बाजीसा रै चरणो मे प्रणाम, , आपकी हथाई सुनकर बहुत आनन्द आया वास्तव मे बाजीसा का बहुत ऊन्डा अनुभव है इस उम्र मे भी आपके कंठो मे साहित्य का अथाह भण्डार भरा है आज के इस modernity के दौर मे समाज मे ऐसे मात्र नग्नय विद्बान है ,. गिरधर सा आपसे मेरा निवेदन रहेगा और भी हमारे आंधुणै देश मे ऐसे बुजुर्ग विद्वान है उनसे हमे ऐसे बहुत सारी जानकारीया प्राप्त होगी जो प्रकाश मे नही है सिर्फ इनके कंठो मे विद्यमान मे है , भगवान इनकी उम्र लम्बी करे ........................... परन्तु इन अनमोल पक्के फूलों मे साहित्य रूपी सुगंध क ई हवा मे मिल न जाए !
रतन राणा के मुख्य सहयोगी और मार्गदर्शक प्रहलाद दान जी देथा ही थे। इस घटना को अंजाम देने में रतन राणा, प्रहलाद दान देथा और भगु जी संग्रासी तीनों की बराबर भूमिका थी। लेकिन इनमें से गिरफ्तार रतन राणा और भगु जी ही हुए थे। तब प्रहलाद दान जी देथा का नाम इन दोनों ने अंग्रेज़ सरकार को नहीं बताया था।
हुकुम वैसे तो आपकी हथाई बहुत ही अच्छी रही लेकिन कई रहस्य पूछने बाकी रह गए जिनका जिक्र जब भी आपकी और मेरी फोन पर बात होती है तब होता है। अगली बार आपकी जब भी रुपदान जी या सिंध क्षेत्र के किसी बुद्धिजीवी इंसान के साथ वार्तालाप हो तब आप हैदराबाद जिले में स्थित 'देथा जागीर ' का जिक्र जरूर करना।
चारण री ढाणी और वाणी स्वतंत्र होनी चाहिए
वाह वाह वाह जोरदार शिक्षाप्रद बंतळ गिरधर सा ।हुकुम
जोरदार जानकारी।
बहुत बहुत आभार सा❤
चारण बंधु महान को कवीराज को जय माताजी 🚩🙏
बहुत सुंदर अद्भुत परिचय ❤
धन्यवाद जी
बहुत ही अद्भुत जय हो कवि राज
जय श्री बिसहत्थायै नमः।
आदरजोग रूपदान जी सागे इण हथाई सारू आपरौ घणौं घणौं आभार।
रूप दान जी साहब तो एक सदेह पुस्तकालय है। साधुवाद साहब।
हां हुकम।वास्तव में विद्वान मनीषी है।
Jai mataji ri sa.
Ghirdhar sa charan sahitay ri jagti jot
Shandar bajisha.Abhar Girdhardanji
बाजीसा रै चरणो मे प्रणाम, ,
आपकी हथाई सुनकर बहुत आनन्द आया
वास्तव मे
बाजीसा का बहुत ऊन्डा अनुभव है
इस उम्र मे भी आपके कंठो मे साहित्य का अथाह भण्डार भरा है
आज के इस modernity के दौर मे
समाज मे ऐसे मात्र नग्नय विद्बान है ,.
गिरधर सा आपसे मेरा निवेदन रहेगा
और भी हमारे आंधुणै देश मे ऐसे बुजुर्ग विद्वान है उनसे हमे ऐसे बहुत सारी जानकारीया प्राप्त होगी जो प्रकाश मे नही है सिर्फ इनके कंठो मे विद्यमान मे है ,
भगवान इनकी उम्र लम्बी करे ...........................
परन्तु इन अनमोल पक्के फूलों मे साहित्य रूपी सुगंध क ई हवा मे मिल न जाए !
Thanks 🙏 Krishna dan charan
धन्य है कविराज
बहुत बहुत साधुवाद
शानदार हुकुम 🙏🙏
हुकुम
वाह हुक्म बाजीसा ❤
बहुत अच्छा कविराज
रतन राणा के मुख्य सहयोगी और मार्गदर्शक प्रहलाद दान जी देथा ही थे। इस घटना को अंजाम देने में रतन राणा, प्रहलाद दान देथा और भगु जी संग्रासी तीनों की बराबर भूमिका थी। लेकिन इनमें से गिरफ्तार रतन राणा और भगु जी ही हुए थे। तब प्रहलाद दान जी देथा का नाम इन दोनों ने अंग्रेज़ सरकार को नहीं बताया था।
प्रह्लाद दान जी पर कोई दोहे आदि है क्या हुकुम?
❤
वाह चारण वाह हुक्म जय माताजी की हुक्म
Main balak abodh Hun Ni Mari Jaan pichan guru manu aap n dhijo dingal ro ghayn
हुकुम वैसे तो आपकी हथाई बहुत ही अच्छी रही लेकिन कई रहस्य पूछने बाकी रह गए जिनका जिक्र जब भी आपकी और मेरी फोन पर बात होती है तब होता है। अगली बार आपकी जब भी रुपदान जी या सिंध क्षेत्र के किसी बुद्धिजीवी इंसान के साथ वार्तालाप हो तब आप हैदराबाद जिले में स्थित 'देथा जागीर ' का जिक्र जरूर करना।
आप पाकिस्तान से है क्या
नहीं
बहुत बहुत साधुवाद