योग और तंत्र के संयुक्त स्थली ज्ञान गँज के विषयक पंडित गोपीनाथ कविराज जी ने अपने पुस्तक ज्ञान गँज के सम्बन्ध में अपनी यात्रा वर्णन में उपरोक्त युक्त के सम्बन्ध में दर्शित किये है । ज्ञान गँज के पूर्णतया शक्ति विज्ञानं के महान केंद्र है जो हिमालय में स्थित है जो तिब्ब्त के भू भाग से भी सन्निकट है । रहा भारत में संतो की अगम्य पर्वत श्रृंखला विद्यमान है जो आज भी संक्षित भाव में व्याप्त है । इति
आदरणीय सादर नमस्कार, मैं आप सहित समस्त आध्यात्मिक रहस्य को समझने व उसकी डगर पर चलने वालों को किसी प्रकार का मानसिक कष्ट नहीं दे रहा हूँ लेकिन मेरी कुछ जिज्ञासा है जोकि मानव कल्याण के निहितार्थ है ! आज से नहीं वरन प्राचीन काल से भारत में मानव कल्याण के लिए सिद्ध-महात्मा हिमालय में इष्ट साधना में नित लीन है ऐसा व्रतांत अनेकानेक जगह आते है ! वर्तमान के परिपेक्ष्य में ही नहीं प्राचीन समय से ही भारत की जनता कभी मुगलों व बाहर के आततायियों से तो कभी प्लेग जैसी महामारियों से तो कभी अंग्रेजों के अति अमानवीय व्यवहार से पीड़ित रही है, और कहा जाता है कि ऐसे संत हिमालय से कन्याकुमारी विचरण करते रहते है या आदिकाल से तपस्या में लीन है ! प्रश्न है कि ये संत जो कथित मानव कल्याण में लीन रहने वाले है, क्या कभी इन्होंने शक, हूणों, मुगलों, अंग्रेजो व महामारियों के अत्याचार के विरुद्ध कुछ ऐसा किया कि जिससे सामूहिक जनकल्याण निहित हुआ हो ? वर्तमान में covid से पूरा भारत ही नहीं समस्त संसार की जनता पीड़ित है, ये हिमालय के कथित संत मानव कल्याण के लिए क्या कुछ कर रहे है ? अगर ये समस्त कष्ट जनता का प्रारब्ध है तो इन संतों देवों का क्या प्रयोजन ? अगर ये सिद्ध या संत अपने कल्याण हेतु तप-साधना में लीन है तो कोई बात नहीं अन्यथा ये कहना बन्द करें कि मानव कल्याण हेतु डटे है, ये कोरी बकबास है ! इसी प्रसंग में मैं एक वास्तविक घटना बताता हूँ... एक ज्ञानी व्यक्ति ने मुझ से कहा कि जानते हो भारत ने 1965 के पाकिस्तान युद्ध को कैसे जीता मेरे पूंछने पर उन महोदय का उत्तर था कि हिमालय में तपस्वी-मनस्वी के तप के बल से...! मैं सुनकर सन्न रहे गया कि भारत की फौज के वीरात्माओं जिन्होंने ने अपना बलिदान दे कर, जहां आज ये तथा कथित सन्त निर्विघ्न तपस्या कर रहे है, उसको आक्रांताओं से निष्कण्टक किया उनके बलिदान का इतना बड़ा उपहास ?? इसके उपरांत मेरे पूंछने पर कि 1962 चीन युद्ध के समय भी ये कथित संत-महात्मा तपस्या में लीन थे तो हम चीन से युद्ध कैसे हार गए व बड़ी मात्रा में जन हानि क्यों हुई इस प्रश्न के बाद उनके पास मौन ही उत्तर था ! वर्तमान में covid भारत सहित समस्त मानवों को आक्रांत किये हुए और ये कथित अदृश्य व दृष्ट सन्त उनके कल्याण हेतु क्या कुछ कर रहे है ? अगर ये समाज व जनता का प्रारब्ध वश कष्ट है तो ऐसे संत अपने निजस्वार्थ व उत्थान की बात कहें न कि मानव कल्याण हेतु की ।
आप की वाणी पर वीणा वादिनी मां सरस्वती की अपार कृपा है। आपमें अपने शब्द संयोजन से किसी को भी सम्मोहित करने की अद्भुत क्षमता है। परमात्मा की अहेतु की कृपा से आपको प्रेमाभक्ती की प्राप्ति हो ऐसी शुभेच्छा। सुरेश अरोड़ा
ए तो आप महान संतो का गुणगान प्रवचन है। देस हमारा किस ओर जा रहा है ऐ संत लोग अपना कल्याण कर के गए बाकी जनमानस का क्या, हमारे देस की हालत देखिए आज हमारे देस के बच्चे आत्म। परमात्मा नही समझते ना बताया जाता है उसका क्या?
प्रणाम गुरुदेव। अद्भुत अकल्पनीय आश्चर्यजनक जो कभी हम आपके बिना जान ही नहीं सकते थे आप जिस ऊर्जा के साथ और अद्वितीय भाषा शैली का प्रयोग करते हैं कि व्यक्ति को सम्मोहन में डाल देता है आपको कितनी ही बार सुने सुनते रहने का ही मन करता है। आपकी वाणी मैं मां सरस्वती विराज टी हैं ज्ञानगंज अरविंद बाबा की पूरी जीवन यात्रा अपनी नम आंखों से हम देख रहे हैं। धन्य है आप धन्य हमारा जीवन आप को शत कोटि नमन 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Apne muh me vishva brahmand dikhane wale maha siddh ganddh babaji ko tantrik nagari kamrup desh ki aur se koti koti pranam jai tantrik nagari jay mata kamakhya 🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙌🙌🙌🙌🙌
मेने कहीं पढी थी की गन्धवावा सुर्य विज्ञान का इस विशेष विद्या का ज्ञाता थे जिसको सावित्री विद्या के नाम से जाना जाता था ।प्राचीन काल से इस विद्या को जायन्त विद्या कहा जाता था । मे एक ओड़िआ लेखिका हुॅ ।इस विषय मे मेरा एक प्रबन्ध प्रकाशित है "जायन्त विद्या का अधिपति सूर्य्य
मैं बचपन में दादा जी से सुना था गंध बाबा विशुद्धानंद परमहंस के बारे में। फिर एक दिन याद आया तो सर्च किया यूट्यूब पर और आपका चैनल मिल गया। आपकी प्रस्तुति बहुत अच्छा लगता है। धन्यवाद आपका
पूज्य बाबा जी, आप के मुख मंडल से यह कथा (साहित्य) सुनने से मेरे जीवन की घटनाओं से में प्रेरित हुआ। इसके लिए आप को प्रभु का सानिध्य प्राप्त होता रहे और जनकल्याण करते रहे। आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
परमानंद विशुद्धानंदजी गंधबाबा सूर्यविज्ञान प्रणेते है🙏 आज भी गंधबाबाजी हर महिनेके पहीले सोमवार को धारवाड के परमपूज्य कुमारस्वामीजी के तपोवन मे जो दिव्य देवालय है उधर अपना अस्तित्व उनके विशिष्ट गंधद्वारा दिखाते है. मैने खुद इसकी अनुभूती की है. | हे प्रभो प्रसीद औम |
एक दिव्यात्मा द्वारा भारत की देव भूमि की एक महान विभूति का जीवन चरित्र जिस श्रद्धा व भक्ति के रस में डूबी हुई अभिव्यक्ति द्वारा प्रस्तुत किया यह अभिव्यक्ति कर्ता के स्वयं एक योगनिष्ठ होने का प्रत्यक्ष प्रमाण है। योग निष्ट आत्माओं के लिए यह एक दिव्य प्रसाद से कम नही जिस के श्रवण मात्र से कोटी जन्मों के पापों का शमन होना निश्चित है। अतः यह जीव जगत ऐसी ज्योतिरपुंज विलक्षण दिव्यात्माओं के प्रति सदैव समर्पित रहेगा।
मनुष्य के आधुनिक विज्ञान की प्रगति सराहना करते हैं जिसकी वजह से आज हम अपने आप को दुर्लभ ज्ञान के सरवन का सौभाग्य मिल सका जब जागो तब सवेरा के सिद्धांत को मानते हुए उम्र के इस पड़ाव से भी चलना प्रारंभ करूंगा
Bharat me gandh babaji jaisa koi yogi aaj tak janm nhi liya hai bhagwan shri krishna ke bad ak matra Vishuddhanand ji hi the jinke pas krishana ki tarh hajaro siddhiya thi jai gandh baba jai gyanganj jai mata kamakhya 🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙌🙌🙌🙌
अप्रतिम ! कई समय बाद ब्रम्ह सत्ता कि प्रेरणा से, आपके श्रीमुख से, ज्ञानगंज के बारे में सरलता पुर्वक सुनने ओर समजने मिला , आपको ओर सारे ज्ञानगंज के ऋशीयोंको शत शत प्रणाम .
जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो ऐसी महान् आत्माओ को मेरा कोटि कोटि नमन करता हूँ आपने जो अपनी वाणी से जो ज्ञान भरा सत्सङ्ग किया दिया आपको को भी कोटि कोटि नमन ...
Extremely inspiring video. I had a chance to visit Paramhansa Visudananda Kanan at Varanasi twice. It was highly spiritual place , Thanks for bring to the light for greater audience.
My earlier let father, me and my mother, we all recite this chant twice daily.Yogiraaj Gondhyababa is the holy Param Gurudev of our family . Our Holy Gurudev Yogi swami Brahmananda Paramhansha Dev, who was the last disciple of Yogiraj, Bishudhhanada Paramhanshadev. His (our) ashram which is directed and blessed by Param pavitra Jethadada Gurudev Swami Bhriguram Paramhanshadev and Sri Akhandya gurudham Gyanganj Ashram too, is situated at Jhanipahari, (do the station name), Dochama ashram , Dist. Bankura, West Bengal. Respected sir, you are also our gurubrother too. Take my respects and regards.
Tbat is why Hindusthan is best.Nobody can destroy .This is lesson from this probochan .Pronam to Bisudhanandji Maharaj. Administrator go ahead to build Great Hindusthan. Nomoskar.
यह कहानी पूज्यनीय गुरुदेव श्री राम शर्मा आचार्य के जैसी है. उनको भी हिमालय से उनके गुरु आए थे लेने .मुझे भी गुरु का इंतजार है... बस खुद को पात्र बनाने कि कोशिश मे लगा हूँ
@@spiritualknowledge7122 अब परम पूज्य गुरुदेव भगवान शांति कुंज, हरिद्वार में समाधी में दर्शन देते हैं यहां हरिद्वार रेलवे स्टेशन से आराम से वाहन से जा सकतें हैं। अथवा सहारनपुर से भी शांति कुंज पहुंच सकते हैं। शांति कुंज बहुत प्रसिद्ध हैं। अवश्य जाएं।
ओशो ने पूजनीय गंधबाबा के विषय मे सूर्यविज्ञान के विषय मे कुछ इशारा किया था तब से जानने की उत्कंठा थी। आपने विस्तृत रूप से बताकर कृपा की। आपको व बाबा को सादर नमन
योगीराज एवं प्रकृती विज्ञान के महर्षी श्री विशुद्धानंद परमहंस महाराज को शत शत नमन, चरणस्पर्श, सादर प्रणाम.
Pranam
सनातन ज्ञान और ज्ञानियों को साष्टांग प्रणाम l
Joy Baba KuloGurudev Sri Visuddhaparamahanmsadev, Satakoti Pranam Baba 🙏 ♥️ ❤️ 💖
योग और तंत्र के संयुक्त स्थली ज्ञान गँज के विषयक पंडित गोपीनाथ कविराज जी ने अपने पुस्तक ज्ञान गँज के सम्बन्ध में अपनी यात्रा वर्णन में उपरोक्त युक्त के सम्बन्ध में दर्शित किये है ।
ज्ञान गँज के पूर्णतया शक्ति विज्ञानं के महान केंद्र है जो हिमालय में स्थित है जो तिब्ब्त के भू भाग से भी सन्निकट है ।
रहा भारत में संतो की अगम्य पर्वत श्रृंखला विद्यमान है जो आज भी संक्षित भाव में व्याप्त है । इति
हमको तो आप ही ज्ञान के अनमोल खजाना लग रहे हैं सादर प्रणाम ।
dhany huya
ओईम् शाँती, नमस्कारराम् जी ,🕉️🙏🇮🇳
जी सदैव सदा सर्वदा परम सत्य के सवरूप मे ही सँवय है शिव बाबा परम पूज्य गुरुदेव पितामह जी कि 🕉️🙏🇮🇳
Guru ji ko Mera shat shat Naman. Aapne mujhe sachcha maarg dikhaya .
आदरणीय सादर नमस्कार, मैं आप सहित समस्त आध्यात्मिक रहस्य को समझने व उसकी डगर पर चलने वालों को किसी प्रकार का मानसिक कष्ट नहीं दे रहा हूँ लेकिन मेरी कुछ जिज्ञासा है जोकि मानव कल्याण के निहितार्थ है !
आज से नहीं वरन प्राचीन काल से भारत में मानव कल्याण के लिए सिद्ध-महात्मा हिमालय में इष्ट साधना में नित लीन है ऐसा व्रतांत अनेकानेक जगह आते है !
वर्तमान के परिपेक्ष्य में ही नहीं प्राचीन समय से ही भारत की जनता कभी मुगलों व बाहर के आततायियों से तो कभी प्लेग जैसी महामारियों से तो कभी अंग्रेजों के अति अमानवीय व्यवहार से पीड़ित रही है, और कहा जाता है कि ऐसे संत हिमालय से कन्याकुमारी विचरण करते रहते है या आदिकाल से तपस्या में लीन है !
प्रश्न है कि ये संत जो कथित मानव कल्याण में लीन रहने वाले है, क्या कभी इन्होंने शक, हूणों, मुगलों, अंग्रेजो व महामारियों के अत्याचार के विरुद्ध कुछ ऐसा किया कि जिससे सामूहिक जनकल्याण निहित हुआ हो ?
वर्तमान में covid से पूरा भारत ही नहीं समस्त संसार की जनता पीड़ित है, ये हिमालय के कथित संत मानव कल्याण के लिए क्या कुछ कर रहे है ?
अगर ये समस्त कष्ट जनता का प्रारब्ध है तो इन संतों देवों का क्या प्रयोजन ?
अगर ये सिद्ध या संत अपने कल्याण हेतु तप-साधना में लीन है तो कोई बात नहीं अन्यथा ये कहना बन्द करें कि मानव कल्याण हेतु डटे है, ये कोरी बकबास है !
इसी प्रसंग में मैं एक वास्तविक घटना बताता हूँ... एक ज्ञानी व्यक्ति ने मुझ से कहा कि जानते हो भारत ने 1965 के पाकिस्तान युद्ध को कैसे जीता मेरे पूंछने पर उन महोदय का उत्तर था कि हिमालय में तपस्वी-मनस्वी के तप के बल से...!
मैं सुनकर सन्न रहे गया कि भारत की फौज के वीरात्माओं जिन्होंने ने अपना बलिदान दे कर, जहां आज ये तथा कथित सन्त निर्विघ्न तपस्या कर रहे है, उसको आक्रांताओं से निष्कण्टक किया उनके बलिदान का इतना बड़ा उपहास ??
इसके उपरांत मेरे पूंछने पर कि 1962 चीन युद्ध के समय भी ये कथित संत-महात्मा तपस्या में लीन थे तो हम चीन से युद्ध कैसे हार गए व बड़ी मात्रा में जन हानि क्यों हुई इस प्रश्न के बाद उनके पास मौन ही उत्तर था !
वर्तमान में covid भारत सहित समस्त मानवों को आक्रांत किये हुए और ये कथित अदृश्य व दृष्ट सन्त उनके कल्याण हेतु क्या कुछ कर रहे है ? अगर ये समाज व जनता का प्रारब्ध वश कष्ट है तो ऐसे संत अपने निजस्वार्थ व उत्थान की बात कहें न कि मानव कल्याण हेतु की ।
जय जय श्री राधे राधे
बिना परम पिता के इच्छा के परम ज्ञान नही मिलता,जय प्रभु
Sir,mai aapki pravachan se atyant prabhavit hua hu. Mai aapka ye pravachan erdam sunta rahta hu. Aapki samjane ki shaili,shabdh atyant atulya hai. Aapke charno me mera pranam !
जय.महाअवतार बाबा जी, जय सिद्धाश्रम के संत, जय ज्ञानगंज ,जय विशुद्धानन्द बाबा जी
Guruji pranam aapke द्वारा दी गए यह दुर्लभ जानकारी मेरे अंतकरण को बहुत शुद्ध कर गए h आपको साधुवाद आपके प्रवचन मुझ छोटी सी साधिका को बहुत कुछ सीखा गए
आप की वाणी पर वीणा वादिनी मां सरस्वती की अपार कृपा है। आपमें अपने शब्द संयोजन से किसी को भी सम्मोहित करने की अद्भुत क्षमता है। परमात्मा की अहेतु की कृपा से आपको प्रेमाभक्ती की प्राप्ति हो ऐसी शुभेच्छा।
सुरेश अरोड़ा
@@rameshwaghode9585 સાધ્ય
Vishudhanand
Bilkul Esa hi hai
Shree Swami Samarth shree Swami Samarth shree Swami Samarth shree Swami
महर्षि विशुद्धानन्द बाबा जी को शत् शत् नमन, हार्दिक प्रणाम 🙏🏻
ए तो आप महान संतो का गुणगान प्रवचन है। देस हमारा किस
ओर जा रहा है ऐ संत लोग अपना कल्याण कर के गए बाकी
जनमानस का क्या, हमारे देस की हालत देखिए आज हमारे
देस के बच्चे आत्म। परमात्मा नही समझते ना बताया जाता
है उसका क्या?
अद्भुत प्रबचन के लिए स्वामी जी को कोटी कोटी प्रणाम 👏👏👏👏👏
Bramharishi Gandhbaba maharaj ke pavan charno me kotikoti pranam.
🙏जय हो स्वामी विशुद्धानंदजी की आपके श्री चरणों में कोटि कोटि नमन वंदन 🙏
जय हो इल्क्ट्रोमीडिया की आज हम अपने घर में बिस्तर पर रजाई के अन्दर से आपको सुन पा रहे हैं ज्ञान का अन्त नहीं बड़ा आनन्द आता है आपका प्रचार।
आपने श्री गुरु के जीवन का जिस आत्मीयता, श्रद्धा और भक्ति से वर्णन किया है वह अद्भुत है।
मुझे गर्व है कि, मेरा भारत इतना गौरवान्वित गुरु ओं का देश था । कब होंगे भारत धरती के गुरु ?
info@dineshji.com
आपके इस प्रयास के लिये बहुत बहुत धन्यवाद
काफ़ी दिन के बाद इन अच्छे संत के बारे में सुनने को मिला
हे भगवान आपके श्री चरणों में मेरा कोटि कोटि प्रणाम और जो अलौकिक ज्ञान आप प्रसाद के रूप में हमें वितरण कर रहे हैं उसके लिए हृदय से धन्यवाद
प्रणाम गुरुदेव। अद्भुत अकल्पनीय आश्चर्यजनक जो कभी हम आपके बिना जान ही नहीं सकते थे आप जिस ऊर्जा के साथ और अद्वितीय भाषा शैली का प्रयोग करते हैं कि व्यक्ति को सम्मोहन में डाल देता है आपको कितनी ही बार सुने सुनते रहने का ही मन करता है। आपकी वाणी मैं मां सरस्वती विराज टी हैं ज्ञानगंज अरविंद बाबा की पूरी जीवन यात्रा अपनी नम आंखों से हम देख रहे हैं। धन्य है आप धन्य हमारा जीवन आप को शत कोटि नमन 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
क्षमा करें अरविंद बाबा नहीं गंध बाबा उन्हें भी शत कोटि नमन
Apne muh me vishva brahmand dikhane wale maha siddh ganddh babaji ko tantrik nagari kamrup desh ki aur se koti koti pranam jai tantrik nagari jay mata kamakhya 🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙌🙌🙌🙌🙌
कृतज्ञता ज्ञापन के लिए उचित शब्द मेरे
पास नहीं हैं।मै धन्य हो गया ।शिव संकल्प दृढ़ से दृढ़तर हो गए।
Apki vani man ko bhut shanti pradan karti he. bhut a66i jankari apne hme di he ghandbaba ki. ham apje runi ho gye he. apko sat sar naman.
मेने कहीं पढी थी की गन्धवावा सुर्य विज्ञान का इस विशेष विद्या का ज्ञाता थे जिसको सावित्री विद्या के नाम से जाना जाता था ।प्राचीन काल से इस विद्या को जायन्त विद्या कहा जाता था । मे एक ओड़िआ लेखिका हुॅ ।इस विषय मे मेरा एक प्रबन्ध प्रकाशित है "जायन्त विद्या का अधिपति सूर्य्य
Can you plz tell something more about it
आपका प्रबंध हम कैसे प्राप्त कर हकते है।
नमस्कार बहन जी आप की जो बुक आपने लिखी है वह इंटरनेट पर मुझे नहीं मिली
1984/85 में हमारे दादा जी बताते थे गंध बाबा के बारे में और उनके चमत्कार के बारे में।
Saftik lens kaha se milega ji
मैं बचपन में दादा जी से सुना था गंध बाबा विशुद्धानंद परमहंस के बारे में। फिर एक दिन याद आया तो सर्च किया यूट्यूब पर और आपका चैनल मिल गया। आपकी प्रस्तुति बहुत अच्छा लगता है। धन्यवाद आपका
पूज्य बाबा जी,
आप के मुख मंडल से यह कथा (साहित्य) सुनने से मेरे जीवन की घटनाओं से में प्रेरित हुआ। इसके लिए आप को प्रभु का सानिध्य प्राप्त होता रहे और जनकल्याण करते रहे।
आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
Apka gyan gyanganj ke mahema place va Bhola dass or uska chachera bhai ka story bhe sab kuch deeply mai samjhaya acha laga thanks apka
Wonderful discourse!
Very precious Gyaan GURUJI bahut abhaar 🙏🙏🙏
परमानंद विशुद्धानंदजी गंधबाबा सूर्यविज्ञान प्रणेते है🙏 आज भी गंधबाबाजी हर महिनेके पहीले सोमवार को धारवाड के परमपूज्य कुमारस्वामीजी के तपोवन मे जो दिव्य देवालय है उधर अपना अस्तित्व उनके विशिष्ट गंधद्वारा दिखाते है. मैने खुद इसकी अनुभूती की है. | हे प्रभो प्रसीद औम |
Swami Vishudanand ji ko guru dev ji ko sat sat naman ho
ऐसे प्रवचन रोज सुबह सुबह सुनने को मिले तौ संभवतः जीवन को बदला जा सकता है।
See
Guru BHO namah koti koti pranam कोटि-कोटि pranam sashtang dandvat कोटि-कोटि pranam sashtang dandvat कोटि-कोटि pranam sashtang dandvat कोटि-कोटि pranam sashtang dandvat कोटि-कोटि pranam sashtang dandvat
एक दिव्यात्मा द्वारा भारत की देव भूमि की एक महान विभूति का जीवन चरित्र जिस श्रद्धा व भक्ति के रस में डूबी हुई अभिव्यक्ति द्वारा प्रस्तुत किया यह अभिव्यक्ति कर्ता के स्वयं एक योगनिष्ठ होने का प्रत्यक्ष प्रमाण है। योग निष्ट आत्माओं के लिए यह एक दिव्य प्रसाद से कम नही जिस के श्रवण मात्र से कोटी जन्मों के पापों का शमन होना निश्चित है। अतः यह जीव जगत ऐसी ज्योतिरपुंज विलक्षण दिव्यात्माओं के प्रति सदैव समर्पित रहेगा।
All youngsters should listen and follow for better tomorrow to develop pure character.
थोड़ी सी कोसीस और करलो तुम भी गन्ध बाबा बन जाओगे।
H
मनुष्य के आधुनिक विज्ञान की प्रगति सराहना करते हैं जिसकी वजह से आज हम अपने आप को दुर्लभ ज्ञान के सरवन का सौभाग्य मिल सका जब जागो तब सवेरा के सिद्धांत को मानते हुए उम्र के इस पड़ाव से भी चलना प्रारंभ करूंगा
The great sant in Hindustan pavitra Bhoomi. My proud. Iove my ma Bharti. Jai Hind .
Bharat me gandh babaji jaisa koi yogi aaj tak janm nhi liya hai bhagwan shri krishna ke bad ak matra Vishuddhanand ji hi the jinke pas krishana ki tarh hajaro siddhiya thi jai gandh baba jai gyanganj jai mata kamakhya 🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🌺🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙌🙌🙌🙌
अप्रतिम ! कई समय बाद ब्रम्ह सत्ता कि प्रेरणा से, आपके श्रीमुख से, ज्ञानगंज के बारे में सरलता पुर्वक सुनने ओर समजने मिला , आपको ओर सारे ज्ञानगंज के ऋशीयोंको शत शत प्रणाम .
Shusm jagat ki Diwya mahan Atmao ko kotish naman.
Khub aabhar. Pranam.sarva siddho ko mera koti koti pranam.
@@amitatrivedi9370 कोकिला वाघ।
आपको आज दुसरे दीन सुन रही हुं।
आपको प्रणाम करती हुं।
It is 100%possible
P
Aaj Mata raj rajeshwari ki hi kirpa hui hai ki ye divya gyan hume mila hai jai maa bhavani
🙏🏿 प्रणाम गुरु सुंदर ज्ञान प्राप्त हुआ ओम नमः शिवाय
अध्यातम ज्ञान प्रसार के लिए ब्रह्म ऋषि जी का बहुत बहुत अभार नमस्कार धन्यवाद ओम नमः
साईं जगत जनवरी वेद माता की कृपा से आपका यह प्रवचन प्रथम बार सुनने का सुभाग्य प्राप्त हुआ। आप को कोटि -कोटि नमन ।
ऐसी काल्पनिक कहानियों से ही भारतीयों को स्वप्न निंद्रा में सुला दिया जाता था
लेकिन आज के वैज्ञानिक युग में भारतीयों की तन्द्रा भंग हुई है
हे महा ऋषि प्रभु स्वरूप जी आप जी की इस कृपा के लिए आप जी के श्री चरणों मैं मेरा कोटि कोटि दंडवत बारंबार प्रणाम स्वीकार करें।- Tejinder Cchahal
क्या कहें कोई शब्द सठिक नही लगता। एक अनमोल खजाना जो इतने करीब होते हुये भी हमसे दुर बहुत दुर है क्यों की हमारी बिदया अधुरी है।
सत नमन गंध बाबा नमो-नमो,🌹🌹🙏🙏
आप को भी 🙏🙏
हमारे ऋषि मुनियों में अनंत क्षमताएं है। कोटि कोटि नमन ।
आप का ये कार्यक्रम बहुत बार देख चुकी हूं आप को मेरा कोटि कोटि प्रणाम इस जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏 🙏🙏😇
A program kaha hota ha
असली चमत्कार तो अंग्रेजों ने दिया। कही भी तीव्र गति से जाना दूरदर्शन इंटरनेट न जाने क्या क्या। ये सब सिद्धियां ही तो हैं
आपका यह प्रवचन प्रथम बार सुनने का सुभाग्य प्राप्त हुआ। आप को कोटि -कोटि नमन ।
परम पूज्य श्री गंध बाबा जी महाराज के श्री चरणों में साष्टांग प्रणाम।
अद्भुत योगीराज श्री विशुद्धानंदजी को शत्-शत नमन।
अद्वितीय वर्णनशैली आपको भी प्रणाम।
नमः सादरम्
आप की परम पवित्र वाणी का श्रवण कर मैं धन्य हो गया।प्रभूत बंदन।भूयोरपि नमो नमस्ते!
L
@@ignaciamonteiro2551 .
Bhut hi shardha yukhat kathan hai man prashan ho gya
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@@ignaciamonteiro2551 rerrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrererrrrerrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrereerrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrr4rqq³³³³3³44444444434444444r4rr4rr444r4r4rrrrrr444r44r4rrr4444rrrrrrrr444r44444r4444444444444r4444444443eellle3e33eeee3ee33ee33eeee3eeeeeeeeeeee3eeeeeeeeeeel
जय गुरूदेव नमन प्रणाम
जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो
ऐसी महान् आत्माओ को मेरा कोटि कोटि नमन करता हूँ आपने जो अपनी वाणी से जो ज्ञान भरा सत्सङ्ग किया दिया आपको को भी कोटि कोटि नमन ...
PERNAM
प्रवचन खूप अद्भुत आणि मती गुंग करणारे आहे,पण ऐकणं हे सुद्धा भाग्यवान असलेल्या ना खूप मनापासून आनंद देते.धन्यवाद व प्रणाम नमस्कार.
🌹🌹🌹
सप्रेम नमस्कार जय भवानी जय श्रीराम वृत्त
श्री स्वामी समर्थ
श्रवणमय आनंद जगत
बहुत बढ़िया। सुंदर। धन्यवाद।
amejing.. truth.. भारत का गोरव... सनातन का रहस्य.. वन्दनिय श्रीमान ..आप द्वारा भारतवासियों को अछे से, सच्चे से ..जानकारी दी..
प्रणाम सुप्रभात
🙏🙏🙏 नमस्कार सुंदर विवरण .आपको साधू वाद.
Extremely inspiring video. I had a chance to visit Paramhansa Visudananda Kanan at Varanasi twice. It was highly spiritual place , Thanks for bring to the light for greater audience.
गुरुदेव चरणस्पर्श प्रभू जी बहुत सुन्दर ज्ञान दिया है कृपया ऐसा ही ज्ञान देते रहना
बहुत सुन्दर वर्णन...मैंने हिमालय में इन शक्तियों को अनुभूत किया है
Muje milna h aapse ...
जय हो स्वामी विशुद्धनंदजी की आपके श्री चरणो मे कोटी कोटी
नमन व वंदन ❤❤
अन्तर मंथन उज्वल भाँती, सकरुण नेत्रे समदिनराती,
विभूति निर्झर नित निस्पंदे,
प्रणामी शील श्री विशुद्धानन्दे ।
जय श्री गुरु।
My earlier let father, me and my mother, we all recite this chant twice daily.Yogiraaj Gondhyababa is the holy Param Gurudev of our family . Our Holy Gurudev Yogi swami Brahmananda Paramhansha Dev, who was the last disciple of Yogiraj, Bishudhhanada Paramhanshadev. His (our) ashram which is directed and blessed by Param pavitra Jethadada Gurudev Swami Bhriguram Paramhanshadev and Sri Akhandya gurudham Gyanganj Ashram too, is situated at Jhanipahari, (do the station name), Dochama ashram , Dist. Bankura, West Bengal. Respected sir, you are also our gurubrother too. Take my respects and regards.
@@dhrubachakrabarty5257 जय गुरु
@@digvijaynathshukla8805 Joy Guru. Guru kripahi kebalam.
Maharshi Vishuddha nand maharaj ke shree charno me koti koti naman 🙏🏻🙏🏻
You are so great ! You have a deep knowledge!
Gyanganj meaning you explained so nicely!
शत् शत् साष्टांग नमस्कार !
Shoto shoto pronam Guruji🙏
Bas apki or un mahan brahmarshio ki thorasa kripa hum paye ehi kamana hey .🙏🙏❤️
वेद माता की कृपा से यह प्रवचन सुनने को मिला। धन्यवाद।प्रणाम।
jayanti geda
Tbat is why Hindusthan
is best.Nobody can destroy .This is lesson from this probochan .Pronam to Bisudhanandji Maharaj. Administrator go ahead to build Great Hindusthan. Nomoskar.
Ved koi mata hoti hi nhi hai.. ved ek purush name hai. Isiliye ye pita hoga
@@Lovesingh-zk5fc वेदमाता मतलब माँ गायत्री 😇🙏
@@snpandey3525 जु क्शन
Pronam Guruji , aap ka VDO dekh kar hridoi se aap ko Guru man lia .
आदरणीय आप का मेरा नमन
हरि बोल प्रणाम प्रभुजी
हे दिव्य पुरुष आप को शत-शत प्रणाम हिंदुस्तान की संस्कृति में आस्था के साथ मन अद्भुत शक्ति को दर्शाने के लिए एक बार फिर से प्रणाम, 👃
Divya pursha kai kon sai laxshan hai inmai
@@srkhealthcaresnp5162 मन की आँखों से देखो बालक
तथास्तु
सदा प्रसन्न रहो
ओम शांति
Agar aisa hai to डलवाओ surya rahasmiyo par प्रकाश कितना जानते है पता to lagai
Jai Guru Dev Divya do
Jai Guru Dev🙏🙏🙏
आपकी वाणी बहुत ही आकर्षक है
यह कहानी पूज्यनीय गुरुदेव श्री राम शर्मा आचार्य के जैसी है. उनको भी हिमालय से उनके गुरु आए थे लेने .मुझे भी गुरु का इंतजार है... बस खुद को पात्र बनाने कि कोशिश मे लगा हूँ
Brahma Rishi hain wah
Bhagwaan apko safalta de.. 🙏
आपके द्वारा हमारे परमपूज्य ऋषि सत्ताओं की प्रेरणा प्रदायक जीवन गाथा सनातन संस्कृति व धर्म की महानता का परिचय कराने के लिए आपको नमन
Pujniye ram sharma guru ji kaha mulkat hoga bhai ji
@@spiritualknowledge7122 अब परम पूज्य गुरुदेव भगवान शांति कुंज, हरिद्वार में समाधी में दर्शन देते हैं यहां हरिद्वार रेलवे स्टेशन से आराम से वाहन से जा सकतें हैं। अथवा सहारनपुर से भी शांति कुंज पहुंच सकते हैं। शांति कुंज बहुत प्रसिद्ध हैं। अवश्य जाएं।
कोटी कोटी प्रणाम धन्यवाद
अतुलनिय... एक नया प्रकाश.. मिला.. आपका तहदिल से आर्तता से कोटि कोटि प्रणाम
🙏जय हो सिद्धाश्रम के परमहंस संतो की जय माँ राज राजेश्वरी की आपकी कृपा आपका आशीर्वाद हमेशा मुझ पर बना रहे यही प्रार्थना 🙏
आपको प्रणाम एवम् कोटिशः धन्यवाद। मेरी शंका का समाधान हुआ।
नमन
🙏
Respectfully pranam. Thanks for sharing yr spiritual knowledge
Aapko koti koti pranam . Aapke vachano se aatma ke gaharaiyo ko chhua jaha bhav ka annant sagar ka darshan karaya dhanyavad Mahoday.
आपके श्री चरणों में मेरा सादर प्रणाम, पता नही कहाँ से ये वीडियो आ गया और मुझे ये ज्ञान मिला🙏🙏🙏
Aadhar pranam
कोटी कोटी प्रणाम गंध बाबाजी को।
ॐ ईश्वरः परमः कृष्णः सच्चिदानंदविग्रहः अनादिरादिर्गोविन्दः सर्व कारणकारणम।।🌺🌹🌷🙏
कोटि कोटि नमन
जय हो मुझ पर कृपा कीजिए हे ज्ञान गंज देवा
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।🌺🌹🌷🙏
Travelling to mysterious realm.....another dimension...felt astounded. ...
Pranam Bhagwan 🙏💐💖 Atyant Bhakti se Naman Vandan 💖💐🙏
अदभुत है शब्द नहीं है मेरे पास प्रणाम गुरुजी
Guru ki apko sadar parnam
Adbhut Gyan ka Prasar karney key sadhubad
Aapke Guru Brahmrishi Ji ke bare mein BHI Jankari dene ki kripa karen
कुछ भी अदभुत नहीं है
इनसे कहो कि किसी के कटे हाथ या पैर उगा के दिखाओ तो जाने कि कुछ बात है
Gyan ganj ko pranam
ओशो ने पूजनीय गंधबाबा के विषय मे सूर्यविज्ञान के विषय मे कुछ इशारा किया था तब से जानने की उत्कंठा थी।
आपने विस्तृत रूप से बताकर कृपा की। आपको व बाबा को सादर नमन
Prof. Naresh ko suniye ek baar
Fir kuch sunne ka mn hi nhi krega
Ganpat Choudhary bilkul shibaat h
Gnanjivan das, nityswarup Swami, hariswarup Swami, sat Swami, Hari Keshav Swami top name inko sun Liya jindagi me sab kuchh Gnan ho jayega..
@@sanjaysoni8700 jee jarur dhanyvaad
Sanjay Soni Ve sab Dharmdrohi he
baba k bare mei jankari k liye koti koti naman
आदरणीय मेरा प्रणाम स्वीकार करें।
आपने श्री गुरु के जीवन का जिस आत्मीयता, श्रद्धा और भक्ति से वर्णन किया है वह अद्भुत है।
जय श्री गुरु।
Adbhut adbhut adbhut anirbachaniya
Thanks .sundar ananda .