I am frquently getting videos prepared by Gulzar saheb. I am happy to see him on mobile screen, he is fit in age of 89 or 90. I am 85 born in Lahore migrated in 1947. The climate of birth place keeps healthy. Gulzar saheb approach to life is correct; I am too having similar approach. Till I admired Sahir best lyricist which changed. When I read biography of Gulzar saheb I admire him more. Difficulties in first part and Bimal Roy found in him a genius. I pray for his health. I too learnt Bangla, Rabindra Sangeet as also Sangeet Visharad, wrote short stories and ultimately remained a civil servant. I honour as if I am amongst audience of Sahitya Tak. May Gulzar saheb continue writing and remain inspiration for youngster generation.
Bro I am student of English literature from Sindh, And also a big fan of Gulzar sahib... Would you like to tell autobiography name of Gulzar sahib...???
"सौदा करे सहेली का सर पे तेल चमेली का"❤ ये लाइन सिर्फ गुलज़ार साहब लिख सकते हैं। "चुन्नी लेके सोती थी कमाल लगती थी", "बीबा तेरा चूल्हा जले", "चुपड़ी चुपड़ी बातों में भोले भाले बंदे" "तन्हाई ने फुरसत दी है, पहली बार मोहब्बत की है..आखिरी बार मोहब्बत की है" "इतनी सर्दी है किसी का लिहाफ लइले, जा पडोसी के चूल्हे से आग लइले" एक आम आदमी है जो गुलज़ार साहब के हर गाने मे नज़र आता है. "जिनके सर पे इश्क की छांव पांव के नीचे जन्नत होगी"❤ गुलजार साहब की शायरी की खास बात ये है कि वो हकीकत से जुदा नहीं है। अलग दुनिया बसा लेना उनकी आदत नहीं है। वो इसी दुनिया में रहना चाहते हैं। "ये इश्क नहीं आसान अजी एड्स का खतरा है" ऐसी लाइन लिखने की कला सिर्फ गुलज़ार साहब मे है। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि कोई भी दूसरा शायर या कवि ऐसी बिमारी को अपने गाने के बोल नहीं बना सकता।
गुलज़ार साहब जी का साहित्य तक में स्वागत है अभिनंदन सादर नमस्कार 🎉 गुलज़ार साहब जी को अवार्ड अवार्ड को ही अवार्ड है तुम्हारा नूर है जो पड़ रहा है चेहरे पे बगर न देखता ही कौन मुझे अंधेरे में बहुत सुंदर अच्छा कहा है गुलज़ार साहब जी ने शुक्रिया है। पूर्व में की गई टिप्पणियों को सामने लाना चाहिए उचित होगा
गुलज़ार साहब के सामने किसी बड़े साहित्यिक हस्ती को बुलाना था, राजदीप सरदेसाई में वो बात नहीं । इतने इंपोर्टेंट वक्त में बहुत कुछ सुना जा सकता था गुलज़ार साहब से।
When questions become long and the questioner is desperate to show his or her knowledge answers are dwarfed deliberately Really enjoyed every word Gulzarji said. Only irritants were interviewers who were v shallow, interrupting and sycophants Interviewers were surely much greater than the legend The real interview started after he went to the Dias. He must have felt so relieved
What an honour to listen to Gulzar sahab. However, instead of these two TV anchors known for shouting and screaming, couldnt the organisers have arranged for anchors who understand poetry, shayri and how to host a programme with grace and poise. Both the anchors look completely lost for words when Gulzar sahab is speaking impromptu. They have prepared set questions for this interaction.
54.00 राजदीप एवम श्वेता को संवेदना एवम पत्रकारिता के पाठ गुलजार ही पढ़ा सकते है I इसके बाद पवन वर्मा भी नहीं चूके। निम्न कोटि के सवाल पूछा और वक़्त जाया किया।
ये लोग गुलजार साहब से पूछ रहे हैं कि आपके गीत 60 साल बाद भी पुराने क्यों नहीं होते । कोई बताए कि क्या कभी गीत, संगीत, कविता ये पुराने होते हैं, आप 60 साल की बात करते हैं तुलसी दास, सूरदास का काव्य कितने बरस पहले का है, क्या पुराना हुआ. अमीर खुसरो ने 1000 साल से भी पहले गीत लिखे, ' काहे को बिहायी विदेश" क्या उनके गीत पुराने या अप्रासंगिक हुए।
जिस किसीने भी राजदीप को सेलेक्ट किया गुलजार साब का इंटरव्यू लेने के लिए उसने हम गुलज़ार प्रेमियों के साथ नाइन्साफी किया हैं। राजदीप अब सड़कछाप हो गया हैं
आप सभी टिप्पणीकार शायर,शायरी की चर्चा लिख रहे है, जिसकी मुझे रत्तीभर समझ नहीं है। मैंने श्वेता सिंह का कभी कोई कार्यक्रम नहीं देखा है। बस चैनल बदलते-बदलते इतना ही जान पाया कि यह श्वेता सिंह है जो आजतक में काम करती है। आज बहुत दिन बाद इस प्रोग्राम में कैमरा श्वेता पर फोकस हुआ तो मैं डर गया। 10 साल बाद श्वेता कैसी दिखेगी? मुझे 10-20 साल बाद श्वेता का वह चेहरा दिखा, जो बेहद बदसूरत है। उसके दाँत जो उसकी खूबसूरती में योगदान करते थे वही उसकी बदसूरती को भी द्विगुणित करते हैं।
साहित्य के इस शो में सबसे घटिया एंकर जो होगा उत्तरदाई श्वेता में तुमसे कहना चाहता हूं तुम तो साहित्य की बहुत बढ़िया एंकर हो ऐसे लोगों को आप नहीं हम बुलाकर गुलजार जी का सम्मान नहीं किया इनको घाट बोलने दो बहुत अफसोस हुआ ऐसा बढ़िया प्रोग्राम हरदोई जैसे लोग जो साहित्य का मतलब नहीं समझते
Rajdeep has limitations of speaking negative, he doesn't qualify in any format. Interection/ interview with Gulzar Sahab - he doesn't deserve and fit into frame with great Gulzar Sahab. They should call people like Ashutosh Rana, Vishal to interect with him than any reporter.
गुलजार साहब लाजवाब हैं, ये प्रोग्राम और भी गहराईयों में जा सकता था।
RAKHI SE PUCHHIYE. YE BAKWAS MAN HAI..
कितने खोखले, सतही, असाहित्यिक और भाषाविहीन हैं, राजदीप जी। इस प्रोग्राम का नाश कर दिया है।
आयोजकों की गलती है किसी अच्छे एंकर को बुलाते। कमी भी नहीं है देश में अच्छी साहित्यिक सोच के लोग कम नहीं है
Uski paidaish pe bhi mujhe sak hai
@@kaushalkishorjha9253 Kindly do not say like that.
Main gulzar sahib ki zabardast fan hoon.jiyo sau saal.
राजदीप को हिंदी सुधारने की जरूरत है। इतने महान् शायर के सामने इनकी कोई बिसात नहीं।
आज गुलज़ार साहब को सुन ,जैसे अन्तर्मन
पुस्तक का पृष्ठ पढने को मिल गया ।ह्रदय से धन्यवाद ।❤
I am frquently getting videos prepared by Gulzar saheb. I am happy to see him on mobile screen, he is fit in age of 89 or 90. I am 85 born in Lahore migrated in 1947. The climate of birth place keeps healthy. Gulzar saheb approach to life is correct; I am too having similar approach. Till I admired Sahir best lyricist which changed. When I read biography of Gulzar saheb I admire him more. Difficulties in first part and Bimal Roy found in him a genius. I pray for his health. I too learnt Bangla, Rabindra Sangeet as also Sangeet Visharad, wrote short stories and ultimately remained a civil servant. I honour as if I am amongst audience of Sahitya Tak. May Gulzar saheb continue writing and remain inspiration for youngster generation.
Would u like to become my friend..bcoz I think our passion is on same platform sir
Bro I am student of English literature from Sindh,
And also a big fan of Gulzar sahib...
Would you like to tell autobiography name of Gulzar sahib...???
खूबसूरत जुनून के आगे उम्र की क्या औकात,❤❤👏👏
श्रेष्ठ साहित्य सर्जक श्री गुलजार जी को नमन 👏👏
गुल हैं गुलजार हैं, आप तो शेर ए जहां हैं । आपको सुना तो मुकम्मल फरमाइश मिल गई। आप तो हर शायरी के ताज हैं।
55:10 par Gulzar sahab ne lapet kar dho diya !!👍💐💐
Guljar sahab ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
"सौदा करे सहेली का सर पे तेल चमेली का"❤ ये लाइन सिर्फ गुलज़ार साहब लिख सकते हैं। "चुन्नी लेके सोती थी कमाल लगती थी", "बीबा तेरा चूल्हा जले", "चुपड़ी चुपड़ी बातों में भोले भाले बंदे" "तन्हाई ने फुरसत दी है, पहली बार मोहब्बत की है..आखिरी बार मोहब्बत की है" "इतनी सर्दी है किसी का लिहाफ लइले, जा पडोसी के चूल्हे से आग लइले" एक आम आदमी है जो गुलज़ार साहब के हर गाने मे नज़र आता है. "जिनके सर पे इश्क की छांव पांव के नीचे जन्नत होगी"❤ गुलजार साहब की शायरी की खास बात ये है कि वो हकीकत से जुदा नहीं है। अलग दुनिया बसा लेना उनकी आदत नहीं है। वो इसी दुनिया में रहना चाहते हैं। "ये इश्क नहीं आसान अजी एड्स का खतरा है" ऐसी लाइन लिखने की कला सिर्फ गुलज़ार साहब मे है। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि कोई भी दूसरा शायर या कवि ऐसी बिमारी को अपने गाने के बोल नहीं बना सकता।
शब्द हैं, साहित्य सृजन के साधन
सुशब्द, सुअर्थ से हो मानव जीवन
का सम्बर्धन, सत्यप्रेम
गुलज़ार साहब जी का साहित्य तक में स्वागत है अभिनंदन सादर नमस्कार 🎉
गुलज़ार साहब जी को अवार्ड अवार्ड को ही अवार्ड है
तुम्हारा नूर है जो पड़ रहा है चेहरे पे
बगर न देखता ही कौन मुझे अंधेरे में
बहुत सुंदर अच्छा कहा है गुलज़ार साहब जी ने शुक्रिया है।
पूर्व में की गई टिप्पणियों को सामने लाना चाहिए उचित होगा
Guljar sahib great hain Naman 🎉🎉
गुलज़ार साहब के सामने किसी बड़े साहित्यिक हस्ती को बुलाना था, राजदीप सरदेसाई में वो बात नहीं । इतने इंपोर्टेंट वक्त में बहुत कुछ सुना जा सकता था गुलज़ार साहब से।
राजदीप सरदेसाई में वो संजीदगी नही है जो गुलज़ार साहब से इस मंच पर वार्तालाप कर सके
Bikul sahi
एकदम सही कहा आपने, श्वेता फिर भी ठीक हैं!
bilkul sahi...barbad kar diya rajdeep ne
Absolutely right. Sardesai as interviewer is No match at all.
Old is gold kesne such kaha
आदरणीय गुलजार साहब के सामने राजीव सरदेसाई कहीं जम नहीं पा रहे है
Gulzar sahib...you are a man's man! words that express a thousand images!
Gulzar sahab love you, like you ❤
You are the best ❤
दोनों होस्ट कुछ जमे नहीं!
सौरभ द्विवेदी होते तो बात बनती!
नज़्म पढ़ी जा रही है और होस्ट की तरफ से
एक वाह तक नहीं आई !!
महा विदुषी श्वेता और कमज़ोर हिंदी वाले राजदीप दोनों अयोग्य है गुलज़ार साहब को हैंडल करने में ।
Dil saf to sab kuch saf
काश कोई अच्छा,समझदार अँकर होता तो और मजा आता.बाकी गुलजार साहब को शत शत प्रणाम.🎉
गुलजार साहब सचमुच ज्ञानपीठ का समंदर हैं
Gulzar Sir you are our pride.❤❤ May you live long. It was wonderful conversation and poetry.
TRUTH...
Great ,fortunate to listen Guljar ji
My most favourite poet Gulzar saab
Living legend ❤
Gulzar sahab is not only a poet but great philosopher and visionary,may God bless him with good health and longevity.
वाह वाह हार्दिक शुभकामनायें बधाई
Gulzar sahib is a kohenoor of India he is a the best❤
The way of talking with our amazing people, we must learn learn it from Lata Ji & Javed sahab interview.
गुलजार साहब सच में लफ्जों के जादूगर हैं
Gulzar saab bahut badi saksiyat hain .....
Vinod Joshi ji ke vichar say poori tarah say sahmat hun
सांसों का गुच्छा --क्या बात है!
Yug purush Guljar
गुलज़ार साहब को समर्पित - "हुस्ने- ख़्याल मेरा, मेरे वुज़ूद के साथ दफ़न होगा, ग़ज़लों का जनाजा होगा, जिस्म पे शेरों का क़फ़न होगा।"-'शम्स'
Waah❤
When questions become long and the questioner is desperate to show his or her knowledge answers are dwarfed deliberately
Really enjoyed every word Gulzarji said. Only irritants were interviewers who were v shallow, interrupting and sycophants
Interviewers were surely much greater than the legend
The real interview started after he went to the Dias. He must have felt so relieved
Old is gold kesne shahi kha hai
🙏
What an honour to listen to Gulzar sahab. However, instead of these two TV anchors known for shouting and screaming, couldnt the organisers have arranged for anchors who understand poetry, shayri and how to host a programme with grace and poise. Both the anchors look completely lost for words when Gulzar sahab is speaking impromptu. They have prepared set questions for this interaction.
Excellent
Ata ur Rahman
राजदीप को मंच पर नहीं होना चाहिए।ये मंच के योग्य ही नहीं है।
ये प्रोग्राम लल्लन टॉप के सौरभ से करवाना चाहिए था
और भी सुखनवर है ग़ालिब के अलावा...
गुलज़ार साहब जिनियस है
Legend like Gulzar saab can share so much more. But It's a shame that the anchors don't do any homework, don't prepare any good questions.
एक चन्द्रमा के सामने इस राजदीप बुझे हुवे दिये को क्यूं रख दिया 😊
सौरभ @lallantop वाले इंसाफ़ कर सकते थे गुलज़ार साहब के साथ
Itroduction was very weak.Lallantop ki introduction dekha kare
गुलजार जी को नमन, राजदीप सरदेसाई को गुलजार साहब के सामने नहीं बैठा ना चाहिए था।
Itni Badi shakhsiyat Ke Samne Sudheer Chaudhari Ji ko bitana chahie tha
Anchors are not fit for this job
इंटरव्यूवर्स को सलीका सीखना चाहिए
Instead of Rajdeep Sardesai ..Irfan sir... the anchor from. Show...Guftgoo on Rstv ..is best for Gulzar saheb...
Right
54.00 राजदीप एवम श्वेता को संवेदना एवम पत्रकारिता के पाठ गुलजार ही पढ़ा सकते है I इसके बाद पवन वर्मा भी नहीं चूके। निम्न कोटि के सवाल पूछा और वक़्त जाया किया।
Sourabh Dwivedi ko interview karna chahiye tha..
❤🇵🇰
90. Salme. Jawan. Jawanhi rahetehae. Ea. Man. Ki. Raphael.
एक साहित्यकार के सामने हज्जाम को बिठा दिया
गुलज़ार साहब को जवान कहना कितना अपमानजनक है। राजदीप सरदेसाई को समझना चाहिए।
32:05❤
राजदीप संजीदा सवाल पूछिए। गुलज़ार सम्मानित व्यक्ति हैं। आपके अच्छे सवाल होगें, तभी हम गुलज़ार साहब से कुछ सीख पायेंगे
Gulzar sahib mein Gehraai to hai unki nazar se kuch nahi chookta lekin , note mein chip dekh pana unse bhi na ho paya hoga !
राजदीप खुद को विशेष दिखाना चाहते हैं
Rajdeep Sardesai's tone when asking questions is annoying
साहित्य तक में इतने हल्के साहित्यिक मेजबान राजदीप......
गुलज़ार साहब बड़े होने से क्यों डरते हैं?यह सबाल तो पूछा जाना चाहिए था उचित होता धन्यवाद 🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Shweta ji...Khoobsurat kusoor nahi...khoobsurat gunaah kaha jaa sakta hai
@shwetasingh, the host should sit after the guest, even though he is older than you, especially when he is 'GULZAR' Sahab.
गुलजार साहब इस मंच पर आये बहुत अच्छा लगा पर राजदीप सरदेसाई जैसे पत्रकार को क्यो बुला लिया गया। सुधीर चौधरी जी बेहतर रहते।
Host को यह सोचना चाहिए कि सामने वाला कितना विनम्र है, और यह इस तरह चीख रहे हैं जैसे नेताओं से बात कर रहे हो। Very bad
ये लोग गुलजार साहब से पूछ रहे हैं कि आपके गीत 60 साल बाद भी पुराने क्यों नहीं होते । कोई बताए कि क्या कभी गीत, संगीत, कविता ये पुराने होते हैं, आप 60 साल की बात करते हैं तुलसी दास, सूरदास का काव्य कितने बरस पहले का है, क्या पुराना हुआ. अमीर खुसरो ने 1000 साल से भी पहले गीत लिखे, ' काहे को बिहायी विदेश" क्या उनके गीत पुराने या अप्रासंगिक हुए।
जिस किसीने भी राजदीप को सेलेक्ट किया गुलजार साब का इंटरव्यू लेने के लिए उसने हम गुलज़ार प्रेमियों के साथ नाइन्साफी किया हैं। राजदीप अब सड़कछाप हो गया हैं
आप सभी टिप्पणीकार शायर,शायरी की चर्चा लिख रहे है, जिसकी मुझे रत्तीभर समझ नहीं है। मैंने श्वेता सिंह का कभी कोई कार्यक्रम नहीं देखा है। बस चैनल बदलते-बदलते इतना ही जान पाया कि यह श्वेता सिंह है जो आजतक में काम करती है। आज बहुत दिन बाद इस प्रोग्राम में कैमरा श्वेता पर फोकस हुआ तो मैं डर गया। 10 साल बाद श्वेता कैसी दिखेगी? मुझे 10-20 साल बाद श्वेता का वह चेहरा दिखा, जो बेहद बदसूरत है। उसके दाँत जो उसकी खूबसूरती में योगदान करते थे वही उसकी बदसूरती को भी द्विगुणित करते हैं।
Present. Gajendra. Piryansu. Aman Akshar. One new girl from. Madhaya pardesh. 23 only herpoetry. Is best
55:10 😂😂😂😂
Itna tameez hona chaheye lady patrkar ko
Bharat 5 hazar saal se nahin 75,000 saal se Egypt aur India Abadan hain.
Guljar ko us khuda ne guljar dkar diya unki Umar ko Umar da
Umar ko unki Umar daraj kar diya
साहित्य के इस शो में सबसे घटिया एंकर जो होगा उत्तरदाई श्वेता में तुमसे कहना चाहता हूं तुम तो साहित्य की बहुत बढ़िया एंकर हो ऐसे लोगों को आप नहीं हम बुलाकर गुलजार जी का सम्मान नहीं किया इनको घाट बोलने दो बहुत अफसोस हुआ ऐसा बढ़िया प्रोग्राम हरदोई जैसे लोग जो साहित्य का मतलब नहीं समझते
Anchor should be Kumar vishwas
60. Ke. Dasak. Mevi. Likhkhethe. Jab. Guljarsahab. Sachin deb burman. Jikepass. Ayethe. Sri. SampurnaSingh. Kalraji. Osabdin. Osab. Insan. Kya. Vagabanthe. Jinke. Andar. Vab. Hae. Ohi. Un. IswarkoPaye. Jaese Pancham Aese. Gulzarg. Duniakya tha. Kyabangayi. Par Pancham ke sur. Guljarke Sabd. Maheka karenge. Bandini Hoke Mae nehi rahungi. Jaese Rakhiji. Guljarjike. Asim. Bandhanmebandhehue. Par. Hae. Asmanke balaka. Bandini. Gane. Koi. Nehiboleajj. Sachindebke. Okanth. Sangeet. UnmevisamPurna. Ji. Hi the
Guljarsahab. Us. Pakisthanke. Pancham. Us. Bangalke. Dekhiye. Intellectually. OSab. Log. Kyathe. Kyahae. Avvi. Ea. India. Unsabke. Badoulat. Chalte. A. Gaye. Ab. Itnemishalhaeke. Uncountable. Pranam. Un Sabko. Namaskar
Throw away this man called Ranjdeep, he can't match Gulzar Saab
Yeh Rajdeep ko media se hatao yaar
Bible ne kaha 6000 saal, charting ki umar.
Saurabh Dwivedi ko bulao yr ye kon be adbo ko bitha diya Gulzar sahab ke samne
Kumar vishvas hona chahiye tha
Rajdeep has limitations of speaking negative, he doesn't qualify in any format.
Interection/ interview with Gulzar Sahab - he doesn't deserve and fit into frame with great Gulzar Sahab.
They should call people like Ashutosh Rana, Vishal to interect with him than any reporter.
गुलजार की जिंदगी और पारिवारिक जीवन बेहद खराब रहा है
राजदीप को नही बैठाना चाहिए था
Jo Guzar prem ki bat karta hai usne RAKHI ka jivan BARBAD kar diya.. Ye bakvas man hai. Ful nahi janta hai...
घटिया एंकरिग ।थोडा ध्यान रखना चाहिए
What terrible hosting of the event by Rajdeep and the other anchor. Really painful to see them trying to argue with Gulzar sahib.
Gulzar, not a man he is an institution
दोनों एंकर किसी काम के नहीं हैं😅😅😅
reporter me dam nhi tha
ये बाथरूम सिंगर हैं बेचारे।