धन्य धन्य धन्य जोरजी चांपावत, जोरजी चांपावत घोङां बाजारां मे खङिया रै होळे होळे खङियां नै दरवाजा झङिया रै क मौङो बतलायो जय हो ऐसे सूर वीर जोरजी चांपावत की ,वाह वाह गिरधर सा आप का भी आभार की आप ऐसे चरित नायको का इतिहास जन जन को बता रहे ।
बारट जी नहीं कहो रतनू साहब है आप आप की जानकारी के लिए चारणो में बारट या बारहठ एक खाप या जाती है जैसे राजपूतों में कीसी भाटी को कहदे की आवो सोढा साहब अंत अत्यादी
@@sureshdan9327 इस विषय पर विस्तार पूर्वक जानकारी देने की कृपा करे,जहाँ तक हमे जानकारी है बारहठ शब्द खांप विशेष न होकर सम्मान सूचक शब्द है जो प्राय राजपूताने मे लिया जाता रहा है गिरधरदान सा से निवेदन रहेगा है इस विषय व अन्य शब्दों पर एक विस्तृत वार्ता विडियो लाए ।
@@girdhardanratnoodasori प्रणाम बाजी सा.. आप जरूर इस शब्द पर अपने विचार व्यक्त करना जिससे यह गलती दोबारा न हो.. बाकी जहा तक हमने जो सुना है बस वो ही शब्द उपयोग में लिया है और ले रहे है
श्री मान आदरणीय गिरधर दान जी सा निवेदन ठाकुर करणोत अजमेर रा सेठ अंग्रेजो का संरक्षित था झांवर ठाकुर ने लूट लिया पकड़ लाऐ चार गांवों जप्त हुए श्री मान जी मां करणी जी सा
Girdhardan ji mori rajputo ke itihas ki koi pustake aapke khyal me ho to batana . Me aapkaa runi rahunga Jay mataji Bhavsing mori (kaathiyavad , gujrat)
जोरपी चोपावत ने सादर नमन 🙏🙏🚩
चांपा थारी चाल औरा ने आवे नहीं।।
वाह रे जोरा वाह🙏🙏
जोरजी चांपावत ने सादर नमन और कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
Jai mata ji ki sa hkm ati sundar hkm 🌹🌹🙏
वाह वाह कविराज बहुत ही शानदार ,रंग जोरजी चांपावत ने
आभार।
श्रीमान आदरणीय गिरधर दान जी रत्नू दासोडी सा जय श्री मां करणी जी सा
बाहुबली जोरजी चाम्पावत ने सहस्र नमन
वीर चांपावत नें नमन 🙏🙏
ऐसे महापुरुषों को बारम्बार प्रणाम
Hme garv hai hamare purvajo per 🎉🎉
धन्य है वीर जोरजी चांपावत। सादर वंदन। गिरधर सा का प्रस्तुतिकरण विलक्षण है।🙏🙏
आभार।
चावी अर ऐतिहासिक बातां सुणावण वास्ते कविराज गिरधरसा ने घणा रंग
आभार सर।
Jay Ho
धन्य धन्य धन्य जोरजी चांपावत, जोरजी चांपावत घोङां बाजारां मे खङिया रै होळे होळे खङियां नै दरवाजा झङिया रै क मौङो बतलायो जय हो ऐसे सूर वीर जोरजी चांपावत की ,वाह वाह गिरधर सा आप का भी आभार की आप ऐसे चरित नायको का इतिहास जन जन को बता रहे ।
आभार।
जय माता जी
वाह वाह रे भङवीर,जोरजी चांपावत,रजपूती रो नमूनों बतावण वास्ते सुरग री अप्सराओं रे स्वागत सारू माथो देवण ने रती भर ई जेज नी करी।
आभार सर
धन्य वीर जोर जी चांपावत
धन्य है ऐड़ा वीर ज्यारी कीरत उजली
कोटी कोटी नमन
वाह सा वाह कविराज गिरधर सा
आभार।
मत जा , खैरवे ओ खैरवो भाई या रो बैरी रे मत जा खैरवे
सादर जय माताजीरी सा🙏
Vaah Kaviraj Ji Girdhar Dan Ji
जिण मार्ग कैंसर वुआ, रज्जो लागी तरणह।
वे खड़े ऊबा सूखी, नहीं चर्बी हरणा।।
Jai mataji ri bajesa
जय माताजी री हुकम।
जै श्री हुकुम बहुत हि सराहनीय
वाह हुक्म वाह ❤
चारण समाज अर चांपावत राठोड़ एक दूजा सूं मिल़े तो घणों अंजस हरख अर आणंद री वेल़ा हुवे।
कविराज गिरधरदान सा री गरबीली गाथा घणी दाय आवे।
साधुवाद सा।।
चांपावत सदा चावतू रेया है।
धन्य हो
विषेश कर चारणो रा
आभार माधसा।
बहुत ही सरावण जोग सा 🙏🙏
आभार।
🎉🎉❤
वाह सा वाह कवीराज सा
आभार.
Jai hoo
जय जय.
Jai mata ji ki sa
जय माताजी री।
JAI RAJPUTANA 🙏🙏
बहुत ही शानदार वार्ता
आभार।
कोटि कोटि प्रणाम बारठजी
बारट जी नहीं कहो रतनू साहब है आप आप की जानकारी के लिए चारणो में बारट या बारहठ एक खाप या जाती है जैसे राजपूतों में कीसी भाटी को कहदे की आवो सोढा साहब अंत
अत्यादी
मंगल़कामनावां
@@sureshdan9327 इस विषय पर विस्तार पूर्वक जानकारी देने की कृपा करे,जहाँ तक हमे जानकारी है बारहठ शब्द खांप विशेष न होकर सम्मान सूचक शब्द है जो प्राय राजपूताने मे लिया जाता रहा है गिरधरदान सा से निवेदन रहेगा है इस विषय व अन्य शब्दों पर एक विस्तृत वार्ता विडियो लाए ।
@@girdhardanratnoodasori
प्रणाम बाजी सा..
आप जरूर इस शब्द पर अपने विचार व्यक्त करना जिससे यह गलती दोबारा न हो..
बाकी जहा तक हमने जो सुना है बस वो ही शब्द उपयोग में लिया है और ले रहे है
इस जानकारी में शायद आप भी अनभिज्ञ है साहब।।@@sureshdan9327
सभी चंपावत सरदारों को बधाई
आभार।
Jai Shri sa
जय माताजी री।
श्री मान आदरणीय गिरधर दान जी सा निवेदन ठाकुर करणोत अजमेर रा सेठ अंग्रेजो का संरक्षित था झांवर ठाकुर ने लूट लिया पकड़ लाऐ चार गांवों जप्त हुए श्री मान जी मां करणी जी सा
केहर , सिंह
Girdhardan ji mori rajputo ke itihas ki koi pustake aapke khyal me ho to batana . Me aapkaa runi rahunga
Jay mataji
Bhavsing mori (kaathiyavad , gujrat)
बन्दूक का नाम भी दोहो/गीतों मै वर्णित है क्या सा
दोहों में तो नहीं है लेकिन प्रचलित बात में है।
Aapro keheno उचित है हुकुम
Jai mata ji ri sa 🙏
जी।आभार।
कविराज आपकी प्रस्तुति तो बहुत ही सराहनीय है, मगर ये दोहे अगर साथ साथ में लिखा हुआ भी होता तो शायद ज्यादा समझ में आता,जय श्री राम
Jay ho