❤ इस चैनल पर स्ट्रीम ने मुझे बहुत बोधप्रद, ज्ञानवर्धक लगी पु. भन्ते जी आपके हर प्रवचनों से एक उर्जा मिलती है। विस्तार से बताने की शैली अति उत्तम है | धम्म को समझने के लिऐ, उस पर चलने की बहुत प्रेरणादायी है। भगवान बुद्ध की धम्मकाया से अवगत कराते हैं, आपके प्रवचनों जीवनतता दिखाई देता है, आपका यह एक सफल आयोजन की सार्थकता सराहनीय कार्य आप अद्वितीय पवित्र कार्य रहे हो | धन्यवाद 👍 जयभीम 🙏 वंदामी भन्ते जी *
वन्दामि भंते जी, में जब भी सांसों पर ध्यान लगाने की कोशिश करता हूं तो सर से लेकर गर्दन तह दर्द होने लगता है ऐसा लगता है जैसे गर्दन की नशें अकड़ रही है कृपया मार्गदर्शन करे🙏
जब आप कुशल हो जाते हैं तो काया से धर्मा और फिर काया से धर्मा । पूरा साइकिल है। आनापान स्मृति जब भी होश आए, याद आए, सांसों पर ध्यान को होशपूर्वक टिकाना चाहिए। Namo buddhay 👏👏🌄
गुरु जी, यह मन स्थूल है और यह स्थूल चीजों को बहुत जल्दी अनुभव कर लेता हैं या स्वीकार या देख लेता है....पर जब हम अपने जीवन में देखतें है तो मुश्किल रास्ते को छोड़, आसान रास्ता ही क्यों पकड़ लेता है..??? जैसे ध्यान साधना के लिए इसे 100 बार मनाना पड़ता है पर ना करने की एक वजह ही काफी होती हैं...!!! अध्यात्म, बुद्ध पुरषों के बताये मार्ग पर ना चलकर..भोग विलास, आराम, वासनाओं.. etc में आसानी चलने लगता है...????
धारा प्रवाह में तभी संवेदना महसूस होती हैं जब हम मन से स्थिर हों, हमारी इंद्रियां हमारे नियंत्रण में आ चुकी हों तब मानस पटल पर कुछ स्व अंकित नहीं होता अंदर से होश बना रहता है। सब कृत्य होते हैं मगर अंदर से जागृति रहती है। तभी अपने सभी कार्यों में अपना नियंत्रण रहता है जैसे बोलने में, खाने में, सोने में, काम करने में। आदमी एकाकी हो जाता है। यह सब अनुभव की बात है। Namo buddhay 👏👏🌄
Brother pls ek margdarshan kijiye Mai pehli baar vipasana karne jab gaya vhan se aane ke baad kuch samay tak subh or shaam abhyaas kiya par fir dhere dhere karna chorh diya , ab mai dubara se kar reha hu Ghar Mai anapana 20 min Mann bhut samay tak distracted hi rehta hai , abhi mai vapas shivir mai bhi ni jaa sakta kyunki mai ek exam ki tayari kar reha hu Pls btaiye kya karna chahiye
आपने समझ लिया कि कैसे विपश्यना करते हैं । रोज रोज वक्त देना चाहिए। सुबह जल्दी उठकर पहला काम है ध्यान करना। आप शिविर में नहीं जा सकते कोई बात नहीं। घर में एक समय निश्चित करें। रोज की आदत बनाएं। आपको जो भी मिलेगा चाहे संसार में, चाहे अध्यात्म में, वह ध्यान से ही मिलता है। अब आपके ऊपर है कि कैसे manage करेंगे। Namo buddhay 👏👏🌄
@@TuraazSpiritual aapne bola ki subh uthkar pehla kaam dhyaan karna hai , Mai subh uthkar pehle padhai karta fir running karta fir Jake dhyaan karta Kya merko kalse dhyaan ko pehle karna hai ?
@Todd-d8m सुबह अगर आप 3 बजे उठें तो आप ध्यान , पढ़ाई फिर running कर सकते हैं। अच्छा तो यही है कि शुरुआत ध्यान से ही की जाए क्योंकि उस समय आप बिना किसी मन पर बोझ लिए होते हैं। शरीर भी फ्रेश होता है। पढ़ाई के बाद ध्यान करने से अभी जो पढ़ा है वह आपके विचारों में घूमने लगेगा। बाकी आपको जैसा अच्छा लगे। Namo buddhay 👏👏🌄
विपश्यना ध्यान में संवेदनाओं का उदय व्यय पता नहीं चलता?| Buddha Meditation| समता भाव कैसे जगे ?|
❤ इस चैनल पर स्ट्रीम ने मुझे बहुत बोधप्रद, ज्ञानवर्धक लगी पु. भन्ते जी आपके हर प्रवचनों से एक उर्जा मिलती है। विस्तार से बताने की शैली अति उत्तम है | धम्म को समझने के लिऐ, उस पर चलने की बहुत प्रेरणादायी है। भगवान बुद्ध की धम्मकाया से अवगत कराते हैं, आपके प्रवचनों जीवनतता दिखाई देता है, आपका यह एक सफल आयोजन की सार्थकता सराहनीय कार्य आप अद्वितीय पवित्र कार्य रहे हो | धन्यवाद 👍 जयभीम 🙏 वंदामी भन्ते जी *
यह आपका ही चैनल है। इसका उद्देश्य धम्म की नैतिक शिक्षा देनी है।
आपका धन्यवाद।
Namo buddhay 👏👏
Sabka mangal ho 👏👏
पुज्य गुरुजी नमो बुद्धाय जी
🙏🙏🙏🌷🌷🌷
Namo namo buddhay 👏👏🌹
Namo buddhay
Namo buddhay 👏👏🌄
नमो बुद्धाय 🌺🙏🙏
Namo buddhay 👏👏🌄
Namo buddhay...🙏🙏
Sabka mangal ho...🌹🌹
Namo buddhay 👏👏🌄
Namo Buddhaya 🙏 Sadhu Sadhu Sadhu
Namo buddhay 👏👏🌄
वन्दामि भंते जी🙏🙏🙏
Namo buddhay 👏👏🌄
नमो बुद्धाय भंतेजी
Namo buddhay 👏👏🌄🌄
❤
👏👏👏🌄🌄
❤Namo Budhhay❤🙏🌅🪷🪷🪷🌹🌹
Namo buddhay 👏👏🌄
साधु साधु साधु
🙏🙏🙏
Namo buddhay 👏👏🌄
JaybhimNamobuddhaybhantejiatisundarRampurUP
Namo buddhay 👏👏🌄
Aapka mangal ho 👏👏🌄
Sabka mangal ho 👏👏🌄
Man to ichcha hi Karti rahti hai
Very right 👏👏🌄
Jab ichchayen Puri Nahin Hoti Jab Krodh utpati hoti hai
Ji sahi kaha 👏👏
,,🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹
Namo buddhay 👏👏🌄
Jab sambandhon Mein lagao hone Se Hoti Hai
Very right 👍
👏👏👏🌄
वन्दामि भंते जी, में जब भी सांसों पर ध्यान लगाने की कोशिश करता हूं तो सर से लेकर गर्दन तह दर्द होने लगता है ऐसा लगता है जैसे गर्दन की नशें अकड़ रही है कृपया मार्गदर्शन करे🙏
इस पर वीडियो में बात करता हूं। Thnx
Namo buddhay 👏👏🌹
Guru ji kaya se dhamanupashna Tak Karne ke bad dhyan our karna ho to kha se suru kre dobara
जब आप कुशल हो जाते हैं तो काया से धर्मा और फिर काया से धर्मा ।
पूरा साइकिल है।
आनापान स्मृति जब भी होश आए, याद आए, सांसों पर ध्यान को होशपूर्वक टिकाना चाहिए।
Namo buddhay 👏👏🌄
गुरु जी, यह मन स्थूल है और यह स्थूल चीजों को बहुत जल्दी अनुभव कर लेता हैं या स्वीकार या देख लेता है....पर जब हम अपने जीवन में देखतें है तो मुश्किल रास्ते को छोड़, आसान रास्ता ही क्यों पकड़ लेता है..??? जैसे ध्यान साधना के लिए इसे 100 बार मनाना पड़ता है पर ना करने की एक वजह ही काफी होती हैं...!!! अध्यात्म, बुद्ध पुरषों के बताये मार्ग पर ना चलकर..भोग विलास, आराम, वासनाओं.. etc में आसानी चलने लगता है...????
Ji...aaj is per baat karte hein।
Namo buddhay 👏👏🌄
Sabka mangal ho 👏👏🌄
Hamen sochana chahie Ki Chai Kaun kar raha hai Jab sanvedna Dikhai padati hai
Yahi shuruaat he..dhyan ki
👏👏🌄
धारा प्रवाह में संवेदना का उदय व्यय का अनुभव कैसे करें?
धारा प्रवाह में तभी संवेदना महसूस होती हैं जब हम मन से स्थिर हों, हमारी इंद्रियां हमारे नियंत्रण में आ चुकी हों तब मानस पटल पर कुछ स्व अंकित नहीं होता अंदर से होश बना रहता है। सब कृत्य होते हैं मगर अंदर से जागृति रहती है।
तभी अपने सभी कार्यों में अपना नियंत्रण रहता है जैसे बोलने में, खाने में, सोने में, काम करने में। आदमी एकाकी हो जाता है।
यह सब अनुभव की बात है।
Namo buddhay 👏👏🌄
Man to dusre per chai karta hai
Very right
Namo buddhay 👏👏🌄
Brother pls ek margdarshan kijiye
Mai pehli baar vipasana karne jab gaya vhan se aane ke baad kuch samay tak subh or shaam abhyaas kiya par fir dhere dhere karna chorh diya , ab mai dubara se kar reha hu Ghar Mai anapana 20 min
Mann bhut samay tak distracted hi rehta hai , abhi mai vapas shivir mai bhi ni jaa sakta kyunki mai ek exam ki tayari kar reha hu
Pls btaiye kya karna chahiye
आपने समझ लिया कि कैसे विपश्यना करते हैं । रोज रोज वक्त देना चाहिए। सुबह जल्दी उठकर पहला काम है ध्यान करना।
आप शिविर में नहीं जा सकते कोई बात नहीं। घर में एक समय निश्चित करें। रोज की आदत बनाएं। आपको जो भी मिलेगा चाहे संसार में, चाहे अध्यात्म में, वह ध्यान से ही मिलता है।
अब आपके ऊपर है कि कैसे manage करेंगे।
Namo buddhay 👏👏🌄
@@TuraazSpiritual aapne bola ki subh uthkar pehla kaam dhyaan karna hai ,
Mai subh uthkar pehle padhai karta fir running karta fir Jake dhyaan karta
Kya merko kalse dhyaan ko pehle karna hai ?
@Todd-d8m सुबह अगर आप 3 बजे उठें तो आप ध्यान , पढ़ाई फिर running कर सकते हैं।
अच्छा तो यही है कि शुरुआत ध्यान से ही की जाए क्योंकि उस समय आप बिना किसी मन पर बोझ लिए होते हैं। शरीर भी फ्रेश होता है। पढ़ाई के बाद ध्यान करने से अभी जो पढ़ा है वह आपके विचारों में घूमने लगेगा।
बाकी आपको जैसा अच्छा लगे।
Namo buddhay 👏👏🌄
@@TuraazSpiritualok bhiya mai kal ki shuruwat dhyaan se karunga
Thank you namoh budhhay
@Todd-d8m 👏👏🌄