोल्ड लोन में आने वाले सभी गोल्ड के गहनों में से सिर्फ 5% गहनों की ही जांच की जाए तो क्या होगा?
चुनाव आयोग में क्या इतनी भी अक्ल नहीं है?
Machine is also made by human and can be tempered on its fixed programming...
It is the duty of the Election Commission to give the acknowledgment slip to the voter to know which candidate I have voted for, only then will Indian democracy be saved..
I hope the Supreme Court will give a good judgment to protect democracy..
अब बड़ा सवाल ये है मन लिए EVM और VVPAT में कुछ खराबी नहीं 97 %लोग को EVM और VVPAT पर भरोषा नहीं क्यों न बलात पेपर या VVPAT का पर्ची 110% नहीं गिनती करने में क्यों जथा है ? लोगो का शुक दूर करने का है ,चुनाव आयोग इस पर क्यों मानता नहीं ,? EVM पर बी चुनाव करने का ज़िद क्यों करते है ?
Why are they fearing to count vvpat slips 100%
भारतीय न्यायलयमा लाग्ने सम्पूर्ण खर्च भारतीय ले नै व्यहोर्नु पर्छ , न्यायलयको निर्णय भारतीय भाषामा ननिकाल्नदा न्यायलयले नै अन्याय गरेको महसुस भइरहेको छ ।
कृपया न्यायालयको ध्यान यथार्थ शिघ्र पेरिस ।
धन्यवाद 0:40
Suprim court Balat paper se chunav Nahi kar paye to kya INDIA Gathbandhan Balet paper layega. Ya Fhir Ye bhi Janta se khilwad karege. Ham kare to kya kare.
we want 100% vvpat slips should be countable, we will not obey or satisfied with 50% or 5%.....
Supreme court should ordered to EC for 100% counting for vvpat slips.....
बात विश्वास का है।
फालतु argument नहीं चाहिए।
Machine programing के हिसाब पे काम करता है।
Timer भी लगा है।2 pm set करने पर 2 pm के बाद vote चोरी होगा।
समय लागे तो लागे हमको ballet se निर्वाचन चाहिए।
Ye three points is genuine to help fair election.
1. Balletpaper matdan
2 VVPAT se nikli perchi voters ko mile confirm ho jaye ki jisko vote dala tha usi ko gaya hai phir wo us perchi ko ballet box me dal dega.
Ballet box ki perchi ko ginti kiya jaye 100% aur EVM se tally kiya jaye.
3. VVPAT me lage glass visible ho.
Ager teeno muddo per Supreme court sahmat to desh ka durbhagya hoga aur ek hi vikalp bacha chunav bahiskar ho. Koi chunav Kendra per nahi jayega
Ab vikalp desh vyapi andolan ager desh ko bachana hai.
Vvpat se nikali parchi me ballet box me dalunga hi nai to fir count matching ho hi nahi payegi to tab kya karoge 😂
2013 में स्वयं मुख्य न्यायाधीश पी सदाशिवम और रंजन गोगोई ने वीवीपीएटी लगाने का आदेश दिया और खुद ही गोगोई जी ने 50% पर्ची मिलान का आदेश भी रोक दिया।एक तो सितम्बर 2014 में केरल के राज्यपाल बना दिए गए और दूसरे कहां हैं सबको पता है। जिसे वोटर सत्यापित कर रहा है उसे गिनने मे किसको नुकसान है।
जज खन्ना ने जो सवाल वकीलो से पूछा उनका जवाब बड़ा ही आसान था। पर वकील दे नही पाए।
judge Khanna ne faaltu questions pooche. Woh BJP ka aadmi hai
@@mojoomlato fir court kyu jate ho jab judge hi BJP ka hai tere hisab se 😂
Only BELOT NO EVM , Protect citizens right first
पापुलेशन वाला तर्क अत्यंत हास्यास्पद हैं।
ज़्यादा पापुलेशन हैं तो क्या चीटिंग वाला चुनाव होना चाहिए।
कल जब खन्ना साब कड़े सवाल प्रशांत भूषण से कर रहें थे तो ट्विटर पर भाजपाई ख़ुशी मनाने लगे थे।
इसका क्या मतलब हुआ? सोचो
जनहित की भावना को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट से निवेदन है chunav se sambandhit baby pad aur संबंध एक है इसलिए दोनों का मिलन 70% कर कर जनहित की भावना का आदर किया
Evm machine ka problem solve
2 parchi honi chahiye.....ek wahan jama ho aur 1 ek voter dena chahiye....
SC Ballot paper se chunaav par faisla nehi dega, VVPAT ki ginti par faisla hi dega, jo ki Janta ke khilaf diya giya faisla mana jaiyega. Yeh 100% satya hai.
Bhushan, Sibal jaise maharati VEER DESH ko BaChaaOoNe walon ZINDABAAD ❤️ HINDUSTANIS SAMVIDHAN ko BACHAAOO ❤️ LOKTANTRA ko BACHAAOO ❤️ Chooron se BaChaaOo ❤️ JAI HIND ❤ 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳❤️JAI CITIZENS ❤️
The general voters of this country have lost their faith in EVM & VVPAT.
If the Supreme Court rejects the writ petition regarding introduction of ballot paper for voting then abandon this election and empower the commission to declare the results at its own will. Why the voters would go unnecessarily to cast their vote as everyone knows that , to whom ever they give their vote , finally it shall go to BJP. Depending on which Modi Ji gives guarantee that “इस बार ४०० पार”
बेलेट से चुनाव मत कराइये मगर EVM से निकली पर्ची वोटर स्वयं बॉक्स में डालें और उनकी १००% गिनती हो उससे परेशानी क्यों!
सुप्रीम कोर्ट ने जंगल राज वाले वकील समर्थक को पुरी तरह खारिज कर दी हे।
MODI JEET GAYA ..143 CARODE JANTA UB MAREY GHANTEY PAR ???😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅
This Sanjeev Khanna is a supporter of the ruling party! He is the very same judge promoted to SC without following seniority! He superceded 25 senior judges with the government immediately approving his selection! He will prolong this case till the election gets over . After that he will state ballot paper and VVPAT checking not possible! For him the additional burden on EC is a bigger concern than transparency in democracy and public demand ! He is not a constitutional judge! He belongs to Arun Mishra, Deepak Mishra,Ranjan Gogoi and Sharad Bobde group!
ECI / SC se humble request hai ki aap dono sansthano par desh ke liye desh ke loktantra ko bachaane ki zimmedaari hai yahi desh ki janta/voter maanta hai uska vishwas bana rehne do.12 din jyada wait kar lega desh ka voter desh ke loktantra ko bachaane ke liye.Kya ECI/SC nahin chahte loktantra bacha rahe desh ka????
वीवीपेट पर्चियां गिनने में समय अधिक लगने का क्या तर्क? तो क्या ग़लत चुनाव कराओगे?
Ruling are Happy But we the citizen are not happy with this kind of machine, where a country who Invented this machine are not Using it..
Mera abhhimat ye he ki" probably Vourt se kuchh mistake ho gayee he kyun ki " jab Digital payment karne par 2 reciepts nikali he 1 for customer & 1 for the. Satisfaction & keep Transparency of transaction,for the reciever of payment; dimilarly why can not ECI use this pattern for VVPAT ?
It nay be the best solution of this case! Inly expenditures ate increased,but validity and trust shall maintain ?
Fir to me congress ko vote deke unke neta ko receipt dikha ke me paise kama sakta hu mera vote sell karke😂
But, possibility of more silent rigging through EVM may not be denied. EVM is a complex system and not intelligible to the common voters. Common voters have to vote on the basis of their faith only as everything is right in EVM. Faith cannot be an acceptable procedure on transparency.
Two mampower- paper voting please
It may be noted that the majority of people of India is against the use of EVM for voting in India . This can be verified by conducting referendum. It is felt that that the Government institutions are ignoring the people's demand which is grossly illegal.
It is inefficient to depend on both systems together, i.e to carry out electronic voting and at the same time to count VVPAT slips issued by the same EVM machine, Counting VVPAT slips is as good as counting paper ballots; either electronic voting is done alone or paper ballots voting done alone, Decision should be made which is most trustworthy/reliable and minimal possibility of manipulation, paper balloting or electronic balloting. So far precedents issued in many parts of the world indicate that paper balloting is definitely more reliable. Supreme court judges should leave out VVPAT only consider electronic balloting or paper balloting,
सर हम लोग वैकेंसी के लिए 6 साल इंतजार कर सकते हैं, निष्पक्ष चुनाव के लिए 12 दिन और इंतजार कर सकते हैं ❤❤❤ ईवीएम हटाओ देश बचाओ लोकतंत्र बचाओ रोजगार बचाओ, गरीब बचाओ ❤❤❤❤
EC time bachane ki bat karta hai to 30 din k bad
result kyun declare karta hai. EC javab de. Log murakh nahi hai.
sir you are very good teacher jai bhim namo budaya
Good evening sir ji
In 1960 there were no CCTVs, Internet so they could do booth captures. Please do not compare today 2024 with 1960. We can monitor live all polling booths so there can be no booth capture in 2024. Have you heard of EVM capture in 2000. So to say we have not forgotten booth capture of 1960 is not honest in today’s context.
2nd, booth captures in 1960 a resulted in re-polling with security forces presence.
3rd in today’s 2024 rigging would be very sophisticated there would be calm on surface but results can be manipulated in a particular party’s favour.
So my earnest appeal with goodness to the Hon’ble SC to see the ground reality today with lesser good people today than what was in 1960 and declare full counting of VVPATS and ideally ban EVM and ask ECI to have election with ballots.
Let goodness prevail
Agar 19th april ko vote karne ke baad voter 2 month tak wait kar sakta hai ECI ke samey dwaara to 12 din khud bhi extra wait kar sakta hai lekin vvpat ki parchi ki gintee 100% honi chahiye.
सर, जनता को क्या पता programming क्या डाली गयी है|
Programming में secret code system हो| जैसे electoral bond में था | सरकारी बंदो के अलावा किसी को पता नहीं था|
As bhanupratap time and again insisting for last 3to5 yrs,as long as evm and vvpat not removed it is just impossible to defeat bjp.opposition has not taken cognisense of bhanujis concern,now w hat is the use talking vvpat and evm now when there is no time.The only option left to opposition to take assylum in forest and giveup politics for ever.you should know to defeat kauravas who were resorting all sorts of malpractices in battle field,person like Dharamraj known for 100% genuineness,lord krishna made him to utter ashwathama atahkunjaraha ,very wisely,not knowing lord krishnas timely action kouravas mistook the utterance from Dharmaraj whom they knew he never lies, lost the battle.opposition had enough time to get either evm removed or vvpat counted 100%.Now they are loosing 100%, loosing elections, better they giveup politics as they failed to follosw yudha neeti
यही होना चाहिए इसके अलावा और कुछ होगा तो उसमें गड़बड़ी हो जाएगा
I agree With ADR and Prashant Bhusan
5trillion economy not have sufficient time to count vote means raja ka atma evm me 😢
Ballot paper is simple does not need explanation.
Jab. Jaj. Khud. RSS. Ka. Agent. Ho. To. Wo. Kya. Insaf. Janta. Ke. Sath. Karega.
Evm.फोडणा.पडेगा.tabhiकोर्टmanegabalatpaper
Sc must consider rights of citizens
Evm can be hacked
Time lage toh lage
Evm hatao desh bachao ❤❤
From the VVPAT the printed copy inthe hands of individual should put to the ballot box , it is right decision taken by SC.
इन दोनों जजों को राज्यसभा में जाना है तो ये तो सरकार के लिए ही फैसला देंगे l
E v m mamle par janta ko nazar andaz kiya ja raha hai janta ki koi nahi sun raha
Voters ka mahaparv hai to choise bhi voters ki hi hai ki voting ballet se ho ya vvpat se nikle parchi ki 100% gintee ho jise voter khud box me dale isme hitch kahan hai kya pressure hai kyon nahin ho sakta?ECI / SC kyon tark par tark kar rahe hain?
अगर सुप्रीम कोर्ट ने ए,व्ही एम बंद नहीं किया तो समजो मोदी फिरसें पी एम बन जायेगा,और सुप्रीम कोर्ट भी बिक चुका है ऐसा ही जनता की धारणा होगी,
Other countries not accepting evm system program group contain feaver results declared in two// three days declare Voting polling booth at the close time to hat room
EVM + manipulation = BJP.
ECI + Government officers = BJP.
ECI + Supreme Court = BJP
What is the purpose of such election ?
सर। यह। मसिन। यानि। आम। नागरीक। का। टेकसफेयर। पैसि। से। चूनाव। हो। रहा। है तो। चूनाव। आयोग। सातचरण। चूनाव। महीन। से। चूनाव। कराकर। कुमार। फियुदि। है
ऐसे चुनाव का क्या फायदा मुझे पता ही नही चलता की मेरा वोट उसे ही कास्ट होया हैं जिसे मेने वोट दिया हैं इसलिए ईवीएम बंद होनी चाहिए।BAN EVM BRING BALLOTS PEPERS 🗳️🗳️ VVPAT मै जो पर्ची छपती हैं वो दिखती नहीं काला सीसा क्यों है पर्ची कट कर गिरती भी नहीं दिखती ना ही पर्चियों की 100% गिनती होती? सारी बातें छोड़ो evm तोड़ो
Election commission challenge karke vale logon ki 50 machines kyon nahi saunp deta.jab voter ka confidence evm se hat chuka hai to evm se election karana election commission ki aur sarkar ki tanashahi ke sivay kuchh nahi hai.evm ban ho.
पेपर बेलट से चुनाव अत्यंत सस्ता पड़ता हैं।evm से महंगा।
Evm का रख रखाव अत्यंत महंगा हैं।
Why not 6crore side,ours 70crore,approx,we have sufficient man power to count it, don't compare,where there is will there is way.
What is the meaning of election all are jumla humans, we have no faith this election
जो पब्लिक विरोध में मैसेज करता है, उसके बाद उसको संदेश आने लगते हैं, तो कौन अकेला जा कर कोर्ट में शिकायत करे गा
Lok Tantra bachana h ya time
अगर बैलट पेपर्स से चुनाव नही होगा ,तो चुनाब कराने की जरूरत नहीं हैं, एसे ही बीजेपी को बिजई घोषित कर दिया जाए ।
SC kal bolega ke ab bhot late ho gya he ab kuch nahi hoga
Sahi kah rahe ho Justice Sanjiv Khanna se koi umeed nai hai ye Modi ka hi aadmi hai verna EVM ki 15000+ applications ko kharij nahi karte n 19th se voting hai. CJI ko sunna chahiye EVM ka matter
जब तक इवीएम मशीन से चुनाव कराना बंद नहीं हो जाता तब तक निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया नहीं हों जायेगा , इवीएम हटाके बैलट पेपर से हीं चुनाव होने चाहिए तभी पारदर्शी चुनाव हो जायेगा, इवीएम में धांधली जरुर हो जायेगा।
The CJI should not have given scope to these Anti national elements by hearing this type of cases in the interest of the nation.
शिसा हटा देने से फायदा यह है कि वह हैंग की भी समस्या रहेगी तो तुरंत ही पकड़ा जाएगा जब हम और पंचिंग करेंगे तो हमारे सामने जब राउंडिंग लेकर वह अपना रोलर करेगी तो उसे हम देख सकते हैं कि हां वह धोखा हो रहा है कि नहीं सारी समस्याक्लास हो जाएगी
German का ५ cr के लिए ५ हजार ऑफिसर होंगे। इधर ९०cr के लिए ५लाख लोग तो होंगे। क्या blt ppr का खर्चा मशीन से ज्यादा होता है।
Any digital equipment is vulnerable for temparing.
Election commission behaviour like Chandigarh Anil masih
Sir time Chahiye time do Kiya problem hai Elecation wale ko