अगर सौरभ द्विवेदी सर ने महान किसान विद्वान का साक्षात्कार लेना चाहिए था ।इस साक्षात्कार को आदरणीय सौरभ सर देश हित में जितना विस्तार हो सके कराते रहिए प्लीज ।प्रेम सिंह सर के विचारों से देश की व्यवस्था में बहुत परिवर्तन लाया जा सकता है ।आदरणीय प्रेम सिंह सर को मैं हृदय से नमन करता हूँ ।
बहुत बढिया साक्षात्कार रहा है.. पहिली बार हमने एक विद्वान किसान को सुना. और एक निवेदन है कृपया किसानो की समस्याओ का हल निकालाने के लिये प्रेम सिंहजी से एक विस्तृत चर्चा कर के उसे चाहें तो छोटे छोटे भागो मे आपके चैनल द्वारा प्रसारीत करे.
क्या खूब विचार है प्रेमाचंद्र जी के. नमन करते है आपको! इतना सारा ज्ञान ही आपको एक विधवान बनता है. पेहली बार एक विधवान किसान मिले है. सारी दुनिया का एक ही संविधान् हो ये एक किसान ही सोच सकता है.
हमारे गुरु भाई हैं आप (इलाहाबाद विश्वविद्यालय) और दर्शनशास्त्र विभाग के स्तम्भ संगमलाल पांडेय सर का स्थूल रूप में सानिध्य प्राप्त हुआ आपको। आपको सुनकर ऐसा लगा मानों भारतीय कृषि दर्शन ने मूर्त रूप ले लिया हो। सादर नमन।
बहुत ही हल्के में ले रहे थे सौरव बाबू लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया तो पता चला आज असली किसान से पाला पड़ा है प्रेम सिंह जी आप महान हो ऐसे व्यक्तित्व की आवश्यकता है किसानों को
प्रेम सिंह जी को जी को कृषि मंत्री बनाया जाए या कृषि सलाहकार बनाया जाए तो देश बहुत ज्यादा तरक्की कर सकता है माननीय प्रधानमंत्री जी से हमअनुरोध करते हैं जय हिन्द वन्देमातरम जय हिन्द वन्देमातरम
Ha ekdam sahi Modiji ki nazar kyo nahi gaie ji ye oremsighji to bahut hi I.pressive personality h ji inhi ko kisani ka.minister banana chahiye ji zordar gayan.h inka
आदरणीय किसान प्रेमसिंह जी आपके विचार सार्थक है, देश के वास्तविक किसानों के हित में है। मुझे लगता है कि भारत की राजनीतिक पार्टियों के, नौकर शाहो के अनुकूल नहीं है, उन्हें तो अपनी दुकानदारी चलानी है। असली किसानों को संमान मिलना चाहिए तभी नवयुवा, नवयुवती खेती किसानी कि ओर बढ़ेंगे। समाज में यह धारणा दृढ हुई है कि खेती किसानी करने वाला किसान यह कहता है कि मेरी बेटी अब खेती किसानी अपने ससुराल में हाथ नहीं बटाएगी। मैंने अपना अनुभव बताया है।
ये है असली किसान,सही ज्ञान दिया जितनी भी जितनी भी बाते बताई है उनको अप नाई, इप्लिमेंट किया जाए! जैसे इन्होंने अपने घर एक तरह का सांसद भवन एक तहर का रिसर्च सेंटर बना दिया ऐसा कोई स्कूल कॉलेज नहीं है जो हमें इतनी सारी ज्ञान एक ही घर में देदे, ऐसे महान व्यक्तित्व वाले को सही मायने में सांसद, विधायक, प्रधानमंत्री बनना चाहिए नमस्कार जी आप को
Jis desh men aise gunwan kisan hote rahengen desh dhire - dhire hi badalta rahega. Sach men aise hi kisan ko desh ka devtuly bybasathapak hona chahiye.
खेती के बारे में यूट्यूब पर विडियो बहुत देखे लेकिन खेती किसानी की वास्तविकता के बारे में प्रेमसिंह जी ने बताया है, सभी को इसे सुनना चाहिए। नौकरियां सीमित हैं किसानों को खेती में प्रेमसिंह जी द्वारा बताये नवाचार करने चाहिए सभी किसानों को प्रेमसिंह जी की तरह किसानों की आवाज को उठाना चाहिए, भारत देश में 75% लोग खेती से जुड़े हुए हैं फिर भी किसानों की अनदेखी होती है क्योंकि किसान एकजुट होकर अपनी समस्याओं को नहीं उठाते।
इस वीडियो को देख कर बहुत ही महत्त्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुआ, इससे बहुत ही ज्यादा लोग किसानी से जुड़ेंगे। लेकिन किसानों की सबसे बड़ी समस्या जमीन एक जगह नही होना और पानी की कमी ये अगर हल हो जाए तो किसानी से अच्छा और फायेदमंद कोई कार्य नहीं है। अगले वीडियो में हो सके तो इसे रखें, धन्यवाद।
टिम रिपोर्ट आप खेती के तत्व तक पहोचे पर पहचान नहि पाये। खेती को घन,मानवविकास,व्यापक अनुबंध, आदि समजना होगा।खेर,,, आप खेती की व्यापकता को छु नहि पाये। शुभकामनाऐ 💐
बहुत सुंदर और ज्ञावर्धक बातें कही है प्रेम जी ने। किस तरह किसानों को बर्बाद किया गया 1970 से 1975 तक। हमने 1980 के शुरुआत में अपने बचपन में उसका बहुत ही खौफनाक अनुभव किया है। 🙏
बीमारी बहुत गहरी थी और अब उसके समाधान के काम होने लगे हैं। अचानक से समाधान करने का मतलब श्री लंका वाली स्थिति में अा जाना। कृषि के क्षेत्र में पढ़े लिखे लोगों को भी समझ नहीं आया लंबे समय तक।
प्रेम सिंह भाई साहब के विचारों को सलाम!!! आप अपने विचारों से अवगत कराते रहिए. वैश्विक स्तर पर किसानों की सोच को बदलना आसान नहीं है, किंतु नींव तो आप जैसे विद्वान किसान को रखना ही पडेगा. शायद परिवर्तन कुछ वर्षों में दिखाई दे. सुख और समृद्धि के लिए किसानों को खेतीबाड़ी करनी चाहिए. पशु संवर्धन और जैविक खेती की आज अहम आवश्यकता है. धन्यवाद आपके विचारों को 🙏💐🌹
बहुत महत्पूर्ण बातें हैं। सरकार को इनकी सलाह माननी चाहिए। मैं तो हैरान हूं की इतने हमारे देस में टैलेंट्स की कमी नहीं हैं। कमी है तो सम्मान की महत्त्व की। ऐसे लोग ही हमारे देस को विश्व गुरु बना सकते हैं। मैं दिल से शुक्रिया अदा करता हूं
ये भाई साहब किसान नही बलकी किसान राजा है ईसी प्रकार से खेती की तो देश सोनेरी चीडीया कहलेगा यह भारत माता का सुपुत्र है ईस बातको जनजागरण होणा जरुरी है ईस धरती पुत्र को सलाम
प्रेमचंद जी वाकई में बहुत सरल स्वभाव और काफी दूरदर्शी सोच के व्यक्तित्व हैं,इनकी जानकारी वाकई में बहुत ही लाजवाब है। किसानों का इतिहास भारत में नगण्य हो गया है आपसे सुनकर हमें दुनिया में किसानों का महत्त्व समझ में आ गया।प्रेस रिपोर्टर को प्रेमचंद्र की बाते शायद ही पल्ले ना पड़ी हो।
एक बहुत बेहतरीन सच्चाई से भरा हुआ यह वीडियो दिखाया आप ने राज्यसभा और लोकसभा मैं ऐसे किसानों को जगह दी जानी चाहिए तभी देश का किसान समृद्ध और विद्वान देश के किसानों के लिए हर प्रकार से लाभदायक योजनाओं को गांव के हर छोटे बड़े किसानों को क्रियाशीलता मे ला पाएगा देश का हर एक किसान बागवान समृद्ध होगा पर्यावरण को भी बचाएगा और देश के आमजन तक भोजन भी शुद्ध जैविक रूप से दे पाएगा अगर जैविक विविधता को बचाना है तो हमें इस तरह से ही कार्य करना पड़ेगा अंततः विश्व को बचाने स्वस्थ जीवन देने का यही एकमात्र विकल्प रहेगा
प्रेम सिंह जी,,,,देश के किसानों के किसान है, जो सुखः और संमृद्धि की खेती के गुर सिखाते हैं,मेरी प्रेम जी से मुलाक़ात तब हुई जब मैंने बीस साल पहले पत्रकरिता की शुरूआत की थी,बहरहाल अब मैं भी प्रेम जी के नक़्शे क़दम पर चल निकला हूँ और फ़ख्र से कहता हूँ मैं किसान हूँ। मेरे प्रेरणा स्रोत प्रेम सिंह जी ही हैं।😊
बिल्कुल प्रेमसिंह जी। सर सही बात बोल रहे है। लोकतंत्र में किसान की कोई भूमिका नही है ना ही प्रतिनिधित्व होता है फिर कहा जाता कि भारत कृषी प्रधान देश है।
आप जैसे विद्वान की जर्रूरत कृषि बिल ओर सरकार में होनी चाहिए , सरकार तो सब अधिकारी चलाते है कभी ज़मीन पर आप जैसो से मिलके बात करे तो बहुत सारे समस्याओ का समाधान आसानी से हो जाएगा
प्रेम सिंह जी असली किसान हैं जो किसान की योजना किसानों की मनोदशा को सरकार को दी अब सरकार को बिचारी कर प्रयोग करना चाहिए मैं ऐसा बिचारी पहली बार सुना। धन्यवाद
हमारे किसन भाई को बहोत बधाई, यही हमारे हिंदुस्थान की पहचान है,राजा भोज के राज्य मे हर कोइ संस्कृत भाषा बोलते थे,ऐसे विषय आपने दिखाने चाहिए,ना की जाती धर्म के झगडे
प्रेम सिंह जी उच्च कोटि के एडुकेटेड इंसान है,,, आज भी बहुत से एडुकेटेड नवयुवक खेती मे उतर आये है,, प्रेम जी से उन्हें प्रेरणा और तकनीकी लेना चाहिए,,, सरकार को कृषि रूल और लोन को सरल करना चाहिए,, जिससे एक मामूली किसान भी उसे हासिल कर सके,,
सही मायने में किसानी ही समृद्धि का प्रतीक है। किसानी के सही तरीके से ही सभी समस्याओं का समाधान होगा जैसे कि वायु प्रदूषण ग्लोबल वार्मिंग ईत्यादि। प्रेम सिंह जी के मैंने वार्ताएं पूरी सुनी और बहुत अच्छा लगा बहुत ही ज्ञानवर्धक।
किसानी को कोई सम्मान नही इसे मजदूर का दर्जा प्राप्त है. हमारी किसानी को उत्पाद का सही मूल्य और सम्मान मिलना चाहिये जिससे हमारे बच्चों को किसानी करने में गर्व हो।
sar namaskar bahut hi badhiya hamein se sahmat hai vakai mein Jo narega ke bare mein bola vah baat ekadam Sahi hai ham yaar Haryana se bol rahe hain yahan per bahut dikkat hai labour ki ham jameen ko 5 mein per dete Hain sara kam labour ka usko karna hota hai lekin ho pahle paise leta hai aur bad mein kam karta Nahin hai bich mein kuchh bolate Hain to bhag jata
श्रीमान एंकर महोदय अपने शब्द प्रगतिशील किसान के मुंह में जबरदस्ती डालने की कोशिश कर रहे थे। पर किसान तो विद्वान निकल गए इसलिए असहज होते हुए भी स्थिति को संभाल गए । भविष्य में कृप्या ऐसे अवसरों पर मेहमानों की आवाज , और विचारों को ही सुने और पूरे संयम के साथ सुने। ये वो शख्स हैं जिन्होंने अपने दम पर खुद को साबित किया है🙏
एक दम गलत है, उस जमाने में अकाल पड़ते थे, कृषि पैदावार थी नहीं, धन कमाने के विकल्प भी देश में नहीं थे, गाजर बथुआ (घास) आदि दि से जीवन निर्वाह करते थे, कोई वृद्ध किसान से जाकर मिलो, तब उस विभीषिका की जानकारी मिलेगी, प्लांटेड कहानी वास्तविकता नहीं है।
किसान के बारे में बहुत अच्छी बताई बात और उसमे मनरेगा मे कैसा बदल करना चाहिए सरकारने किसान ने उत्कृष्ट किसान के पास जाना देखना चाहिये वगैरे देखकर बदल करना चाहिये देखकर बहुत अच्छा लगा ऐसा हुआ तो देश में किसान -मजूर सुधर जायेगा ग्रामीण से शहर में रोजगार के लिए नही आयेगा जय जवान जय किसान हो जायेगा अभी किसान-मजुरी देश-हित के लिए 50% किसान शेती करणे ज्यादा से ज्यादा देश मे है नही तो खेती करणे कम हो के किसान- मजदूर शिवा... कम कम हो रहा है उत्कृष्ट किसान विचार प्रेमचंद जी प्रणाम
आपका ये चित्रमुद्रण बहोत ही सराहनीय व् प्रशंसनीय रहा , प्रेमसिंह ने जो अपने खेत व् खेतों के बारे में जो आवर्तन शील खेती जो इंसान को करना चाहिए। बहोत ही खेती -ज्ञान प्राप्त हुआ। धन्यवाद् //जयहिंद जयभारत //
बहुत समय बाद किसी का इतना लंबा इंटरव्यू सुना और वो भी बिना रुके और सच में इतना अच्छा लगा इनको सुनकर की बता नही सकता। हमारे देश को इनके जैसे किसान से ज्यादा इनके जैसी सोच के नेता की जरूरत है। मैं इनको और सुनना चाहूंगा। कृपया इनके और विडियोज कवर किए जाएं। धन्यवाद
Sir aap online plateform pe aaiye aur kisaan aur new youth ko apni training provide kraiye ! 1 - Mindset 2 - Skillset 3 - Toolset Hmare youth ko iski bahut jarurat hai berojgaar hone se kisaan hona behtar hai 🙏
Prem Singh Ji . . 🙏🏻 I am not a Farmer. But very interested in All the things that you said. My regards to you and a Big Thank You to Lallantop for doing this interview . . I was not bored even for a minute !! Ekdum focus banaa rahaa . . Throughout 🤗🤗
मैं राघवेन्द्र राजपूत जो कि janta ka Raj चैनल के एडिटर हैं , उनका प्रेमसिंह जी से वार्तालाप भेज रहा हूं , सुनिए व देखिए सब लोग । लल्लनटाप से बेहतरीन इंटरव्यू है वो
प्रेम सिंह जी ने यह साबित कर दिया कि किसानी कभी भी घाटे का सौदा नहीं हो सकती अगर आदमी मन लगाकर किसानी करे तो उनकी एक बात ने मेरे दिल को छू लिया खेती करना मनुष्य ने कैसे शुरू किया और आज तक इतना आगे कैसे पहुंचा उसका कोई इतिहास नहीं है इसका इतिहास जरूर होना चाहिए ताकि हमारे आने वाली पीढ़ियों को भी खेती के बारे में पता चल सके
जय हो भैया प्रेम सिंह जी की जय हिंदू राष्ट्र जय जवान जय किसान आपने इतनी बेहतरीन उन्नत किस्म की बातें बताएं भारत में पहला ही किसान मिला प्रेम सिंह जी ने किसान मंच की कायापलट दीया वाह प्रेम सिंह जी धन्य है आप भारत के किसान जियो हजारों साल जय हो मोदी सरकार जय हो योगी सरकार हिंदू राष्ट्र किसान जिंदाबाद
When I saw the video time, I thought who would watch so long, but after listening to Mr. Premchandar Ji, I felt video is very short, such type of people are very few left among us, we should move forward by learning from them. Must be a part of his training Session Invaluable knowledge Incredible contribution in this field. Kishan bhi aur Vidwan Bhi. One day I'll go to learn with him. Thanks to The Lallantop team.
मानव जीवन का विकास एवं किसानों की वैज्यानिकता का इतिहास बहुत अच्छे से विश्लेषण किया । देश के अन्नदाता की परिभाषा एवं विशेष सम्मान मिलना चाहिये । खेती किसानी को हीन दृष्टि से ना देखा जाये । प्रत्येक कक्षा के एक विषय के रूप में किसानों को स्वतंत्र सत्ता के रूप में माना जाये ।
शुक्रिया आप का,प्रेम सिंह जी के विचार, ज्ञान, और समर्पण बहुत ही सराहनीय है,सरकार ने इनके विचारो को महत्व देकर पुरे देश मे इनका किसानी का मॉडल लागु कराना चाहिए, बहुत ही समृद्धी और सम्मान का कार्य कर रहे है। जय हिंद, जय किसान,
बहुत सुंदर सोच है। भारत का किसान क्यों नहीं उठ पाया, इसका बेहतरीन विश्लेषण किया है। एक किसान के रूप में इतनी विस्तृत सोच वाला शिक्षक भारत के किसानों की नयी दिशा दे सकता। भारतीय किसानों को यहाँ की राजनीतिक व्यवस्था ने बर्बाद किया है। किसानों को आगे लाने के लिए किसानों को ही प्रयास करना होगा जिनको मार्गदर्शन महोदय जैसे लोग कर सकें।
खेती के बारे में आप द्वारा दी गई जानकारी किसान एवं सामान्य नागरिक के लिए बहुत लाभदायक है कृषिकार्य के साथ बागवानी करना, खेत मे तालाब बनाना, तालाब से सिंचाई करना पशुपालन करना, इन सभी कार्यों का खेती के साथ चलने पर किसान समृद्ध होता है खेती(कृषि) का एक चक़ होता है कृषि का पूरा चक़ चलने पर ही किसान समृद्धिशाली होगा । जमीन का जलस्तर बढेगा वातावरण मे कार्बन उत्सर्जन की मात्रा कमी होगी खेती के कार्य के कार्य के साथ सुथार, लुहार,एवं मजदूरों को रोजगार मिलने से बेरोजगारी की समस्या का समाधान भी होगा जय जवान जय किसान
आपके विचार आपकी द्रडता त्याग कर्मठता लक्ष्य मानव के साथ साथ सभी जीवों के प्रति सद्भावना देख सुनकर मुझ मृतप्राय इन्सान में एक नवचेतना जागृत हुई है आप अगर एक बार कमेन्ट पढकर आशिर्वाद प्रदान कर दे तो मेरा हौसला आशमान छूऐगा नमन
बहुत ही सुंदर बाते जानने को मिली। प्रेमसिंह जी जैसे विद्वान किसानो की बाते ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुँच रही हैं" lallantop" के माध्यम से बहुत बहुत आभार आपकी टीम का और प्रेम सिंह जी का। प्रेम सिंह जैसे किसानो के विचार पर हमे चिंतन करना चाहिए और इस पर अमल भी करना चाहिए। इसी मे सभी की भलाई भी है। बहुत बहुत आभार lallantop🙏🙏🙏
अदभुत हैं इन किसान की वाणी से निकला हर एक शब्द इन के विद्वान होने का परिचय देता है प्रेमचंद्रजी पर सभी किसानों को गर्व होना चाहिए
बहुत अच्छी कल्पना को साकार किया गया है मैं भी इस दिशा में विचार कर रहा हूं अर्जुन सिंह ग्राम पंचायत शेरपुर बिजनौर उत्तर प्रदेश
PppppqpllllĺĺP
😊
0p😮❤❤❤😂❤❤😂😂😂❤😂😂😂😂🤯😎@@ArjunSingh-ky3wb
आत्मा तृप्त हो गई भैया ❤️🇮🇳
किसान हो तो प्रेम जी जैसा, रिपोर्टर हो तो सौरभ भैया जैसा..❣️🇮🇳 प्रेरणा से भर देने के लिए धन्यवाद
ये किसान पत्रकार से अधिक जानकारी, समझदार और सर्वोपरि सर्वगुणसम्पन्न है.पत्रकआर को साधुवाद.
किसान हैं और नेता के भी गुण हैं ।
अद्भ्तु मिश्रण है ।
किसान से संसद तक पहुंचे ।
ऐसी हमारी कामना है ।
जय जवान जय किसान ।
जय हिन्द जय भारत ।
अगर सौरभ द्विवेदी सर ने महान किसान विद्वान का साक्षात्कार लेना चाहिए था ।इस साक्षात्कार को आदरणीय सौरभ सर देश हित में जितना विस्तार हो सके कराते रहिए प्लीज ।प्रेम सिंह सर के विचारों से देश की व्यवस्था में बहुत परिवर्तन लाया जा सकता है ।आदरणीय प्रेम सिंह सर को मैं हृदय से नमन करता हूँ ।
आप को समझते समझते मेरी उम्र बीत जाएगी । तो फिर मैं आपकी तारीफ कैसे करूं? 👏
सही बात बताया
ईश्वर से प्रार्थना है कि आप जल्दी से जल्दी कृषि मंत्री बने
धन्यवाद आपका ज्ञान अति श्रेष्ठ है
प्रेम सिंह जी जैसे विचार बाकी किसान भी करने लगे तो भारत संसार में नo 1 हो जाए,ऐसा मेरा मानना है🙏
Good guidene
बहुत बढिया साक्षात्कार रहा है.. पहिली बार हमने एक विद्वान किसान को सुना. और एक निवेदन है कृपया किसानो की समस्याओ का हल निकालाने के लिये प्रेम सिंहजी से एक विस्तृत चर्चा कर के उसे चाहें तो छोटे छोटे भागो मे आपके चैनल द्वारा प्रसारीत करे.
श्रीमान आपकी आवाज में भारत की आत्मा बसती है,,,,आभार,,
क्या खूब विचार है प्रेमाचंद्र जी के. नमन करते है आपको! इतना सारा ज्ञान ही आपको एक विधवान बनता है. पेहली बार एक विधवान किसान मिले है. सारी दुनिया का एक ही संविधान् हो ये एक किसान ही सोच सकता है.
हमारे गुरु भाई हैं आप (इलाहाबाद विश्वविद्यालय) और दर्शनशास्त्र विभाग के स्तम्भ संगमलाल पांडेय सर का स्थूल रूप में सानिध्य प्राप्त हुआ आपको। आपको सुनकर ऐसा लगा मानों भारतीय कृषि दर्शन ने मूर्त रूप ले लिया हो। सादर नमन।
एक शानदार किसान की शानदार प्रस्तुति, सकारात्मक एवं सार्वभौमिक सोच के लिए प्रेम जी को कोटिशः धन्यवाद।
Very good
बहुत ही हल्के में ले रहे थे सौरव बाबू लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया तो पता चला आज असली किसान से पाला पड़ा है प्रेम सिंह जी आप महान हो ऐसे व्यक्तित्व की आवश्यकता है किसानों को
Sahi Kaha sir
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
Hann sahi kaha aapne
अंकल को एक आपने यूट्यूब चैनल खोलना चाहिए। ताकि ये सब नॉलेज देश दुनिया तक फैले।
बना हुआ है
नाम क्या है?
@@sudhakarpatil1101 I
इससे विद्वान किसान मैंने आज तक नहीं देखा। सादर नमन करता हूँ। 🙏
बहुत शानदार प्रेम सिंह जी वास्तव में एक विद्वान किसान हैं इनके प्रश्नों का उत्तर भारत सरकार के पास भी नहीं।
यशाची गुरुकिल्ली आहे समजून घेण्यासाठी शेतात काम कराव फक्त प्रश्न विचारू नका
प्रेम सिंह जी को जी को कृषि मंत्री बनाया जाए या कृषि सलाहकार बनाया जाए तो देश बहुत ज्यादा तरक्की कर सकता है माननीय प्रधानमंत्री जी से हमअनुरोध करते हैं जय हिन्द वन्देमातरम जय हिन्द वन्देमातरम
ઉક્ત વિચાર કો પીએમ ઓ મેં પહુંચાઈયે
Ha ekdam sahi Modiji ki nazar kyo nahi gaie ji ye oremsighji to bahut hi I.pressive personality h ji inhi ko kisani ka.minister banana chahiye ji zordar gayan.h inka
Dekhiye ji vidvanji yaha jo muslims h ve sab hadal lete h.n.hinduo ko kuchh lene hi nahi dete n bharat Mata ko dete kuchh nahi.
👍👍👍👍
6:36
आप के ज्ञान और विचारों को मैं बहुत प्रभावित किया है ।आप पर हमे गर्व है। मेरी उम्र 80 वर्ष है ।मैं अब खेती अधिक सहयोग करने मे असमर्थ हूँ ।
आदरणीय किसान प्रेमसिंह जी आपके विचार सार्थक है, देश के वास्तविक किसानों के हित में है। मुझे लगता है कि भारत की राजनीतिक पार्टियों के, नौकर शाहो के अनुकूल नहीं है, उन्हें तो अपनी दुकानदारी चलानी है। असली किसानों को संमान मिलना चाहिए तभी नवयुवा, नवयुवती खेती किसानी कि ओर बढ़ेंगे। समाज में यह धारणा दृढ हुई है कि खेती किसानी करने वाला किसान यह कहता है कि मेरी बेटी अब खेती किसानी अपने ससुराल में हाथ नहीं बटाएगी। मैंने अपना अनुभव बताया है।
ये है असली किसान,सही ज्ञान दिया जितनी भी जितनी भी बाते बताई है उनको अप नाई, इप्लिमेंट किया जाए! जैसे इन्होंने अपने घर एक तरह का सांसद भवन एक तहर का रिसर्च सेंटर बना दिया ऐसा कोई स्कूल कॉलेज नहीं है जो हमें इतनी सारी ज्ञान एक ही घर में देदे, ऐसे महान व्यक्तित्व वाले को सही मायने में सांसद, विधायक, प्रधानमंत्री बनना चाहिए
नमस्कार जी आप को
Jis desh men aise gunwan kisan hote rahengen desh dhire - dhire hi badalta rahega.
Sach men aise hi kisan ko desh ka devtuly bybasathapak hona chahiye.
❤❤❤❤
खेती के बारे में यूट्यूब पर विडियो बहुत देखे लेकिन खेती किसानी की वास्तविकता के बारे में प्रेमसिंह जी ने बताया है, सभी को इसे सुनना चाहिए। नौकरियां सीमित हैं किसानों को खेती में प्रेमसिंह जी द्वारा बताये नवाचार करने चाहिए सभी किसानों को प्रेमसिंह जी की तरह किसानों की आवाज को उठाना चाहिए, भारत देश में 75% लोग खेती से जुड़े हुए हैं फिर भी किसानों की अनदेखी होती है क्योंकि किसान एकजुट होकर अपनी समस्याओं को नहीं उठाते।
मेरा the lallantop टीम से अनुरोध है कि प्रेमचन्द जी का इन्टरव्यू सौरभ द्विवेदी जी एक बार लें और व्यापक रूप से जानकारी मुहैया हो।
धन्यवाद।
Sahi baat kahi bhai ne
@@kissanmehkma8426 so so
Yahi baat to mein kahna chahta tha aapne mere muh ki baat kah di sir ji
Sahi pakde hi
पहली बार किसी असली बुद्धिजीवी का साक्षात्कार देख रहा हूं। लल्लनटॉप की मंडली का आभार।
दिल जीत लिया अंकल जी ने 🙏
और बुद्धि भी खोल दी 🙏
ruclips.net/video/P0uKYaV0POY/видео.html
🙏🏿🙏🏿
जी
इस वीडियो को देख कर बहुत ही महत्त्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुआ, इससे बहुत ही ज्यादा लोग किसानी से जुड़ेंगे। लेकिन किसानों की सबसे बड़ी समस्या जमीन एक जगह नही होना और पानी की कमी ये अगर हल हो जाए तो किसानी से अच्छा और फायेदमंद कोई कार्य नहीं है। अगले वीडियो में हो सके तो इसे रखें, धन्यवाद।
प्रेम सिंह जी किसानों के हीरो है,,,,बहुत खूब👌👌👌
Premchandr ji ka statment obiously bahoot hi giyaan wardhak tatha Netchursl par Prerna dayak h. Manay
आज हमने धरती पर साक्षात ईश्वर को देखा ।हम धन्य हो गए देखकर सून कर ।
सर सही कहा आपने सबकी अपनीअपनी शिकायत है समाधान खूद से है ।
टिम रिपोर्ट आप खेती के तत्व तक पहोचे पर पहचान नहि पाये। खेती को घन,मानवविकास,व्यापक अनुबंध, आदि समजना होगा।खेर,,, आप खेती की व्यापकता को छु नहि पाये।
शुभकामनाऐ 💐
बहुत सुंदर और ज्ञावर्धक बातें कही है प्रेम जी ने। किस तरह किसानों को बर्बाद किया गया 1970 से 1975 तक। हमने 1980 के शुरुआत में अपने बचपन में उसका बहुत ही खौफनाक अनुभव किया है। 🙏
પ્રેમ સિંહ કે પાંસ ભેંસ આઈ ઓર પ્રેસિં ને ભાગવત સુનાઈ.
आज भी बर्बाद ही कर रही सरकारें, बहुत साफ बताया प्रेम सिंह जी ने
बीमारी बहुत गहरी थी और अब उसके समाधान के काम होने लगे हैं। अचानक से समाधान करने का मतलब श्री लंका वाली स्थिति में अा जाना। कृषि के क्षेत्र में पढ़े लिखे लोगों को भी समझ नहीं आया लंबे समय तक।
प्रेमचांदजी को सादर प्रणाम,एक अच्छा किसान, खेती का मॉडेल जो आत्मनिर्भर होके किसनको जिने शिकायगा। वो जो स्वयंपूर्ण होगा.
असली धरतीपुत्र को सादर प्रणाम 🙏
👳🇮🇳🛕🚩💪💪🙏🙏🙏
Dr Prem Singh
VC
Agriculture University
प्रेम सिंह भाई साहब के विचारों को सलाम!!! आप अपने विचारों से अवगत कराते रहिए. वैश्विक स्तर पर किसानों की सोच को बदलना आसान नहीं है, किंतु नींव तो आप जैसे विद्वान किसान को रखना ही पडेगा. शायद परिवर्तन कुछ वर्षों में दिखाई दे. सुख और समृद्धि के लिए किसानों को खेतीबाड़ी करनी चाहिए. पशु संवर्धन और जैविक खेती की आज अहम आवश्यकता है. धन्यवाद आपके विचारों को 🙏💐🌹
बहुत महत्पूर्ण बातें हैं। सरकार को इनकी सलाह माननी चाहिए। मैं तो हैरान हूं की इतने हमारे देस में टैलेंट्स की कमी नहीं हैं। कमी है तो सम्मान की महत्त्व की। ऐसे लोग ही हमारे देस को विश्व गुरु बना सकते हैं। मैं दिल से शुक्रिया अदा करता हूं
ये भाई साहब किसान नही बलकी किसान राजा है ईसी प्रकार से खेती की तो देश सोनेरी चीडीया कहलेगा यह भारत माता का सुपुत्र है ईस बातको जनजागरण होणा जरुरी है ईस धरती पुत्र को सलाम
Prem ji jaise vidwan logo ka hamesha interview prasarit kijiye
बहुत अच्छी लगी बातचीत,, कृषि का जो दर्शन इन्होंने बताया उसी के द्वारा संतोष से समृद्धि लाई जा सकती है।
नमन है हमारे भारतीय कृषि दर्शन को।🕉🙏🚩
मै भी किसान ही हू। जो मजबूरीबस मजदूरीवस जीविकोपार्जन शहर मे हू।
माननीय कृषक की तकनीक बन्जर मे जंगल उगा सकती है।
एक प्रणाम बनता है।
धन्यवाद।
हमारे बाँदा मे प्रेम जी जैसे किसान रहते है गर्व है हमें आपके ऊपर।
अदभुत,प्रेमचंद जी की वाणी असली साधुवादी व वैज्ञानिक आधारित है।
ज्ञान वर्धक बाते है अंकल जी की।
कॉमन constitution तरीका अच्छा है।
वैश्विक मानव की समस्या का।
प्रेमचंद जी वाकई में बहुत सरल स्वभाव और काफी दूरदर्शी सोच के व्यक्तित्व हैं,इनकी जानकारी वाकई में बहुत ही लाजवाब है। किसानों का इतिहास भारत में नगण्य हो गया है आपसे सुनकर हमें दुनिया में किसानों का महत्त्व समझ में आ गया।प्रेस रिपोर्टर को प्रेमचंद्र की बाते शायद ही पल्ले ना पड़ी हो।
भारत मे किसानों को भी पद्मश्री जैसे सम्मान मिलने चाहिए
❤
De diya ab toh bharat ratan
एक बहुत बेहतरीन सच्चाई से भरा हुआ यह वीडियो दिखाया आप ने राज्यसभा और लोकसभा मैं ऐसे किसानों को जगह दी जानी चाहिए तभी देश का किसान समृद्ध और विद्वान देश के किसानों के लिए हर प्रकार से लाभदायक योजनाओं को गांव के हर छोटे बड़े किसानों को क्रियाशीलता मे ला पाएगा देश का हर एक किसान बागवान समृद्ध होगा पर्यावरण को भी बचाएगा और देश के आमजन तक भोजन भी शुद्ध जैविक रूप से दे पाएगा अगर जैविक विविधता को बचाना है तो हमें इस तरह से ही कार्य करना पड़ेगा अंततः विश्व को बचाने स्वस्थ जीवन देने का यही एकमात्र विकल्प रहेगा
बोलने को नहीं मिलता
लोकसभा में
प्रेम सिंह जी,,,,देश के किसानों के किसान है, जो सुखः और संमृद्धि की खेती के गुर सिखाते हैं,मेरी प्रेम जी से मुलाक़ात तब हुई जब मैंने बीस साल पहले पत्रकरिता की शुरूआत की थी,बहरहाल अब मैं भी प्रेम जी के नक़्शे क़दम पर चल निकला हूँ और फ़ख्र से कहता हूँ मैं किसान हूँ।
मेरे प्रेरणा स्रोत प्रेम सिंह जी ही हैं।😊
Good bro m bhi farmer hu rajsthan sa
आप सभी का आभार व्यक्त करता हूँ अद्भुत अप्रतिम प्रस्तुति है
बिल्कुल प्रेमसिंह जी। सर सही बात बोल रहे है। लोकतंत्र में किसान की कोई भूमिका नही है ना ही प्रतिनिधित्व होता है
फिर कहा जाता कि भारत कृषी प्रधान देश है।
आप जैसे विद्वान की जर्रूरत कृषि बिल ओर सरकार में होनी चाहिए , सरकार तो सब अधिकारी चलाते है कभी ज़मीन पर आप जैसो से मिलके बात करे तो बहुत सारे समस्याओ का समाधान आसानी से हो जाएगा
Can you please share prem ji ka contact number and address
शत्यम शिवम् सुन्दरम् 🙏🙏🙏🙏
इतना आधारभूत साक्षात्कार करने के लिए लल्लन टॉप समूह को साधुवाद।🎉🎉🎉
खेती किसानी का बहुत ही सुंदर एवम सहज विश्लेषण आदरणीय प्रेम सिंह जी द्वारा। आदर, धन्यवाद तथा साधुवाद।
प्रेम सिंह जी असली किसान हैं जो किसान की योजना किसानों की मनोदशा को सरकार को दी अब सरकार को बिचारी कर प्रयोग करना चाहिए मैं ऐसा बिचारी पहली बार सुना। धन्यवाद
असल वैज्ञानिक सोच का असल किसान यही सर जी है इनके हर बातों में दम है और उनके पास प्रमाण भी है
प्रेम सिंह द्वारा बहुत अच्छी जानकारी प्राप्त हुईं सभी किसानों को इस बात पर विचार करना चाहिए।
हमारे किसन भाई को बहोत बधाई, यही हमारे हिंदुस्थान की पहचान है,राजा भोज के राज्य मे हर कोइ संस्कृत भाषा बोलते थे,ऐसे विषय आपने दिखाने चाहिए,ना की जाती धर्म के झगडे
प्रेम सिंह जी उच्च कोटि के एडुकेटेड इंसान है,,, आज भी बहुत से एडुकेटेड नवयुवक खेती मे उतर आये है,, प्रेम जी से उन्हें प्रेरणा और तकनीकी लेना चाहिए,,, सरकार को कृषि रूल और लोन को सरल करना चाहिए,, जिससे एक मामूली किसान भी उसे हासिल कर सके,,
असल किसान और मानव सभ्यता को आगे ले जाने वाले प्रेम सिंह जी की मेहनत और सोच को सलाम ❤💐
सही मायने में किसानी ही समृद्धि का प्रतीक है। किसानी के सही तरीके से ही सभी समस्याओं का समाधान होगा जैसे कि वायु प्रदूषण ग्लोबल वार्मिंग ईत्यादि। प्रेम सिंह जी के मैंने वार्ताएं पूरी सुनी और बहुत अच्छा लगा बहुत ही ज्ञानवर्धक।
Kissan === vidwan ❤❤❤❤
पहली बार सही जगह और सही आदमी के पास गए हो।बढ़िया है।
किसानी को कोई सम्मान नही इसे मजदूर का दर्जा प्राप्त है. हमारी किसानी को उत्पाद का सही मूल्य और सम्मान मिलना चाहिये जिससे हमारे बच्चों को किसानी करने में गर्व हो।
sar namaskar bahut hi badhiya hamein se sahmat hai vakai mein Jo narega ke bare mein bola vah baat ekadam Sahi hai ham yaar Haryana se bol rahe hain yahan per bahut dikkat hai labour ki ham jameen ko 5 mein per dete Hain sara kam labour ka usko karna hota hai lekin ho pahle paise leta hai aur bad mein kam karta Nahin hai bich mein kuchh bolate Hain to bhag jata
I gave up my job after hearing this and returned to my village.Salute to my hero.
श्रीमान एंकर महोदय अपने शब्द प्रगतिशील किसान के मुंह में जबरदस्ती डालने की कोशिश कर रहे थे। पर किसान तो विद्वान निकल गए इसलिए असहज होते हुए भी स्थिति को संभाल गए । भविष्य में कृप्या ऐसे अवसरों पर मेहमानों की आवाज , और विचारों को ही सुने और पूरे संयम के साथ सुने। ये वो शख्स हैं जिन्होंने अपने दम पर खुद को साबित किया है🙏
Brain storming....
Very need to propagate the concept.
Thanks and Regards to Prem sir...KISHAN, The Creater, The Feeder
@@SunilKumar-yi2yh sir please See this interview of premsingh ji
लल्लन की टीम कभी नहीं सुधरेगी
Like it....but take out good quantity and quality from a very rich mines is not possible with poor machine.That feelings came out of this interview.
❤️❤️100%
बिलकुल सही कहा,,,, बहुत महान सोच है,,,,मेरे गांव में,,,पहले कोई 1965 से पहले सच में,,, गरीबी और बेरोजगारी जैसा शब्द ही नहीं सुना था,,,
एक दम गलत है, उस जमाने में अकाल पड़ते थे, कृषि पैदावार थी नहीं, धन कमाने के विकल्प भी देश में नहीं थे, गाजर बथुआ (घास) आदि दि से जीवन निर्वाह करते थे, कोई वृद्ध किसान से जाकर मिलो, तब उस विभीषिका की जानकारी मिलेगी, प्लांटेड कहानी वास्तविकता नहीं है।
Do bigha jamin dekh lijiye pata chalega
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ऐसे सज्जन और विद्वान लोगों का इंटरव्यू सौरभ द्विवेदी सर को लेना चाहिए तो जानकारी और स्पष्ट रूप से सहज और सरल भाषा में और गहराई सेसमझ में आती
किसान के बारे में बहुत अच्छी बताई बात और उसमे मनरेगा मे कैसा बदल करना चाहिए सरकारने किसान ने उत्कृष्ट किसान के पास जाना देखना चाहिये वगैरे देखकर बदल करना चाहिये देखकर बहुत अच्छा लगा ऐसा हुआ तो देश में किसान -मजूर सुधर जायेगा ग्रामीण से शहर में रोजगार के लिए नही आयेगा जय जवान जय किसान हो जायेगा अभी किसान-मजुरी देश-हित के लिए 50% किसान शेती करणे ज्यादा से ज्यादा देश मे है नही तो खेती करणे कम हो के किसान- मजदूर शिवा... कम कम हो रहा है उत्कृष्ट किसान विचार प्रेमचंद जी प्रणाम
आपका ये चित्रमुद्रण बहोत ही सराहनीय व् प्रशंसनीय रहा , प्रेमसिंह ने जो अपने खेत व् खेतों के बारे में जो आवर्तन शील खेती जो इंसान को करना चाहिए। बहोत ही खेती -ज्ञान प्राप्त हुआ। धन्यवाद् //जयहिंद जयभारत //
सत्यम शिवम् सुंदरम 🙏🙏🙏
प्रेम जी सादर नमन्।
What a man! Well informed & knowledgeable person.
बहुत समय बाद किसी का इतना लंबा इंटरव्यू सुना और वो भी बिना रुके और सच में इतना अच्छा लगा इनको सुनकर की बता नही सकता। हमारे देश को इनके जैसे किसान से ज्यादा इनके जैसी सोच के नेता की जरूरत है। मैं इनको और सुनना चाहूंगा। कृपया इनके और विडियोज कवर किए जाएं। धन्यवाद
Sir aap online plateform pe aaiye aur kisaan aur new youth ko apni training provide kraiye !
1 - Mindset
2 - Skillset
3 - Toolset
Hmare youth ko iski bahut jarurat hai berojgaar hone se kisaan hona behtar hai 🙏
Prem Singh ji's RUclips channel is ruclips.net/user/AvartansheelKheti. He is also present in all social media platforms
I'm a civil engineer but after listening to this farmer i would like to be a farmer
ruclips.net/video/SooMFlJL7PU/видео.html
अगर आप आके यहां खेती को नजदीक से समझना चाहे तो समय समय पर ट्रेनिंग चलती है जिसमे आप प्रतिभाग कर सकते है
प्रेम सिंह जी को सलाम आप की जानकारी कृषि कार्य और किसान को सम्मान दिलाने, कृषि को राष्ट्रीय कार्य घोषित के लिए।
एक सही और ज़बरदस्त व्यक्ति से पाला पड़ा, ऐसे व्यक्ति को केंद्रीय कृषि मंत्री होना चाहिए..
हकीकत में तो अबुल कलाम आजाद को भी साइड लाइन कर दिया गया था..👍👍
Prem Singh Ji . . 🙏🏻
I am not a Farmer. But very interested in All the things that you said. My regards to you and a Big Thank You to Lallantop for doing this interview . . I was not bored even for a minute !!
Ekdum focus banaa rahaa . . Throughout 🤗🤗
किसान नेता अपने फार्म के मैनेजर है वास्तविक किसान नही हैं।टैक्टर चलाने से लेकर बिजाई सिचाई फसल कटाई सभी काम मजदूरौ से कराते है।
प्रेम जी मे किसान नही हु लेकिन आपकी बात सुनकर खेती करने की प्रेरणा मिली है कि खेती ही करनी चाहिए।
आप यहां आकर नजदीक से समझना चाहे तो आ सकते है समय समय में ट्रेनिंग चलती रहती है
Progressive kisaan hai Mr Prem shing ji 🙏 soch aur neeti dono hi bhut achhi hai ..thanks to lallan top for this Interview
मनरेगा के मज़दूरों के बारे में कही गई बात महत्वपूर्ण है
ब हुत सही बात कही सर जी मनरेगा के बाद खेती के लिए मजदूर मिलना मुश्किल हो गया है बहुत बढ़िया उपाय दिया है
मैं राघवेन्द्र राजपूत जो कि janta ka Raj चैनल के एडिटर हैं , उनका प्रेमसिंह जी से वार्तालाप भेज रहा हूं , सुनिए व देखिए सब लोग ।
लल्लनटाप से बेहतरीन इंटरव्यू है वो
लिंक दीजिए या किस नाम से सर्च करें।
अद्वितीय व्यक्तित्व के स्वामी है गजब की सोच है बड़ा अभिमान होता है आज भी ऐसे लोग अपने लोग हमारे बीच में है
Excellent knowledge and real definition of a farmer.
प्रेम सिंह जी ने असली किसान को परिभाषित किया है। मैं उनके विचार से सहमत हूं। दोनो सदन में किसान के प्रतिनिधि भी नामित हो, ये अच्छा सुझाव है।
प्रेम सिंह जी ने यह साबित कर दिया कि किसानी कभी भी घाटे का सौदा नहीं हो सकती अगर आदमी मन लगाकर किसानी करे तो उनकी एक बात ने मेरे दिल को छू लिया खेती करना मनुष्य ने कैसे शुरू किया और आज तक इतना आगे कैसे पहुंचा उसका कोई इतिहास नहीं है इसका इतिहास जरूर होना चाहिए ताकि हमारे आने वाली पीढ़ियों को भी खेती के बारे में पता चल सके
Jo ped lagaye he unhone wo hee 5000 ke hai. Wo banda pehle se Amir hai aur uska ladka bhi officer hai
Sorry by mistake I put in dislike button
जय हो भैया प्रेम सिंह जी की जय हिंदू राष्ट्र जय जवान जय किसान आपने इतनी बेहतरीन उन्नत किस्म की बातें बताएं भारत में पहला ही किसान मिला प्रेम सिंह जी ने किसान मंच की कायापलट दीया वाह प्रेम सिंह जी धन्य है आप भारत के किसान जियो हजारों साल जय हो मोदी सरकार जय हो योगी सरकार हिंदू राष्ट्र किसान जिंदाबाद
सर आपकी बातो से मैं प्रभावित हूं, प्रत्येक किसान को वास्तविकता के साथ चलने की जरूरत हैं, समय के साथ बदलाव की भी जरूरत हैं, जय जवान जय किसान 🌾🙏
When I saw the video time, I thought who would watch so long, but after listening to Mr. Premchandar Ji, I felt video is very short, such type of people are very few left among us, we should move forward by learning from them. Must be a part of his training Session Invaluable knowledge Incredible contribution in this field.
Kishan bhi aur Vidwan Bhi.
One day I'll go to learn with him.
Thanks to The Lallantop team.
😅😅😅😅😅
सोच पर निर्भर करता है,इस भाई साहब का सोच बहुत ही अच्छा है।
ऐसे ही जागरूक लोगों के नेतृत्व की जरूरत है आज देश-दुनिया को।
बहुत ऊंचा बिचारा है आप का, विविधता भरी दुनिया में सम्भव होगा, बड़ा कठिन मालूम पड़ता है।
मानव जीवन का विकास एवं किसानों की वैज्यानिकता का इतिहास बहुत अच्छे से विश्लेषण किया । देश के अन्नदाता की परिभाषा एवं विशेष सम्मान मिलना चाहिये ।
खेती किसानी को हीन दृष्टि से ना देखा जाये । प्रत्येक कक्षा के एक विषय के रूप में किसानों को स्वतंत्र सत्ता के रूप में माना जाये ।
बहुत अच्छी बात बताई तहेदिल से शुक्रिया ऐसे लोगों की देश को बहुत जरूरत है धन्यवाद
सोचने का तरीका बिल्कुल अलग है सोच ही आपको मंजिल तक ले जाती है
बहुत ही अच्छी बात रखी किसानों की आपने जरूर मिलने आऐंगे किसान सर जी
शुक्रिया आप का,प्रेम सिंह जी के विचार, ज्ञान, और समर्पण बहुत ही सराहनीय है,सरकार ने इनके विचारो को महत्व देकर पुरे देश मे इनका किसानी का मॉडल लागु कराना चाहिए, बहुत ही समृद्धी और सम्मान का कार्य कर रहे है।
जय हिंद, जय किसान,
The reporter's patience is appreciated. I wish Prem Singh to come forward to speak often on the Kisan's public platforms/manch.
बहुत सुंदर सोच है। भारत का किसान क्यों नहीं उठ पाया, इसका बेहतरीन विश्लेषण किया है। एक किसान के रूप में इतनी विस्तृत सोच वाला शिक्षक भारत के किसानों की नयी दिशा दे सकता। भारतीय किसानों को यहाँ की राजनीतिक व्यवस्था ने बर्बाद किया है। किसानों को आगे लाने के लिए किसानों को ही प्रयास करना होगा जिनको मार्गदर्शन महोदय जैसे लोग कर सकें।
आज पहली बार सही पढ़े लिखे किसान से मुलाकात हो गयी है रिपोर्टर महोदय की।
આજ પહેલી વાર સહી ભણેલ ગણેલ કિસાન નિ મુલાકાત થી આવા કિસાન નિજરૂર રાજકારણ છે
ruclips.net/user/avartansheelkheti
खेती के बारे में आप द्वारा दी गई जानकारी किसान एवं सामान्य नागरिक के लिए बहुत लाभदायक है कृषिकार्य के साथ बागवानी करना, खेत मे तालाब बनाना, तालाब से सिंचाई करना पशुपालन करना, इन सभी कार्यों का खेती के साथ चलने पर किसान समृद्ध होता है खेती(कृषि) का एक चक़ होता है कृषि का पूरा चक़ चलने पर ही किसान समृद्धिशाली होगा ।
जमीन का जलस्तर बढेगा
वातावरण मे कार्बन उत्सर्जन की मात्रा कमी होगी
खेती के कार्य के कार्य के साथ सुथार, लुहार,एवं मजदूरों को रोजगार मिलने से बेरोजगारी की समस्या का समाधान भी होगा
जय जवान जय किसान
ऐसी सोच के किसान दुनिया मे कही नही होंगे।
गजब किसान।मैं भी जैविक किसान हू।बहुत सीखने को मिला।
मनुष्य और कृषि के सुखद तत्व से परिचय कराने का सराहनीय योगदान ।धन्यवाद
आपकी सोच के लिए शब्द नहीं है मेरे पास। असल में मनुष्य का पूरा इतिहास ही खेती का इतिहास है।
आपकी हर बात आपका संकलन मानवता को दिशा एवम दशा देने वाला है।🙏
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zxcbxxpptxnanoshs😎ghor🇦🇬
Jjjnkkkkkklllllmcznnnnnnnnnnnn🇹🇷😏🍉👵❤️
🙏🏿🕉️🙏🏿 Ji kisan 👍
आपके विचार आपकी द्रडता त्याग कर्मठता लक्ष्य मानव के साथ साथ सभी जीवों के प्रति सद्भावना देख सुनकर मुझ मृतप्राय इन्सान में एक नवचेतना जागृत हुई है आप अगर एक बार कमेन्ट पढकर आशिर्वाद प्रदान कर दे तो मेरा हौसला आशमान छूऐगा नमन
वाकई बहुत अच्छे विचारों के साथ किसानों के प्रति अपने विचार रखें अति उत्तम
बहुत ही सुंदर बाते जानने को मिली। प्रेमसिंह जी जैसे विद्वान किसानो की बाते ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुँच रही हैं" lallantop" के माध्यम से बहुत बहुत आभार आपकी टीम का और प्रेम सिंह जी का। प्रेम सिंह जैसे किसानो के विचार पर हमे चिंतन करना चाहिए और इस पर अमल भी करना चाहिए। इसी मे सभी की भलाई भी है। बहुत बहुत आभार lallantop🙏🙏🙏
जरा एक बार सोचिए कि ये हमारे देश के कृषि मंत्री बन जाए तो हम कहा पहुंच सकते है
sahi kaha , puri tarah sahamat hu.
@@zaheerbeg4810 .;;...;.......(。’▽’。)♡
हम सो टका आप के साथ है
Bilkul sahi kaha aapne
1000% Right Kisan.
प्रेम चंद जी के ऐसे लोगो के हिसाब से लोकतंत्र निर्माण हो सकता है।किसानो का प्रतिनिधित्व सरकार में होना ही चाहिए।