Ahankar rawan ko hua tha aur uske pass bahut buddhi thi...jaya Kishori ji ke pass ahankar nahi waham hai ki unke pass bahut knowledge hai.... ahankar krne ke liye bhi kuch jyada honi chahiye....waham to har koi pal leta hai... ahankar sb ke bas ki baat nhi....
सत्य है महाराज जी आजकल लोग शास्त्र विरुद्ध बात कहकर लोगों को अपने धर्म से ही चयुत करने का प्रयास है आप सबके वचनों से इनको सद्बुद्धि मिले श्री हरि : शरणम 🙏
इज्जत शोहरत पैसा जब भर भर के आता है हर किसी को हजम नहीं होता वही हाल इन मैडम का है जिन शास्त्रों का वाचन कर जो नेम फेम मिला उसी को झुठला रही नशा दिमाग़ चढ़ गया हैं
राधे राधे महाराज जी मैंने भी विद्वानों से सुना है कि भगवान श्री कृष्ण द्रोपदी की करुण पुकार सुनकर दोड़े आये और तुरंत चीर बड़ाया सभा में सबके सामने नहीं आये फिर भगवान श्री कृष्ण द्वारा द्रोपदी को छूने का सवाल ही नहीं है। इसलिए तो सभी चकित रह गए कि साड़ी बीच नारी है कि, नारी बीच साड़ी है। साड़ी की ही नारी कि, नारी की ही साड़ी है।।
माता कामख्या इसीलिए जानी जाती हैं तीन दिन के बाद जो कपड़ा मिलता है वो प्रसाद के रूप में घर में और तिजोरी में रखा जाता है, न कि उस कपड़े को अशुद्ध समझा जाता है।
माता कामख्या इसीलिए जानी जाती हैं तीन दिन के बाद जो कपड़ा मिलता है वो प्रसाद के रूप में घर में और तिजोरी में रखा जाता है, न कि उस कपड़े को अशुद्ध समझा जाता है।
माता कामख्या इसीलिए जानी जाती हैं तीन दिन के बाद जो कपड़ा मिलता है वो प्रसाद के रूप में घर में और तिजोरी में रखा जाता है, न कि उस कपड़े को अशुद्ध समझा जाता है।
श्री हरिवंश!! आज के कलयुग की यही समस्या है कि लोग शास्त्र तो पढ़ते नही अपने मन के अनुसार शास्त्र को बदलने का प्रयत्न करते हैं, और लोगों की नजरों में श्रेष्ठ बनने के लिए उनके मन के अनुसार बात बोलने में शास्त्र की मर्यादा का बिल्कुल भान नहीं करते!🛐
आपने शास्त्रों का अध्ययन किया है तो हमें भी अवगत करवाएं ताकि भविष्य में जब इस विषय पर वार्ता हो तो हम बता पाएं कि "..... इस शास्त्र में ये श्लोक है और इस पेज पर है।
bro she said its not because of untouchability but because for goodness of women, women are restricted on that time... so she is respecting our vedas ... how is this wrong ????
Jaya ji is right.pehle safety ke liye cheeze nhi hoti thi.sirf isliye kha jata tha ki mandir me murti ko touch thik nhi hsi.but ab safety hai.aur mahilaye ghar pe pehle bahut kaam karti hai.aisi condition me body me khi cheeze hoti hai.jaise ki pain bahut hota hai.heavy work nhi kiya ja sakta.isliye unhe in dino sirf ghar me aaram karne ko kehte hai.Even spritual leaders jo bde bde yoga sikhate hai.they also said this thing.
पहले उनका पुरा वीडिओ देखिए फिर असहमति ब्यक्त कीजिएगा उन्होंने पुरे वीडियो में एक बार भी नहीं कहाँ की मासिक धर्म के दिनों में पूजा पाठ करना चाहिये उन्होंने बस ये कहाँ है की स्त्री किसी भी परिस्थिति में अपवित्र नहीं है आप स्त्री है तो उनकी बात को समझें ना की ऐसे पाखंडियों की जो महिलाओं को आज भी पीछे धकेलना चाहते हैं
@@Abola26aapki baat sahi hai. Jab maa kamakhya ji k rajodharm rakt ka kapda hme prasadi Rup me milta hai. Har naari ko Har baar agni pariksha se gujarna padta hai.😢dukh ki baat hai.
@@Abola26 Prashna kya tha iska gyan bhi hai apko ? shri krishna ne rajasvla me Draupadi ko apavitra nahi mana ye bolkar kya saabit karna chahti hai apki Jaya ? Jabki shri krishna har samay patit apatit sabka rakshan karte hai unki dayaluta aur vyapkata ke baare mei na baat kar apavitra dasha me nariyon ko Vyas pith pe katha karne ka license deilvana hai aap logone. Jaya toh periods me katha karti hogi uski katha sun ne walo me bhi ye paap ka fal batega.
माता पिता ने इनको कमाई का जरिया बना कर रखा है भरी सिक्योरिटी एयरोप्लेन में आना जाना उनको कहा से नसीब होता बेटी कथा करती है दो चार भजन गा लेती है लाखों का पैकेज लेकर कथा करती है जया किशोरी औरउनके माता पिता का ये बिजनेस है अन्यथा कम पैसे लेकर या निस्वार्थ भाव से भी तो कथा कर सकती है आजकल मोटिवेशनल का क्या चलन चला है जैसे सारी दुनिया का ज्ञान इनके अंदर ही है बाकी सब मूर्ख है😮
First of all आपको कोई हक नहीं है किसी के माता पिता के बारे में ऐसी भाषा में विचार व्यक्त करने का। Secondly क्या इनके माता पिता इनको forcefully भेजते हैं कथा करने के लिए ?
इतना भी सच नहीं बोलना था आचार्य जी। ये समाज इतनी सत्य बातों को सुनने का आदी नहीं हैं। आज कल मर्यादा कहां रह गई है। रह गया है तो बस शास्त्र के नाम पर पैसे ऐंठना। बस.....
मै जया किशोरीजी के समर्थन में हूं,, उन्होंने मंदिर जाना ना जाना , छुना या नहीं छूना इसके बारे में कुछ नहीं बोला उन्होंने तो सिर्फ इतना तर्क दिया की हमारे पूर्वज वैज्ञानिक थे , ओर उनके तर्क सभी को समझ नहीं आते थे, की रजस्वला अवस्था में आराम करना चाहिए, ये बॉडी के लिए जरूरी है, इसी प्रकार उन्होंने अन्य उदाहरण दिए है, उनका धर्म या शास्त्र के विरूद्ध बात करने को कोई प्रयोजन नहीं था । I support jaya kishoriji
अगर प्रमाण चाहिए तो राजोधर्म के वक्त तुलसी जी को छू लेना कितनी भी हरी भरी तुलसी जी हो वो सूख जाएगी, और चाहिए तो घर में मूंग की दाल के पापड़ बनाना और एक बार छू लेना पापड़ लाल हो जायेगे पूरे अब इससे ज्यादा कोई प्रमाण चाहिए तो जाकर भागवत गीता को पढ़िए तब सपोर्ट करना किसको करोगे आप, सबसे बड़ी कमी यही है हमारी के सुनी सुनाई बात पर यकीन करते है और वो भी सिर्फ उस इंसान की जिस को हम पसंद करते हो पर अगर खुद शास्त्र पड़ लिए हो तो कोई भी हमें बेवकूफ नहीं बना सकता जय जय सीताराम,,
❤ महाराज श्री,,, आपके वक्तवा से में सहमत हूं ।। हम यदि धर्म गुरु या कथा वाचक है तो इन सारी बातों को स्वीकार करना पड़ेगा ।। मैंने ब्राह्मण समाज से तो नहीं हूं लेकिन 5 या 7 दिन का रसोई बनाना निषेद हैं तथा धर्मी कार्यों आदि में भी निषेद हैं ।।
@@kirtikumarpal9193 I think egg(live cell) fertilize nhi hone pr, body se parts (टुकड़ों )me niklta h (means dead form). So periods time = impure time Bcoz Mari Huya jeev pure nhi hota h.
@@priyankaswami7782 आपका तर्क मान लिया जाये, तो पूरी बाड़ी ही अपवित्र हो गई , क्यों कि बाड़ी में भी कुछ सेल डेड हो जाते और कुछ नये बनते हैं, स्किन के साथ भी ऐसा ही होता है।
जिस भगवान ने हम सभी को रचा वो हम से प्रेम करते है शास्त्र नियम तो प्रभु के साथ एक शिष्टाचार है औऱ जो प्रभु को अपना मान ले वहा कोई नियम नही चलता यही प्रभु कहते हैं।
@@Veeru_Bhaiya_ कोई मुसीबत में हमको पुकारे तब हम ये देखेंगे कि सामने वाला शुद्ध है या अशुद्ध या फिर उसकी मद्त से मुँह मोड़ लेंगे और भगवान तो जगत के पिता है और पिता अपने सन्तान की रक्षा और प्यार दोनों करते है।भगवान किसी से मुह मोड़ नही सकते वो सबके है।
@@narsingupparwar शुद्ध अशुद्ध नही -- वहाँ अशौच की बात है, इसीलिये आज लड़कियो को periods की बीमारिया ज्यादा हो रही है - क्यो की मन माना आचरण चल रहा है। दुनिया के हर culture अशौच के लिये कुछ ना कुछ व्यवस्था रही है.. अब जो समाज bollywood से धर्म सिखता हो, उस पर हम क्या ही बोले...
यह भेद मानव बुद्धि ही कर सकती है भगवान् नहीं भगवान् केवल आपके भाव देखते हैं अगर स्त्री इन दिनों में अप वित्र होती है तो अवश्य ही पुरुष भी तो कभी अप वित्र होते एक औरत को ही क्यु अप वित्र बनाया फिर भगवान ने मर्दो को बड़ी तकलीफ़ हुई भगवान के प्रति प्रेम हो जाए तो ये चीज़े मायने नही रखती लेकिन जब आप सिर्फ पूजा पाठ करते हैं तो प्रभु से प्रेम नही तब ये सोचना पड़ता है लेकिन जब कृष्ण से प्रेम हो जाए तो भक्त और भगवान के बीच कोई भी नहीं आ सकता एक बार मेहसूस तो करे कोई bhgwan और भक्त का रिश्ता इन सब संसारीक वस्तुओ से कही ऊपर है राधे राधे😢
Dear sister Bhkti or anushthan Pooja yagya Katha etc ye sb alg h Apko agr bhkti krni h to ap dhyan yog kre bhkti yog kre us smay apko masik ayega hi nhi kyuki ap dhyan mudra me ekagya ho But shastro se chlne wale Pooja yagya anushthan Katha bachan ye sb maryadaye h jisme sbhi ko bndhna pdta h Shree Krishna jb gurukul gye to kyu gye siksha lene KHUD hi gyaneshwar h kyu unko shastra niyam ki mahima rkhni thi Purush ko masik dhrm nhi hota Or agr ho to b shoch se ya snan se shudhi ho jati h but stree ko ye masik lgatar hota rehta h or agr wo isme Aram na kre to blood rukta nhi h ISILIE mnahi h ab AP btao Jb hme feel ho ki hm gnde hore h us tym hm Khana b ni khate jbtk saf na ho Jaye To ap log kya Prabhu ki anupam bhkti see bhdi Hui pustak ya jgah ko chuoge sirf mnmani krne k lie Bhkti krne ko mnahi nhi h kro mn me hare ram hare Krishna but mndir or aise jgah me jbtk na jao
@@Shrikrishnakishoriju Krishna se prem ho jaye to Jo unhone shastra palan Kia wo AP b kro shree bhagwat Geetaji me shreekrishna KHUD bole h ki Arjun na tum apne mano na Meri mano but shastro ki mano WAHI pram Satya h us se upar koini
शास्त्र मंडबुद्धियो ने नही अपने स्व को मैं कौन हूं इसे जानकर अपने अनुभव को शास्त्र में लिखा है। पूरा सरीर मांस से बना है लेकिन भोजन का स्वाद जीभ से ही क्यों आता है। समय और परिस्थिति मायने रखता है
गुवाहाटी की मां कामाख्या जून महीने के अंत में 3 दिन तक रजस्वला होती है इसलिए 3 दिन तक मंदिर बंद होता है माता की कोई पूजा आरती नहीं होती जिस रजस्वला नियम का पालन साक्षात जगदंबा करती है तो आप और हम कोन है
श्री राधा महराज जी बहुत अच्छा बोला आपने हमने एक बार सुना था ये अपने ऑनलाइन पर 500 रुपए मैं तुलसी माता को बेचती हैं और कथा के 20 लाख रुपए और ज्यादा ही लेती मुझे तो शुरू से ही बिलकुल पसंद नहीं हैं भागवत जी को व्यापार बना दिया हैं
महाराज जी में आपकी बात का पूर्ण समर्पण करता हु हम स्वयं कथा करते दुख होता है हेसे बेतुका बात करती है जया शर्मा ज्ञान नई 4 वेद पड़ने वाले को ही व्यास पीट पे बेटने का अधिकार ही जय श्री कृष्ण
जया किशोरी जी का कथन बिलकुल सही है मनुष्यों या हर जीवों को किसने बनाया भगवान् ने ही तो बनाया और किसने बनाया बेद शास्त्र ने बनाया..नहीं भगवान् ने ही बनाया..जब भगवान् ने अपने हाथों से ही सब कुछ बनाया तो वो अपवित्र कैसे हो गया..जैसे कहा है न ईश्वर अंश जीव अवनाशी, चेतन अमल सहज सुख राशि-अर्थात हर जीव ईश्वर का अंश है जो कभी नाश नहीं होता, नाशवान शरीर है शरीर के अन्दर जो जीव है वह अवनाशी है जिसका कभी नाश नहीं होता और ये अवनाशी एक सिमीत समय के लिए इस शरीर में है जबकि इस शरीर में कूड़ा कचडा यानि मल मूत्र सब भरा पड़ा है, लेकिन वह अवनाशी को कोई फर्क नहीं पड़ता उसको इस चिज से कोई दिक्कत नहीं है वो तो इंतजार में है कि मनुष्य कब अपने स्वरूप को पहचानेगा वो कब संसार से ध्यान हटाकर मेरी ओर देखेगा, लेकिन मनुष्य संसार में ही अटका हुआ है जैसे मेले में एक बच्चा अपने आप को खो देता है इसी प्रकार मनुष्य ने भी संसार रूपी मेले में अपने आप को खो दिया है वो शरीर तल में ही अटका हुआ है शरीर को ही सजा रहा है सवार रहा है योगी बना रहा शरीर को तिलक चंदन लगा रहा है एक शरीर दुसरे शरीर से बैर कर रहा है शरीर ही जातियों और अलग अलग धर्मों में बट गया जब सब मानते हैं सबके शरीर में एक ही दिया है जो सबके घट में उजागर कर रहा है लेकिन उसकों जानते नहीं है पहचानते नहीं है सिर्फ मानते हैं अगर उसको जान जाते तो, आज जो लोग अलग अलग दिशा में उसकों ढुढ़ रहे हैं और ढुढने के आड़ में एक दूसरे से बैर कर रहे हैं वो नहीं करते सब के सब एक दिशा में जातें अपने अन्दर जो अन्दर हैं वो बाहर कहा से मिलेगा वो अन्दर हैं तभी तो हम सब जिवीत है,,, चेतन अमल सहज सुख राशि,, यानि निर्मल अपने चेतना को करना, जब चेतना निर्यल होगा तभी उसकी प्राप्ति होगी,,, सहज सूख राशि,,, सहजता से सुखो का भंडारा प्राप्त होगा जिसको कहा है परम आनंद तो मेरा कहना है भगवान् ने हर मनूष्य रूपी मंदीर बनाया और वह खुद अपने आप बैठ गया और मनुष्य ने क्या किया भगवान् को ही बना दिया और उसके रहने के लिए मंदिर भी इसे क्या कहेंगे,, अज्ञान वश,,, और क्या कहेंगे,, मनुष्य ने जो मंदिर बनाया उसमें जाने के लिए क्या क्या करना है, नहाकर जाना जुते बाहर निकालकर फुल माला लेकर साफ सफाई का ज्यादा ध्यान देना मन पवित्र हो आदि,, और भगवान् ने मनुष्य रूपी मंदिर बनाया उसके लिए लोग ध्यान देते भी है या नहीं,, कोई ध्यान नही देता है मनुष्य जो भी करता है भगवान् उसके साथ साथ है और सब देख भी रहा है, चाहे मल मूत्र कर रहा हो चाहे वो मियां बिवी संभोग कर रहे हो चाहे चोरी बइमानी छलकपट कर रहा हो चाहे कुछ भी कर रहा है भगवान् को कोई दिक्कत नहीं दिक्कत स्वयं मनुष्य को होगी जैसा वो करेगा वो वैसा भरेगा भगवान् तो सिर्फ एक सिमीत समय के लिए हर शरीर में है अगर उसको जान लिया तो उसके साथ नहीं तो यम के पास जाना तो पहले से ही तय है जाना कहा है सबकी अपनी ब्यक्तिगत बात है मुल बात यह है कि भगवान् प्रेम के भिखारी है आप जिस अवस्था में है अगर भगवान् के प्रति प्रेम है अस्था है तो ये बड़ी बात है,, क्योंकि प्रेम सुध निर्मल हैं और शरीर मलीन जैसे किचड़ लेकिन किचड़ में भी कुछ छमता है कि कमल रूपी प्रेम अपना दे सके
Jai Mata Di... Aap ki baat satya hai per aur ek doubt bhi hai ki jis Rajaswala time me mahilaoon ko kitchen /pooja/ mandir varjit hai, uss time ek Maa apne bachhe ko kaise fir dudh pilati hai... Kripaya iss shanka ka nivaran karen...
Bhai jyada door mat jao ...bhgwaan ko koi frk nhi pdta ...na hi bhgwaan kuch kahenge ..... Lekin bhgwaan ne itna bada dimaag Diya h ...... Aap khud kisi istri se pucho ki jb use period hote h to kya use khud Ganda mehsoos nhi hota .....kya use gheen nhi aati kyonki wo Raj tapkta rahta h .......Karan yhi h .... Fir aise me Pooja kon karega .... Baaki Bhai aajkal makbooriyaan h bacche ko Bina doodh ke to nhi rakh skte .....is liye thoda lachilepan hetu Vivek diya h bhgwaan ne ...... Lekin ye to hme tay karna h ki hme Ganda mehsoos hone par Pooja karni hai ya nhi .... Bhgwaan ko koi frk kyon padega .....itna chota level bhgwaan ka nhi hota
Aacha sastra bhi kisi buddhu ne ye line galat likh diya agar aap koi Kitab likhhte h to usme agar sari bat sahi likh de ek line galat ho to bhi light anda banakar viswas 😂😂😂😂😂
Phele jo hindu bachi muslim ban rahi hain unko rukku .. Sharam Karo apne hi dharam ko kaat rha ho .... Jis shastri ki ap baat karrha ho ko khain tha jab Kerala ma hindu larkiyian aur Kashmir ma hindu bachiyain Muslim ban rahi thi ma kissi ko support nhi krrha ma na toh jay kishori jee ko sunta hun aur na is mahara jee ko prantu bas ya message ha ki unity ma raho .
To aapka kahna hai us samay bhagwan kaha the bhagwan tumko tan man dhan buddhi Diya hai sharir me takat diya hai to tamasha dekhne ke liye diya hai kya ke badi badi baatein karne ke liye hai
@@KratiKumari-xv6vr dhanyawad ji aapka mujhe ye batane k liye vaise ab navratri aane wali h agar aapko bhi periods problem ho jaye na toh jot jla kr dekhna ki aapka MN Manta h ye krne ko plz
बहुत सुंदर महाराज जी आपने सही ही कहा है मां मां होता है जहां स्त्री का अपमान हुआ बहा कुल का पितर देवताओं का अपमान होता है इसलिए सावधान रहना आप सही ही कहा
Jaya kishori g ne ye baat kewal achar nikalne se kharab ho jata h , iss bat pr bola h,baki unhone ye kaha ki bhagwan ki puja nhi karni chahiye kyonki wese bhi achha nhi lgta h,kripiya aap sab bhi puri vedio dekhe
नहीं,,ये लोग पूरे ढोंगी जलनखोर हैअअं पूज्या जया किशोरी जी कम उम्र में बेहद सफल हैं और ये इन सभी को बर्दाश्त नहीं क्योंकि इन्हें कोई जानता ही नहीं और हमारी पूज्या जया किशोरी को सभी जानते हैं।समाज इतना गंदा है कि किसी अच्छे इंसान की कोई अच्छी बात पर यदि इतनी तीव्रता से अमल करे तो बहुत अच्छा हो,इतनी जलन अच्छी नहीं,कहने को तो आप भी कथावाचक हैं पर शर्म आनी चाहिए आपको किसी अच्छी लडकी अच्छी इंसान की बुराई करते हो।
@@shewtatiwari2951 aap ne bilkul sahi kaha,ek tarf ye nari ko shakti ,devi aur rani lakshmi bai kahte h aur dusri aur nari ko masik dhrm me nhi niklna chaye kyonki wo kmjor hoti h kahte h,jbki aaj ki nari sb kaam smbhal leti h ghr ka aur bahr ka b.
अगर इतनी आवाज गंदे video बनाने वालो पे उठाया जाता तो आने वाली पीढ़ी बहुत साफ सुथरा होता,पर एहा तो हिन्दु धर्म आपस मे लड़ता हि नजर आता ह कभी जाति को लेके कभी स्त्री को लेके कब तक आपस मे लड़ते रहेंगे 🙏
हरे कृष्ण दूसरो को तो तब बोलेंगे जब अपने घर ही गलत है - जब सुधार की बात आती है तो आप लोग क्यो नही आवाज उठाने देते । ये केवल व्वसाय कथा वाचिका देवी है । साधु जैसी कोई आचरण नही इनके भीतर तो क्या भागवत और भगवान की भक्ति की चर्चा करेगी । बुलकुल सही सही कहा महाराज श्री ने । महाराज श्री के चरणो मे बार बार प्रणाम❤❤❤❤❤ ओ आप भी कथा वाचक हो इसलिए उसकी तरफदारी कर रहे हो😡
जय श्री कृष्णा राधे राधे हम महाराज श्री की बात से सहमत हूं व्यासपीठ की मर्यादा रखनी चाहिए अपने साथ हर भारतीय नारी को भ्रमित कर रहीं हैं जया जी को भी मर्यादा में बोलना चाहिए 🙏🙏🙏🙏🙏
जया किशोरी मनी माइंडेड हो चुकी है धन के लिए हमारी शास्त्रोक्त व्यवहारिक परम्पराओं को दरकिनार कर भगवान् को भी अत्यंत भ्रष्ट करने का अत्यंत निम्न स्तर का कार्य कर रही है।
Ek bar fir sabit ho gya ki ye purush prdhan smaj h Ek ldki ne ldkiyo ke hak me bat ki to uspr bhi comment aa gye bhle hi wo ek jani mani shakshiyat ho😢
Are yr dono ko Mt suno mann ki suno agar koi paanch din duri rakh skta h to jot puja nhi kro bus naam to periods mein bhi lia Jaa skta h vo to koi nhi rok skta naa jo dosh naari ko lga h use manna chahiye maa kamakhya ji ke bhi teen din dawar band rhte h smjho
@@sohanmehra1008 haan kyonki agar vichar ki baat na hoti to maa kamakhya kyon prkat hoti vo bhi to bhaggwan h fir bhi hume Sikh dene ke liae avtarit hui naa to Jaya ko sunne ki zarurat nhi h budhi lgani chahiye vo to budhi se andhi hogyi h hum thoda h
Radhe Radhe ji bilkul sahi kha aapne guru ji aise Katha vachakko ko log jra sa pyaar kya krne lgte h toh ye aapne aap ko hi bhagwan smjne lgte ki hm Jo khe wahi sahi h lekin aapne Jo usko jawab Diya iss baat ka aage se soch smj kr bolegi over confidence ho gyi h ye pr aapne ayena dikha Diya luv u guru ji❤❤❤
Human dignity, liberty and respect is above anything in this world!! If you cannot put women equal to men in today’s age and world, you will never make hindu society progress. Unlike Islam and Christianity, sanatan dharma is flexible and runs by science and logic. Male Dharma gurus need to reflect in changing times and redefine what’s written in shastras!! Don’t be an impediment to Hindu women’s growth and liberation. You will be rejected by educated and progressive Hindus!!
आपने सही कहा है, जया किशोरी jase कथा वाचकों से तो बचना चाहिए, वर्ना साधक भ्रमित हो सकता है, ये मनमर्जी की व्याख्या इन्हे भी अध्यात्म से गिराएगी और इनके सहयोगियों को भी भ्रमित करेंगी। ऐसे मनमुखी व्याख्या करने वाली/वालों से साधक बचना चाहिए
समय परिवर्तन से शास्त्र परिवर्तित नहीं हुआ करते।शास्त्रीय सिद्धांत सदा से अनुकरणीय,अनुसरणीय रहे है और किसी भी स्थिति में शास्त्रीय सिद्धांत से समझौता नहीं किया जा सकता।कोई भी व्यक्ति वो कितना ही श्रेष्ठ क्यों ना हो जाये उसकी श्रेष्ठता शास्त्रीय सिद्धांत का पालन करने से ही है।मैं या आप,गृहस्थ या विरक्त,स्त्री या पुरुष,सामान्य अथवा असामान्य जो भी हो हम सभी वैदिक परंपरा का श्रद्धा पूर्वक पालन करने से ही श्रेष्ठ हो सकते है। (तस्माच्छास्त्रं प्रमाणं ते कार्याकार्यव्यवस्थितौ। ज्ञात्वा शास्त्रविधानोक्तं कर्म कर्तुमिहार्हसि।।)श्री मदभगवत् गीता
महाराज ही सत्य क्या है आप स्वयं बताने का कष्ट कर देतें। आपने तो सिर्फ उनकी बात का खण्डन किया किंतु शास्त्र सम्मत व्याख्या नहीं की और न ही यह बताया कि किस धर्मशास्त्र, पुराण, उपनिषद् , वेद, वेदांग, भाष्य, ब्राह्मण सूत्र, आदि में यह लिखा है। यदि आप असहमत है तो यह आपका व्यक्तिगत मत हो सकता है। मैं इसका खण्डन बिलकुल नहीं करता। आलोचना करने के लिए सिर्फ आलोचना मत करिए। शास्त्र सम्मत व्याख्या करने का सामर्थ्य है तो करिए। Views बटोरने के लिए खण्डन मत करिए @atulkrishanshastriji। महाराज जी
मैं महाराज जी की बात से पूरी तरह सहमत हूं । शुक्र है कोई तो सामने आया कहने के लिए ,
नही तो ज्यादातर लोग हां में हां ही मिला देते है ।
जय
You r mad
@@himanshiagrawal4019 you 😡
जी बिल्कुल सही लोग वेद पुराणों को पढ़ने नहीं है जानते नहीं है ज्ञान करने लग जाते हैं
मैं भी पूरी तरह से सहमत हुं
भागवत के महत्व तक तो इन्होंने जाना नहीं
हां में हां मिलने वाले बहुत लोग मिल जाते हैं लेकिन सही बात करने वाले बहुत कम हैं
भाई आपने बिलकुल सही बोला बैसे भी हम आपको काफी सुनते हैं लेकिन आज की बात बहुत सुन्दर और सही है श्री राधे राधे
Sahi kha aapne 🙏🏼🙏🏼
Jaya kishori ji sahi hai ham to usi se paida huye to apke anusar hum hamesha hamesha ke liye ashudh ho gaye
प्रसिद्धि अच्छे-अच्छे लोगों को अहंकार से भर देता है कदाचित जया किशोरी जी के साथ भी ऐसा ही हो रहा है।। राधे राधे।।
Ahankar rawan ko hua tha aur uske pass bahut buddhi thi...jaya Kishori ji ke pass ahankar nahi waham hai ki unke pass bahut knowledge hai.... ahankar krne ke liye bhi kuch jyada honi chahiye....waham to har koi pal leta hai... ahankar sb ke bas ki baat nhi....
जो हमारे शास्त्र आज्ञा नहीं देते वह कभी सत्य नहीं हो सकता आपने बिलकुल सत्य कहा हैं भैया जी🙏
Sastra bhi insano ne likha h kya bharosa sahi likha ya galat
@@Chetrelekhaji3099shastra phle se hai
@@Chetrelekhaji3099vo Brahmarishio ne likha he. kabhi galat nahi ho sakta he.
Phle sastro ko padhiye fir boliye
Tum bhi akhand murkh ho
सत्य है महाराज जी आजकल लोग शास्त्र विरुद्ध बात कहकर लोगों को अपने धर्म से ही चयुत करने का प्रयास है आप सबके वचनों से इनको सद्बुद्धि मिले
श्री हरि : शरणम 🙏
वो कथावाचक से हीरोइन बन चुकी हैं.... क्यों कि कोई शास्त्रज्ञ कथा कहने वाली साधिका ऐसा कुतर्क नही दे सकती
Wo to maasik dharm mein bhi Katha karati hongi fir😮
Correct✔
🚩🚩100 Percent Correct
वो कथावाचक से हीरोइन बन चुकी हैं
Bevaakuff baba don't dare to speak against jaya kishori ji...
Bilkul satya
इज्जत शोहरत पैसा जब भर भर के आता है हर किसी को हजम नहीं होता वही हाल इन मैडम का है जिन शास्त्रों का वाचन कर जो नेम फेम मिला उसी को झुठला रही नशा दिमाग़ चढ़ गया हैं
Sahi baat ❤
शास्त्रानुमोदित वचन ही अनुकरणीय है
मनगढ़ंत मनमानी बातें निंदनीय है
राधे राधे महाराज जी मैंने भी विद्वानों से सुना है कि भगवान श्री कृष्ण द्रोपदी की करुण पुकार सुनकर दोड़े आये और तुरंत चीर बड़ाया सभा में सबके सामने नहीं आये फिर भगवान श्री कृष्ण द्वारा द्रोपदी को छूने का सवाल ही नहीं है। इसलिए तो सभी चकित रह गए कि
साड़ी बीच नारी है कि, नारी बीच साड़ी है।
साड़ी की ही नारी कि, नारी की ही साड़ी है।।
महाराज जी ने बहुत अच्छे तरीके से समझाया है 🙏🙏 राधे राधे ❤❤
Jai shree Harivansh 🙏🙏 Bilkul Sahi kaha aapne आज इन जैसे लोगो की वजह से समाज दूषित हो रहा है...
माता कामख्या इसीलिए जानी जाती हैं तीन दिन के बाद जो कपड़ा मिलता है वो प्रसाद के रूप में घर में और तिजोरी में रखा जाता है, न कि उस कपड़े को अशुद्ध समझा जाता है।
माता कामख्या इसीलिए जानी जाती हैं तीन दिन के बाद जो कपड़ा मिलता है वो प्रसाद के रूप में घर में और तिजोरी में रखा जाता है, न कि उस कपड़े को अशुद्ध समझा जाता है।
Jaya kishori ji sahi hai ham to usi se paida huye to apke anusar hum hamesha hamesha ke liye ashudh ho gaye
माता कामख्या इसीलिए जानी जाती हैं तीन दिन के बाद जो कपड़ा मिलता है वो प्रसाद के रूप में घर में और तिजोरी में रखा जाता है, न कि उस कपड़े को अशुद्ध समझा जाता है।
श्री मान जी, कूकर्म करने से समाज दूषित होता है अपने विचार व्यक्त करने से नहीं।
Waaahh aap bilkul sach bolne aaye aage mujhe ab tasalli mili😊😊😊😊😊😊😊😊
श्री हरिवंश!! आज के कलयुग की यही समस्या है कि लोग शास्त्र तो पढ़ते नही अपने मन के अनुसार शास्त्र को बदलने का प्रयत्न करते हैं, और लोगों की नजरों में श्रेष्ठ बनने के लिए उनके मन के अनुसार बात बोलने में शास्त्र की मर्यादा का बिल्कुल भान नहीं करते!🛐
❤❤❤ bilkul sahi kaha peabhug
To aap khud hi kyo nhi shastra padte hain khud padiye aur Satya janiye kisi ki baton mein aane ka prashan hi nhi uthega na
Aur Satya ko praman ki aavshyakta hi nhi padegi na aur kisi ko galat ya shi khne se pahle us PR ek bar thoda vichar kriye tab boliye
आपने शास्त्रों का अध्ययन किया है तो हमें भी अवगत करवाएं ताकि भविष्य में जब इस विषय पर वार्ता हो तो हम बता पाएं कि "..... इस शास्त्र में ये श्लोक है और इस पेज पर है।
ruclips.net/video/DFOYVJJjAl0/видео.htmlsi=Xe7FZZnh8Jv5N2z2
🚩🙏गुरुदेव जी ने सही कहा है
हमे वही करना चाहिए जो हमारा धर्म शास्त्र कहता है जिसे हमारे पूर्वज मानते थे।🙏🚩
bro she said its not because of untouchability but because for goodness of women, women are restricted on that time... so she is respecting our vedas ... how is this wrong ????
100%true, My pujya Jaya Kishori is best and best always forever, God bless her always
🤣🤣🤣@@shewtatiwari2951
Ya she is always best ❤❤❤
Jaya ji is right.pehle safety ke liye cheeze nhi hoti thi.sirf isliye kha jata tha ki mandir me murti ko touch thik nhi hsi.but ab safety hai.aur mahilaye ghar pe pehle bahut kaam karti hai.aisi condition me body me khi cheeze hoti hai.jaise ki pain bahut hota hai.heavy work nhi kiya ja sakta.isliye unhe in dino sirf ghar me aaram karne ko kehte hai.Even spritual leaders jo bde bde yoga sikhate hai.they also said this thing.
👍👍👍👍 मैं जया किशोरी जी का बहुत सम्मान करती हूं परंतु इस बात पर मुझे भी दीदी जी से असहमति हुई 😔
पहले उनका पुरा वीडिओ देखिए फिर असहमति ब्यक्त कीजिएगा उन्होंने पुरे वीडियो में एक बार भी नहीं कहाँ की मासिक धर्म के दिनों में पूजा पाठ करना चाहिये उन्होंने बस ये कहाँ है की स्त्री किसी भी परिस्थिति में अपवित्र नहीं है आप स्त्री है तो उनकी बात को समझें ना की ऐसे पाखंडियों की जो महिलाओं को आज भी पीछे धकेलना चाहते हैं
@@Abola26aapki baat sahi hai. Jab maa kamakhya ji k rajodharm rakt ka kapda hme prasadi Rup me milta hai. Har naari ko Har baar agni pariksha se gujarna padta hai.😢dukh ki baat hai.
Yes apki bat 💯👌sahi hai❤@@Abola26
@@Abola26hm mandir ja skte h ya nhi isi qes ka ans de rhi thi vo.in Devi ji ki karni pe parde na daalo aap.
@@Abola26
Prashna kya tha iska gyan bhi hai apko ?
shri krishna ne rajasvla me Draupadi ko apavitra nahi mana ye bolkar kya saabit karna chahti hai apki Jaya ?
Jabki shri krishna har samay patit apatit sabka rakshan karte hai unki dayaluta aur vyapkata ke baare mei na baat kar apavitra dasha me nariyon ko Vyas pith pe katha karne ka license deilvana hai aap logone.
Jaya toh periods me katha karti hogi uski katha sun ne walo me bhi ye paap ka fal batega.
🙏🙏 Radhe Radhe आपके बात से सहमत है व्यासपीठ की मर्यादा रखना चाहिए
माता पिता ने इनको कमाई का जरिया बना कर रखा है भरी सिक्योरिटी एयरोप्लेन में आना जाना उनको कहा से नसीब होता बेटी कथा करती है दो चार भजन गा लेती है लाखों का पैकेज लेकर कथा करती है जया किशोरी औरउनके माता पिता का ये बिजनेस है अन्यथा कम पैसे लेकर या निस्वार्थ भाव से भी तो कथा कर सकती है आजकल मोटिवेशनल का क्या चलन चला है जैसे सारी दुनिया का ज्ञान इनके अंदर ही है बाकी सब मूर्ख है😮
First of all आपको कोई हक नहीं है किसी के माता पिता के बारे में ऐसी भाषा में विचार व्यक्त करने का। Secondly क्या इनके माता पिता इनको forcefully भेजते हैं कथा करने के लिए ?
सभि महापुरुसो से निवेदन है कि कथा समाज सुधारक हो
इतना भी सच नहीं बोलना था आचार्य जी।
ये समाज इतनी सत्य बातों को सुनने का आदी नहीं हैं।
आज कल मर्यादा कहां रह गई है।
रह गया है तो बस शास्त्र के नाम पर पैसे ऐंठना। बस.....
मै जया किशोरीजी के समर्थन में हूं,, उन्होंने मंदिर जाना ना जाना , छुना या नहीं छूना इसके बारे में कुछ नहीं बोला उन्होंने तो सिर्फ इतना तर्क दिया की हमारे पूर्वज वैज्ञानिक थे , ओर उनके तर्क सभी को समझ नहीं आते थे, की रजस्वला अवस्था में आराम करना चाहिए, ये बॉडी के लिए जरूरी है, इसी प्रकार उन्होंने अन्य उदाहरण दिए है, उनका धर्म या शास्त्र के विरूद्ध बात करने को कोई प्रयोजन नहीं था । I support jaya kishoriji
Right
अगर प्रमाण चाहिए तो राजोधर्म के वक्त तुलसी जी को छू लेना कितनी भी हरी भरी तुलसी जी हो वो सूख जाएगी, और चाहिए तो घर में मूंग की दाल के पापड़ बनाना और एक बार छू लेना पापड़ लाल हो जायेगे पूरे अब इससे ज्यादा कोई प्रमाण चाहिए तो जाकर भागवत गीता को पढ़िए तब सपोर्ट करना किसको करोगे आप, सबसे बड़ी कमी यही है हमारी के सुनी सुनाई बात पर यकीन करते है और वो भी सिर्फ उस इंसान की जिस को हम पसंद करते हो पर अगर खुद शास्त्र पड़ लिए हो तो कोई भी हमें बेवकूफ नहीं बना सकता
जय जय सीताराम,,
Jaya di aap shi ho
...
Tatti karte karte bhi pooja karo fir
Galat ho
❤ महाराज श्री,,, आपके वक्तवा से में सहमत हूं ।। हम यदि धर्म गुरु या कथा वाचक है तो इन सारी बातों को स्वीकार करना पड़ेगा ।। मैंने ब्राह्मण समाज से तो नहीं हूं लेकिन 5 या 7 दिन का रसोई बनाना निषेद हैं तथा धर्मी कार्यों आदि में भी निषेद हैं ।।
बेहतर होता अगर आप विस्तृत रूप से बताते कि रजस्वला होने पर स्त्री अपवित्र क्यों हो जाती है?
To tum bnate hoge ghr me khana
@@kirtikumarpal9193 us time period ko impure bol rahe h sbhi
@@kirtikumarpal9193 I think egg(live cell) fertilize nhi hone pr, body se parts (टुकड़ों )me niklta h (means dead form). So periods time = impure time
Bcoz Mari Huya jeev pure nhi hota h.
@@priyankaswami7782 आपका तर्क मान लिया जाये, तो पूरी बाड़ी ही अपवित्र हो गई , क्यों कि बाड़ी में भी कुछ सेल डेड हो जाते और कुछ नये बनते हैं, स्किन के साथ भी ऐसा ही होता है।
Belkul shhi baat hai maharajji🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹
जिस भगवान ने हम सभी को रचा वो हम से प्रेम करते है शास्त्र नियम तो प्रभु के साथ एक शिष्टाचार है औऱ जो प्रभु को अपना मान ले वहा कोई नियम नही चलता यही प्रभु कहते हैं।
👌👌 राधे राधे
धर्म पालन न करना अपनी-अपनी मर्जी हो सकती है
लेकिन
धर्म विरोधी बनना पाप है
@@Veeru_Bhaiya_ कोई मुसीबत में हमको पुकारे तब हम ये देखेंगे कि सामने वाला शुद्ध है या अशुद्ध या फिर उसकी मद्त से मुँह मोड़ लेंगे और भगवान तो जगत के पिता है और पिता अपने सन्तान की रक्षा और प्यार दोनों करते है।भगवान किसी से मुह मोड़ नही सकते वो सबके है।
ये नियम सभी पर लागू नही होता लेकिन जरूरत पड़ने पर नियम तोड़ा जाए तो कोई पाप नही लगेगा।
@@narsingupparwar शुद्ध अशुद्ध नही -- वहाँ अशौच की बात है, इसीलिये आज लड़कियो को periods की बीमारिया ज्यादा हो रही है - क्यो की मन माना आचरण चल रहा है।
दुनिया के हर culture अशौच के लिये कुछ ना कुछ व्यवस्था रही है.. अब जो समाज bollywood से धर्म सिखता हो, उस पर हम क्या ही बोले...
बिलकुल सही कहा महाराज जीने कोटी कोटी प्रणाम
आप जैसे कथाकार की आज आवश्यकता है सनातन को
सही बात राधेश्याम 🙏 राधेश्याम
यह भेद मानव बुद्धि ही कर सकती है भगवान् नहीं भगवान् केवल आपके भाव देखते हैं अगर स्त्री इन दिनों में अप वित्र होती है तो अवश्य ही पुरुष भी तो कभी अप वित्र होते एक औरत को ही क्यु अप वित्र बनाया फिर भगवान ने मर्दो को बड़ी तकलीफ़ हुई भगवान के प्रति प्रेम हो जाए तो ये चीज़े मायने नही रखती लेकिन जब आप सिर्फ पूजा पाठ करते हैं तो प्रभु से प्रेम नही तब ये सोचना पड़ता है लेकिन जब कृष्ण से प्रेम हो जाए तो भक्त और भगवान के बीच कोई भी नहीं आ सकता एक बार मेहसूस तो करे कोई bhgwan और भक्त का रिश्ता इन सब संसारीक वस्तुओ से कही ऊपर है राधे राधे😢
Dear sister
Bhkti or anushthan Pooja yagya Katha etc ye sb alg h
Apko agr bhkti krni h to ap dhyan yog kre bhkti yog kre us smay apko masik ayega hi nhi kyuki ap dhyan mudra me ekagya ho
But shastro se chlne wale Pooja yagya anushthan Katha bachan ye sb maryadaye h jisme sbhi ko bndhna pdta h
Shree Krishna jb gurukul gye to kyu gye siksha lene KHUD hi gyaneshwar h kyu unko shastra niyam ki mahima rkhni thi
Purush ko masik dhrm nhi hota
Or agr ho to b shoch se ya snan se shudhi ho jati h but stree ko ye masik lgatar hota rehta h or agr wo isme Aram na kre to blood rukta nhi h ISILIE mnahi h ab AP btao
Jb hme feel ho ki hm gnde hore h us tym hm Khana b ni khate jbtk saf na ho Jaye
To ap log kya Prabhu ki anupam bhkti see bhdi Hui pustak ya jgah ko chuoge sirf mnmani krne k lie
Bhkti krne ko mnahi nhi h kro mn me hare ram hare Krishna but mndir or aise jgah me jbtk na jao
@@Danveersharma-j3kRight
@@Danveersharma-j3k lekin agar krishna se prem ho jaye bass vohi sach lage to
@@Shrikrishnakishoriju Krishna se prem ho jaye to Jo unhone shastra palan Kia wo AP b kro
shree bhagwat Geetaji me shreekrishna KHUD bole h ki Arjun na tum apne mano na Meri mano but shastro ki mano WAHI pram Satya h us se upar koini
शास्त्र मंडबुद्धियो ने नही अपने स्व को मैं कौन हूं इसे जानकर अपने अनुभव को शास्त्र में लिखा है। पूरा सरीर मांस से बना है लेकिन भोजन का स्वाद जीभ से ही क्यों आता है। समय और परिस्थिति मायने रखता है
Kamakhaya mandir kya hai batao
Kamakhya mandir month me 3 din band rhta h,,,,,,,ok
गुवाहाटी की मां कामाख्या जून महीने के अंत में 3 दिन तक रजस्वला होती है इसलिए 3 दिन तक मंदिर बंद होता है माता की कोई पूजा आरती नहीं होती जिस रजस्वला नियम का पालन साक्षात जगदंबा करती है तो आप और हम कोन है
Mata k sath insano ki tulana karna hi apne aap me murkhta h 😡 lekin kuch log freedom k naam pr Mata ko bhi nhi chhorte h bewkuf 😡
बहुत सुंदर महाराज आपने बिल्कुल मेरे हृदय के शब्द बोले है बहुत अच्छा ❤❤😇
Jaya Kishori Ji ko dharm nahi dhan chahiye
राधावल्लभ श्री हरिवंश श्री वृंदावन श्री वंचंद भईया जी 🙏🙏 आपके श्री चरणों में अनुज का प्रणाम 🙇♂️🙇♂️
Bilkul atal satya kaha apne 🙌🏻🙏🏻🌸 shri Kunj Bihari shri haridas shri Radhavallabh shri harivansh 🙌🏻🌸🙇🏻♀️🙏🏻🌸😇
हे गुरुवर आपका बात सत्य हम लोग जंगल क्षेत्र का आदिवासी है हमारे इधर छोटा छोटा बच्चा भी मासिक धर्म को जानते हैं माताएं इनका पालन करते हैं गुरुदेव
श्री राधे 🌼⚘️
Om Jaya Shree Radhe Bashudew Shree Krishna Shree Mateshwari Bhagwan Aye Namo namah 💝💖❤️
संसार में जो गलत काम हो रहे हैं उन पर विरोध कीजिये सही बात पर विरोध मत करो
वो मोर की चोच मे दाना डाल के pregnant भी कर देती है... कुछ भी सुन ले???
Sahi kaha aapne
Hare Krishen Hare Krishen Krishen Krishen Hare Hare. Hare Ram Hare Ram Ram Ram Hare Hare ❤❤❤❤❤.
श्री राधा महराज जी बहुत अच्छा बोला आपने हमने एक बार सुना था ये अपने ऑनलाइन पर 500 रुपए मैं तुलसी माता को बेचती हैं और कथा के 20 लाख रुपए और ज्यादा ही लेती मुझे तो शुरू से ही बिलकुल पसंद नहीं हैं भागवत जी को व्यापार बना दिया हैं
महाराज जी आपका कथन पूर्णतया सत्य है, हरे कृष्ण श्री राधे राधे🙏🏼🚩
महाराज जी में आपकी बात का पूर्ण समर्पण करता हु हम स्वयं कथा करते दुख होता है हेसे बेतुका बात करती है जया शर्मा ज्ञान नई 4 वेद पड़ने वाले को ही व्यास पीट पे बेटने का अधिकार ही जय श्री कृष्ण
4 ved padhne se gyan nahi milta,kureetiyo ko mitane or apni 50% janration yani ki aurto ko support karne se milta h
Jai Shree Radhekrishna ❤️🙏
जया किशोरी जी का कथन बिलकुल सही है
मनुष्यों या हर जीवों को किसने बनाया भगवान् ने ही तो बनाया और किसने बनाया बेद शास्त्र ने बनाया..नहीं भगवान् ने ही बनाया..जब भगवान् ने अपने हाथों से ही सब कुछ बनाया तो वो अपवित्र कैसे हो गया..जैसे कहा है न ईश्वर अंश जीव अवनाशी, चेतन अमल सहज सुख राशि-अर्थात हर जीव ईश्वर का अंश है जो कभी नाश नहीं होता, नाशवान शरीर है शरीर के अन्दर जो जीव है वह अवनाशी है जिसका कभी नाश नहीं होता और ये अवनाशी एक सिमीत समय के लिए इस शरीर में है जबकि इस शरीर में कूड़ा कचडा यानि मल मूत्र सब भरा पड़ा है, लेकिन वह अवनाशी को कोई फर्क नहीं पड़ता उसको इस चिज से कोई दिक्कत नहीं है वो तो इंतजार में है कि मनुष्य कब अपने स्वरूप को पहचानेगा वो कब संसार से ध्यान हटाकर मेरी ओर देखेगा, लेकिन मनुष्य संसार में ही अटका हुआ है जैसे मेले में एक बच्चा अपने आप को खो देता है इसी प्रकार मनुष्य ने भी संसार रूपी मेले में अपने आप को खो दिया है वो शरीर तल में ही अटका हुआ है शरीर को ही सजा रहा है सवार रहा है योगी बना रहा शरीर को तिलक चंदन लगा रहा है एक शरीर दुसरे शरीर से बैर कर रहा है शरीर ही जातियों और अलग अलग धर्मों में बट गया जब सब मानते हैं सबके शरीर में एक ही दिया है जो सबके घट में उजागर कर रहा है लेकिन उसकों जानते नहीं है पहचानते नहीं है सिर्फ मानते हैं अगर उसको जान जाते तो, आज जो लोग अलग अलग दिशा में उसकों ढुढ़ रहे हैं और ढुढने के आड़ में एक दूसरे से बैर कर रहे हैं वो नहीं करते सब के सब एक दिशा में जातें अपने अन्दर जो अन्दर हैं वो बाहर कहा से मिलेगा वो अन्दर हैं तभी तो हम सब जिवीत है,,,
चेतन अमल सहज सुख राशि,,
यानि निर्मल अपने चेतना को करना, जब चेतना निर्यल होगा तभी उसकी प्राप्ति होगी,,,
सहज सूख राशि,,,
सहजता से सुखो का भंडारा प्राप्त होगा जिसको कहा है परम आनंद
तो मेरा कहना है भगवान् ने हर मनूष्य रूपी मंदीर बनाया और वह खुद अपने आप बैठ गया
और मनुष्य ने क्या किया भगवान् को ही बना दिया और उसके रहने के लिए मंदिर भी इसे क्या कहेंगे,, अज्ञान वश,,, और क्या कहेंगे,, मनुष्य ने जो मंदिर बनाया उसमें जाने के लिए क्या क्या करना है, नहाकर जाना जुते बाहर निकालकर फुल माला लेकर साफ सफाई का ज्यादा ध्यान देना मन पवित्र हो आदि,,
और भगवान् ने मनुष्य रूपी मंदिर बनाया उसके लिए लोग ध्यान देते भी है या नहीं,, कोई ध्यान नही देता है
मनुष्य जो भी करता है भगवान् उसके साथ साथ है और सब देख भी रहा है, चाहे मल मूत्र कर रहा हो चाहे वो मियां बिवी संभोग कर रहे हो चाहे चोरी बइमानी छलकपट कर रहा हो चाहे कुछ भी कर रहा है भगवान् को कोई दिक्कत नहीं दिक्कत स्वयं मनुष्य को होगी जैसा वो करेगा वो वैसा भरेगा भगवान् तो सिर्फ एक सिमीत समय के लिए हर शरीर में है अगर उसको जान लिया तो उसके साथ नहीं तो यम के पास जाना तो पहले से ही तय है जाना कहा है सबकी अपनी ब्यक्तिगत बात है
मुल बात यह है कि भगवान् प्रेम के भिखारी है आप जिस अवस्था में है अगर भगवान् के प्रति प्रेम है अस्था है तो ये बड़ी बात है,, क्योंकि प्रेम सुध निर्मल हैं और शरीर मलीन जैसे किचड़ लेकिन किचड़ में भी कुछ छमता है कि कमल रूपी प्रेम अपना दे सके
Jai Mata Di...
Aap ki baat satya hai per aur ek doubt bhi hai ki jis Rajaswala time me mahilaoon ko kitchen /pooja/ mandir varjit hai, uss time ek Maa apne bachhe ko kaise fir dudh pilati hai...
Kripaya iss shanka ka nivaran karen...
Bhai jyada door mat jao ...bhgwaan ko koi frk nhi pdta ...na hi bhgwaan kuch kahenge .....
Lekin bhgwaan ne itna bada dimaag Diya h ......
Aap khud kisi istri se pucho ki jb use period hote h to kya use khud Ganda mehsoos nhi hota .....kya use gheen nhi aati kyonki wo Raj tapkta rahta h .......Karan yhi h ....
Fir aise me Pooja kon karega ....
Baaki Bhai aajkal makbooriyaan h bacche ko Bina doodh ke to nhi rakh skte .....is liye thoda lachilepan hetu Vivek diya h bhgwaan ne ......
Lekin ye to hme tay karna h ki hme Ganda mehsoos hone par Pooja karni hai ya nhi ....
Bhgwaan ko koi frk kyon padega .....itna chota level bhgwaan ka nhi hota
तर्क वही सही जो समाज हित में हो .....आप क्या दे रहे है समाज को महाराज
She is not kathvachika anymore she is motivational speaker no tilak no vaishnav
Aacha sastra bhi kisi buddhu ne ye line galat likh diya agar aap koi Kitab likhhte h to usme agar sari bat sahi likh de ek line galat ho to bhi light anda banakar viswas 😂😂😂😂😂
आप ने सही कहा सत्य वचन कहा आप ने लोगों को जागरूक कया
Thank you so much bhaiya ji for guiding us all.
बहुत अच्छी व्यख्या की अपने प्रभु मैं आपके मत ओर तर्क का पूर्ण रूप से सहमत हूं
Hmne ye vido sare group s me send Kari h taki sabki aankhein khuli jaye❤❤
Phele jo hindu bachi muslim ban rahi hain unko rukku .. Sharam Karo apne hi dharam ko kaat rha ho .... Jis shastri ki ap baat karrha ho ko khain tha jab Kerala ma hindu larkiyian aur Kashmir ma hindu bachiyain Muslim ban rahi thi ma kissi ko support nhi krrha ma na toh jay kishori jee ko sunta hun aur na is mahara jee ko prantu bas ya message ha ki unity ma raho .
Apni aankhe kholo pahle
To aapka kahna hai us samay bhagwan kaha the bhagwan tumko tan man dhan buddhi Diya hai sharir me takat diya hai to tamasha dekhne ke liye diya hai kya ke badi badi baatein karne ke liye hai
@@KratiKumari-xv6vr dhanyawad ji aapka mujhe ye batane k liye vaise ab navratri aane wali h agar aapko bhi periods problem ho jaye na toh jot jla kr dekhna ki aapka MN Manta h ye krne ko plz
जयाकिशोरी का कथन वयवहरिक है और जो व्यावहारिक है ,वह सत्य है अतः जयाकिशोरी सत्य" है ।
#जयाकिशोरी
Jaya kishori ji ko koi gyan nhi h kathavachak ko simple bn k rhna chaiye vo kha se ek katha vachak lgti h
हम महाराज जी की बात से सहमत नहीं हैं, इनको, सत्संग करने की अभी भी जरूरत है
हरे कृष्ण
साफ सफाई का ध्यान जरूर रखना चाहिए पर जो चीजे प्रकृति प्रदत्त है उसके कारण किसी को भेदभाव नही होना चाहिए.
बहुत सुंदर महाराज जी आपने सही ही कहा है मां मां होता है जहां स्त्री का अपमान हुआ बहा कुल का पितर देवताओं का अपमान होता है इसलिए सावधान रहना आप सही ही कहा
Jaya kishori g ne ye baat kewal achar nikalne se kharab ho jata h , iss bat pr bola h,baki unhone ye kaha ki bhagwan ki puja nhi karni chahiye kyonki wese bhi achha nhi lgta h,kripiya aap sab bhi puri vedio dekhe
नहीं,,ये लोग पूरे ढोंगी जलनखोर हैअअं पूज्या जया किशोरी जी कम उम्र में बेहद सफल हैं और ये इन सभी को बर्दाश्त नहीं क्योंकि इन्हें कोई जानता ही नहीं और हमारी पूज्या जया किशोरी को सभी जानते हैं।समाज इतना गंदा है कि किसी अच्छे इंसान की कोई अच्छी बात पर यदि इतनी तीव्रता से अमल करे तो बहुत अच्छा हो,इतनी जलन अच्छी नहीं,कहने को तो आप भी कथावाचक हैं पर शर्म आनी चाहिए आपको किसी अच्छी लडकी अच्छी इंसान की बुराई करते हो।
@@shewtatiwari2951 aap ne bilkul sahi kaha,ek tarf ye nari ko shakti ,devi aur rani lakshmi bai kahte h aur dusri aur nari ko masik dhrm me nhi niklna chaye kyonki wo kmjor hoti h kahte h,jbki aaj ki nari sb kaam smbhal leti h ghr ka aur bahr ka b.
Snhi bol rhe aap
Shi kaha ❤❤
Jaya kisori ji katha wachak hai lekin. Wo tilak or tulsi kanthi kiu nehi phynte hai
Mharaj ji k charno M koti koti naman 🙏🙏
Aapka ek ek vakya pramanik hai maharaj shree ❤
Jaya Kishori is right
अगर इतनी आवाज गंदे video बनाने वालो पे उठाया जाता तो आने वाली पीढ़ी बहुत साफ सुथरा होता,पर एहा तो हिन्दु धर्म आपस मे लड़ता हि नजर आता ह कभी जाति को लेके कभी स्त्री को लेके कब तक आपस मे लड़ते रहेंगे 🙏
हरे कृष्ण दूसरो को तो तब बोलेंगे जब अपने घर ही गलत है - जब सुधार की बात आती है तो आप लोग क्यो नही आवाज उठाने देते । ये केवल व्वसाय कथा वाचिका देवी है । साधु जैसी कोई आचरण नही इनके भीतर तो क्या भागवत और भगवान की भक्ति की चर्चा करेगी । बुलकुल सही सही कहा महाराज श्री ने । महाराज श्री के चरणो मे बार बार प्रणाम❤❤❤❤❤ ओ आप भी कथा वाचक हो इसलिए उसकी तरफदारी कर रहे हो😡
Shi bat boli😂.. urfi javed ko bolke dikhao jra
आप ने सत्य कहा गुरु देव जी ❤❤❤❤
Radhe Radhe guruji 🙏🙏🙏🙏🌹
Thanks jay Shree radhe radhe gurudev 🌹🙏🌹
फिल्म स्टार से क्यों नहीं बोलते महाराज वो भी देश की संस्कृत खराब कर रहे ह उनकी मूवी आप भी देखते होंगे महाराज
👍👍👍
Film stars ko kya bolna jb Katha vachika hi bakwas krne me utar ayi h.
यही कली काल है
हंस चुगेगा दाना तिनका कौवा मोतीखाएगा
Bhai jiska log dharm se nam judta h wahi galat sandesh de unko samjhaya jata h jo jiski koi ijjat hi nai usko nai
Abe akal ke murkh film star vyaspith se katha nahi karte
जया किशोरी जी इस वक्त आधुनिकता में जी रही हैं पता नहीं क्या हो गया उनकों प्रभु ही जानें। राधे राधे 👏👏
इस विडियो को शेयर करों राधे राधे 👏👏
radhe radhe aapne mere man kii bat kah di jai hpo shri harivansh
ईनको जया किशोरी जी की उन्नति से समस्या है
Shree radhey prabhu ji
जय श्री कृष्णा राधे राधे हम महाराज श्री की बात से सहमत हूं व्यासपीठ की मर्यादा रखनी चाहिए अपने साथ हर भारतीय नारी को भ्रमित कर रहीं हैं जया जी को भी मर्यादा में बोलना चाहिए 🙏🙏🙏🙏🙏
जया किशोरी मनी माइंडेड हो चुकी है धन के लिए हमारी शास्त्रोक्त व्यवहारिक परम्पराओं को दरकिनार कर भगवान् को भी अत्यंत भ्रष्ट करने का अत्यंत निम्न स्तर का कार्य कर रही है।
हमारे हिंदू धर्म को वास्तविक खतरा और किसी से नही,जया किशोरी जी जैसे ही कथा वाचकों से ही है
Prabhu ji yeh devi na toh tilak hai na Tulsi mala khaha se yeh vayas pith mein Beth ne ki adhikari ho gayi..... Aap ne sahi jawab diya.. Hari bol 🎉🎉❤❤
👌👏
शास्तर् अनितम् प्रमाणम्
Shree Radha vallabh Shree harivansh 🙌🌹🙌
शाश्त्रो मे पुराण का वाचन करनें वाले ब्रहमचारी होना चाहिए।
Bahut sundar
Bilkul Satya kaha aapane
Ek bar fir sabit ho gya ki ye purush prdhan smaj h
Ek ldki ne ldkiyo ke hak me bat ki to uspr bhi comment aa gye bhle hi wo ek jani mani shakshiyat ho😢
Ekdam shi bole maharaj ji🙏🙏
Modern hogyi h ajkal wo jyada...jis katha or bhakti se jaya kishori kuch bani thi...us bhakti or katha ko hi bhool gyi style marne ke chakar me
Finally some one take a stand dandvat pranam maharaj ji ❤ hare Krishna
Please bless me you said very well ❤
Hare Krishna maharaj ji ❤
Shri radhe
Radhe Radhe guru ji
Shastri ji bilkul sahi hai
Jai Siyaram ❤❤
आप जैसे महाराज नारी को केवल हवस पूरी करने और बच्चा पैदा करने की मसीन मानते हो तो कैसे आपको ये बात पचेगी महाराज जी
Are yr dono ko Mt suno mann ki suno agar koi paanch din duri rakh skta h to jot puja nhi kro bus naam to periods mein bhi lia Jaa skta h vo to koi nhi rok skta naa jo dosh naari ko lga h use manna chahiye maa kamakhya ji ke bhi teen din dawar band rhte h smjho
@@PyareShriKanhaJikikanchanआपकी बात सही है......
@@sohanmehra1008 haan kyonki agar vichar ki baat na hoti to maa kamakhya kyon prkat hoti vo bhi to bhaggwan h fir bhi hume Sikh dene ke liae avtarit hui naa to Jaya ko sunne ki zarurat nhi h budhi lgani chahiye vo to budhi se andhi hogyi h hum thoda h
😊
तर्क करने से भगवान की भक्ति होती है तो फिर करिए।
लेकिन
मेरे विचार से.. श्रद्धा, भाव, विश्वास आदि से ही भगवान की भक्ति होती है
Jai shree radhe Krishna g maharaj 🙏🙏🙏
Radhe Radhe ji bilkul sahi kha aapne guru ji aise Katha vachakko ko log jra sa pyaar kya krne lgte h toh ye aapne aap ko hi bhagwan smjne lgte ki hm Jo khe wahi sahi h lekin aapne Jo usko jawab Diya iss baat ka aage se soch smj kr bolegi over confidence ho gyi h ye pr aapne ayena dikha Diya luv u guru ji❤❤❤
🌹🌹💫💫♥️♥️JAI ♥️♥️SSHREE ♥️♥️RADHA ♥️♥️RADHA♥️♥️💫💫🌹🌹🦚🦚🦚🦚💯💯 BILKUL SAHI KAHA AAPNE💯💯
@@धाम95राधारमण radhe Radhe ji🙏🏼🙏🏼
ruclips.net/video/DFOYVJJjAl0/видео.htmlsi=Xe7FZZnh8Jv5N2z2
ruclips.net/video/DFOYVJJjAl0/видео.htmlsi=Xe7FZZnh8Jv5N2z2
सही कहा महाराज जी 👏
Bahot shi bole prabhu ji
Human dignity, liberty and respect is above anything in this world!! If you cannot put women equal to men in today’s age and world, you will never make hindu society progress. Unlike Islam and Christianity, sanatan dharma is flexible and runs by science and logic. Male Dharma gurus need to reflect in changing times and redefine what’s written in shastras!! Don’t be an impediment to Hindu women’s growth and liberation. You will be rejected by educated and progressive Hindus!!
आपने सही कहा है, जया किशोरी jase कथा वाचकों से तो बचना चाहिए, वर्ना साधक भ्रमित हो सकता है, ये मनमर्जी की व्याख्या इन्हे भी अध्यात्म से गिराएगी और इनके सहयोगियों को भी भ्रमित करेंगी।
ऐसे मनमुखी व्याख्या करने वाली/वालों से साधक बचना चाहिए
सदा सुखी रहना लल्ला शुभाशिर्वाद हर हर महादेव 🚩😘😘😘😘
जया किशोरी जी सही कह रही हैं
क्या सुन्दर बात कही है।।महाराज जी
Radhe krishna 🙏🙏🙏🙏🙏
Aapne bilkul sahi kaha guru ji ❤❤🙏🙏
समय परिवर्तन से शास्त्र परिवर्तित नहीं हुआ करते।शास्त्रीय सिद्धांत सदा से अनुकरणीय,अनुसरणीय रहे है और किसी भी स्थिति में शास्त्रीय सिद्धांत से समझौता नहीं किया जा सकता।कोई भी व्यक्ति वो कितना ही श्रेष्ठ क्यों ना हो जाये उसकी श्रेष्ठता शास्त्रीय सिद्धांत का पालन करने से ही है।मैं या आप,गृहस्थ या विरक्त,स्त्री या पुरुष,सामान्य अथवा असामान्य जो भी हो हम सभी वैदिक परंपरा का श्रद्धा पूर्वक पालन करने से ही श्रेष्ठ हो सकते है।
(तस्माच्छास्त्रं प्रमाणं ते कार्याकार्यव्यवस्थितौ।
ज्ञात्वा शास्त्रविधानोक्तं कर्म कर्तुमिहार्हसि।।)श्री मदभगवत् गीता
महाराज ही सत्य क्या है आप स्वयं बताने का कष्ट कर देतें। आपने तो सिर्फ उनकी बात का खण्डन किया किंतु शास्त्र सम्मत व्याख्या नहीं की और न ही यह बताया कि किस धर्मशास्त्र, पुराण, उपनिषद् , वेद, वेदांग, भाष्य, ब्राह्मण सूत्र, आदि में यह लिखा है। यदि आप असहमत है तो यह आपका व्यक्तिगत मत हो सकता है। मैं इसका खण्डन बिलकुल नहीं करता। आलोचना करने के लिए सिर्फ आलोचना मत करिए। शास्त्र सम्मत व्याख्या करने का सामर्थ्य है तो करिए। Views बटोरने के लिए खण्डन मत करिए @atulkrishanshastriji। महाराज जी
utha kr pdhe ho aaj tk kbhi shastr toh fir parashar smriti ko kese bhul gye @@shubhanshusahu1238
❤❤bilkul satya bola h apne
Maharaj Ji Aap Bilkul Sahi Kah Rahe Hei 🎉
🌹🌹💫💫♥️♥️ SHRI ♥️♥️KUNJ ♥️♥️BIHARI ♥️♥️SHRI ♥️♥️HARIDAS ♥️♥️💫💫🌹🌹🦚🦚🦚🦚 BILKUL SAHI 💯💯
बिल्कुल सही कहा महाराज जी ने