बहुत सुंदर कथन, धन्य हैं मेरे ढोली काली दास, जो अपनी संस्कृति को उजागर कर रहे हैं, ज्ञान के साथ साथ शाकछात लक्ष्मी भी आप के कंठ पर विराजमान हैं, मां सरस्वती आप की जोड़ी हमेशा सलामत रखे, और धन्य हैं ओ सज्जन पुरुष जिसने ये बेहतरीन पल अपने कैमरे में क़ैद किए और हमारे तक पहुंचाए और हमारे कान पवित्र किए।
भैय्या आप कहां के रहने वाले हो।अपना पत्ता व नाम भी दिया करो। मातारानी सरस्वती आपको और ज्ञान दे।ऐसे लोग अपनी संस्कृति को जाग्रत करते हैं।आजकल गढ़वाल के कुछ लोग अपने को गढ़वाली कहने भी संकोच करते हैं।आपको गढ़वाल की व माहाभारत की कथावो से पेरेन्ना मिले।हमारे लोगों को नहीं तो एक दिन ये लुप्त हो जायेगी। दीपकपचभैय्या । ज्योतिष एवम् आध्यात्मिक गुरु। ज्योतिष केन्द्र पालीवाल पौड़ी गढ़वाल।
बहुत सुंदर कथन, धन्य हैं मेरे ढोली
काली दास, जो अपनी संस्कृति को उजागर कर रहे हैं, ज्ञान के साथ साथ शाकछात लक्ष्मी भी आप के कंठ पर विराजमान हैं, मां सरस्वती आप की जोड़ी हमेशा सलामत रखे, और धन्य हैं ओ सज्जन पुरुष जिसने ये बेहतरीन पल अपने कैमरे में क़ैद किए और हमारे तक पहुंचाए और हमारे कान पवित्र किए।
V good bro
Nice vilog
Bahut Sunder
Nice.bhai
Bhout sundar meri Kali Das Bhai
अति सुंदर कथा है कथा वाचक को थैंक्स
Nic bulla
Good ❤❤❤❤❤
👌👌 बहुत सुंदर बेटा
जय हो
ATI sunder,proud of uk
मजा आगया भाई जी बहुत अधिक सुन्दर
प्रस्तुति की जितनी तारीफ की जाय कम नहीं है। ढोल बादक अति सुन्दर। ❤🎉 ढोल तो ऐसा बज रहा है जैसे कि कोई मुंह से ही बोल रहा हो। बहुत बहुत धन्यवाद। ❤❤🎉🎉
Mere mama ji ka gavn dansadada me hai
🎉🎉🎉🎉
Bhai ji namskar
❤❤🎉🎉
ढोली दास का कंस जन्म की कथा भी लगाई थी
Sundar hai bahut sundar ji
❤❤❤❤
Kya Gyan h bhai Zabardast
Thanks
बहुत जानकर ढोली दास
भैय्या आप कहां के रहने वाले हो।अपना पत्ता व नाम भी दिया करो। मातारानी सरस्वती आपको और ज्ञान दे।ऐसे लोग अपनी संस्कृति को जाग्रत करते हैं।आजकल गढ़वाल के कुछ लोग अपने को गढ़वाली कहने भी संकोच करते हैं।आपको गढ़वाल की व माहाभारत की कथावो से पेरेन्ना मिले।हमारे लोगों को नहीं तो एक दिन ये लुप्त हो जायेगी। दीपकपचभैय्या । ज्योतिष एवम् आध्यात्मिक गुरु। ज्योतिष केन्द्र पालीवाल पौड़ी गढ़वाल।
देवप्रयाग से ग्राम खरसाडी