खींचताण || हास्य कविता || कवि कानदान जी कल्पित की सुप्रसिद्ध रचना, Kavi Kandan Kalpit Kheechtan

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Комментарии • 12

  • @AbhishekSingh-qo9xw
    @AbhishekSingh-qo9xw 3 года назад +2

    वा सा वा
    वा मरुधर मात रा पुत वा
    गुणी जन समझ गा
    मुरार जी देसाई

  • @mamrajnai1693
    @mamrajnai1693 3 года назад +5

    कानदान जी को मैंने झोरड़ा गांव में दर्शन किए थे कानदान जी का मैं बहुत बड़ा फैन हूं उनकी कविता लाजवाब है.... मामराज पेंटर जिला हनुमानगढ़

  • @n.r.sankhala2015
    @n.r.sankhala2015 2 года назад +1

    मरूधर के महान कवि हृदय को सादर वन्दे। नथूराम साँखला, राठौडी कुआ, नागौर शहर,राजस्थान.

  • @apnakarnwa5858
    @apnakarnwa5858 2 года назад +1

    वाह सा

  • @LIFEISACOMPROMISE-w8m
    @LIFEISACOMPROMISE-w8m Год назад

    Very nice presentation
    DADA ❤

  • @sugnaramjewliya9846
    @sugnaramjewliya9846 3 года назад +1

    Naman

  • @moolaram3708
    @moolaram3708 Год назад +1

    Nice

  • @karanarampenter2356
    @karanarampenter2356 3 года назад +2

    Nenaram inana fhalgun uplod kro sha

  • @aavanfarm
    @aavanfarm 8 месяцев назад

    Netao ke bare me

  • @sumerdeval6817
    @sumerdeval6817 3 года назад +1

    कविता भेजें सर