इजरायल की सेना में लड़ने वाले फौजियों की भारी कमी हो गई है... इसराइल अपने अंध भक्तों को फौज में भर्ती करने के लिए बुला रहा है, क्या ख्याल है ?? 😂😂😂 यह खबर सुनकर इजरायली अंध भक्तों का पखाना निकल गया, हाफ पैंट पीली हो गई 😂😂😂
क्योंकि नेतन्याहू पर घोटालों और अवैध वसूली का केस चल रहा है। वो इजरायल को नही बल्कि अपनी कुर्सी बचा रहा है। उसने इजरायल और फिलस्तीन के लोगों को आग मे झोंक दिया। एक के बाद एक देशों को जंग मे घसीट रहा है।
Hello Secular BBC Just one question to you. 7th October Attack is a Terirest attack yes or no. & Isreal Right to Counter this redical islamic Terrorism Attack'. & BBC is a Terirest organisation supporter yes or no.
Israel yanke tera baap sirf am logo he maar sakta hai Iran se aur Hezbollah se huti se alkasam breget hai samne ke ladai me israil yanki tera baap uske maa chud jaari hai 5000 ke idf ke sena Lebanon ke ak village par bhe kabja nahi karpaye 😂😂😂😂
दिशा ही दशा निर्धारित करती है , हम अपना भविष्य निर्धारित नहीं कर सकते हैं लेकिन आदत निर्धारित कर सकते हैं और यही आदत भविष्य निर्धारित करती है बिरादरी विलाप करती है आदत है , मेरा मनोरंजन होगा ये भी आदत है
_खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में, कुर्रम जुलाई_ के अंत से तनाव से ग्रस्त है *शिया और सुन्नी* जनजातियों के बीच भूमि विवाद के परिणामस्वरूप अभी तक कम से कम 46 मौतें हुईं 👉 *अल जजीरा*
_खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में, कुर्रम जुलाई_ के अंत से तनाव से ग्रस्त है *शिया और सुन्नी* जनजातियों के बीच भूमि विवाद के परिणामस्वरूप कम से कम 46 मौतें हुईं 👉 *अल जजीरा*
Lebanon should divide its country on the religious lines. Why should the adventure of Shias of Lebanon make the majority Christian of that nation suffer
_खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में, कुर्रम जुलाई_ के अंत से तनाव से ग्रस्त है *शिया और सुन्नी* जनजातियों के बीच भूमि विवाद के परिणामस्वरूप अभी तक कम से कम 46 मौतें हुईं 👉 *अल जजीरा*
Abhi bhi samay hai logo ke paas kyu aane vala samay aur bhi bhayankar hone vala hai kyu ki ye likha gaya hai prabhu Yeshu ke aane se pahle ye sab hone vala hai prabhu yeshu ko apna uddharkarta parmeshwar svikar karo aur apne paapo ka paschyatap karo tum bhi bachaye jaaoge ❤
@@topuramverma3567 इस्लाम में मानवता और नैतिकता पर कई आयतें हैं जो मानव समाज में शांति, दया, और सद्भावना की शिक्षा देती हैं। यहाँ कुछ प्रमुख आयतें हैं जो कुरान में मानवता और इंसानियत की बात करती हैं: 1. सभी मानवता का सम्मान "और हमने आदम के बच्चों का आदर किया है।" कुरान 17:70 2. सहायता और सहयोग "नेक कामों और परहेज़गारी में एक-दूसरे की मदद करो, और गुनाह और ज़्यादती में नहीं।" कुरान 5:2 3. अच्छाई और बुराई के प्रति संतुलन "भलाई और बुराई बराबर नहीं हो सकते। तुम भलाई के साथ बुराई को दूर करो, फिर देखो कि तुम्हारा दुश्मन तुम्हारा करीबी मित्र बन जाएगा।" कुरान 41:34 4. सर्वजन हित के लिए कार्य "जो कोई एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या करता है, वह सभी मानवता की हत्या के बराबर है, और जो किसी को जीवन देता है, वह सभी मानवता को जीवन देने के बराबर है।" कुरान 5:32 5. गरीबों और जरूरतमंदों की मदद "और उनके माल में मांगने वालों और वंचितों का हक़ था।" कुरान 51:19 6. धर्म में कोई जबरदस्ती नहीं "धर्म में कोई बाध्यता नहीं है। सही और गलत स्पष्ट हो चुके हैं।" कुरान 2:256 7. न्याय और समानता "और अल्लाह न्याय और भलाई का आदेश देता है।" कुरान 16:90 ये आयतें इस्लाम की उस शिक्षा को उजागर करती हैं जो मानवता के सम्मान, सहानुभूति, और न्याय की प्रेरणा देती हैं। कुरान बार-बार नैतिकता, दूसरों की सहायता और सामाजिक न्याय पर बल देता है।
@@topuramverma3567 इज़रायल-फिलिस्तीन टकराव एक अत्यंत जटिल और दशकों से चला आ रहा विवाद है, जिसका गहरा ऐतिहासिक, धार्मिक, राजनीतिक और भू-आर्थिक संदर्भ है। इसे समझने के लिए हमें इस विवाद की जड़ से शुरू करना होगा और वर्तमान स्थिति पर भी नज़र डालनी होगी। 1. प्राचीन इतिहास प्राचीन काल: इज़रायल और फिलिस्तीन का क्षेत्र, जिसे "काना" या "होलि लैंड" कहा जाता है, यहूदी, ईसाई और इस्लाम धर्म के लिए पवित्र माना जाता है। यहूदी धर्म का मुख्य स्थल यरुशलम है, जिसे प्राचीन काल से यहूदी समुदाय का धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र माना जाता है। इस क्षेत्र पर यहूदियों का नियंत्रण रहा, लेकिन समय-समय पर इसका प्रभुत्व बदलता रहा, जैसे बाबिलोनियन, फारसी, यूनानी और रोमन साम्राज्यों का कब्जा। इस्लामी विस्तार (7वीं शताब्दी): 7वीं शताब्दी में इस्लाम के उदय के बाद अरबों ने इस क्षेत्र पर नियंत्रण किया और इसे मुस्लिम शासकों द्वारा नियंत्रित किया जाने लगा। धीरे-धीरे यहाँ बड़ी संख्या में अरब मुस्लिम बसने लगे, और यह भूमि इस्लामी दुनिया का हिस्सा बन गई। 2. आधुनिक काल और ज़ायोनिज़्म 19वीं सदी और ज़ायोनिज़्म: 19वीं सदी में यूरोप में यहूदी विरोधी भावनाएँ (एंटीसेमिटिज़्म) बढ़ने लगीं। इसका परिणाम हुआ कि यहूदी समुदाय में एक आंदोलन शुरू हुआ जिसे "ज़ायोनिज़्म" कहते हैं, जिसका उद्देश्य था कि यहूदियों के लिए एक स्वतंत्र राष्ट्र बने। इस समय ओटोमन साम्राज्य का नियंत्रण इस क्षेत्र पर था, और वहाँ यहूदी समुदाय के साथ अरब समुदाय भी रह रहा था। प्रथम विश्व युद्ध और ब्रिटिश जनादेश (1917-1947): प्रथम विश्व युद्ध के बाद ओटोमन साम्राज्य के पतन के बाद यह क्षेत्र ब्रिटेन के अधीन आ गया। 1917 में, ब्रिटिश सरकार ने "बालफोर घोषणा" जारी की, जिसमें यहूदियों के लिए एक राष्ट्रीय गृहस्थल बनाने की बात कही गई। लेकिन फिलिस्तीनी अरब समुदाय इस फैसले का विरोध कर रहा था। 3. संघर्ष की शुरुआत (1948) इज़रायल का गठन (1948): द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, विशेषकर होलोकॉस्ट (यहूदियों के नरसंहार) के बाद, यहूदी समुदाय के लिए एक अलग राष्ट्र की मांग तेज़ हो गई। 1947 में संयुक्त राष्ट्र ने एक योजना बनाई, जिसके अनुसार फिलिस्तीन को दो हिस्सों में विभाजित किया जाना था- एक हिस्सा यहूदियों के लिए (इज़रायल) और दूसरा फिलिस्तीनी अरबों के लिए। 1948 का युद्ध: इस विभाजन के बाद, 14 मई 1948 को इज़रायल ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा कर दी। इसके तुरंत बाद अरब देशों ने इज़रायल पर हमला कर दिया। परिणामस्वरूप, इज़रायल ने युद्ध में जीत हासिल की, लेकिन लाखों फिलिस्तीनी अपने घरों से बेघर हो गए, जिन्हें अब "नकबा" (विनाश) कहा जाता है। 4. अरब-इज़रायल युद्ध और बढ़ता तनाव 1956, 1967, और 1973 के युद्ध: इज़रायल और अरब देशों के बीच कई बार युद्ध हुए। विशेषकर 1967 का छह-दिन का युद्ध जिसमें इज़रायल ने वेस्ट बैंक, गाज़ा पट्टी, गोलान हाइट्स और पूर्वी यरुशलम पर कब्जा कर लिया। इस युद्ध ने इस संघर्ष को और जटिल बना दिया क्योंकि इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी रह रहे थे। PLO का गठन: फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (PLO) की स्थापना 1964 में हुई, जिसका मुख्य उद्देश्य इज़रायल के खिलाफ फिलिस्तीनी हितों की रक्षा करना और एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी राष्ट्र की स्थापना करना था। 5. ऑस्लो समझौते और शांति प्रयास ऑस्लो समझौता (1993): यह इज़रायल और PLO के बीच एक बड़ा शांति समझौता था, जिसने फिलिस्तीनी क्षेत्रों (वेस्ट बैंक और गाज़ा) को कुछ हद तक स्वायत्तता दी। लेकिन यरुशलम की स्थिति, शरणार्थियों की वापसी, और स्थायी सीमाओं पर सहमति नहीं हो पाई, जिसके कारण संघर्ष जारी रहा। इंतीफादा (1987, 2000): 1987 में फिलिस्तीनी विद्रोह (इंतीफादा) हुआ, जिसे इज़रायल के कब्जे के खिलाफ एक बड़ा प्रतिरोध माना जाता है। दूसरा इंतीफादा 2000 में हुआ, जिससे हिंसा और बढ़ गई। 6. वर्तमान स्थिति (2024) वर्तमान संघर्ष: हाल के वर्षों में, इज़रायल और फिलिस्तीनी हमास के बीच संघर्ष में तेजी आई है। खासकर गाज़ा पट्टी में हमास और इज़रायल के बीच बार-बार युद्ध होते हैं। 2021 में यरुशलम और गाज़ा पट्टी के विवाद ने एक बड़े संघर्ष का रूप लिया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए। वेस्ट बैंक में बस्तियाँ: वेस्ट बैंक में इज़रायली बस्तियों का निर्माण विवाद का मुख्य कारण बना हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार, ये बस्तियाँ अवैध मानी जाती हैं, लेकिन इज़रायल इस पर सहमत नहीं है। यरुशलम की स्थिति: यरुशलम पर इज़रायल का नियंत्रण है, लेकिन फिलिस्तीनी इसे अपनी राजधानी मानते हैं। यह शहर तीन प्रमुख धर्मों के लिए महत्वपूर्ण है और इसका विभाजन अत्यधिक विवादास्पद है।
दर्द तो बीबीसी को भी बहुत हो होता है
जैसे अल्लाह ने इस्राइल को पहले ही लाइसेंस दे कर ही धरती पर भेजा हो
दोनों महान , जन्म मिलना अल्लाह की देन हूरें इस्राइल की ❤❤
Palestine 72 hoore lene me aage hai,,
Israel science and technology me aage hai,,,
Isliye Israel,,, Palestine ko 72 hoore dilane me help kr rha hi
मुसलमानों को लेकर बड़ी नफ़रत है तुझे,,, इसी नफरत की आग में जलते जलते एक दिन दुनियां को अलविदा कह जायेगा तू
भगवान ने हिटलर को भी लाइसेंस देकर भेजा था😂😂
और रामू ने अंध भक्तों को😂😂
इजरायल की सेना में लड़ने वाले फौजियों की भारी कमी हो गई है... इसराइल अपने अंध भक्तों को फौज में भर्ती करने के लिए बुला रहा है, क्या ख्याल है ?? 😂😂😂
यह खबर सुनकर इजरायली अंध भक्तों का पखाना निकल गया, हाफ पैंट पीली हो गई 😂😂😂
Yes ,Jihadi gaddhe logo ko thokkana israel ka farz haiye @@AllisWell-z7t
कोरना काल में मौत का तांडव बन्द हुआ नहीं यूक्रेन ईरान लेबनान गांजा पट्टी में मौत का तांडव मन बड़ा विचलित हो जाता कोई युद्ध रोक क्यों नहीं रहें हैं 😭🙏
main itna Achcha Gata hun lekin Koi Nahin Sunta😭😭😭🥺iii
क्योंकि नेतन्याहू पर घोटालों और अवैध वसूली का केस चल रहा है। वो इजरायल को नही बल्कि अपनी कुर्सी बचा रहा है। उसने इजरायल और फिलस्तीन के लोगों को आग मे झोंक दिया। एक के बाद एक देशों को जंग मे घसीट रहा है।
@@MelodicHarsh259p
Jab tak Israel gaza nahi chhodega Lebnon me ceasefire nahi hoga
तुम रोको।
जय श्री राम 🌷
Hello Secular BBC Just one question to you.
7th October Attack is a Terirest attack yes or no.
& Isreal Right to Counter this redical islamic Terrorism Attack'.
& BBC is a Terirest organisation supporter yes or no.
just like your Hindutva terriorism...
Waheguru ji 🙏🙏🙏🙏🙏
_________ Hu Akbar😂😂
( Hint: 🇮🇱 )
Ha wo tere amma ka bhatar hai
Israel yanke tera baap sirf am logo he maar sakta hai Iran se aur Hezbollah se huti se alkasam breget hai samne ke ladai me israil yanki tera baap uske maa chud jaari hai 5000 ke idf ke sena Lebanon ke ak village par bhe kabja nahi karpaye 😂😂😂😂
दिशा ही दशा निर्धारित करती है , हम अपना भविष्य निर्धारित नहीं कर सकते हैं लेकिन आदत निर्धारित कर सकते हैं और यही आदत भविष्य निर्धारित करती है
बिरादरी विलाप करती है आदत है , मेरा मनोरंजन होगा ये भी आदत है
करोना काल में भी काफ़ी मनोरंजन हुआ होगा गंगा नदी,, बिना लकड़ी की चिता, बिना ऑक्सीजन के, अस्पताल देख कर
@@بختیارخان5050👍
_खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में, कुर्रम जुलाई_ के अंत से तनाव से ग्रस्त है *शिया और सुन्नी* जनजातियों के बीच भूमि विवाद के परिणामस्वरूप अभी तक कम से कम 46 मौतें हुईं
👉 *अल जजीरा*
_खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में, कुर्रम जुलाई_ के अंत से तनाव से ग्रस्त है *शिया और सुन्नी* जनजातियों के बीच भूमि विवाद के परिणामस्वरूप कम से कम 46 मौतें हुईं
👉 *अल जजीरा*
Good luck israyal
धन्यवाद उदित मेरा❤❤❤❤❤❤❤ धन्यवाद बीबीसी हिंदी
धन्यवाद,
Lebanon should divide its country on the religious lines. Why should the adventure of Shias of Lebanon make the majority Christian of that nation suffer
Mehra ji namaste thank you for your news sar
No to war Live in peace
Tum ESI layak ho ... good very good
BBC 🌎🌍🌏❤❤
❤❤❤
Good News BBC ❤❤❤
BBC all time support Muslim country
_खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में, कुर्रम जुलाई_ के अंत से तनाव से ग्रस्त है *शिया और सुन्नी* जनजातियों के बीच भूमि विवाद के परिणामस्वरूप अभी तक कम से कम 46 मौतें हुईं
👉 *अल जजीरा*
Let's start a 15 minutes business news bulletin
Let us know about Netherlands ?
🙏🌹BBC News Good Best
🙏🌹Vidit Mehra Anchor
❤💘Prerana Anchor Best
🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
Lebanon and gaza news kha h??
Abhi bhi samay hai logo ke paas kyu aane vala samay aur bhi bhayankar hone vala hai kyu ki ye likha gaya hai prabhu Yeshu ke aane se pahle ye sab hone vala hai prabhu yeshu ko apna uddharkarta parmeshwar svikar karo aur apne paapo ka paschyatap karo tum bhi bachaye jaaoge ❤
Very good
good news b 4:49
Israel 👍👍👍👍👍👍❤❤❤
Gurunanak Dev Kee Jai
इजराइल अपने हमले जारी रखे
રફીક બોલોચ ❤❤
Namo budhye jai bhim jai samvidhan jai samrat ashok jai mulnivasi
Is Isreal confirmed rough of the world and nobody can say anything.
Babar to bahot achaa insaan thaa
Sabse Acha Insaan iss Dharti me janam lene Wala Sidhartha Gutam Buddha Yani Gautam Buddha pramatma tha Baki aur koi bhi nahi tha na Hoga.
🙏🏾
👍❤️🌹🇮🇳🙏
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Nepal
श्रीलंका में चीन समर्थक
मियाँ समर्थक सरकार बन गई है
India me b toh Congress vampanti chamche sab china ki samrthak gang hn unka b naam le
What is happening in France ?
Bonb se co2 nahi hota kaya
bas ab war band karo yaar ab aur maut nahi dekha jata, save humanity 😢
Hamars chod kyu naa raha israel ke log ko kyu Marva raha hai logo ko
ज़ब 7 अक्टूबर 2023 को वहशी हमास, इजराइल के आमजन को मौत के घाट उतारे तब तुम्हारा ये मानवाधिकार वाला राग कहा था??
@@topuramverma3567 इस्लाम में मानवता और नैतिकता पर कई आयतें हैं जो मानव समाज में शांति, दया, और सद्भावना की शिक्षा देती हैं। यहाँ कुछ प्रमुख आयतें हैं जो कुरान में मानवता और इंसानियत की बात करती हैं:
1. सभी मानवता का सम्मान
"और हमने आदम के बच्चों का आदर किया है।"
कुरान 17:70
2. सहायता और सहयोग
"नेक कामों और परहेज़गारी में एक-दूसरे की मदद करो, और गुनाह और ज़्यादती में नहीं।"
कुरान 5:2
3. अच्छाई और बुराई के प्रति संतुलन
"भलाई और बुराई बराबर नहीं हो सकते। तुम भलाई के साथ बुराई को दूर करो, फिर देखो कि तुम्हारा दुश्मन तुम्हारा करीबी मित्र बन जाएगा।"
कुरान 41:34
4. सर्वजन हित के लिए कार्य
"जो कोई एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या करता है, वह सभी मानवता की हत्या के बराबर है, और जो किसी को जीवन देता है, वह सभी मानवता को जीवन देने के बराबर है।"
कुरान 5:32
5. गरीबों और जरूरतमंदों की मदद
"और उनके माल में मांगने वालों और वंचितों का हक़ था।"
कुरान 51:19
6. धर्म में कोई जबरदस्ती नहीं
"धर्म में कोई बाध्यता नहीं है। सही और गलत स्पष्ट हो चुके हैं।"
कुरान 2:256
7. न्याय और समानता
"और अल्लाह न्याय और भलाई का आदेश देता है।"
कुरान 16:90
ये आयतें इस्लाम की उस शिक्षा को उजागर करती हैं जो मानवता के सम्मान, सहानुभूति, और न्याय की प्रेरणा देती हैं। कुरान बार-बार नैतिकता, दूसरों की सहायता और सामाजिक न्याय पर बल देता है।
@@topuramverma3567 इज़रायल-फिलिस्तीन टकराव एक अत्यंत जटिल और दशकों से चला आ रहा विवाद है, जिसका गहरा ऐतिहासिक, धार्मिक, राजनीतिक और भू-आर्थिक संदर्भ है। इसे समझने के लिए हमें इस विवाद की जड़ से शुरू करना होगा और वर्तमान स्थिति पर भी नज़र डालनी होगी।
1. प्राचीन इतिहास
प्राचीन काल: इज़रायल और फिलिस्तीन का क्षेत्र, जिसे "काना" या "होलि लैंड" कहा जाता है, यहूदी, ईसाई और इस्लाम धर्म के लिए पवित्र माना जाता है। यहूदी धर्म का मुख्य स्थल यरुशलम है, जिसे प्राचीन काल से यहूदी समुदाय का धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र माना जाता है। इस क्षेत्र पर यहूदियों का नियंत्रण रहा, लेकिन समय-समय पर इसका प्रभुत्व बदलता रहा, जैसे बाबिलोनियन, फारसी, यूनानी और रोमन साम्राज्यों का कब्जा।
इस्लामी विस्तार (7वीं शताब्दी): 7वीं शताब्दी में इस्लाम के उदय के बाद अरबों ने इस क्षेत्र पर नियंत्रण किया और इसे मुस्लिम शासकों द्वारा नियंत्रित किया जाने लगा। धीरे-धीरे यहाँ बड़ी संख्या में अरब मुस्लिम बसने लगे, और यह भूमि इस्लामी दुनिया का हिस्सा बन गई।
2. आधुनिक काल और ज़ायोनिज़्म
19वीं सदी और ज़ायोनिज़्म: 19वीं सदी में यूरोप में यहूदी विरोधी भावनाएँ (एंटीसेमिटिज़्म) बढ़ने लगीं। इसका परिणाम हुआ कि यहूदी समुदाय में एक आंदोलन शुरू हुआ जिसे "ज़ायोनिज़्म" कहते हैं, जिसका उद्देश्य था कि यहूदियों के लिए एक स्वतंत्र राष्ट्र बने। इस समय ओटोमन साम्राज्य का नियंत्रण इस क्षेत्र पर था, और वहाँ यहूदी समुदाय के साथ अरब समुदाय भी रह रहा था।
प्रथम विश्व युद्ध और ब्रिटिश जनादेश (1917-1947): प्रथम विश्व युद्ध के बाद ओटोमन साम्राज्य के पतन के बाद यह क्षेत्र ब्रिटेन के अधीन आ गया। 1917 में, ब्रिटिश सरकार ने "बालफोर घोषणा" जारी की, जिसमें यहूदियों के लिए एक राष्ट्रीय गृहस्थल बनाने की बात कही गई। लेकिन फिलिस्तीनी अरब समुदाय इस फैसले का विरोध कर रहा था।
3. संघर्ष की शुरुआत (1948)
इज़रायल का गठन (1948): द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, विशेषकर होलोकॉस्ट (यहूदियों के नरसंहार) के बाद, यहूदी समुदाय के लिए एक अलग राष्ट्र की मांग तेज़ हो गई। 1947 में संयुक्त राष्ट्र ने एक योजना बनाई, जिसके अनुसार फिलिस्तीन को दो हिस्सों में विभाजित किया जाना था- एक हिस्सा यहूदियों के लिए (इज़रायल) और दूसरा फिलिस्तीनी अरबों के लिए।
1948 का युद्ध: इस विभाजन के बाद, 14 मई 1948 को इज़रायल ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा कर दी। इसके तुरंत बाद अरब देशों ने इज़रायल पर हमला कर दिया। परिणामस्वरूप, इज़रायल ने युद्ध में जीत हासिल की, लेकिन लाखों फिलिस्तीनी अपने घरों से बेघर हो गए, जिन्हें अब "नकबा" (विनाश) कहा जाता है।
4. अरब-इज़रायल युद्ध और बढ़ता तनाव
1956, 1967, और 1973 के युद्ध: इज़रायल और अरब देशों के बीच कई बार युद्ध हुए। विशेषकर 1967 का छह-दिन का युद्ध जिसमें इज़रायल ने वेस्ट बैंक, गाज़ा पट्टी, गोलान हाइट्स और पूर्वी यरुशलम पर कब्जा कर लिया। इस युद्ध ने इस संघर्ष को और जटिल बना दिया क्योंकि इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी रह रहे थे।
PLO का गठन: फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (PLO) की स्थापना 1964 में हुई, जिसका मुख्य उद्देश्य इज़रायल के खिलाफ फिलिस्तीनी हितों की रक्षा करना और एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी राष्ट्र की स्थापना करना था।
5. ऑस्लो समझौते और शांति प्रयास
ऑस्लो समझौता (1993): यह इज़रायल और PLO के बीच एक बड़ा शांति समझौता था, जिसने फिलिस्तीनी क्षेत्रों (वेस्ट बैंक और गाज़ा) को कुछ हद तक स्वायत्तता दी। लेकिन यरुशलम की स्थिति, शरणार्थियों की वापसी, और स्थायी सीमाओं पर सहमति नहीं हो पाई, जिसके कारण संघर्ष जारी रहा।
इंतीफादा (1987, 2000): 1987 में फिलिस्तीनी विद्रोह (इंतीफादा) हुआ, जिसे इज़रायल के कब्जे के खिलाफ एक बड़ा प्रतिरोध माना जाता है। दूसरा इंतीफादा 2000 में हुआ, जिससे हिंसा और बढ़ गई।
6. वर्तमान स्थिति (2024)
वर्तमान संघर्ष: हाल के वर्षों में, इज़रायल और फिलिस्तीनी हमास के बीच संघर्ष में तेजी आई है। खासकर गाज़ा पट्टी में हमास और इज़रायल के बीच बार-बार युद्ध होते हैं। 2021 में यरुशलम और गाज़ा पट्टी के विवाद ने एक बड़े संघर्ष का रूप लिया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए।
वेस्ट बैंक में बस्तियाँ: वेस्ट बैंक में इज़रायली बस्तियों का निर्माण विवाद का मुख्य कारण बना हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार, ये बस्तियाँ अवैध मानी जाती हैं, लेकिन इज़रायल इस पर सहमत नहीं है।
यरुशलम की स्थिति: यरुशलम पर इज़रायल का नियंत्रण है, लेकिन फिलिस्तीनी इसे अपनी राजधानी मानते हैं। यह शहर तीन प्रमुख धर्मों के लिए महत्वपूर्ण है और इसका विभाजन अत्यधिक विवादास्पद है।
😂😂😂😂😂
Thanks for the giving true news
bbc news
ગુડ ન્યુઝ
Dhan Guru Nanak Sahib ji
Na + anaak = Nanak
Allah hu akbar kabira
Bangladesh ki news dikhao kya ho raha hai waha
Yar aap achay hain lakin saraka madam ke Kya baat ha
Shrilanka ke ache din chalu ho gaye
🎉🎉🎉🎉
Amerika. Ejrael Narsanhar. Kar. Raha. Hai
Labnan is not doing self Defense ?
Bambari Israel kar raha hai lakin sab amerika ke isaray par ho raha hai aur gola barood bhi to America hi de raha hai
Q Israel ki fighter gira nahi deta.
aise jail india me hogi toh khooni,rapist kam se kam 100 guna jyada honge
Yudh viraam ki farzi koshish.😅😅
Attanki israel america nato jo genocide narsanghar people's killing ke zimmedar attanki yahi desh he shanti ke dusman
Bbc godi media hai
Bhai srif Israel hi bom maar raha hai kiya aur Lebanon ne nahi maar kiya isreal par saram hai aap logo ko. Yakinan nh ha
World - never 7 October 2023 forget
Huu b
Or kitna giro gi ame...Isr.....
Hj
À³w¹,😢ùř
Kya baat h Israel to daily diwali celebrate kar raha h .
Free Palestine free Gaza free lebnan
Isreal wohi kar raha hn jo zururi hn
Hizbullah ladne ka barabar ka,takat Nahin hai to kyon Jung chheda? Hizbullah bahut bada galt Kiya..
Anchor barking nonsense
👏👏👏👏👏