भगवान महावीर स्वामी जैन धर्म के संस्थापक नही थे, भगवान महावीर स्वामी इस युग के जैन धर्म के 24 वें व अन्तिम र्तीथकर थे, जैन धर्म का संस्थापक कोई नही है, जैन धर्म जिसका वास्तविक नाम श्रमण धर्म है, यह धर्म शास्वत है, मतलब सदा रहा है और सदा रहेगा, जैन धर्म में संस्थापक नही होते हैं सभी प्रवर्तक होते हैं, हर युग में 24 र्तीथकर, 12 चक्रवती, 9 बलदेव, 9 वासुदेव, 9 प्रति वासुदेव होते हैं,
विडियो में इस अनादि महान जैन धर्म की बहुत ही सतही जानकारी दी गई है। कृपया पुरी रिसर्च और जैन विद्वानों से संपर्क कर उनसे सही तथ्यों से अवगत होकर ही विडियो पोस्ट करें। जैन धर्म अनादि है इसका कोई संस्थापक नहीं है । भगवान ॠषभनाथ या आदिनाथ भगवान जैन धर्म के प्रथम प्रवर्तक थे और भगवान महावीर स्वामी अंतिम तीर्थंकर है।।
Aap puri padhai karo jain dharm mai भूतकाल ke चौबीस तीर्थंकर हुए है ।बाद में वर्तमान काल के चौबीस तीर्थंकर आदिनाथ पहले तीर्थंकर और महावीर चौबीस वे तीर्थंकर है ,भगवान आदिनाथ प्रभु ने ही asi ,masi ,krushi vanijaya ,ank lipi ,brmhi lipi sikhai hai aaj jo bhi hai jain dharm ki den hai
भगवान महावीर स्वामी जैन धर्म के संस्थापक नही थे, भगवान महावीर स्वामी इस युग के जैन धर्म के 24 वें व अन्तिम र्तीथकर थे, जैन धर्म का संस्थापक कोई नही है, जैन धर्म जिसका वास्तविक नाम श्रमण धर्म है, यह धर्म शास्वत है, मतलब सदा रहा है और सदा रहेगा, जैन धर्म में संस्थापक नही होते हैं सभी प्रवर्तक होते हैं, हर युग में 24 र्तीथकर, 12 चक्रवती, 9 बलदेव, 9 वासुदेव, 9 प्रति वासुदेव होते हैं,
विडियो में इस अनादि महान जैन धर्म की बहुत ही सतही जानकारी दी गई है। कृपया पुरी रिसर्च और जैन विद्वानों से संपर्क कर उनसे सही तथ्यों से अवगत होकर ही विडियो पोस्ट करें। जैन धर्म अनादि है इसका कोई संस्थापक नहीं है । भगवान ॠषभनाथ या आदिनाथ भगवान जैन धर्म के प्रथम प्रवर्तक थे और भगवान महावीर स्वामी अंतिम तीर्थंकर है।।
Pura gyan n rahte huye bhi post karte
Aap puri padhai karo jain dharm mai भूतकाल ke चौबीस तीर्थंकर हुए है ।बाद में वर्तमान काल के चौबीस तीर्थंकर आदिनाथ पहले तीर्थंकर और महावीर चौबीस वे तीर्थंकर है ,भगवान आदिनाथ प्रभु ने ही asi ,masi ,krushi vanijaya ,ank lipi ,brmhi lipi sikhai hai aaj jo bhi hai jain dharm ki den hai
जैन धर्म अनादि काल से है। महावीर स्वामी भगवान २४ वे तीर्थंकर है। कृपया जानकारी को सही करे एवं वीडियो में बदलाव करे।
Please do proper research before posting videos. Jainism is the most ancient religion. Even ASI acknowledges this fact.
Ur information is totally incomplete, mahaveer ji is 24 incarnations how about 1 to 23
Vrashabh dev sanstapak hain