कैसे बनाएं FPO, Farmer Producer Organization और Farmer Producer Company में क्या है अंतर?
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- Опубликовано: 21 окт 2024
- किसानों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं, जैसे कि एफपीओ कैसे बनाएं? एफपीओ और एफपीसी में क्या अंतर होता है, ऐसे ही कई तरह के सवालों के जवाब आपको इस वीडियो में मिल जाएंगे।
एफपीओ यानी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी को लेकर किसानों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं, जैसे कि एफपीओ शुरू कैसे करें? एफपीओ और एफपीसी में अंतर क्या होता है? उत्तर प्रदेश एफपीओ एसोसिएशन के अध्यक्ष दया शंकर सिंह ऐसे ही कई सवालों के जवाब दे रहे हैं।
साल 2007 में जाने माने अर्थशास्त्री वाईके अलग ने इसकी शुरुआत की थी और फिर उन्होंने 2011 में पहला एफपीसी बनाया। एफपीओ यानी फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन के तरह दो तरह के संगठन होते हैं, पहला है एफपीसी यानी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी और दूसरा है एफपीओ जोकि कोऑपरेटिव के तहत रजिस्टर होता है, उसे फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन बोलते हैं।
चलिए जानते हैं कि इन दोनों में अंतर क्या होता है? फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी में जो कंपनी एक्ट के तहत रजिस्टर होता है वो एफपीसी होता है। जबकि जो कोऑपरेटिव एक्ट में रजिस्टर हो रहा है उसको भी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी ही बोलते हैं। लेकिन दोनों में अंतर ये होता है कि जब आप एफपीसी बनाते हैं तो इससे आप पूरे देश में काम कर सकते हैं, क्योंकि जब हम प्राइवेट लिमिटेड या कंपनी की बात करते हैं तो ये मुख्य रूप से तीन तरीके की होती है
पहली तो हो गई प्राईवेट लिमिटेड, जिसमें एक या दो लोग मिलकर बनाते हैं, जिसमें ज्यादातर कंपनियां रजिस्टर्ड हैं।
एफपीओ यानी किसान उत्पादक संगठन, किसानों का एक ऐसा समूह जो अपने क्षेत्र में फसल उत्पादन से लेकर खेती-किसानी से जुड़ी तमाम व्यावसायिक गतिविधियां भी चलाता है। एफपीओ के जरिये किसानों को न सिर्फ कृषि उपकरण के साथ खाद, बीज, उर्वरक जैसे कई उत्पादों को थोक में खरीदने की छूट मिलती है बल्कि वो तैयार फसल, उसकी प्रोसेसिंग करके उत्पाद को मार्केट में बेच भी सकते हैं।
फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन एक-दो मिलकर बनाते हैं, जबकि फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी बनाने के लिए 10 लोग होने चाहिए, जिसमें पांच डायरेक्टर होते हैं। और हां उन्हें किसान होना चाहिए। अब लोगों के मन सवाल आता है कि यहां पर किसान की परिभाषा क्या है। इसके लिए किसान के नाम खतौनी होनी चाहिए, अगर यूपी की बात करें तो यहां पर जब तक पिता हैं तक बेटे के नाम संपंति आएगी। अब ऐसी दशा में एक सर्टिफिकेट बनाया जाता है कि प्रमाणित किया जाता है कि फला पुत्र फलां जगह के निवासी हैं, उनकी जीविका खेती पर आधारित है।
यह प्रमाणपत्र जिला कृषि अधिकारी या तहसीलदार या एसडीएम के माध्यम से जारी होता है। इसे प्रोड्यूसर सर्टिफिकेट कहा जाता है। सबसे जरूरी होता है कि अगर आपने प्रोड्यूसर कंपनी बनाई है तो आपको प्रोड्यूज करना होगा, ये नहीं कि बस कंपनी रजिस्टर करा ली और काम खत्म हो गया।
रजिस्ट्रेशन के लिए पहली खतौनी, दूसरा उसका आधार कार्ड, तीसरा पैन कार्ड और चौथा एक पासपोर्ट साइज फोटो लगती है। जब एक सीए के पास जाते हैं तो उनकी भाषा कठिन होती और किसान समझ नहीं पाते हैं, क्योंकि पहले एफपीओ रजिस्टर होता था तो 49500 फीस पड़ती थी, अब 15000 रुपए में रजिस्ट्रेशन हो जाता है। और ज्यादा से ज्यादा 25000 का खर्च आता है।
आप डेयरी पर काम करना चाहते हैं या पोल्ट्री पर काम करना चाहते हैं, ये आपको प्राथमिकता तय करनी होगी कि आप किस सेक्टर में काम करना चाहते हैं। इसमें कृषि से जुड़े काम करना होता है, कृषि के अंदर 17 विभाग आते हैं, सरकार की यही मंशा ही है कि आप कृषि से जुड़े काम करें, चाहे वो बकरी पालन हो, मुर्गी पालन हो या फिर खेती कर रहे हों।
#KisaanConnection #FPO #farmerproducercompany
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थैंक यू सो मच भाई आपने इन सर के द्वारा हमें बहुत अच्छी जानकारी दिलाई है
थैंक यू सर आप किसन हितों की चिंता करते हैं आपका किसानों के प्रतिदर्द है आपको बार बार प्रणाम
Sir,you have given basic and real knowledge about FPO with your experiences. Thanks sir.
अच्छी जानकारी देने हेतु आभार
🌺जय जवान जय किसान🌺
गजब की जानकारी दी है अध्यक्ष महोदय ने, बहुत ही बेसिक।
बहुत धन्यवाद महोदय
धन्यवाद साहेब बहुत अच्छी जआनकआरई हे
Jankari ke liye sar ji bahut dhanyvad
Sir ji ki baat bahut axi lgi aise log agar ho Jaye to sach me kishano ka labh aur hani ko sahi se bta kr ek nai rah pr age badh skte h
Really so useful video thanks
Thank you sir
धन्यवाद साहेब
बहुत ही सुंदर जानकारी जी
Thank sir ji
Thnku sir
Thanku very much
Sir thnku so much mai ek FPO h wnha ki accountant hu
agar fpo se fruit kharidna hai,,to kaise or kisko sampark karey?
Hello Aapse kuchh jankari lena hai
धन्यवाद
Top knowledge
धन्यवाद साहब 🙏🙏
Thank you sir have a nice day
Nice information
किसान इतने नियम सुन कर उलझ जायेगा, सबसे बड़ी समस्या एक विचार के लोगों को इकट्ठा करना! ज्यादातर FPO/FPC बन्द हो गये, किसान झमेले में नही पड़ना चाहता है!
Sir namashkar ap ka pryash kisan ke dasa aoor desa badal sakta hai
अभी जो सीऐनजी वाला बड़े प्लांट सरकार के सहयोग से बनता है ऐ क्या हे सर उसकी जानकारी दीजिए जी
Khatauni ke badle kisan ka registration number lag Sakta hai.
Kya ek se adhik activity kam kar saktey hai
9:51 good
यह सूचना कहां से प्राप्त करें कि जिले में कितने F.P.O.स्वीकृत हैं और उनमें कौन कौन सदस्य हैं
😊
Sir mera nhi bn rha hai
Sir ji fpo mai samil hone par kitni salary
Village Baijamu post arsun bangar thsel Sikandra name Gajendra Singh Yadav
Shri man jankari Adhuri hai ye Applaid nahi hai office ke kitne chhakar lagane hai kahi nahi btaya
🙏
मैने तो अपना एपीसी बना लिया
Compani FPC banawana hai
Yeh toh Hindu Sher(abvp) utkarsh rajput kay papa hai na🌹🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद सर
कोई सेक्टर नहीं है सिर्फ छलावा छलावा है मोदी जी का
हम लोगों ने एक्टिवा बनाया सीडी दिया होता है जो लोगों को गुमराह करता है और इस योजना में कुछ नहीं है इसमें इतना अमाउंट है ही नहीं जो इतने लोगों को फायदा दिला सकते कंपनी का रजिस्ट्रेशन कंपनी की कार्रवाई और सरकार झूठ बोलती हैएक बार
Latehar bariyatu gauri sankar ganjho hayme bayna hii
Sir Mobile No. Chaheye
Fpo bn to gye h pr success nhi ho rhe h 3year jaise taise chlao fir band....
यही हमारा हाल है
@@yashjaatudpuriya5977 sbhi fpo ke yhi hal h
KB Kiya tha
@@yashjaatudpuriya5977KB Kiya tha
Karan kya rhe
Benifit kya hai fpo or FPC ka
Sir mobail namber send karo nice sir